शरद पूर्णिमा पर क्यू की जाती है , लक्ष्मी पूजा?

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  • Опубликовано: 29 авг 2024
  • आश्विन मॉस की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन माता लक्ष्मी का समुन्द्र मंथन से प्रकटेये हुआ था। यह तिथि माता लक्ष्मी के जनम दिवस के रूप में मनाई जाती है। इस दिन चंद्र गृह की भी पूजा अर्चना की जाती है। चंद्र अपनी १६ कलाओ में होते हैं, और इस दिन खीर का भोग चांदनी रात में रखा जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन भगवान् सत्य नारायण की भी पूजा की जाती है , और इस दिन दान पुनिये का भी विशेष महत्व है। गौ माता की सेवा से बढ़कर दूसरा कोई महान पुनिये नहीं है , इसलिए जो भी भक्त भगवान् विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं , लक्ष्मी नारायण भगवान्, तुलसी माता और गौ माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है। जय श्री भगवान् विष्णु की , जय लक्ष्मी माँ
    की , जय गौ माता की।

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