@@rohitoswal7089 ठीक कहा परन्तु ईश्वर है क्या चीज़ जो सभी ईश्वर अल्लाह परमेश्वर विभिन्न वाक्यों में समाहित करते हैं। आखिर कुछ तो है ? क्या भय को मध्य रखकर कहते हैं । या बे सहारा को सहारा के रूप में अपनाना चाहते हैं । या मृत्यु के बाद कुशल चाहने के लिए या वर्तमान में कोई संकट ना आए ? मैं ने प्रश्न पूछा है शायद जवाब दे पाओ । मैं भी समझ पांवू ।🤔🤔🤔
बगीचे में सभी फूल सुगंधित है ये हम नहीं कह सकते क्योंकि उसमें आख के फूल भी दिखते हैं । जिस फूलों को सुगंध चाहिए होती है वह भौरों के माध्यम से प्राप्त कर लेती । ठीक उसी तरह कोई प्रवचन देता है तो उसे सुनो सभी हमें मालूम है ये समझते हैं । हम उतने ही बड़े अज्ञानी है ।🧐🤔🤗🙏
ईश्वर होता नहीं
@@rohitoswal7089 ठीक कहा परन्तु ईश्वर है क्या चीज़ जो सभी ईश्वर अल्लाह परमेश्वर विभिन्न वाक्यों में समाहित करते हैं। आखिर कुछ तो है ? क्या भय को मध्य रखकर कहते हैं । या बे सहारा को सहारा के रूप में अपनाना चाहते हैं । या मृत्यु के बाद कुशल चाहने के लिए या वर्तमान में कोई संकट ना आए ? मैं ने प्रश्न पूछा है शायद जवाब दे पाओ । मैं भी समझ पांवू ।🤔🤔🤔
क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल है।
Jo nhi karni Bo ma sohta hu
आपको भारत में कोई विद्वान नही नजर आता क्या सर...?या तो फिर हमारे विद्वानों का ज्ञान बहारवाली देशो मे या फैलाया करो.
बगीचे में सभी फूल सुगंधित है ये हम नहीं कह सकते क्योंकि उसमें आख के फूल भी दिखते हैं । जिस फूलों को सुगंध चाहिए होती है वह भौरों के माध्यम से प्राप्त कर लेती । ठीक उसी तरह कोई प्रवचन देता है तो उसे सुनो सभी हमें मालूम है ये समझते हैं । हम उतने ही बड़े अज्ञानी है ।🧐🤔🤗🙏
Ek.hi.guru.❤🎉sree.buudhhh❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉nmhhhhhhhhhhhh🎉