खान साब आपका जवाब नही हो सकता। गुलाम अली जी सिर्फ एक हैं और दूसरा कोई हो नही सकता। शायद ये मेरी दिल ए तमना ही रहेगी की कब आपके दर्शन हो पाए पता नही कब बॉर्डर के मसले खत्म हो और आपसे मुलाकात हो जय हो आपकी भगवान् आपको दीर्घ आयु दे बस यही दुआ हैं🇮🇳🇮🇳🙏🙏❤
कहाँ आके रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा जो मिल गया उसे याद रख जो नहीं मिला उसे भूल जा। वो तेरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं, दिले-बेख़बर मेरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा। मैं तो गुम था तेरे ही ध्यान में, तेरी आस तेरे गुमान में सबा कह गयी मेरे कान में मेरे साथ आ उसे भूल जा। किसी आँख में नहीं अश्के-ग़म तेरे बाद कुछ भी नहीं है कम तुझे ज़िन्दगी ने भुला दिया तू भी मुस्कुरा उसे भूल जा। क्यूँ अटा हुआ है गुबार में ग़मे-ज़िंदगी के फिशार में वो जो दर्द था तेरे वक्त में सो हो गया उसे भूल जा। न वो आँख ही तेरी आँख थी न वो ख़्वाब ही तेरा ख़्वाब था दिले मुन्तज़िर तो ये किसलिए है तेरा जागना उसे भूल जा। ये जो रात दिन का है खेल सा उसे देख इसपे यकीं न कर नहीं अक्स कोई भी मुस्तक़िल सरे-आईना उसे भूल जा। जो बिसाते-जाँ ही उलट गया, वो जो रास्ते से पलट गया, उसे रोकने से हुसूल क्या? उसे भूल जा...उसे भूल जा। तो ये किसलिए शबे-हिज्र के उसे हर सितारे में देखना वो फ़लक कि जिसपे मिले थे हम कोई और था उसे भूल जा। तुझे चाँद बन के मिला था जो, तेरे साहिलों पे खिला था जो वो था एक दरिया विसाल का, सो उतर गया उसे भूल जा। - अमजद इस्लाम
बहोत खूब। अहमद फ़राज़ साहब के अल्फाज़ पूरे पूरे उतार कर, गुलाम अलि साहब ने समा बांध लिया है ऐसा में महसूस करता हूं। इनकी उर्दू ज़ुबां और क्लासिकल गायिकी कि पेषकष काबिले तारीफ लगती रही है मुझे। मै,अब,बीती बातें भूल ने लग गया हूं, इस से बडि सिख मुझे देने के लिये दोनों, कवि और गायक का तहे दिल से शुक्रगुजार हू,- जय जय हो , जय हिंद।
मुझे कहने मे बडा आनंद होता है की,बचपन से ghulam अली जी की गझलों को हजारो बार सूनता आया हूं .... युं मान लीजिये की उनकी पुरी गायकी गले मे उतर गयी है .... ओर ghulam अली जी को द्रोणाचार्य बनकर गायकी सिखता आया हून....किसी भी गुरू के पास नही गया....कोई राग मै सिर्फ गझल से पहचान ता हूं.... कहनेका तात्पर्य यह की ...ये इंसान God है संगीत का.....कोई अगर इनकी गझल सूनता है तो दुसरा कूछ भी नहीं सूनता 😊
Wo tere naseeb ki barishein Kisi aur chhat pe barash gayee..... Heart touching lines .. It has happened with me. The girl whom I loved so much was forced to marry with some one else because I was unemployed. This story goes back to 1986.
He plays with words he plays with tone he plays with rhythm he plays with riyaaz of sa re ga ma he flies high he dives deep he makes somersaults and audience with him spellbound in silken net of his voice and gestures
Vaa ghulam ali saab vaa kya gaaya vaa aap best ho maza aa gya❤️❤️❤️ aise kuch comment kr k chale jaao bas Ustaad Nusrat Fateh Ali Khan Saab g mahaaraaj ka naam na lo un ka level hi alag hai un se compare nahi kiya ja sakta kisi ko NFAK's composition and singing k aage best outstanding fantastic greatest amazing absolutely jaise word b kam lagte hain. Husan a jaana ki taareef mumkin nahi👎🏻
Gulam sb. Aapki tarif jitni bhi karen kam hai ghazal ke her word ki gahraee me ja ke ehsaas dila ke dill jhoomne ko majbor ker dete hai hawa kano me kah gai bahot khubsurti se zahir keye hai allah se doaa hai ehe adaa hmesha qaem rakhe. dill khoosh ho geya ghazal sunne ke baad aap ki puri teem tarif ke haqdaar hai
Wo tere naseeb ki barishein kisi aur chhat pe baras gayi.. relates to me so much. The boy who loved me once... promised to marry me...he ended 5 years relationship for someone else..
Ustad Ghulam Ali Saab is a phenomenal singer and infact, he himself is a phenomenon ! He has added an altogether new dimension to the art of ghazal gayiki making it more soothing and soulful and worth - listening again and again without getting bored ! It's always gratifying to listen to Ustadji, while he is performing live, owing to his lively interaction with the audience and inimitable style of gayiki ! He has an uncanny ability to catch the imagination of the listeners, while performing, by casting a web around them, and carrying them with the rhythm ! Ustad Ghulam Ali Saab is just irresistible, as an exponent of ghazal gayiki ! Personally speaking, Ustadji has cast such a spell around me that it will be difficult to get out of that spell during this lifetime !
Ye baat bilkul 100 percent sahi h. Gulam Ali Khan sb. Ki ghazlen sunkar dilo dimagh body also feels fitness ( dullness finished) is a general feeling also. mai to ek adna sa Hakeem hn dimaghi kaam hi h
"वो तेरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं दिल-ए-बेख़बर मेरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा" Truly a GEM!! And Janab Ghulam Ali Sa'ab's wizardly rendition takes it to another level!!
@@ManjuSharma-cs9rrYes Ma'am, the poetry does touch our hearts.I feel, the poetry is a life lesson..a philosophy on how to deal with the vagaries of life..🙏
कहाँ आ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा अमजद इस्लाम अमजद .............. कहाँ आ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा वो जो मिल गया उसे याद रख जो नहीं मिला उसे भूल जा वो तिरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं दिल-ए-बे-ख़बर मिरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा मैं तो गुम था तेरे ही ध्यान में तिरी आस तेरे गुमान में सबा कह गई मिरे कान में मिरे साथ आ उसे भूल जा किसी आँख में नहीं अश्क-ए-ग़म तिरे बअ'द कुछ भी नहीं है कम तुझे ज़िंदगी ने भुला दिया तू भी मुस्कुरा उसे भूल जा कहीं चाक-ए-जाँ का रफ़ू नहीं किसी आस्तीं पे लहू नहीं कि शहीद-ए-राह-ए-मलाल का नहीं ख़ूँ-बहा उसे भूल जा क्यूँ अटा हुआ है ग़ुबार में ग़म-ए-ज़िंदगी के फ़िशार में वो जो दर्द था तिरे बख़्त में सो वो हो गया उसे भूल जा तुझे चाँद बन के मिला था जो तिरे साहिलों पे खिला था जो वो था एक दरिया विसाल का सो उतर गया उसे भूल जा
Why this era of gazal has been stopped. Now the gazal singers like Prithvi , Pratibha , Himani , gayatri all are singing gazal of ustad jii not creating anything new
Why this era of gazal has been stopped. Now the gazal singers like Prithvi , Pratibha , Himani , gayatri all are singing gazal of ustad jii not creating anything new
खान साब आपका जवाब नही हो सकता। गुलाम अली जी सिर्फ एक हैं और दूसरा कोई हो नही सकता। शायद ये मेरी दिल ए तमना ही रहेगी की कब आपके दर्शन हो पाए पता नही कब बॉर्डर के मसले खत्म हो और आपसे मुलाकात हो जय हो आपकी भगवान् आपको दीर्घ आयु दे बस यही दुआ हैं🇮🇳🇮🇳🙏🙏❤
अत्यंत मर्मस्पर्शी ग़ज़ल।आनंद रस से सराबोर कर गई।विरह की बेहतरीन अभिव्यक्ति।
कहाँ आके रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा
जो मिल गया उसे याद रख जो नहीं मिला उसे भूल जा।
वो तेरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं,
दिले-बेख़बर मेरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा।
मैं तो गुम था तेरे ही ध्यान में, तेरी आस तेरे गुमान में
सबा कह गयी मेरे कान में मेरे साथ आ उसे भूल जा।
किसी आँख में नहीं अश्के-ग़म तेरे बाद कुछ भी नहीं है कम
तुझे ज़िन्दगी ने भुला दिया तू भी मुस्कुरा उसे भूल जा।
क्यूँ अटा हुआ है गुबार में ग़मे-ज़िंदगी के फिशार में
वो जो दर्द था तेरे वक्त में सो हो गया उसे भूल जा।
न वो आँख ही तेरी आँख थी न वो ख़्वाब ही तेरा ख़्वाब था
दिले मुन्तज़िर तो ये किसलिए है तेरा जागना उसे भूल जा।
ये जो रात दिन का है खेल सा उसे देख इसपे यकीं न कर
नहीं अक्स कोई भी मुस्तक़िल सरे-आईना उसे भूल जा।
जो बिसाते-जाँ ही उलट गया, वो जो रास्ते से पलट गया,
उसे रोकने से हुसूल क्या? उसे भूल जा...उसे भूल जा।
तो ये किसलिए शबे-हिज्र के उसे हर सितारे में देखना
वो फ़लक कि जिसपे मिले थे हम कोई और था उसे भूल जा।
तुझे चाँद बन के मिला था जो, तेरे साहिलों पे खिला था जो
वो था एक दरिया विसाल का, सो उतर गया उसे भूल जा।
- अमजद इस्लाम
thank you for providing full ghazal
Jeete raho...
बहोत खूब। अहमद फ़राज़ साहब के अल्फाज़ पूरे पूरे उतार कर, गुलाम अलि साहब ने समा बांध लिया है ऐसा में महसूस करता हूं।
इनकी उर्दू ज़ुबां और क्लासिकल गायिकी कि पेषकष काबिले तारीफ लगती रही है मुझे।
मै,अब,बीती बातें भूल ने लग गया हूं, इस से बडि सिख मुझे देने के लिये दोनों, कवि और गायक का तहे दिल से शुक्रगुजार हू,-
जय जय हो , जय हिंद।
मुझे कहने मे बडा आनंद होता है की,बचपन से ghulam अली जी की गझलों को हजारो बार सूनता आया हूं .... युं मान लीजिये की उनकी पुरी गायकी गले मे उतर गयी है .... ओर ghulam अली जी को द्रोणाचार्य बनकर गायकी सिखता आया हून....किसी भी गुरू के पास नही गया....कोई राग मै सिर्फ गझल से पहचान ता हूं.... कहनेका तात्पर्य यह की ...ये इंसान God है संगीत का.....कोई अगर इनकी गझल सूनता है तो दुसरा कूछ भी नहीं सूनता 😊
Ghazal by great Urdu poet Amjad Islam Amjad from Pakistan. We lost him few month before.
Madam Asha Bosle truely said Ghulam ali is miracle
तुझे चांद बनके मिला था जो, तेरे सहिलों पे खिला था जो,
वो था एक दरिया विसाल का सो उतर गया उसे भूल जा।❤️❤️😍👌
"दरिया था एक विसाल का" may seem more rhyming - not bad though.
Bahut bahut dhanyawad salute karte hai hum aapke gayaki ke gulam hai
गुलाम अली साहब ने अपने स्वर देकर इसे और प्रभावी बना दिया। अन्य की आवाज में भी इसे सुना था।इनकी तो बात ही अलग है।
Wo tere naseeb ki barishein Kisi aur chhat pe barash gayee..... Heart touching lines .. It has happened with me. The girl whom I loved so much was forced to marry with some one else because I was unemployed. This story goes back to 1986.
Sorry to know that Sir. I hope you got someone better.
@@RanjanSigdel Thanks a lot for your concern.
Time passes but story repeats itself ☹️
Absolutely beautiful line, the most heart touching in the entire ghazal. I can feel your pain.
@@muhammadhaq7260 Thank you.
अमजद इस्लाम अमजद साहब की गजल को गुलाम अली भाई ने क्या कमाल गाया है, उनकी बेमिसाल और बेहतरीन गजलों में शुमार, उनकी ये गज़ब की पेशकश...........
Zabardast kiya baat Hay. Legendary poetry and soul touching singing voice
He plays with words he plays with tone he plays with rhythm he plays with riyaaz of sa re ga ma he flies high he dives deep he makes somersaults and audience with him spellbound in silken net of his voice and gestures
Right Thinking
Well said 🙏
Umda, behtreen, lajawaab!!
بہت بہترین غزل کی ادائیگی ۔دل کو چھو لینے والی آواز
He truly brings Amjad Islam's words to life. What a loss to humanity that Amjad is gone forever!
Wo jo mil gaya usse yad rakh jo nahi mila usse bhul ja---- what a poetry. Great . Majic of khan sahib.
Ghulam Ali Se Behtar Nusrat Fateh Ali Ne Yeh Ghazal Ga Di... Mai Disrespect Nahi Kar Raha Par Nusrat Sahab Ne Jo Sur Lagay Hain Wo Waqai Ba Kamal Hai
Vaa ghulam ali saab vaa kya gaaya vaa aap best ho maza aa gya❤️❤️❤️ aise kuch comment kr k chale jaao bas Ustaad Nusrat Fateh Ali Khan Saab g mahaaraaj ka naam na lo un ka level hi alag hai un se compare nahi kiya ja sakta kisi ko NFAK's composition and singing k aage best outstanding fantastic greatest amazing absolutely jaise word b kam lagte hain. Husan a jaana ki taareef mumkin nahi👎🏻
Ghulam ali khan nusrat fateh ali sy ziada hy
There should be no comparison between two great artists. Variations and improvisation by Ghulam Ali sahib are superb.
Nusrat sab ne be achi gai hai but studio mein or studio mein har koi acha he kar lata hai or Ustad Gulam Ali Khan sahib live k Badsha hain👑👑👑👑
No need to compare. Both are Ustaz and legend in their own right. Just enjoy the ghazal.
sainkdon baar ye ghazal suni hogi pur aaj bhi jaan nikaal deti hai,
Ghulam Ali sahab, kaash aap amar ho jayen !
Ghazab ka aalaap !
Es sangit ki duniya me ghulam ali Khan Sahab ki alag hi mukam h
Gulam sb. Aapki tarif jitni bhi karen kam hai ghazal ke her word ki gahraee me ja ke ehsaas dila ke dill jhoomne ko majbor ker dete hai hawa kano me kah gai bahot khubsurti se zahir keye hai allah se doaa hai ehe adaa hmesha qaem rakhe. dill khoosh ho geya ghazal sunne ke baad aap ki puri teem tarif ke haqdaar hai
Mashalla, Gulamalig saheb ne kya doobkar suroin me gaya hai. Meri umar unko lag jay.
The Greatest Gazal singer ever with unmatchable voice....🎶⚘
🥺🥺Koi Dhyan Se Sunee Toh Sunte Hi Reh Jayee🙏🙏 Kya Khne USTAD Ji 🥺❤️🙏
जो मिल गया ,उसे याद रख ।जो नही मिला उसे भूल जा।शायर का एक अच्छा संदेश।🙏🌹
Wo tere naseeb ki barishein kisi aur chhat pe baras gayi.. relates to me so much. The boy who loved me once... promised to marry me...he ended 5 years relationship for someone else..
Ustad Ghulam Ali Saab is a phenomenal singer and infact, he himself is a phenomenon ! He has added an altogether new dimension to the art of ghazal gayiki making it more soothing and soulful and worth - listening again and again without getting bored ! It's always gratifying to listen to Ustadji, while he is performing live, owing to his lively interaction with the audience and inimitable style of gayiki ! He has an uncanny ability to catch the imagination of the listeners, while performing, by casting a web around them, and carrying them with the rhythm ! Ustad Ghulam Ali Saab is just irresistible, as an exponent of ghazal gayiki ! Personally speaking, Ustadji has cast such a spell around me that it will be difficult to get out of that spell during this lifetime !
8
F8r
Ek hi Labz aata hai Zaban par laajwab, laajwab aur laajwab 🙏🏻🙏🏻❤️
Gulaam ali ji always outstanding, fantastic, superb... but Here plzz Only likes for tabla player..❤️
Amjad Ali Islam and Ghulam Ali sahab deadly combination.Badiya Ghazal
Amjad Islam Amjad
بہت خوب۔ جیتے رہیں
I AM ABSOLUTELY..SPEECHLESS.
WHAT A FANTASTIC GHAZAL.....!
MONIRUL ISLAM (DHAKA)
❤️🌻
Ab esa sangeet km hi sunne ko milta he
Khan Shhab Ka Voice Modulation Ufff 🥺🙏 Uh Hi Ustad Nh Hota Koii
Jis confidant se duniya fareb detee hye me to gum tha tere yad me , wah 👍👍👍💐
Woh jo mel gya ussy yaad rakh.....
Jo nhain mela ,ussy bhool ja.....!!!
Wah khan sahib wah.Majic of gulam ali sahib. Great. Aap ka koi mukabla nahi.God bless
What a gem! What a gem!
Ye gazal nusrat sahab ne kia gaya hai, heart touching
Waah! ... Ghante bhar ki honi chahiye thi. Baar bar revind karna padta hai.
Ye baat bilkul 100 percent sahi h. Gulam Ali Khan sb. Ki ghazlen sunkar dilo dimagh body also feels fitness ( dullness finished) is a general feeling also. mai to ek adna sa Hakeem hn dimaghi kaam hi h
Aap ki taqdeer kaynat ke wajood se 50000sal pehle likh di gaye hae quraan .
mai bohat bra fan hu gulam ali saab ka but yehi gazal nusrat saab nay bohat achi gae hai
Messaih of ghazal, Ghulam ali sahib ki ye ghazal to nostalgic kr deti
"वो तेरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं
दिल-ए-बेख़बर मेरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा"
Truly a GEM!! And Janab Ghulam Ali Sa'ab's wizardly rendition takes it to another level!!
Excellent. It touches my heart
@@ManjuSharma-cs9rrYes Ma'am, the poetry does touch our hearts.I feel, the poetry is a life lesson..a philosophy on how to deal with the vagaries of life..🙏
Exactly, immortal & phenomenal singer ustad gulam Ali sb
कहाँ आ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा
अमजद इस्लाम अमजद
..............
कहाँ आ के रुकने थे रास्ते कहाँ मोड़ था उसे भूल जा
वो जो मिल गया उसे याद रख जो नहीं मिला उसे भूल जा
वो तिरे नसीब की बारिशें किसी और छत पे बरस गईं
दिल-ए-बे-ख़बर मिरी बात सुन उसे भूल जा उसे भूल जा
मैं तो गुम था तेरे ही ध्यान में तिरी आस तेरे गुमान में
सबा कह गई मिरे कान में मिरे साथ आ उसे भूल जा
किसी आँख में नहीं अश्क-ए-ग़म तिरे बअ'द कुछ भी नहीं है कम
तुझे ज़िंदगी ने भुला दिया तू भी मुस्कुरा उसे भूल जा
कहीं चाक-ए-जाँ का रफ़ू नहीं किसी आस्तीं पे लहू नहीं
कि शहीद-ए-राह-ए-मलाल का नहीं ख़ूँ-बहा उसे भूल जा
क्यूँ अटा हुआ है ग़ुबार में ग़म-ए-ज़िंदगी के फ़िशार में
वो जो दर्द था तिरे बख़्त में सो वो हो गया उसे भूल जा
तुझे चाँद बन के मिला था जो तिरे साहिलों पे खिला था जो
वो था एक दरिया विसाल का सो उतर गया उसे भूल जा
वाह
Heard for the first time .Many sincere thanks for loading the live gazal.
He enjoys his own singing like Asad Amant Ali.... Ghazal samjnai hai tu inny sunnin.👏👏👏
अखेरचे येतिल माझ्या हेच शब्द ओठी; लाख चुका असातिल केल्या, केली पण प्रीती
When God singing long live...long live Israel long live
Boht khoob zabardast kia baat he Amjad Islam Amjad marhum ki behtrin ghazal.
Undoubtedly, It's the Mother of all gazal......all good tellings.
Fantastic presentation.
Salute to you sir.🙏
You are really GOD of Ghazal.
Regards
Ashish from India.🙏
5
ला-जवाब , बहोत खुब । खुश कर दिया ।।
One of the finest gazal singing.bas sunte hi raho
کیا باد هی استاد جی
جیو آور خوش رهو
بهاد کیف کیا ❤️🙏👌
خان صاحب اللہ کی نوازش ہیں آپ پر دعا ہے قائم رہے۔آمیں
Aisi koochh chup...... what a performer. Genius is used very normally everywhere but he is truly a genius.
FANTASTIC, EXCELLENT & MIND
BLOWING..
MONIRUL ISLAM (REGARDS FROM
BANGLADESH)
Gulam Ali is the great singer of all time & we will not get a great singer like Gulam Ali ,may Allah bless him
Tujjhy chand ban k mila tha jo
tere sahilon p khila tha jo
wo tha ek darya wisal ka
so utar gya bhool use bhool ja
kahan akyy rukny thy rastt 💔
heard this super ghazal first time.. thanks for sharing....
Every ghazal is like the most precious diamond in a diamond neklace
Kya baat ghulaam Ali khaan saaheb aap ne to kamaal kamaal kar diya.🙏🙏🙏.
🙏🙏.🙏🙏.
হে আলী, কি গাইলে....... আহা!!! আহ....
Har mahine ke kuch din ghulam ali ji ko sunne ke liye hote hai 😄
Mera toh har din hota hai bhaiji
Mai to apko hi dekh rhi hu kesa lgta hoga jo log apko samne se nzar krte honge❤️
Beautiful piece of great poetry and beautifully sung by ghulam Ali Asif
V.soulful...bah! Heart is full of Divinity!❤
Today heard it for the first time..and now it is integral part of life. ❤
Mashallah 😇 God bless you ustad Ghulam Ali Khan shab 😇 ap God 🙏 ho ghazalon ka 😌😌😌
Why this era of gazal has been stopped. Now the gazal singers like Prithvi , Pratibha , Himani , gayatri all are singing gazal of ustad jii not creating anything new
Yes, we need to continue
Ye shayer ka apna khayal hae?
Immortal Ghulam Ali Saab..immortal...jay jay sanatan hindutv ..jay jay bharatmata
What a voice! Simply marvellous.
Listening this on loop, all time favourite from past 2 years
Every day I listen about 10 t0 15 songs ofsinger goolam ali be for going to sleep
Bahut khub ali saab
Love from nepal
Ek de ek badkar sher superb.behtarin presentation
ہوا کہ گئ میرے کان میں میرے ساتھ چل اسے بھول جا😥😥😥
Ustad Khan Sahab adab arz Mai 65 saal ka hoo chiuki 12. Salo tak maine ustad ameer Khan sahab aur 4 sal Banaras ke Pundit channoolal. Mishrajee se Khan sahab aur mishrajee se. Khayal tarana thoomree Sikhi Lt md. Rafi sahab ke. Purane semi Classical gano. ko aur 1960 1970 ke gano. Ko hubahu unki gitkari. Murki. Shruti tarana tan. Laikari khatka gamak ke. sath gaya karta hoo abhi. pichle. 7 Yani;ki March.2016. Se sirf aur sirf. Aapka. Gazle. Gaya. Karta. Hoo. Subah 4se 7 tak. Sham. 7se. Raat 11. Tak chawal. Nahi. Khata halki. Garm rotia. Leta hoo. 1ghanta Yoga kahakar. Pranayamm. Jisse Lungs ko. Bohut gahari takat milti. Aur Kya karni chahie ustad. Gulam. Alii. Khan sahab. Aap. Jaisa order karenge. mai. Ushi. Nakshe kadam par. Chaloonga. Aapka. Ek chota. Bachha bhakt. Dev biswas from Jharkhand dhanbad. Hindustan pranam namaskar. Adab r. i
In love with this masterpiece. I come here every month.
Me every week
Why this era of gazal has been stopped. Now the gazal singers like Prithvi , Pratibha , Himani , gayatri all are singing gazal of ustad jii not creating anything new
He makes us Happy
The ultimate 🙏
Salute 🙏 to the power infinity 🙏
Ashish Das from India
6:32 heart ❤️
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Bahut khoobsouret ghazal amjid islam amjid ki kya baat khan saab
वाह खा...साहब
ग़ज़ल गायकी में आप को सुनना एक अजीब सा सुरूर देता है।
Great Singer with great kalam ❤
Gulam ali khan sahb is mile stone of Gazal
Mesmerizing voice 🎉
Unmatchable maestro of ghazal,thanks ghulam ali sahib for creating such an incredible performance
Kya baat
Kya baat hai kha saab
Heart Touching Ghazal.
wo teray naseeb ki barishain kisi or chaat pay baras gai wah
My all time favourite ❤
Nusrat Fateh Ali Khan version unbelievable
This is called Ustadgiri....
Everstrong Maestro USTAD GHULAM ALI KHAN SAHAB JI.
Heart touching lyrics with melodious voice!