सावन की रातों में...साजन की बाहों में...तन तो सोता होगा..पर मन जगता होगा अद्भुत कुमार साहब🙏🙏🙏 इन पंक्तियों को खूब बार-बार सुना और जब भी सुनते हैं दिल को जाकर लगती है सच में आप अद्भुत हैं
जिस तरह नहीं जीना था, उस तरह भी जी रहीं हूं मैं, हाँ अपने आंशुओ को पी रही हूं मैं।। सर आपके वाक्यों को सुनने के बाद एक अलग ही नशे का अनुभव होता है.... बहुत बेहतरीन....🙂
प्यार के एक बहुत बड़े कवि के दौर में जन्म लेने का अवसर प्राप्त हुआ मुझे। इस बात से काफी खुश हूं, कि डॉक्टर कुमार विश्वास के दौर में मैं पैदा हुआ। ज़िंदाबाद साहब❤️❤️
कितना अदबुध्ध और पवित्र प्रेम है आपका शाश्वत जो आज तक आपकी आवाज मैं कविता मैं जीता है और आप निसंकोच बिना नाम लिए अपने भाव आज तक प्रकट कर देते हैं सादर सादर सुनयना श्रीवास्तव
मैं कितना भी निराशा में रहता हूं, परंतु आपको सुनने के बाद मेरे अंदर नया उत्साह भर जाता है। आप हजारों दिलों के राजा हैं कुमार विश्वास जी आप इसी तरह गाते रहिए।
विश्वास कीजिए कुमार साहब जितनी बार आपको सुनती हूँ लगता है पहली बार सुन रही हूं , ये कविता तो रुला देती है । ये सच है जैसा आज आपको सुना पहले कभी नही सुना और आज आपको सुना नही उस दर्द को आपके चेहरे देखा भी
मैं आपके युग में जन्मा यह मेरा सौभाग्य है क्योंकि हमने बाबा निराला और बाबा वैद्यनाथ मिश्रा (नागार्जुन) को नहीं देखा हमने आपको देखा 🙏🙏🙏 अहाहा, आप पर ऐसे ही माँ वीणापाणि का आशीर्वाद सदैव बना रहे 🙏🙏🙏
जब भी मैं इसे सुनता हूं । आंखों से आंसू निकल आते हैं 😭😭😭 ❤️ love you kumar sir .... Not everyone can understand the pain of love .. yaad aa jate hain vo din 😭..... I will always miss her .... 🥰🥰 It is truth that true love never defeat the family choice ....
इस कविता को सुनने के बाद मुझे एहसास हुआ, कि ये वाला कुमार विश्वास एकदम अलग है।जो इनके कवि होने की वास्तविक भाग को दर्शाता है। इतनी शोहरतों के बाबजूद ये अब भी अकेले कमरे में बैठकर अपनी बिछड़ी महबूबा के याद में रोते होंगे कभी कभी।😭🙏🙏🙏
This lines are very beautiful and emotional.....❤❤❤❤❤❤🌹 "कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है, मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है। मैं तुझसे दूर कैसा हूं तू मुझसे दूर कैसी है, यह तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है।"
Iss video me aap bahut hi alg kavi lge h kumar Sir... Apne jo apne dil k alfaz ko kalam kagaj pe utar k itni pyari surat di h... Kya hi kehne... Saare gam bhre moti saman sabdo me piro k jo itni sundar mala bnayi h... Ki phn wale(artharth sunne wale) hrr insan ko andr hi andr tk jhakjhor k rkh deta h... Wakayi ye ek alg hi Vishwas h... Jo manch pr khade h... कोटि कोटि नमन है आपको ।🙏🏻
Guru ji bss kya bolu Aaj ke Kabir Ho guru ji... मेरे हर रोज भगवान से प्राथना करता हूँ कि गुरु जी आपको मेरी भी उम्र लग जाये।।। ऐसे ही चमकते रहो।।।। प्रणाम गुरु जी 🙏🙏🙏🙏
क्या बात है सर आपके इस गीत ने मुझे आज अंदर से रुला दिया, आज मैंने इस गीत को अंदर से महसूस किया है। आज आपने एक टूटे हुए दिल का दर्द फिर से हरा कर दिया है
Sir is geet ke liye mai kya kahu...... Nishabd hu..... Aapke dil ki gehrai aapka us time ka face show ho gya aur such me ankhon me pani aa gya..... Mujhe lgta h ka ye ab tk ab tk ka sbse sbse best geet h....... Shandar jandar Lajawab aur kya kya kahu.........
श्रीमान जी आपकी कविता कविता नही इंसान को कुछ करने या की दिशा देती है किंतु आप कभी भी भी रायपुर छतीसगढ़ ये कविता कहेंगे या सुना भी देंगे तो मै तेह दिल से स्वागत करता हु
उस मोहतरमा को कोटि कोटि धन्यवाद जो आपको कवि बना गई
साजन की अंजुरी पर अंजुरी कांपी होगी, सच में ऐसा ही होता है जब मन में किसी की छवि हो और हाथ किसी और के हाथ में।।। ❤️ touching poem
जितनी दफा सुनती हूँ तो लगता है कि काश कोई इतनी शिद्दत से हमें भी चाहता....😍 कुमार विश्वास का जवाब नहीं..👏👏
ये गीत मैं पिछले 9 सालो से ढूंढ रहा था आपके लफ्जो में पर मिली नहीं। तब कभी सुनी थी audio आपकी पर गुम हो गई थी वक्त के साथ।अंततः आज मिली। आभार !
ये अलग कुमार हैं ।
सब ने तालियां बजाईं लेकिन कुछ ने तो ये महसूस किया ही होगा ! ये किसी कवि ने नहीं किसी टूटे दिल ने पाठ किया है ।
सावन की रातों में...साजन की बाहों में...तन तो सोता होगा..पर मन जगता होगा
अद्भुत कुमार साहब🙏🙏🙏
इन पंक्तियों को खूब बार-बार सुना और जब भी सुनते हैं दिल को जाकर लगती है
सच में आप अद्भुत हैं
एक चेहरा था दो आँखें थी
हम भूल पुरानी कर बैठे
#Kumarvishwas sir❤
जिस तरह नहीं जीना था,
उस तरह भी जी रहीं हूं मैं,
हाँ अपने आंशुओ को पी रही हूं मैं।।
सर आपके वाक्यों को सुनने के बाद एक अलग ही नशे का अनुभव होता है.... बहुत बेहतरीन....🙂
हार गया तन मन पुकार के तुम्हें... कितने एकाकी है प्यार कर तुम्हें।👍👍
धन्यवाद उन मोहतरमा का भी जिनके वियोग के कारण कुछ बेहतरीन गीत हम सुन पाए
प्यार के एक बहुत बड़े कवि के दौर में जन्म लेने का अवसर प्राप्त हुआ मुझे। इस बात से काफी खुश हूं, कि डॉक्टर कुमार विश्वास के दौर में मैं पैदा हुआ। ज़िंदाबाद साहब❤️❤️
इस फेस्टिवल में मै भी था सर, आपको मै लाइव सुन सका ये मेरा भाग्य है और उस रात को मै ज़िन्दगी भर नहीं भूल सकता। Your the great sir.
बहुत ही सुंदर गीत। यह तीस वही समझ पाएगा, जिसने सच्चा प्रेम किया है। ❤️❤️❤️
कितना अदबुध्ध और पवित्र प्रेम है आपका शाश्वत जो आज तक आपकी आवाज मैं कविता मैं जीता है और आप निसंकोच बिना नाम लिए अपने भाव आज तक प्रकट कर देते हैं
सादर
सादर
सुनयना श्रीवास्तव
एक बात तो समझ गई मैं , बिना प्यार के, बिना आशिक बने कोई शायर नहीं हो सकता 👏👏👏👏👏😔😔
मैं कितना भी निराशा में रहता हूं, परंतु आपको सुनने के बाद मेरे अंदर नया उत्साह भर जाता है।
आप हजारों दिलों के राजा हैं कुमार विश्वास जी आप इसी तरह गाते रहिए।
आपके चेहरे पर वो दर्द अभी भी दिख रहा है ,
महसूस होता है कि मोहब्बत कितनी सच्ची होगी।।।।।
जितनी दफा सुनती हूं हर बार वहीं दर्द महसूस करती हूं❤️
कुमार सर आपकी तारीफ़ में कहने के लिए शब्द भी बहुत कम और छोटे लगते है🙏
रात की इस नीरवता में यह गीत सुना, आंखें अनवरत बह रही हैं, संपूर्ण देह थरथरा उठी है।
कुमार बेटा तुम्हें कोटि कोटि आशीर्वाद।
पहली मोहब्बत का असर कभी खत्म नही होता । इसका जीता जागता उदाहरण कुमार भईया का अभी तक इस गीत को इतनी मोहब्बत के साथ गुन्गुनाना है।
लोग कहते हैं,जो दर्द देता है, वही दवा देता है,पता नहीं,फ़िज़ूल की बातों को,कौन हवा देता है ♥♥
गज़ब
U r right
सावन की रातो में साजन की बाहों में
तन तो सोता होगा पर मन जगता होगा
सर ऐसा लग रहा है किसी ने अपना दिल निकाल के रख दिया हो सामने
भावना जी को कोटि कोटि धन्यवाद
जिसने हमें कुमार विश्वास जी दिया
विश्वास कीजिए कुमार साहब जितनी बार आपको सुनती हूँ लगता है पहली बार सुन रही हूं , ये कविता तो रुला देती है । ये सच है जैसा आज आपको सुना पहले कभी नही सुना और आज आपको सुना नही उस दर्द को आपके चेहरे देखा भी
सावन की रातों में साजन की बाहों में
तन तो सोता होगा मन जलता होगा।
सर रूह कांप गई सुनकर🥺
अगर युवा पीढ़ी को साहित्य की ओर आकर्षित किया है तो एक ही नाम #dr kumar vishvas 🙏🙏
जब यह कविता हमने सुनी थी तो हमें लगा था कि ये मेरे लिए ही लिखी गई है
नमन है सर आपको...
प्रेम और वियोग पर सुनी ये सर्वश्रेष्ठ कविता हैं। आपको नमन है विश्वास जी
मैं आपके युग में जन्मा यह मेरा सौभाग्य है क्योंकि हमने बाबा निराला और बाबा वैद्यनाथ मिश्रा (नागार्जुन) को नहीं देखा हमने आपको देखा 🙏🙏🙏 अहाहा,
आप पर ऐसे ही माँ वीणापाणि का आशीर्वाद सदैव बना रहे 🙏🙏🙏
मांग की सिन्दूर रेखा और ये गीत दोनो ही गीत बेहद मर्मिक हैं
साजन की अंजुरी पर अंजुरी काँपी होगी
भावनाओं की अभिव्यक्ति के ये शब्द अद्भुत हैं, वास्तव में!!
भइया जी मां सरस्वती जी का हाथ आप पे है बहुत नसीब वाले है हम लोग जो आप जैसे महान कवि को सुनने का भाग्य मिला ❤️❤️❤️❤️❤️
इस गीत के शब्दों में श्री डॉ कुमार विश्वास जी की वाणी अलग ही भारीपन सुनाई देता है बारंबार नमन है आपको ।🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️
साजन की अंजुरी पर अंजुरी कांपी होगी, मेरी सुधियो ने रास्ता तो रोका होगा... रूह को छू देने वाली ये पंक्ति बिना दर्द के लिखा ही नहीं जा सकता।।
रोए मन चौसर पर हारकर तुम्हें...❤️
साजन की अंजुरी पर अंजुरी कांपी होगी.. दिल जीत लिया सर 🙏🙏
बहुत पसंद है सर ये गीत आपका अक्सर गुनगुनाती हूं ❤️❤️
कुमार साहब की एक बात बहुत निराली है ....दर्द तड़प और पीड़ा को पूरे आंनद से जीना और उसका प्रयोग सृजन में करना ....कमाल है...
प्रेम को भाषा मे उकेरनी की अद्भूत क्षमता को सलाम। असल को असल रूप मे व्यक्त करना सच्चा प्रेमी ही कर सकता है। बहुत बहुत शुभकामना।
कुमार विश्वास जी की सबसे बेह्तरीन रचना है ये , क्यूँकि ये दिमाग़ से नहीं दिल से निकली है ।
बहुत ही खूबसूरत पंक्तियां जिन्हें सुनकर हर शख्स अपना समझता होगा, और आंखें भी नम ज़रूर होती होंगी ❤❤ ऐसे ही आशीर्वाद बनाए रखियेगा।🙏
हर गीत को पढ़ते समय आप हसने का अभिनय करते रहते है
लेकिन ये गीत आपको यह अभिनय करने नहीं देता
हजारो महफिले हैं और लाखों मेले हैं,लेकिन जहाँ तुम नही वहाँ हम बिलकुल अकेले हैं।
इतनी अंतरात्मा से कहते हुए पहली बार देखा ह् आपको।
हर पंक्ति में एह्शास् और बयार गज़ब् की है।
नमन करता हूंँ आपकी अंतरात्मा को।
बहुत धन्यवाद चित्रकूट एक्सप्रेस का जिसमें आपने इतनी सुंदर कविता लिखी ❤️🙏
वाह वाह क्या बात है। तुमने प्यार को बड़ी गहराई से अभिव्यक्ति देकर वृद्धों से लेकर जवानों तक उस तड़प को जागृत कर दिया ।🙌🙌🙌🙌🙌🙌
आप बहुत ही अच्छे और शालीन कवि हो मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूं
आप बेमिसाल हो
आपकी कविता जब भी सुनती हूं बिना किसी निजी अनुभव के रो देती हूं। ऐसा जीवंत वर्णन । अविश्वनीय है गुरूजी आप।।
जब भी मैं इसे सुनता हूं । आंखों से आंसू निकल आते हैं 😭😭😭 ❤️ love you kumar sir .... Not everyone can understand the pain of love .. yaad aa jate hain vo din 😭..... I will always miss her .... 🥰🥰
It is truth that true love never defeat the family choice ....
नमस्ते,आप कुमार हो इस पर बहुत विश्वास है,दिल के सच्चे हो,लगते तो अपने ही हो,जिओ हजारो साल,सुनाते रहो अपनी सुंदर कविता
Sabse sundar prastuti hai sir ye aapki...❤
इस कविता को सुनने के बाद मुझे एहसास हुआ, कि ये वाला कुमार विश्वास एकदम अलग है।जो इनके कवि होने की वास्तविक भाग को दर्शाता है।
इतनी शोहरतों के बाबजूद ये अब भी अकेले कमरे में बैठकर अपनी बिछड़ी महबूबा के याद में रोते होंगे कभी कभी।😭🙏🙏🙏
अद्भुद भैया@kumar_vishwas
हिंदुस्तान मे जब भी मोहब्बत पर लिखने वालो का जिक्र होगा आप शीर्ष पर होंगे भैया❣️🙏
Puraani yadein taaza ho gayi Kumar ji
Really heart touching.
एक बार सुनने के बाद 100 बार सुन चुका हूं
पूरा गीत सुनते हुवे दृश्य सामने दिखता है
1 बार आपके चरणों को छूना चाहता हु सर्
कितनी सरलता पूर्वक आपने गहराई को निचोड़ दिया . इतने सरल शब्द में इतना प्यारा अर्थ ❤️❤️
वाह कुमार साहब... आपकी तारीफ के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैँ....
न जाने कितने धडकते दिलों को ये गीत दिया है सर आपने। बहुत आभार सर। 🙏
शानदार पँक्तियाँ गुरू जी ,
विरह में भी कितना प्रेम है !
अद्भुत !
एक एक शब्द वास्तविक तस्वीर दर्शा रहा है , सिर्फ आपकी ही नहीं हमारी भी पुरानी यादें नज़रों के सामने तैरनेलगे।
अत्यन्त ही भावनात्मक प्रस्तुति। जैसा गीत उससे बढिया प्रस्तुति जो वैसा ही वातावरण मे ले जाती है।
बहुत खूब कविवर ।
आपने उन मनमोहक स्मृतियों को जो शब्दो मे उकेरा है हृदय के तारो को झंकृत कर देने वाला है।।
रूह काँप उठी सर
आप शब्दों के जादूगर हैं
मै "शब्द-शब्द" लिखता हूँ तुम "छन्द-छन्द" बन जाती हो,
नैनो से मधुर "निमन्त्रण" पर तुम मन्द-मन्द "मुस्कुराती" हो!
Gajab ❤ कितने एकाकी है प्यार कर तुम्हे❤❤❤
हर नौजवां का दर्द है ये गीत , अदभुत कवि हो आप सर
किसी के दिल की बातों को शब्दों में उतार दे।
सच मे वही तो कवि है।
मेरी जेब मे ...
जरा सा छेद क्या हुआ ,
सिक्के से ज्यादा....तो ,
रिश्ते गिर गए...❤️❤️।
This lines are very beautiful and emotional.....❤❤❤❤❤❤🌹
"कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है,
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है।
मैं तुझसे दूर कैसा हूं तू मुझसे दूर कैसी है,
यह तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है।"
Iss video me aap bahut hi alg kavi lge h kumar Sir... Apne jo apne dil k alfaz ko kalam kagaj pe utar k itni pyari surat di h... Kya hi kehne... Saare gam bhre moti saman sabdo me piro k jo itni sundar mala bnayi h... Ki phn wale(artharth sunne wale) hrr insan ko andr hi andr tk jhakjhor k rkh deta h... Wakayi ye ek alg hi Vishwas h... Jo manch pr khade h... कोटि कोटि नमन है आपको ।🙏🏻
Aapke is Prem ko pranaam🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Sir your story made me cry
आपने पीढ़ियों को प्यार करना सिखाया
प्यार में त्याग करना सिखाया,प्रणाम है गुरु जी आपको
आपकी कविता दिल छू लेता है कुमार भैया । आप सचमुच दिल जीत लेते हो
धन्यवाद सर जितना सुना जाए आपको कम है। मन ही नहीं भरता है।
हिंदी के बेटे को हृदय की गहराई से सैल्यूट
आखों में आंसू आ गए सुनकर इतना अच्छा लिखा है 👌👌
आपको आने वाला कल याद रखेगा डॉ साहब
माँ भारती के सपूत 🙏
हिंदी के अद्वितीय कवि 🙏
सादर प्रणाम🙏
Guru ji bss kya bolu
Aaj ke Kabir Ho guru ji...
मेरे हर रोज भगवान से प्राथना करता हूँ
कि गुरु जी आपको मेरी भी उम्र लग जाये।।।
ऐसे ही चमकते रहो।।।।
प्रणाम गुरु जी 🙏🙏🙏🙏
कविवर सच में दिल को छू गया ।
महसूस किया कि कितना दर्द होता है,
मेरे जीवन की सबसे जीवंत कविता।🙏🙏🙏
जब तब सुनता रहता हूँ हमेशा नया सा लगता हैं ये गीत
एक एक पंक्ति ह्रदय से लिखी गयी 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
Sir us Radha ko pranam jo apko kalyug ka krishna bana diya🎉🎉
अब तो इसी गीत के सहारे कटनी है आगे की जिन्दगी।
अद्भुत कुमार भैया ❤........ कितने एकाकी है प्यार कर तुम्हें....
कुछ अपना सा लगा ,और आंखो से आशू ना रुके फिर। दर्द तो अलग हो सकते है मगर उस दर्द को महसूस वहीं कर सकता जो इन विषम परिस्थितियों से गुजरा हो।
❤️दिल को छू लिया इस लाइन ने ❤️
सावन कि रातों में,, साजन कि बाहों में,,
तन तो सोता होगा,, पर मन जगता होंगा,,
ये सुनकर कुछ पुरानी यादों ने फिर से सताया है। जो भुला दिया था वो फिर से याद आया है।
हिन्दी भाषा में अपने स्वर से ताजगी ला देने वाले कुमार विश्वास सर का बहुत-बहुत आभार ।💖💖
शायद आज सारी रात यही सुनना है, कानों को कुछ और पसंद ही नहीं आ रहा है।🖤🖤🖤
दीवारें देख कर फिर से,
तेरी तस्वीर निहारा करते हैं।
कैसे बताएं हम तुझको,
तेरे बिन ये दिन कैसे गुजारा करते हैं।।
#Kumarvishwas sir 😍🙏🙏
क्या बात है सर आपके इस गीत ने मुझे आज अंदर से रुला दिया, आज मैंने इस गीत को अंदर से महसूस किया है।
आज आपने एक टूटे हुए दिल का दर्द फिर से हरा कर दिया है
Dil nikal k rakh diya ,sir. ❤❤
Kitne akaki hai pyaar Kar tumhe😍awesome, heart touching ❤️🥰
आपको सुन कर अलग ही महसूस होता है, आप दूसरो से अलग है, आपकी ये पंक्तियाँ दिल को छू गयी।
Very nice सर👌👌👌♥️♥️♥️
काफी दिनों से वेट कर रही थी
Sir is geet ke liye mai kya kahu...... Nishabd hu..... Aapke dil ki gehrai aapka us time ka face show ho gya aur such me ankhon me pani aa gya..... Mujhe lgta h ka ye ab tk ab tk ka sbse sbse best geet h....... Shandar jandar Lajawab aur kya kya kahu.........
jitni bhi baar sunte hai lagta hai ki kuch naya sun rahe hain ...🥰😍 #kumarvishwas
इनकी बातों को सुनकर उदास हो जाता हूं यार।एक एक बात दिल में लग जाती है।
श्रीमान जी आपकी कविता कविता नही इंसान को कुछ करने या की दिशा देती है किंतु आप कभी भी भी रायपुर छतीसगढ़ ये कविता कहेंगे या सुना भी देंगे तो मै तेह दिल से स्वागत करता हु
तन मन छू छू कर छकझोर दिया आपने विश्वाश सर्
खोकर उन्हें ,जीवन ही हार दिया।
याद में उनकी, खुद को विसार दिया।
गला भर आया, आंख से आंसू टपका दिया।
कुमार ने सबको, कुवांरा जीवन याद दिला दिया।
बहुत ही भावुक कविता है
पहली बार कुमार सर गीत गाते समय खुद भी भावुक दिखे
दिल के दर्द को शब्दों में कहा है.....
Great.. I am a Bengali boy from Assam. Your voice compelled me to fall in love with Hindi poem. You are the legend Sir Jee❤❤