ये हमारा सौभाग्य है कि हम गढ़रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी के संगीत का आनंद ले रहे हैं 🔊🎹🎵 उत्तराखंड मेरि मातृभूमि, मातृभूमि मेरि पितृभूमि ओ भूमि तेरि जय जयकारा म्यार हिमाला🌋🗻🏔🌄
तीन व्यक्ति जो युगों युगों तक याद रखे जाएंगे 1-नरेंद्र- स्वामी विवेकानन्द,,सनातन संस्कृति रक्षा हेतु 2-नरेंद्र मोदी -त्याग ,भारत सेवा और 3-नरेंद्र सिंह नेगी- कालजयी रचना हेतु,,,, प्रणाम आपको,,,
Oye chutiye itne sare gareeb logo ko mar dala modi ne uska naam kyu le raha hai wo to hum hinduo bhaiyo ke liye ek manhush insan hai jo naam hinduo ka karta hai hindu party aur aaj usi party ne sabse jyada hinduo ko marne ke liye road pe chod dia itna ghatia insan aaj tak nahi dekha Congress ko Kehne walo ki congress ne 70 sal me kya kia hai aaj congress ke unhi banaye hospitals me bjp wale apna corona ka ilaj karwa rahe hain..... Me bhi utrakhand se hu me bhi kabhi bjp supporter Tha lekin jitni Nafrat aaj bjp ne pure desh me failai hai na USA 🇺🇸 me dekhlo EK insan ko marne par pura us ek sath khada hogaya gvt ke khilaf aur hum bhartiya lad rahe hain mar rahe hain dhram ke naam par
ताऊ जी.....🙏 आप के गीत "देर होली अबेर होली" सुन के मेरे दिन की शुरुआत होती है ......ये प्रेरणा दायक गीत लिखने की प्रेरणा आप को कैसै मिली .....कभी इसकी बात भी करना......... 🙏🙏
आदरणीय नेगी जी आप का पहाड़ों के प्रति प्रेम आपकी कलम की ताकत दिखाती है आपने पहाड़ों के आम इंसान और पहाड़ों की जीवनशैली में जो देखा वही अपने दिमाग में रखकर उसी पर कलम चलाई यही पहाड़ों के लोकगीत है, जो चीजें पहाड़ों से विलुप्त हो चुकी है वो आपने दशकों पहले अपने गीतों के माध्यम से लोगों को सुना दिया था यही आपकी एक दूरदर्शी सोच भी है जो आज सच्चाई के रूप में हमे अब देख रहे है आप धन्य है 🎉🎉💞💞👌👌❤️❤️🙏🙏
नेगी जी प्रणाम. आपको नमन निशब्द हूँ मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं क्या कहूँ क्या न कहूँ. आपकी जो भी रचना है एक से बढ़कर एक है. बस हमको तो इंतजार रहता है कि काश अगला गीत की बात कब आयेगा. और हम नेगी जी को कब देखें. आपके गीतों का महत्व तब और भी अधिक हो जाता है जब हम देश में बहुत दूर होते हैं या जब गीत कुछ कुछ खुद अपने पर ही ठीक बैठता है. आपके शब्दकोश इतनी विसाल है कि हमें अपने दादा दादी से पूछना पड़ता है कि इसका मतलब क्या होता है. कभी कभार तो वे भी सोचने पर मजबूर हो जाते हैं. धन्य हो आप. गुजारिश एक ही है. गीत तो बहुत लोगों ने गाये हैं. अच्छे गीत भी गाये हैं. लेकिन गीत की बात सुनने वाले में उत्सुकता बढ़ा देता है गीत हमें गहराइयों में घुमा देता है और जिसको सुनने का असल मजा अब आ रहा है. जैसे आज कल लौकडाउन में आनलाइन क्लासेस चल रही हैं ठीक उसी तरह आपके गीत रुपी कविताओं का आंनद उसी तरह ले रहे हैं गीत का कंन्सेप्ट समझ जल्दी आता है. लेकिन गुजारिश है कि ये क्लासेस जल्दी जल्दी हो. स्लेवस बहुत है. धन्यवाद कोटि कोटि प्रणाम सत्येंद्र सिंह रावत. अंडमान निकोबार
@@NARENDRASINGHNEGIKAVI धन्यवाद नेगी जी। आपने मुझे reply किया। हम धन्य हो गये। आजकल पोर्ब्लेयर andaman निकोबार मे हूँ धन्यवाद। Sub Maj सत्येंद्र सिंह रावत।
वाकई नेगी जी आप जैसे कलाकार सदैव अद्भुत अविस्मरणीय रहेंगे आपकी छवि उत्तराखंड में महान है हमारी विडंबना है की उत्तराखंड सरकार को अपनी संस्कृति और लोकभाषा संरक्षण में कोई रूचि नहीं है आपने अपने लोकगीतों के माध्यम से पहाड़ी रीती रिवाजों लोकपरम्पराएं संस्कृति सभ्यता पहाड़ी जीवनशैली जन जन के दिलो में पहुंचाई है आपको मेरा कोटि कोटि प्रणाम l
आपकी चीजों को देखने की पारखी नज़र को नमन ।आप बहुत बढ़िया विश्लेषक हैं।सच बताऊं तो मुझे आप में एक महान कवि के दर्शन होते हैं, और मैं आपको गायक से अधिक कवि मानता हूं। आप श्रेष्ठ हैं मान्यवर,,बस हमारे राजनेताओं ने आपको नहीं समझा और उचित न्याय नहीं दिलवाया इस बात का दुःख हमेशा रहेगा।।। आपकी दीर्घायु के लिए ईश्वर से प्रार्थी हूं।प्रणाम
प्रणाम भैजी 🙏💐 गीत भि गीतै बात भि की जात्रा भौत भलि चलणी छ । हमतैं जग्वाळ रैन्द अब। आज की जात्रा मा सीख भि मिलि कि रचनाओं मा कैको नौ लिखण से परहेज करण चैन्द। ईश्वर से प्रार्थना छ कि य जात्रा चलदि रौ 💐 भाग 5 की प्रतीक्षा मा 💐🙏 धर्मेन्द्र नेगी
LEGEND NEGI JI Inkay barabar ka na koi hai aur na hoga ....uttarkhand m Pure Garhwali language m h inkay song Aur language bi Pauri district ki h pure.. Hats off Jb b inkay ganay sunta hu ..sidha gaon phoch jata hu.... Garhwal ka Rafi ..😊
गढ़ नरेश ❤️, आप गढ़वाल शब्दकोश के भंडार है.. आपके गीतों में समस्त पहाड़ों और पहाड़ियों की संस्कृति है..मेरे लिए बचपन से आज तक पहाड़ी गाने मतलब नेगी जी के गाने । प्रभु आपको स्वस्थ रखे...
गढ़रत्न श्री श्रीमान महान कवि/गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी को चरण स्पर्श प्रणाम आदरणीय नेगी जी आपकी हर एक रचना हर मानस से जुड़ी होती है, और हर एक मानस आपकी रचना को बहुत पसंद करते है, आप देवभूमि उत्तराखण्ड के महान महा पुरुष हो आपको पुनः हृदय से चरण स्पर्श प्रणाम।🙏🙏🙏🙏🙏🙏, """जय देवभूमि उत्तराखण्ड 🙏🙏🙏🙏🙏""
नेगी जी सादर चरण स्पर्श। आपकू गीत सुणी सुणी क बड़ा ह्व्यां हम। जिंदगी क हर अह्सास मा आपकू गीतों की भौंण ही महसूस करि हमन। 90's म जब यु गीत ए छै त एक ददी बहुत पसंद करदी छाई ये गीत थै, मेखुणी हमेशा बुल्दी छाई सुणाणु कू। अब जब भी सुणदू त उन्की भी याद दग्ड़ी ए जान्दी । इनि और गीतू की बात क इन्तज़ार रालू। 🙏
बहुत सुंदर गीत चा सर जी हम आपका बहुत आभारी छो जी आप इन सुंदर सुंदर गीतू की रचना कैरी की अर गीतू थई अपडी मीठी आवाज मा हम तक पुहुँचादो बहुत आभार जी आप जुग जुग जियं हमारी भगवान से प्रार्थना चा
आदरणीय नेगी जी को सादर प्रणाम।🙏🙏🙏 कविलाश जी मझे नेगी जी के गीतों में सबसे अच्छी बात यही लगती है, कि उनके गीत किसी व्याक्ति विशेष के नाम से न होकर सभी को अपने लगते है। उनके गीतों में हर कोई व्यक्ति अपनी भूमिका स्थापित कर सकता है।
🙏श्री नेगी जी🙏 जो जस देइ...नेगी जी नया-पुराणा सदानी तुम ईनी गीत सुणाई.. खेरी विपदा, सुख- दुख पर अपणी तुम कलम सदनी इनी चलेयी.. इनी अपणा मायादार अर खुदेड गीतू की भौण मा तुम हमारु नौणि सी ज्यो गोलायी .. थोला मेलो मा जैकी, वी नया जमाना की भी बान्द फ़ेर हमखुणी खुजैई.. मेत की खुद मा तुम इनी सदानी अपणा गीतू की घुघुती घुरयी..सीला पाखो मा चम चमकी घाम अपणा गीतू की इनी लगयी.. जब आली पंचमी मौउ की तब तुम खुदेड गीत ही . सुणयी..खोला - मेलो मा रेश्मी रुमेला इनी चमकेई.. अर हमारि जिकुडी अर आन्ख्यो थेन सदनी इनी रुलयी भिजयी.. इतगा मेहगायी का जमाना मा तुम सौ कू नोट ना अब द्वी हज़ार कू नोट ही भनयी..इनू मह्सुस करयी कि ट्क्का नि छ्न त झक झका अर मेहगई की मार थेन , तुम यू नेताखुणि बतेयी सुणयी अर भ्रस्ट राजनिती पर कटाक्ष इनी केरी.... खेरी का अन्धेरो मा, हमारु सदानी इनु धीरज बन्धयी..कि धीरज च्येन्दा यु हमु थेन याद सदानी दिलयी..गरा रा रा एगी बर्खा तुम बुले की तीस हमारी जिकूडी की भी बुझयी.. अगर उज्याला सुख का होला त वी खेरी भी तुम याद इनी हमु थेन दिलयी..कि जे खेरी छोडी परदेशों गेनी. सदानी नी रोण रे गरीबू कू शोषण अब नी हूण रे, इना गीतुन जनता थेन जागरुक बणयी.. अर ऊ शोषण खोरु भी समझयी.. डरेबरि - कलेन्दर की पीडा भी उचा निचा डान्डयो मा तेडा मेडा बाटो मा इनी मोटर मा तुम लगयी.. भोल जब फ़िल रात खुलाली त सदानी चौतरफ़ा तुमारा ही गीत गुजयी अर , हौसिया उमर अर ज्वनी की उमन्ग वालो थेन ते ज्वानी कू राज पाठ सदानी इनी याद दिलयी..ते लाटी काली मयालू जिकूडी मा खिल्या माया का फ़ूल थेन न मुरझण देयी.. .डाडाधारु मा जब ब्य्खूनी कू घाम अछ्लेलू त बौण का गोरु भी घर बोडयी.. अर के बाटा एली मेरा गोमा इनू बतई..कि सिर्फ़ बसन्त ऋतु मा ही जेई, जब हेरा बोण मा बुरास का फ़ूल अर सारी - डान्ड्यो मा फ़्युली - फ़्युली का फ़ूल अपणा -अपणा रंग मा रन्ग्याणा अर खिलणा होला हर डेली -डेली..इना गाण्यू की गंगा अर स्याण्यू का समोदर तूम हमारा मन का अपणा गीतू की फ़ूल माला मा सदानी तुम सद्नी इनी गेटेयी .. गढ - रत्न नेगी जी तुम जुग राज रेई.. हे हिमालय पुत्र श्री नेगी जी तुम जुग राज रेई.. धन्यावाद 🙏
सही कहा गुरू जी की गीत य कविता में किसी विशेष नाम से बहुत बडा प्रभाव पड़ता है। चाहे गलत य सही हो प्रभाव का रूप दो रूप में ही पडता हैं। धनयवाद जी मार्ग दर्शन करने के लिए।
हैरानी तो उन महापुरषों को देख के होती है जो पूरी संस्कृति को खुद में संजोए हुए नेगी जी जैसे महान गीतकार के गीतों को भी डिसलाइक करते हैं उनके लिए वाकई में सब्द कोश में भी शब्द दुंदने से नहीं मिलेगा।
यु मयारू बहुत पसंद कू गीत छा एक टाईम फर... आपका गीतों थै गै कि अर पूरा का पूरा याद कैकी बडू होऊं.... आप सदैव उत्तराखंड का आदर्श बनी कि रैला... जुग जुग राज रैयां आपको 🙏🙏
आपकु चरणों मा प्रणाम... आप की रचना जिकुडी कु करीब बटै गुजर दि... आप ल प्रत्येक सामाजिक कुरीतियों ,वै टैम कु चाल चलन पर हमेशा गाना गैयां छी... आप तै हमरि भी उम्र भी लग जयां..
गढ़वाली ऐसे शब्दों का प्रयोग सिर्फ नेगी जी के गीतों में मिलेगा। अगर गढ़वाली भाषा का विकास करना है तो आपके गीतों के माध्यम से हो सकता है। बहुत समय बाद "बिकची गेनी" सुना। क्योंकि शायद या ज्यादातर अब बिगड़ी गेनी शब्द प्रयोग होता है। आपने इस माध्यम से अपने गीतों के प्रस्तुत कर के बहुत अच्छा किया है।
बड़ा अपसोस कि बात च कि मिन यु गीत आज पैलि बार सूँणि 😒😒😒 श्रद्धेय श्री नेगी जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 इन्नि औरि गीत बि प्रस्तुत कना रयाँ जु हमन आज तलक नि सूँण साकि होन 😊😊🙏🙏 कोटि कोटि नमन् आपक वास्ता
नेगी जी प्रणाम में अफ्रीका मा रंदू. अपड गों गुठेरा सी दुर. पर जब भी उत्तराखंड की याद ओंदी आपका गीत लगे लेंदु . सारू उत्तराखंड समायू च आपका गीतू मा बहुत धन्यवाद जय उत्तराखंड स्वस्थ रहया आप
आदरणीय नेगी जी, सादर प्रणाम। आपौ "गीत भि गीत कि बात भि" श्रृंखला कू मिथैं इंतजारी रैन्दी च। शुरु बटीन आपन अधिकतर गीतूॅ मा पुराणा शब्द लिख्या छन। आपा गीत कई बार सुणणा बाद अर वामा अयां शब्द अर्थ पता चलणा बाद जू खुशी होंदी छै बतै नि सकदू।
aadarniya Negi Ji Charan Sparsh. Bahut sundar geet chha. Purani din yad aayi jandan. Aapku yu programme bahut hi badhiya chha. Lock down ka yun dinu ma aapki prostuti dil tain bahut sukoon dendin. Aapsi prarthna chha yin geet ganga tain bagaunda rayan. Hamu srotaon/ dekhdarau tain badu saharu millu. Dhanyavad.
Bahut sunder sir ji..aapk geet ta mithe bahut hi sunder lagdi.aapk geet ta hamar nai pidhi khun ek marg darshan chi aper garh sanskriti khatir..dhanybad..!
नरेन्द्र सिंह नेगी जी पदम् भूषण पुरुष्कार के हक़दार है उम्मीद करता हूँ की राज्य सरकार इस पर गौर करेगी गढ़ रत्न श्री नेगी का सम्मान उनके चाहने वालों की भावना का सम्मान है
संगीत के महारथी हमारे नेगी जी के लिए कोई शब्द नहीं है हमारे पास। आप ना होते तो शायद ऐसी अनेकों रिति और रिवाज़ हम आज कल की पीढ़ियां कभी देख सुन भी ना पाते । कृप्या लिरिक्स भी उपलब्ध करवाए बहुत बहुत आभारी रहेंगे आपके 🙏🏻😁
Pranam negi ji. Sundar geet v geeta ki baat vi k 4 episode HAMTHE bahut pasand aayi. Ye geet ma appla sheekh v din . Yin SHEEKH the hum zaroor hm sadev zeewan maa yaad RAKHLA. DHANYAWAD 🙏🙏🙏🙏
Negi ji aapke is song ko maine pahle to kbhi suna nahi par aaj suna to itni badi smile aayi face pe😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄 Iski ik ik line mai maja hai
नेगी जी आपका त हम जबरदस्त फैन छौ,,, बचपन बटै आप और आपका गाणा सुनि.... आज भी सुणणा छा... बल्कि ऊंथै ही देखिक ज्वान हुया छा. सैल्यूट च आपकी रचनाओं थै आपकी सोच, समझ अर शब्दों पर आपकी पकड़ थै, अापकी गहराई थै
Bahut bahut dhanya bad negi ji.. apnye experience shyar karnye k leye. Or aaj v gadratan negi ji ki gayeki dekh kar lagta h jasy 15 sal pahlye pahunch gaye👏👏👏
भाई जी तै मेरु सादर प्रणाम परमपिता परमात्मा सी आपकी कुशलता की कामना करुदु छौ आप सदानी राजी खुशी रौन भाई जी आपकी रचना देखी तै शरीर मा ऊर्जा कु संचार होदु भाई जी बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी भाई जी आपन हार्दिक शुभकामनाएं आपतै ...🙏
Bhut besabri s hm intjaar kr rhe the bhag- 4 ka ..Bhut sunder geet negi ji or meaningful geet h ........aap hi ki kalmo dwara likha ja sakta h ...aapko koti koti naman🙏🙏🙏
❤❤❤❤kya bolu aap jainse mahan byktitwa ke liye jitne sabd bolu wo bhi bahut kam.....mahan byktitwa...❤❤❤yugon yugon tak aap logon ke dilon main Raj krenge ....
भौत सुंदर अजकाल आप फेर वै रंग मा रंगेगिन जन पैलि छा। ईं कैसेटा टैम पर मैं अर डाॅ०नन्द किशोर हटवाल जी रा इ का चोपड़ा मा कर्दा छा नौकरि। तबरि बटिन आपा गीतों 'नशा' लगण बैठि छौ मैंतैं। पुरणि याद ताजा कना वस्ता धन्यवाद 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
सादर प्रणाम गढरत्न नेगी जी🙏 गीत भी अर गीत की बात भी बहुत ही सुंदर कार्यक्रम है आपके चाहने वालों के लिए सीधे सीधे गीत के सागर को जानने का। हार्दिक बधाइयाँ।
Aap jaisa Koi nahi boda ji aapne toh history likh di jo aajkal dekhne ko nahi milta bss jo mann me aara gaa de re phir khud ko singer bolre aap jaisa koi nahi Sir jii 🙏🏻🖤
प्रणाम, भौत सुन्दर किस्सा जुड़यूं च ये गीत दगड़ि एक गीत मा रच्यां शब्द से आयोजक अर आप असहज ह्वै ग्यां य बात आई-गई भि ह्वै सकदि छै पर य आपकि खासियत च कि आपन व स्थिति समझि अर जिम्मेदारी का दगड़ि वांकु हल भि निकाळी। बहुत अच्छि सीख च य सब्बि लेखवारूं का वास्ता।
ये हमारा सौभाग्य है कि हम गढ़रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी के संगीत का आनंद ले रहे हैं 🔊🎹🎵
उत्तराखंड मेरि मातृभूमि, मातृभूमि मेरि पितृभूमि ओ भूमि तेरि जय जयकारा म्यार हिमाला🌋🗻🏔🌄
तीन व्यक्ति जो युगों युगों तक याद रखे जाएंगे
1-नरेंद्र- स्वामी विवेकानन्द,,सनातन संस्कृति रक्षा हेतु
2-नरेंद्र मोदी -त्याग ,भारत सेवा
और
3-नरेंद्र सिंह नेगी- कालजयी रचना हेतु,,,,
प्रणाम आपको,,,
ठीक्क बोलि
Modi ko hta do iss list se
Narendra Modi???
H
Oye chutiye itne sare gareeb logo ko mar dala modi ne uska naam kyu le raha hai wo to hum hinduo bhaiyo ke liye ek manhush insan hai jo naam hinduo ka karta hai hindu party aur aaj usi party ne sabse jyada hinduo ko marne ke liye road pe chod dia itna ghatia insan aaj tak nahi dekha
Congress ko Kehne walo ki congress ne 70 sal me kya kia hai aaj congress ke unhi banaye hospitals me bjp wale apna corona ka ilaj karwa rahe hain..... Me bhi utrakhand se hu me bhi kabhi bjp supporter Tha lekin jitni Nafrat aaj bjp ne pure desh me failai hai na USA 🇺🇸 me dekhlo EK insan ko marne par pura us ek sath khada hogaya gvt ke khilaf aur hum bhartiya lad rahe hain mar rahe hain dhram ke naam par
नेगी जी को लाइक करने वालै like करे।।👍👍👍
नेगी जी को एक लाइक बनता है
ताऊ जी.....🙏
आप के गीत "देर होली अबेर होली" सुन के मेरे दिन की शुरुआत होती है
......ये प्रेरणा दायक गीत लिखने की प्रेरणा आप को कैसै मिली .....कभी इसकी बात भी करना......... 🙏🙏
आदरणीय नेगी जी आप का पहाड़ों के प्रति प्रेम आपकी कलम की ताकत दिखाती है आपने पहाड़ों के आम इंसान और पहाड़ों की जीवनशैली में जो देखा वही अपने दिमाग में रखकर उसी पर कलम चलाई यही पहाड़ों के लोकगीत है, जो चीजें पहाड़ों से विलुप्त हो चुकी है वो आपने दशकों पहले अपने गीतों के माध्यम से लोगों को सुना दिया था यही आपकी एक दूरदर्शी सोच भी है जो आज सच्चाई के रूप में हमे अब देख रहे है आप धन्य है 🎉🎉💞💞👌👌❤️❤️🙏🙏
नेगी जी, गढ़वाली बोली के पुरोधा को सत सत प्रणाम, बहुत सुदंर प्रयास अपनी गीता यात्रा के बारे में नई पीढ़ी को बताने के लिए।
नेगी जी प्रणाम.
आपको नमन
निशब्द हूँ मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं क्या कहूँ क्या न कहूँ. आपकी जो भी रचना है एक से बढ़कर एक है. बस हमको तो इंतजार रहता है कि काश अगला गीत की बात कब आयेगा. और हम नेगी जी को कब देखें.
आपके गीतों का महत्व तब और भी अधिक हो जाता है जब हम देश में बहुत दूर होते हैं या जब गीत कुछ कुछ खुद अपने पर ही ठीक बैठता है. आपके शब्दकोश इतनी विसाल है कि हमें अपने दादा दादी से पूछना पड़ता है कि इसका मतलब क्या होता है. कभी कभार तो वे भी सोचने पर मजबूर हो जाते हैं. धन्य हो आप.
गुजारिश एक ही है. गीत तो बहुत लोगों ने गाये हैं. अच्छे गीत भी गाये हैं. लेकिन गीत की बात सुनने वाले में उत्सुकता बढ़ा देता है गीत हमें गहराइयों में घुमा देता है और जिसको सुनने का असल मजा अब आ रहा है.
जैसे आज कल लौकडाउन में आनलाइन क्लासेस चल रही हैं ठीक उसी तरह आपके गीत रुपी कविताओं का आंनद उसी तरह ले रहे हैं गीत का कंन्सेप्ट समझ जल्दी आता है.
लेकिन गुजारिश है कि ये क्लासेस जल्दी जल्दी हो. स्लेवस बहुत है.
धन्यवाद
कोटि कोटि प्रणाम
सत्येंद्र सिंह रावत.
अंडमान निकोबार
धन्यबाद सतेन्द्र ।
@@NARENDRASINGHNEGIKAVI धन्यवाद नेगी जी।
आपने मुझे reply किया।
हम धन्य हो गये।
आजकल पोर्ब्लेयर andaman निकोबार मे हूँ
धन्यवाद।
Sub Maj सत्येंद्र सिंह रावत।
Negi ji sadar pranam
Uttrakhand ki san shiri narendra singh negi ap jaisa gayak na kbhi hua hoga na hoga salute h apko
वाकई नेगी जी आप जैसे कलाकार सदैव अद्भुत अविस्मरणीय रहेंगे आपकी छवि उत्तराखंड में महान है हमारी विडंबना है की उत्तराखंड सरकार को अपनी संस्कृति और लोकभाषा संरक्षण में कोई रूचि नहीं है आपने अपने लोकगीतों के माध्यम से पहाड़ी रीती रिवाजों लोकपरम्पराएं संस्कृति सभ्यता पहाड़ी जीवनशैली जन जन के दिलो में पहुंचाई है आपको मेरा कोटि कोटि प्रणाम l
आपकी चीजों को देखने की पारखी नज़र को नमन ।आप बहुत बढ़िया विश्लेषक हैं।सच बताऊं तो मुझे आप में एक महान कवि के दर्शन होते हैं, और मैं आपको गायक से अधिक कवि मानता हूं। आप श्रेष्ठ हैं मान्यवर,,बस हमारे राजनेताओं ने आपको नहीं समझा और उचित न्याय नहीं दिलवाया इस बात का दुःख हमेशा रहेगा।।। आपकी दीर्घायु के लिए ईश्वर से प्रार्थी हूं।प्रणाम
प्रणाम भैजी 🙏💐
गीत भि गीतै बात भि की जात्रा भौत भलि चलणी छ । हमतैं जग्वाळ रैन्द अब।
आज की जात्रा मा सीख भि मिलि कि रचनाओं मा कैको नौ लिखण से परहेज करण चैन्द।
ईश्वर से प्रार्थना छ कि य जात्रा चलदि रौ 💐
भाग 5 की प्रतीक्षा मा 💐🙏 धर्मेन्द्र नेगी
LEGEND NEGI JI
Inkay barabar ka na koi hai aur na hoga ....uttarkhand m
Pure Garhwali language m h inkay song
Aur language bi Pauri district ki h pure..
Hats off
Jb b inkay ganay sunta hu ..sidha gaon phoch jata hu....
Garhwal ka Rafi ..😊
गढ़ नरेश ❤️, आप गढ़वाल शब्दकोश के भंडार है.. आपके गीतों में समस्त पहाड़ों और पहाड़ियों की संस्कृति है..मेरे लिए बचपन से आज तक पहाड़ी गाने मतलब नेगी जी के गाने । प्रभु आपको स्वस्थ रखे...
गढ़रत्न श्री श्रीमान महान कवि/गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी को चरण स्पर्श प्रणाम आदरणीय नेगी जी आपकी हर एक रचना हर मानस से जुड़ी होती है, और हर एक मानस आपकी रचना को बहुत पसंद करते है, आप देवभूमि उत्तराखण्ड के महान महा पुरुष हो आपको पुनः हृदय से चरण स्पर्श प्रणाम।🙏🙏🙏🙏🙏🙏,
"""जय देवभूमि उत्तराखण्ड 🙏🙏🙏🙏🙏""
नेगी जी सादर चरण स्पर्श। आपकू गीत सुणी सुणी क बड़ा ह्व्यां हम। जिंदगी क हर अह्सास मा आपकू गीतों की भौंण ही महसूस करि हमन। 90's म जब यु गीत ए छै त एक ददी बहुत पसंद करदी छाई ये गीत थै, मेखुणी हमेशा बुल्दी छाई सुणाणु कू। अब जब भी सुणदू त उन्की भी याद दग्ड़ी ए जान्दी । इनि और गीतू की बात क इन्तज़ार रालू। 🙏
बहुत सुंदर गीत चा सर जी हम आपका बहुत आभारी छो जी आप इन सुंदर सुंदर गीतू की रचना कैरी की अर गीतू थई अपडी मीठी आवाज मा हम तक पुहुँचादो बहुत आभार जी आप जुग जुग जियं हमारी भगवान से प्रार्थना चा
आदरणीय नेगी जी को सादर प्रणाम।🙏🙏🙏
कविलाश जी मझे नेगी जी के गीतों में सबसे अच्छी बात यही लगती है, कि उनके गीत किसी व्याक्ति विशेष के नाम से न होकर सभी को अपने लगते है। उनके गीतों में हर कोई व्यक्ति अपनी भूमिका स्थापित कर सकता है।
🙏श्री नेगी जी🙏
जो जस देइ...नेगी जी नया-पुराणा सदानी तुम ईनी गीत सुणाई..
खेरी विपदा, सुख- दुख पर अपणी तुम कलम सदनी इनी चलेयी..
इनी अपणा मायादार अर खुदेड गीतू की भौण मा तुम हमारु नौणि सी ज्यो गोलायी ..
थोला मेलो मा जैकी, वी नया जमाना की भी बान्द फ़ेर हमखुणी खुजैई..
मेत की खुद मा तुम इनी सदानी अपणा गीतू की घुघुती घुरयी..सीला पाखो मा चम चमकी घाम अपणा गीतू की इनी लगयी..
जब आली पंचमी मौउ की तब तुम खुदेड गीत ही . सुणयी..खोला - मेलो मा रेश्मी रुमेला इनी चमकेई.. अर हमारि जिकुडी अर आन्ख्यो थेन सदनी इनी रुलयी भिजयी..
इतगा मेहगायी का जमाना मा तुम सौ कू नोट ना अब द्वी हज़ार कू नोट ही भनयी..इनू मह्सुस करयी कि ट्क्का नि छ्न त झक झका अर मेहगई की मार थेन , तुम यू नेताखुणि बतेयी सुणयी अर भ्रस्ट राजनिती पर कटाक्ष इनी केरी....
खेरी का अन्धेरो मा, हमारु सदानी इनु धीरज बन्धयी..कि धीरज च्येन्दा यु हमु थेन याद सदानी दिलयी..गरा रा रा एगी बर्खा तुम बुले की तीस हमारी जिकूडी की भी बुझयी..
अगर उज्याला सुख का होला त वी खेरी भी तुम याद इनी हमु थेन दिलयी..कि जे खेरी छोडी परदेशों गेनी. सदानी नी रोण रे गरीबू कू शोषण अब नी हूण रे, इना गीतुन जनता थेन जागरुक बणयी.. अर ऊ शोषण खोरु भी समझयी.. डरेबरि - कलेन्दर की पीडा भी उचा निचा डान्डयो मा तेडा मेडा बाटो मा इनी मोटर मा तुम लगयी.. भोल जब फ़िल रात खुलाली त सदानी चौतरफ़ा तुमारा ही गीत गुजयी अर , हौसिया उमर अर ज्वनी की उमन्ग वालो थेन ते ज्वानी कू राज पाठ सदानी इनी याद दिलयी..ते लाटी काली मयालू जिकूडी मा खिल्या माया का फ़ूल थेन न मुरझण देयी.. .डाडाधारु मा जब ब्य्खूनी कू घाम अछ्लेलू त बौण का गोरु भी घर बोडयी.. अर के बाटा एली मेरा गोमा इनू बतई..कि सिर्फ़ बसन्त ऋतु मा ही जेई, जब हेरा बोण मा बुरास का फ़ूल अर सारी - डान्ड्यो मा फ़्युली - फ़्युली का फ़ूल अपणा -अपणा रंग मा रन्ग्याणा अर खिलणा होला हर डेली -डेली..इना गाण्यू की गंगा अर स्याण्यू का समोदर तूम हमारा मन का अपणा गीतू की फ़ूल माला मा सदानी तुम सद्नी इनी गेटेयी .. गढ - रत्न नेगी जी तुम जुग राज रेई.. हे हिमालय पुत्र श्री नेगी जी तुम जुग राज रेई..
धन्यावाद 🙏
सही कहा गुरू जी की गीत य कविता में किसी विशेष नाम से बहुत बडा प्रभाव पड़ता है। चाहे गलत य सही हो प्रभाव का रूप दो रूप में ही पडता हैं। धनयवाद जी मार्ग दर्शन करने के लिए।
सादर प्रणाम नेगी जी तुम कुन ।।
आपे मधुर आवाज दिल कु छू के जांद । उत्तराखंडी शान छे तुम।।
सप्रेम - भंडारी ।।
गढरत्न महानायक स्वर सम्राट नयें कलाकारों के मार्गदर्शक श्रीमान आदरणीय श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी को सादर प्रणाम❤❤❤
बहुत सुंदर आपके गीत आवज बहुत ही दिल को छूने वाले है आप उत्तराखण्ड की शान हो
हैरानी तो उन महापुरषों को देख के होती है जो पूरी संस्कृति को खुद में संजोए हुए नेगी जी जैसे महान गीतकार के गीतों को भी डिसलाइक करते हैं उनके लिए वाकई में सब्द कोश में भी शब्द दुंदने से नहीं मिलेगा।
यु मयारू बहुत पसंद कू गीत छा एक टाईम फर... आपका गीतों थै गै कि अर पूरा का पूरा याद कैकी बडू होऊं.... आप सदैव उत्तराखंड का आदर्श बनी कि रैला... जुग जुग राज रैयां आपको 🙏🙏
नेगी जी आपके चरणों में सादर प्रणाम,,, आपकी तारीफ के लिए शब्द नहीं मिल रहे,,
आपकु चरणों मा प्रणाम... आप की रचना जिकुडी कु करीब बटै गुजर दि... आप ल प्रत्येक सामाजिक कुरीतियों ,वै टैम कु चाल चलन पर हमेशा गाना गैयां छी... आप तै हमरि भी उम्र भी लग जयां..
नेगी जी, प्रणाम। मिथे कि बहुत पसन्द एवं बहुत प्रेरणा औंदी। गढ़वाली और गाँव के प्रति रुचि भी बढ़नी च। आप के संगीत , सबकुछ छीन।
गढ़वाली ऐसे शब्दों का प्रयोग सिर्फ नेगी जी के गीतों में मिलेगा। अगर गढ़वाली भाषा का विकास करना है तो आपके गीतों के माध्यम से हो सकता है। बहुत समय बाद "बिकची गेनी" सुना। क्योंकि शायद या ज्यादातर अब बिगड़ी गेनी शब्द प्रयोग होता है। आपने इस माध्यम से अपने गीतों के प्रस्तुत कर के बहुत अच्छा किया है।
Negi ji aap jesha hamare uttrakhand me kbhi koi or nhi hoga......ap ek mahan ho ...ap ke liye jitna bhi likhu kam hai
नमस्कार...🙏 नेगी जी
उत्तराखण्ड गढ़वाल सांस्कृतिक संगीत की धरोहर को कोटि कोटि प्रणाम...🙏🙏🙏
आपके मार्मिक गीत हमारी विलुप्त होती हुई संस्कृति को पुनर्जागृत करती है...
बड़ा अपसोस कि बात च कि मिन यु गीत आज पैलि बार सूँणि 😒😒😒 श्रद्धेय श्री नेगी जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 इन्नि औरि गीत बि प्रस्तुत कना रयाँ जु हमन आज तलक नि सूँण साकि होन 😊😊🙏🙏 कोटि कोटि नमन् आपक वास्ता
नेगी जी प्रणाम में अफ्रीका मा रंदू. अपड गों गुठेरा सी दुर. पर जब भी उत्तराखंड की याद ओंदी आपका गीत लगे लेंदु . सारू उत्तराखंड समायू च आपका गीतू मा बहुत धन्यवाद जय उत्तराखंड स्वस्थ रहया आप
Dhanyabad Ranaji
आदरणीय नेगी जी, सादर प्रणाम। आपौ "गीत भि गीत कि बात भि" श्रृंखला कू मिथैं इंतजारी रैन्दी च। शुरु बटीन आपन अधिकतर गीतूॅ मा पुराणा शब्द लिख्या छन। आपा गीत कई बार सुणणा बाद अर वामा अयां शब्द अर्थ पता चलणा बाद जू खुशी होंदी छै बतै नि सकदू।
बार बार प्रणाम नेगी जी क्या बोलू क्युई सब्द ही नी छीन
नेगी जी तुमरा गीत सूनी गांव की खुद लग जांद 😓😓😓.....
Aapke kanth me sakhsaat sarswati ku vaas ch....Pranaam negi ji
Jugraji rayaan
नेगी जी आपके गीत आत्मा में और आप हमारे ह्रदय में बसे हुए हैँ.. मैं आपके चरणों में प्रणाम अर्पण करता हूं कृपया स्वीकार कीजिए 🙏
गढ़वाल के जानेमाने गायक संगीतकार रचनाकार नेगी जी को आपकी गीत आपकी आवाज सुनने के लिए बड़े बेताब रहते हैं
एक एक शब्द से सचित्र वर्णन हो रहा है,ये सिर्फ नेगी जी ही कर सकते है । एसे ही कोई गढ़ रत्न नहीं बन जाता ।
नेगी जी के गीतों में अद्भुत रस होता है , नेगी जी की दीर्घायु की कामना करता हूँ ।
aadarniya Negi Ji Charan Sparsh.
Bahut sundar geet chha. Purani din yad aayi jandan.
Aapku yu programme bahut hi badhiya chha.
Lock down ka yun dinu ma aapki prostuti dil tain bahut sukoon dendin.
Aapsi prarthna chha yin geet ganga tain bagaunda rayan.
Hamu srotaon/ dekhdarau tain badu saharu millu.
Dhanyavad.
Waw negi ji ko bhut bhut parnam hmare aadr hmari sanskriti ke data lov u negi ji hm v likhte he song mgr moka nhi milta
Bahut sunder sir ji..aapk geet ta mithe bahut hi sunder lagdi.aapk geet ta hamar nai pidhi khun ek marg darshan chi aper garh sanskriti khatir..dhanybad..!
आप का गाना हम बिनसर की बेला आपने हमारे गांव में शूट किया था इसके लिए आपको बहुत-बहुत शुक्रिया
Gajab. Ye song bahut samay se dhoondh raha tha😁. Thanks Negi ji.
Jab bhi chhutti ma ghaur aanda
Ek mankhi badhe jaanda😄🙏
नरेन्द्र सिंह नेगी जी पदम् भूषण पुरुष्कार के हक़दार है उम्मीद करता हूँ की राज्य सरकार इस पर गौर करेगी गढ़ रत्न श्री नेगी का सम्मान उनके चाहने वालों की भावना का सम्मान है
Parnaam aap mahan hai me aap k 6 bhaag dekh chuka hu
संगीत के महारथी हमारे नेगी जी के लिए कोई शब्द नहीं है हमारे पास। आप ना होते तो शायद ऐसी अनेकों रिति और रिवाज़ हम आज कल की पीढ़ियां कभी देख सुन भी ना पाते ।
कृप्या लिरिक्स भी उपलब्ध करवाए बहुत बहुत आभारी रहेंगे आपके 🙏🏻😁
Guru charno me naman vandan 👏👏❤❤
अब आपकी रचनाओं का अर्थ समझ आ रहा है गीत सब सुनें हैं ,पर मतलब वास्तविक रूप से अब समझे हैं ,बहुत ही उम्दा
गुरूजी सादर प्रणाम ।
गहन विचारूँ का दगड़ी एक रोचक इतिहास भी लुक्याँ छिन हर गीत का पिछनै ।
सादर अभिनंदन आपकु ।
।।जय भोले की।।
बहूत सूंदर ,प्रत्येक व्यक्ति का आत्मसम्मान है उसका आदर करना हमारा परम् कर्तव्य है ।।।।
और अंतिम पंक्तियों में बहुत बडा पाठ है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏धन्यवाद नेगी जी
नेगी जी का गीत मा याद आंदी तुम्हारी, अब क्या कन अब क्या कन
Pranam negi ji. Sundar geet v geeta ki baat vi k 4 episode HAMTHE bahut pasand aayi. Ye geet ma appla sheekh v din . Yin SHEEKH the hum zaroor hm sadev zeewan maa yaad RAKHLA.
DHANYAWAD 🙏🙏🙏🙏
Negi ji
Aapke liye koi shabd nahi h
Ishwar se nibedan ki aap Amar h or raho always god blessed you 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
नेगी जी नमन आप तै । जमाना का हिसाब सी बड़ू उपद्रवी गीत छ ।
ठीक बोन्ना छां। धन्यबाद।
नेगी जी सादर सेवा सौंली हर विषय पर कलम कु कमाल दगड़ा मा सुंदर आवाज ।
Main aaj 40 years ka ho gaya hu,,but aaj bhi aapke gaano main waisa hi maza hai,,,,
Pranam sir आप उत्तराखंड की शान हो सर आप महान हो सर🙏🙏🙏🙏
वाह नेगी जी आपका गानों मा कुछ न कुछ अर्थ होन्दू और यही बात च की आप समस्त लोगु का दिलु मा रिंदिन।।🙏🙏🙏
बहुत ही सुंदर वाह बोल कम छन आपकी तारीफ का खातिर नर्मस्तक प्रणाम
क्या बुनतब। हार्दिक शुभकामनाएं।आभार। जितेंद्र सिंह रावत।
सादर प्रणाम नेगी जी , आशा करदो की कई लाख भाग आते रहें । परम पिता परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि आप कई सौ साल जिए ।🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Negi ji aapke is song ko maine pahle to kbhi suna nahi par aaj suna to itni badi smile aayi face pe😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄😄 Iski ik ik line mai maja hai
नेगी जी आपका त हम जबरदस्त फैन छौ,,, बचपन बटै आप और आपका गाणा सुनि.... आज भी सुणणा छा... बल्कि ऊंथै ही देखिक ज्वान हुया छा. सैल्यूट च आपकी रचनाओं थै आपकी सोच, समझ अर शब्दों पर आपकी पकड़ थै, अापकी गहराई थै
Bahut bahut dhanya bad negi ji.. apnye experience shyar karnye k leye.
Or aaj v gadratan negi ji ki gayeki dekh kar lagta h jasy 15 sal pahlye pahunch gaye👏👏👏
सादर प्रणाम, यांकु बुल्दिन ओरिजन वॉइस जैकी नया गायकू थ्ये बहुत जरूरत च। आप सदैव हमरा ❤️ मा छाया, छों अर हमेशा रैला।
🙏
नेगी जी nochhami narena वाला गाना का बरा मा ब्ता दया
वाह ! वाह ! क्य सुन्दर रचना अर बडिया संस्मरण । नमन नेगी जी थैं ।
नेगी जी सप्रेम नमस्कार
बहुत सुंदर रचना च, आजकल का लेख्वार इन रचना कन म असमर्थ छन । सही अर्थ म आप उत्तराखंड का गढ़ रत्न छन ।।
नेगी जी आपकी लंबी उम्र की परम पिता परमात्मा से कामना करता हूं।
भाई जी तै मेरु सादर प्रणाम परमपिता परमात्मा सी आपकी कुशलता की कामना करुदु छौ आप सदानी राजी खुशी रौन भाई जी आपकी रचना देखी तै शरीर मा ऊर्जा कु संचार होदु भाई जी बहुत ही सुंदर प्रस्तुति दी भाई जी आपन हार्दिक शुभकामनाएं आपतै ...🙏
बहुत सुन्दर प्रस्तुति नेगी जी। प्रणाम।।
Bhut besabri s hm intjaar kr rhe the bhag- 4 ka ..Bhut sunder geet negi ji or meaningful geet h ........aap hi ki kalmo dwara likha ja sakta h ...aapko koti koti naman🙏🙏🙏
Sir. Aapke geeto me humari sashkriti basati hai. Ek ek Shabd. Shudh garhwali..
❤❤❤❤kya bolu aap jainse mahan byktitwa ke liye jitne sabd bolu wo bhi bahut kam.....mahan byktitwa...❤❤❤yugon yugon tak aap logon ke dilon main Raj krenge ....
लाजवाब गाना च नेगी जी .... बचपन मा मी भी भोत बिगड्यून छे, अपड़ी ककड़ी मुंगरी हुणा का बाद भी लोगो की ककड़ी मुंगरी चोरुंदु छेई..
Negi Ji Pranam, Bahut hi Sunder, Bhagwan Aapko swasth rakhe. Aapke video ka baisabri se entjar karta hu.
उत्तराखंड की आन-बान-शान नेगी जी
भौत सुंदर
अजकाल आप फेर वै रंग मा रंगेगिन जन पैलि छा। ईं कैसेटा टैम पर मैं अर डाॅ०नन्द किशोर हटवाल जी रा इ का चोपड़ा मा कर्दा छा नौकरि।
तबरि बटिन आपा गीतों 'नशा' लगण बैठि छौ मैंतैं।
पुरणि याद ताजा कना वस्ता धन्यवाद
🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Kitna sundar aur shaant maahaul hai. Pranaam Negi ji🙏
भौत ही भल गीत नेगी जी मी रोजाना ये सूणदी रंदिन सेवा सौंलि आप खुण 🙏🏻🥀🌹👍🏻
आपको दिल से प्रणाम आदरणीय नेगी जी 🙏🙏🙏☺
प्रणाम नेगी जी आपन यू बहुत ही सुंदर कार्यक्रम प्रारम्भ करी
सादर प्रणाम गढरत्न नेगी जी🙏 गीत भी अर गीत की बात भी बहुत ही सुंदर कार्यक्रम है आपके चाहने वालों के लिए सीधे सीधे गीत के सागर को जानने का। हार्दिक बधाइयाँ।
और भुला ठीक च .. बाल बाचा कन छीन
भौत बडिया पुरांणी याद ऐगे
Aap jaisa Koi nahi boda ji aapne toh history likh di jo aajkal dekhne ko nahi milta bss jo mann me aara gaa de re phir khud ko singer bolre aap jaisa koi nahi Sir jii 🙏🏻🖤
नेगी जी को प्रणाम, बहुत ही सुन्दर।
नेगी जी को प्रणाम आप को सुन के दिल खुश हो जाता है
इस उम्र में भी इतने पक्के सुर,नमन आपके चरणों में 🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर प्रस्तुति नेगी जी हमेशा क जन 😊
अगली प्रस्तुति कु बेसब्री से इंतजार च..,
गढ़ देवता आप तें एनी ऊर्जावान राख्यान.., 😊
बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति भाई जी भौत सुणी मिन य प्रस्तुति बहुत सुन्दर व हकीकत बल सादर प्रणाम जी 🙏🌹🙏
जै देवभूमी उत्तराखंड
Namaskar sir...🙏🙏🙏
Bahut time se wait kr raha tha mai aapke program ka. 🥰🥰😍😍😍😍
आदरणीय नेगी जी आपने इतने गीत लिखे है रोज एक गीत के बारे में बताया करो हमे इंतज़ार रहता है।
Negi ji kabhi seela pako kabhi taila gham ye geet ka bara ma bate dya 👏👏
प्रणाम, भौत सुन्दर किस्सा जुड़यूं च ये गीत दगड़ि एक गीत मा रच्यां शब्द से आयोजक अर आप असहज ह्वै ग्यां य बात आई-गई भि ह्वै सकदि छै पर य आपकि खासियत च कि आपन व स्थिति समझि अर जिम्मेदारी का दगड़ि वांकु हल भि निकाळी। बहुत अच्छि सीख च य सब्बि लेखवारूं का वास्ता।
बहुत सुंदर नेगी दा.. 👌👌👌👌
#जब भी छुट्टी म घार अंदन,
एक मनखी बढ़े जंदन......... अब क्या कन 👍💐
❤❤❤❤❤🙏🙏🙏 नेगी जी से सादर🙂🙏 आग्रह अनुरोध च सेरा बसग्याल बणों मा वाला गीत का विषय मा 5वां भाग लेकि आला ता बडी कृपा होली
हमारी" सभ्यता" संस्कृति" वह संस्कार"जीवित रखण तै आपकु हार्दिक अभिनंदन वह आभार भाई जी...✍️
श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी को सादर प्रणाम ❣️🙏🙏🙏