प्रश्न: भारतीय संविधान का कौन-सा अनुच्छेद ‘अपनी पसंद के व्यक्ति से विवाह करने के अधिकार’ की रक्षा करता है? (2019) A. अनुच्छेद 19 B. अनुच्छेद 21 C. अनुच्छेद 25 D. अनुच्छेद 29
Yes right. He held that even if your wife is impregnated by some other man, you can't do a DNA test as it would infringe that person's 'Right to privacy'. Why SC so woke?
भारत एक लोकतंत्रात्मक गणराज्य है यहां सभी को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार है तो इन्हे भी विवाह का अधिकार दिया जाना चाहिए जैसे आम लोग है वैसे इन्हे भी अधिकार दिया जाना चाहिए और इससे किसी को कोई दिक्कत नही होनी चाहिए , और रही बात प्राकृतिक और अप्राकृतिक की तो ऐसी बहुत चीज़े नही होनी चाहिए लेकिन वो हो रही उस पर तो कोई कुछ न कहता.. बेहतर है लोग अपने जीवन से मतलब रखे, लेकिन दूसरों के जीवन में उंगली करने में पता नहीं क्या मजा आता है लोगो को.....
जब अनुच्छेद 21 के तहत विवाह का अधिकार संरक्षित है तो यह तो मूल अधिकार है और इस judgement के अनुसार विवाह का अधिकार मूल अधिकार नहीं है 🤔🤔🤔 क्या सही है कृपया बताए ??
Article 21 के अंतर्गत समलैंगिक सम्बंध को 2018 मे अपराध की श्रेणी से हटा दिया गया था। 2018 मे भी यही कहा गया था कि संबंध बनाना अपराध नहीं है पर समलैंगिक विवाह की बात नहीं की गई थी मतलब उस समय भी समलैंगिक विवाह अपराध था
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
इस देश मे पहले महिलाओ को कंधे से कंधा मिलाकर चलने का अधिकार नही था उस समय किसी ने नही सोचा होगा देश की बगदौड़ कभी महिलाओ के हाथ भी आएगी इस देश मे कभी st sc के लोगो के साथ परम् अत्याचार होता था पर गली मे नही निकलने देते थे पानी पिने की समस्या साथ बैठने की समस्या पढ़ाई नही कर सकते st sc सिर्फ नीची व्यवस्था मे था उस समय किसी ने सोचा tha की आज भारत की बोहोत बडी बडी पोस्टो पर st sc होंगे समानता मे बढ़ोतरी हों रही है कूछ समय पहले तक तो सती प्रथा चरम पर थी आज उसके बारे मे कोई बात भी नही करता कूछ समय तक तो विधवा विवाह गैर कानूनी tha आज संविधान अधिकार देते है कभी किसी ने सोचा नही होगा की देश से राजाओं की रियासते हट जाएगी आज देश राजतंत्र से नही लोकतंत्र से चलता है ज़ब इतने परिवर्तन हों गए है ओर हों सकते है तो Lgbtq+ के अधिकारों के लिए भी भारत का समाज एक दिन जरूर जागृत होगा ज़ब 35 देश हों सकते है और नेपाल ne भी स्वीकार लिया तो हमारा प्यारा समानता वाला देश क्यों नही.......
UN logon Ko bhi Manyata Deni chahie kyunki vah donon marriage honge aur vah anathalay se bacche ko goad lenge jisse bacche ka life ban jaega aur bacchon Ko Apne family Ki tarah mahsus hoga
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
समाज पर ज्यादा ध्यान न देकर हमे मनुष्य की भावनाओं पर ध्यान देने की अवश्यकता है क्योंकि ये किसी एक व्यक्ति कि बात नहीं है पूरे दुनिया में yese कई लोग हैं हम किसी को रोक नहीं सकते जितना रोकेंगे ओर भी मुश्किल बनी रहेगी इसलिए मान्यता मिलनी चाहिए।
इसका समाज में एक बुरा प्रभाव देखने के लिए मिल सकता है आधुनिक के साथ साथ पुरातन सभ्यता का ध्यान रखना चाहिए । क्यों की धर्म समाज जो दीर्घ काली तक ले जाती है ।
@@UPSC837 sahi kaha aap ne puratan Hindu dharm Aaj se jyada morden tha kyoki aap bhi bahut sare praman mandiro par milenge Jo ki sabit krte hai ki us time pe se sub bahut alg nhi tha
Aur ye fark nhi padata hai ki hmare samaj me iska kya asar padega ye kuchh vaise he hai ki ghar me jub kinnar bachcha paida hota hai to ma bap use ajmate hai n ki bahar krte ho to fir samaj me Aisa dikhava kyo ho hota hai
Agar marriage right diya To india m 1. family institutions barbad ho jayega 2. Lots of criminal case aayenge 3. Law and order khaskar civil court case kafi badh jayenge 4. India jo ki apne family institutions k liye word popular hai apni is galti par pachatawa krega If you don't believe then just google about it in west countries So don't think like vah insan hai use v marriage rights do Agar marriage rights diya to vah din kala dhabba hoga Gussa aa rha h To jao west countries m dekho kitni issue face kr rahe h vo log
Act insaan ke hit mai honi chahiye...Act ke hit mai insaan nhi...afsos hamare desh ke jyadatar log kisi dusre ko dukh mai rakh kr apna hit sadhna chahta h....sabko unke hisab se jeene ka adhikar milna chahiye..isse hum logon ka kuch nhi bigdega...desh ko age badhane mai sabka yogdan aavashyak h....15% log yesa hi h india m...sarkar ko iss chiz ko samajhna chahiye...as a UPSC student mai inke adhikaar ke paksh mai hu...
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
Ohh really uncle tuhanu lagda eh good decision aa court da kall nu je tuhada hi koi bacha homosexual nikle te tuhi ki krogye mardo gye ki ohnu India vich rehn vale har ek admi nu haqq as ki ohnu apni married life nu sare samne dse homosexuality koi gand ya kuch glt ni ae eh mahabhart ch puran har ek purani bhagvat geeta ch vi haigi aa sb kuch haiga Jr tuhi support ni kr sakde te hate vi spread nh kro
Standing with the supreme court judgement. It's ridiculous how this reached court, we have lot more important cases hanging in the court. It shouldn't be legalized at any cost.
@@sourabh2842😂😂 it will never legalize in India.. If any party wanna do it society will going against of their party.., it will be disaster for them.. So this will never happen😂😂 keep day dreaming😂😂
@@sourabh2842 It was not legalised. Petition was dismissed by 5 judges constitutional bench.... Legislature is already against this wokeism. That means you have lost badly. Legislature says - No Supreme Court says - No Executive says - No
Agar marriage right diya To india m 1. family institutions barbad ho jayega 2. Lots of criminal case aayenge 3. Law and order khaskar civil court case kafi badh jayenge 4. India jo ki apne family institutions k liye word popular hai apni is galti par pachatawa krega If you don't believe then just google about it in west countries So don't think like vah insan hai use v marriage rights do Agar marriage rights diya to vah din kala dhabba hoga Gussa aa rha h To jao west countries m dekho kitni issue face kr rahe h vo log
सिर्फ इंसान मात्र होने से सारे इच्छाओं को एक अधिकार का रूप नही दिया जा सकता भारत एक सामाजिक देश है और समलैंगिक विवाह समाज पर एक निगेटिव impact डालेगा ..जब इसकी कल्पना करते तो पाते हैं की कैसा होगा वो समाज जहा पति, पत्नी, बेटी और बेटा सब एकही है। भारत की अपनी संस्कृति है और हमे उसी का अनुसरण करना चहिए बजाय इसके की विदेशी संस्कृति को।
इस देश मे पहले महिलाओ को कंधे से कंधा मिलाकर चलने का अधिकार नही था उस समय किसी ने नही सोचा होगा देश की बगदौड़ कभी महिलाओ के हाथ भी आएगी इस देश मे कभी st sc के लोगो के साथ परम् अत्याचार होता था पर गली मे नही निकलने देते थे पानी पिने की समस्या साथ बैठने की समस्या पढ़ाई नही कर सकते st sc सिर्फ नीची व्यवस्था मे था उस समय किसी ने सोचा tha की आज भारत की बोहोत बडी बडी पोस्टो पर st sc होंगे समानता मे बढ़ोतरी हों रही है कूछ समय पहले तक तो सती प्रथा चरम पर थी आज उसके बारे मे कोई बात भी नही करता कूछ समय तक तो विधवा विवाह गैर कानूनी tha आज संविधान अधिकार देते है कभी किसी ने सोचा नही होगा की देश से राजाओं की रियासते हट जाएगी आज देश राजतंत्र से नही लोकतंत्र से चलता है ज़ब इतने परिवर्तन हों गए है ओर हों सकते है तो Lgbtq+ के अधिकारों के लिए भी भारत का समाज एक दिन जरूर जागृत होगा ज़ब 35 देश हों सकते है और नेपाल जो हिंदू देश है उसने भी स्वीकारा है तो हमारा प्यारा समानता वाला देश क्यों नही.......
प्रश्न: भारतीय संविधान का कौन-सा अनुच्छेद ‘अपनी पसंद के व्यक्ति से विवाह करने के अधिकार’ की रक्षा करता है? (2019)
A. अनुच्छेद 19
B. अनुच्छेद 21
C. अनुच्छेद 25
D. अनुच्छेद 29
B
B
21
अनुच्छेद B is the correct 💯 answer
अनुच्छेद B is the correct 💯 answer
*CJI D.Y. Chandrachud* sir was in favour of this decision but majority was not..... One of the best CJI i ever seen ❤❤❤
कांग्रेस परस्त जेहादी है वो
One of the wokest cji I have ever seen
Yes right.
He held that even if your wife is impregnated by some other man, you can't do a DNA test as it would infringe that person's 'Right to privacy'.
Why SC so woke?
@@knight4017 letting someone live and marry is woke
I'm also a lesbian...I'm proud of myself ❤️ 🌈
Opsion B -Article 21
Thank you so much 😊 dristi IAS team ❤️ 🙏🏻
भारत एक लोकतंत्रात्मक गणराज्य है यहां सभी को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार है तो इन्हे भी विवाह का अधिकार दिया जाना चाहिए जैसे आम लोग है वैसे इन्हे भी अधिकार दिया जाना चाहिए और इससे किसी को कोई दिक्कत नही होनी चाहिए , और रही बात प्राकृतिक और अप्राकृतिक की तो ऐसी बहुत चीज़े नही होनी चाहिए लेकिन वो हो रही उस पर तो कोई कुछ न कहता.. बेहतर है लोग अपने जीवन से मतलब रखे, लेकिन दूसरों के जीवन में उंगली करने में पता नहीं क्या मजा आता है लोगो को.....
I agree with you 💯💯
Thank you sir ji and team dristi IAS 🙏🌺💐🇮🇳🙏
Hare Krishna 😊 RADHE RADHE 😊💕
Article 21 me विवाह करने के अधिकार को मौलिक अधिकार माना गया है तो सुप्रीम कोर्ट ने इसे मौलिक अधिकार से बाहर क्यों बताया है
विवाह स्त्री पुरुष में होता हैं। पुरुष पुरुष और स्त्री स्त्री में नहीं।
Thanks team Dristi
Sabko apna life partner choose krne ka hak hota h chahe wo larki ho ya larka
Thank you for drishti IAS teem good afternoon sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जब अनुच्छेद 21 के तहत विवाह का अधिकार संरक्षित है तो यह तो मूल अधिकार है और इस judgement के अनुसार विवाह का अधिकार मूल अधिकार नहीं है 🤔🤔🤔 क्या सही है कृपया बताए ??
Exactly right question
me bhi yhi soch rha tha but ans nhi mila
Yes ..now marriage are not a fundamental right
कानूनी मान्यता की मांग नही आती इसके अंतर्गत
Article 21 के अंतर्गत समलैंगिक सम्बंध को 2018 मे अपराध की श्रेणी से हटा दिया गया था। 2018 मे भी यही कहा गया था कि संबंध बनाना अपराध नहीं है पर समलैंगिक विवाह की बात नहीं की गई थी मतलब उस समय भी समलैंगिक विवाह अपराध था
Thanks dristi IAS team
Thanks sir and Drishti IAS Team 🇮🇳❤🌷🙏🤗🙏
Thanks sir
Answer B
Article 21( right to privacy)
Good
Yes adhikar hona chahiye ❤❤❤
लिंग के आधार पर भेदभाव 😔 सर्वोच्च न्यायालय का सहृदय आदर परंतु पहली बार न्यायालय के निर्णय से निराशा हाथ लगी 😶🙏
Bahut Sahi faisla sunaya h supreme court ne
Thank you sir
this is very unfortunate💔. but I hope one day.......!!
Apko president hona chahiye sir kitna ache se samjhya h salute sir
सर
Ipc sec.377 समाप्त नहीं किया गया है इसके 3 भाग है
बस दो भाग affence के categary से निकाला गया हैं बाकी के एक भाग अभी भी affence है ।
I am also fever minority justice CJI ji
अनुच्छेद 21 के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी पसंद से शादी कर सकता है
Government is thinking about the impact of homosexual marriage not about homosexual people 😢
Kch glt hua ky apke sth
Thank you team drishti
Unhe v pura haq milna chahiye wo v hmari hi trag insan h.. unhe v takleef hoti h ..
Yahi wo log h jo sabko khush rkhne ki puri koshish krte h
Thanks drishti team
Samlangik vivah ko manyata milni chahiye thi
Haaa😢
Thank you so much sir and dristi ias team 🥰🥰 amazing session 👌🥰❤️
Very nice sir
Thanks 🙏 drashti team ❤
In India I think everyone should equal rights
Legal hona chahiye
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
377 is partially decriminalized on 6th sept 2018 not on 7th sept
Yes bro
Dhanyawad 😊🙏
आपको ईस्वर ने सूरत और सीरत दोनों दे रखा है
best explanation thank u sir
To rishta pakka samjhu 😅😅
निहायत ही बत्तमीज़ किस्म के हो तुम, तुम यही तारीफ करते तो ????
मैंने बोल दिया तारीफ में तो ये कैसा comment कर रहे
@@kchaudhary9994🤣🤣😆😆
🤣🤣🤣🤣
Thank you team drishti ias
We welcome honourable supreme court judgement...👍👍👍
Article 21
Thanks sir
With out marriage and legal certification how to adopt child at the end we are held away from living our life 😢😢😢
Please dont live.
Please leave.
Your parents should not have produced you at first place. 😂
Aap married ho??
Mene suna hai ki singal parents concept mai bhi aap child adopt kr sakte ho vo try kr ke dekho
इस देश मे पहले महिलाओ को कंधे से कंधा मिलाकर चलने का अधिकार नही था उस समय किसी ने नही सोचा होगा देश की बगदौड़ कभी महिलाओ के हाथ भी आएगी
इस देश मे कभी st sc के लोगो के साथ परम् अत्याचार होता था पर गली मे नही निकलने देते थे पानी पिने की समस्या साथ बैठने की समस्या पढ़ाई नही कर सकते st sc सिर्फ नीची व्यवस्था मे था उस समय किसी ने सोचा tha की आज भारत की बोहोत बडी बडी पोस्टो पर st sc होंगे समानता मे बढ़ोतरी हों रही है
कूछ समय पहले तक तो सती प्रथा चरम पर थी आज उसके बारे मे कोई बात भी नही करता
कूछ समय तक तो विधवा विवाह गैर कानूनी tha आज संविधान अधिकार देते है
कभी किसी ने सोचा नही होगा की देश से राजाओं की रियासते हट जाएगी आज देश राजतंत्र से नही लोकतंत्र से चलता है
ज़ब इतने परिवर्तन हों गए है ओर हों सकते है तो
Lgbtq+ के अधिकारों के लिए भी भारत का समाज एक दिन जरूर जागृत होगा ज़ब 35 देश हों सकते है और नेपाल ne भी स्वीकार लिया तो हमारा प्यारा समानता वाला देश क्यों नही.......
Thank you sir and team drishti
उन्हे भी मान्यता प्राप्त होनी चाहिए क्यो की वे लोग भी इंसान ही हैं , हमे उन्हे समझना होगा । बाकी भगवान की कृपा सब पर बनी रहे जय माता दी 🙏
बिलकुल सही। आपके मत के साथ हु।
Bilkul sahi
You are right ❤
Nahi ye prakriti k khilaaf h
Ye loag mansik rogi hain. Inko doctors ki zaroorat hain.. Inki counselling honi chahiye.. SC ne bahut hi achchha faisala liyaa hain...
Artical. 21 , Thanku Drishti IAS team
UN logon Ko bhi Manyata Deni chahie kyunki vah donon marriage honge aur vah anathalay se bacche ko goad lenge jisse bacche ka life ban jaega aur bacchon Ko Apne family Ki tarah mahsus hoga
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
Haram!
Bacche ka life nhi banega. Baccha bigad jayega
Thank you sir & drishti ias team 🙏
जय माता रानी
Thank you so much sir as well as drishti IAS team 😊😊
यार एक बार फिर निराश किया SC ने
Article 21 = right to life and personal liberty
Right✅
Trams & condition apply for art.21 (a)😂😂
Every right is limited in our constitution.
Thanks you DRISHTI IAS TEAM 🙏❤️😊
Thank you Drishti IAS team 🙏🇮🇳♥️💐🤗
🎉
Article 21 of constitution
Well , they are not hurting anyone. They must have the rights. Maybe we are still trapped in the prism .
They are hurting society just like they hurt us most... What is your gender is the toughest question in us 😂
समाज पर ज्यादा ध्यान न देकर हमे मनुष्य की भावनाओं पर ध्यान देने की अवश्यकता है क्योंकि ये किसी एक व्यक्ति कि बात नहीं है पूरे दुनिया में yese कई लोग हैं हम किसी को रोक नहीं सकते जितना रोकेंगे ओर भी मुश्किल बनी रहेगी इसलिए मान्यता मिलनी चाहिए।
गलत तरीका है !
इनको अगर समाज के मुख्य धारा से जोड़ा गया ,
तो समाज ही मुख्य धारा से वंचित हो जायेगा ।😊
kese??
Options B अनुच्छेद 21
हमे सम लैंगिक विवाह का भी अधिकार होना चाहिए क्योंकि ये फीलिंग भी नेचुरल है इसमें कुछ भी अननेचुरल नहीं हैं।
इसका समाज में एक बुरा प्रभाव देखने के लिए मिल सकता है आधुनिक के साथ साथ पुरातन सभ्यता का ध्यान रखना चाहिए । क्यों की धर्म समाज जो दीर्घ काली तक ले जाती है ।
@@UPSC837kaise bura prbhav do logo ki khusi se bura prbhav pd skta h ??
@@UPSC837hmare dhamr m to hmesha se rha h ye
@@UPSC837 sahi kaha aap ne puratan Hindu dharm Aaj se jyada morden tha kyoki aap bhi bahut sare praman mandiro par milenge Jo ki sabit krte hai ki us time pe se sub bahut alg nhi tha
Aur ye fark nhi padata hai ki hmare samaj me iska kya asar padega ye kuchh vaise he hai ki ghar me jub kinnar bachcha paida hota hai to ma bap use ajmate hai n ki bahar krte ho to fir samaj me Aisa dikhava kyo ho hota hai
Article 21 right to life and personal liberty 👍👍👍
As a LGBTQ + member unfortunately after 75 years of independence we don't have even whole fundamental rights 😢😢we are also citizen of this nation ❣️.
I Hope.. that day will come soon...
I don't know when that day will come when we too will get all the rights.
Second class citizen bn ke rh gye ab to 😌😥
Agar marriage right diya
To india m
1. family institutions barbad ho jayega
2. Lots of criminal case aayenge
3. Law and order khaskar civil court case kafi badh jayenge
4. India jo ki apne family institutions k liye word popular hai apni is galti par pachatawa krega
If you don't believe then just google about it in west countries
So don't think like
vah insan hai use v marriage rights do
Agar marriage rights diya to vah din kala dhabba hoga
Gussa aa rha h
To jao west countries m dekho kitni issue face kr rahe h vo log
Yaar u can marry, no one will dare to oppose you ❤
Very good👍
Act insaan ke hit mai honi chahiye...Act ke hit mai insaan nhi...afsos hamare desh ke jyadatar log kisi dusre ko dukh mai rakh kr apna hit sadhna chahta h....sabko unke hisab se jeene ka adhikar milna chahiye..isse hum logon ka kuch nhi bigdega...desh ko age badhane mai sabka yogdan aavashyak h....15% log yesa hi h india m...sarkar ko iss chiz ko samajhna chahiye...as a UPSC student mai inke adhikaar ke paksh mai hu...
B अनुच्छेद 21
Very good decision by court 👏 👌
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
Option C
Mujhe yekin ek din sabhi uska hak milega hamlogo ko bhi usi ne banaya jaisne unhe banaya fir insaf hamlogo ke sath q nhi
सेक्स एक लुकी छुपी शारीरिक तृप्ति की व्यवस्था है जिसकी जो मर्जी वो करे । उसे लीगल बनाने या सार्वजनिक बनाने की जरूरत क्या है। कानून होते हुए भी क्या दहेज प्रथा और 18 साल से पहले विवाह बन्द हो गए? सब प्राकृतिक है इंसान जिसे चाहे अपनी लाइफ मे इम्पार्टेंस दे!
Hii
Hii
अफ़जल अली, are u gay??? 😮
@@targetgoalwithneha28सेक्स लुका छिपी नहीं है, सेक्स तो एक सुखद अहसास और अनुपम अनुभव है नेहा जी❤
B) Article-21
Huge respect for Supreme Court 🙌
Constitutional amendment changes has happened so many times then why not on😢 this time
गुड फैसला है।सुप्रीम कोर्ट का।
Ohh really uncle tuhanu lagda eh good decision aa court da kall nu je tuhada hi koi bacha homosexual nikle te tuhi ki krogye mardo gye ki ohnu India vich rehn vale har ek admi nu haqq as ki ohnu apni married life nu sare samne dse homosexuality koi gand ya kuch glt ni ae eh mahabhart ch puran har ek purani bhagvat geeta ch vi haigi aa sb kuch haiga Jr tuhi support ni kr sakde te hate vi spread nh kro
Option B
Standing with the supreme court judgement. It's ridiculous how this reached court, we have lot more important cases hanging in the court. It shouldn't be legalized at any cost.
It will be legalized wheather you like it or not. Have you heard about "Marriage Equality"?
May not be now but it will happen in future
@@sourabh2842😂😂 it will never legalize in India.. If any party wanna do it society will going against of their party.., it will be disaster for them.. So this will never happen😂😂 keep day dreaming😂😂
@@knight4017beta legal toh hoga or hum karwa kar dikhaenge 🏳️🌈🏳️🌈🏳️🌈🏳️🌈
@@sourabh2842 It was not legalised. Petition was dismissed by 5 judges constitutional bench.... Legislature is already against this wokeism. That means you have lost badly.
Legislature says - No
Supreme Court says - No
Executive says - No
Agar marriage right diya
To india m
1. family institutions barbad ho jayega
2. Lots of criminal case aayenge
3. Law and order khaskar civil court case kafi badh jayenge
4. India jo ki apne family institutions k liye word popular hai apni is galti par pachatawa krega
If you don't believe then just google about it in west countries
So don't think like
vah insan hai use v marriage rights do
Agar marriage rights diya to vah din kala dhabba hoga
Gussa aa rha h
To jao west countries m dekho kitni issue face kr rahe h vo log
Konsaa issue batao aap??
Are you straight?
Can you explain how its destroy if they give marriage act...
सिर्फ इंसान मात्र होने से सारे इच्छाओं को एक अधिकार का रूप नही दिया जा सकता भारत एक सामाजिक देश है और समलैंगिक विवाह समाज पर एक निगेटिव impact डालेगा ..जब इसकी कल्पना करते तो पाते हैं की कैसा होगा वो समाज जहा पति, पत्नी, बेटी और बेटा सब एकही है। भारत की अपनी संस्कृति है और हमे उसी का अनुसरण करना चहिए बजाय इसके की विदेशी संस्कृति को।
वाह 👊👊👊😡
ये किसने कहा है कि, सभी समलैंगिक विवाह कर ले, जिसे जैसा लगे वो वैसा कर सके, इस अधिकार के लिए है ये लडाई
@@gouravsandhu1674 aishe kaise jo kr na hai kr loge mujhe murder krna hai Tera kre to kya koi kanun nhi hoga
Supporting women rights also started in west, should we stop it and keep our women in kitchen for their lifelong like olden days? Culture is evolving
इस देश मे पहले महिलाओ को कंधे से कंधा मिलाकर चलने का अधिकार नही था उस समय किसी ने नही सोचा होगा देश की बगदौड़ कभी महिलाओ के हाथ भी आएगी
इस देश मे कभी st sc के लोगो के साथ परम् अत्याचार होता था पर गली मे नही निकलने देते थे पानी पिने की समस्या साथ बैठने की समस्या पढ़ाई नही कर सकते st sc सिर्फ नीची व्यवस्था मे था उस समय किसी ने सोचा tha की आज भारत की बोहोत बडी बडी पोस्टो पर st sc होंगे समानता मे बढ़ोतरी हों रही है
कूछ समय पहले तक तो सती प्रथा चरम पर थी आज उसके बारे मे कोई बात भी नही करता
कूछ समय तक तो विधवा विवाह गैर कानूनी tha आज संविधान अधिकार देते है
कभी किसी ने सोचा नही होगा की देश से राजाओं की रियासते हट जाएगी आज देश राजतंत्र से नही लोकतंत्र से चलता है
ज़ब इतने परिवर्तन हों गए है ओर हों सकते है तो
Lgbtq+ के अधिकारों के लिए भी भारत का समाज एक दिन जरूर जागृत होगा ज़ब 35 देश हों सकते है और नेपाल जो हिंदू देश है उसने भी स्वीकारा है तो हमारा प्यारा समानता वाला देश क्यों नही.......
Thank u 😊 drishti team😊
Ans B Article 21
Thanku so much, how can I pray your? Love you sir
B = Article 21
Thank u
Answer B
सही बात है,
अनुच्छेद -21
Thankyou Sir
Ans.B(21)
Thank you so much 😊
option B is the correct answer and thank you team drishti ias
आज भी समाज विवाह को सामाजिक अनुबंध मानती h
जबकि विवाह व्यक्तिगत विषय h
विवाह में समाज का क्या काम
Sad news
Article 21
Thanks 🎉😊sir..
Option bbb
Bhot achha faisla liya 😊❤
Sir apke samjhane ka tareeka bhut aaccha hai 😊😊
Thank you so much sir 🙏🏻🙏🏻🙏🏼
Kuch v sir favorite to aap h hmmlog k🎉🎉🎉🎉🎉
Thank you so much sir and Dristi Team 🙏🏻❣️✨
Options:- B ✅
Great 👌
Ans-b
Artical 21........ans
Nice sassion
Opption b thanks you sir🙏🙏🙏🙏
Option Bb
Thank you sir ❤❤ drishti ias team ka thank you 🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤