*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
Saubaba ne bataya ki sabka malik ek.... toh oosne to oos malik ki pooja karnese liye kahatha.... Jo malik niraakar hai jiski koi pratima nahi..... Lekin shirdi ke logone aapne faydekeliye Saibaba ki murti ko poojna shuru kiya aur ooska bazar shooru kiya.... Lekin sab log oos niraakar malik ko oos parmatma ko poojna bhool gaye.... aur patthar/mittike murtiyon ko poojna shuru kiya... Shirdi Saibaba Devasthan ek dhikhava hai....
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
साई और राम कृष्ण हनूमान जी की टाइमिंग समान नहीं है,साई बाबा का जिक्र कौन सी धार्मिक पुस्तकों में है,हम बाबा जी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज जी से पूर्णतया सहमत हैं
@BRAMHACHARI ViNeEt. KUMAR Ok bhai.... Tumhaari nazar me dhongi hi sahi..... 😁😁😁Humare liye to sai hi sab hai..... Sai shiv .... Sai Ram..... Sai Shyam....... Om Sai 🙏🙏🙏🙏Ram
@BRAMHACHARI ViNeEt. KUMAR Kisna kaha esa ki sai ka naam bhagwaan k sath jodne se bhagwaan ka apmaan hota hai...... Ye sab media walo ko trp badhane ka kaam hai......
Suppose i think Amir khan is God and i keep sai baba's photo at feet of amir khan's idol. would it be ok with you. If you want to worship sai of shirdi, do it. Do not insult our Gods and disrespect them.
SHIRDI SAI BABA HIMSELF WAS HANUMAN, ALWAYS REALIZE SHIRDI SAI BABA WAS THE HIGHEST PERFECTION AMONG SAINTS IN THIS GENERATION AND TO THE END OF TIME. I AM TELLING THIS ON PERSONAL EXPERIENCE, SHIRDI SAI BABA WAS GOD DESCENDED ON EARTH.
neelakantan suresh shirdi sai is still on earth,he incarnation of shivji,2 incarnation sathy sai,came in my life,the3 still is coming.ifen these dhogi pandit forget, according true bhakti you will know god.like meera.see my bhakti sathy sai answer it with a micrale.you tube search:my darshan from sai baba:5,37 minutes.
U ASKED ABT WHT EXPERIENCE, WELL EVEN TODAY I AM GETTING HIS PRESENCE IN MY DREAMS, THIS HAS BEEN HAPPENING FOR ME FOR NEARLY 22 YEARS SINCE MY FIRST VISIT TO SHIRDI, ONLY GOD CAN APPEAR IN DREAMS. I HAVE BEEN BLESSED BY SHIRDI SAI BABA, WHENEVER I NEED HIS HELP AND GUIDANCE. HE HAS BEEN WITH ME ALL MY LIFE THROUGH THICK AND THIN TIMES. HE IS REALLY GOD INCARNATED ON EARTH.
SHIRDI SAI BABA IS REALLY VERY TALENDED GOD, HE KNOWS HOW TO MOULD EACH INDIVIDUAL TO DIVINE PERFECTION, UNLIKE ANY OTHER SAINTS IN THE PAST, PRESENT AND TO THE END OF TIME. THERE WILL BE NO ONE LIKE HIM. HE WAS GOD ON EARTH, BUT YET HE WAS SO SIMPLE, LIVED LIKE A HUMBLE FAKIR, NEVER DEMONSTRATING HIS POWERS FOR THE SAKE OF MONEY OR FAME UNLIKE OTHERS. THIS IS ITSELF THE MARK OF TRULY A GREAT SAINT. THIS COUNTRY SHOULD BE PROUD OF HIM THAT A GREAT PHENOMENON WAS BORN ON INDIAN SOIL. I AM REALLY BLESSED BY SHIRDI SAI BABA. THANK YOU, SHIRDI SAI BABA. YOU ARE TRULY THE GREATEST OF ALL TIME WHICH THIS UNIVERSE WILL EVER SEE. MY HUMBLE FINDINGS ON YOUR ETERNAL PRESENCE AND POWER.
@@ultimatefitnesscenter8243 Which Veda or Shastra said Bhrasht Sai is an incarnation of Lord Ram? These kinds of interpretation made Sanatanadharma very weak. Illogical practices took place.
@@brahmasrik4444 if he was not a Ram why he had a lot of Cosmic energeies,spritual Powers, Leela's , even today In this period many devotees had experienced of his Miracles and presence's.... Dont beat bush man... I have also Seen his miracle when i was very ill ... He is God i love him so much.... he is universe he is Ram he is Rahim he is Krishna he is vishnu he is eshwar he is bhagwan he is Sarsvati he is shiva he is Everything ... 🤲❤️🤲❤️❤️❤️❤️
@@ultimatefitnesscenter8243 Look how illogical your answer is!!! I asked which veda said he is the incarnation of Rama. And you started bull shit like he is that, he is this. As you experienced him god, I experienced him an evil spirit. If you don't consider what I said, why we (Hindus) consider your bullshit? So if you treat him as Ram as per your illogical and baseless theories by saying he is Ram and Krishna, we can say He is Hiranyakashipu, Narakasura and Kamsa.
Sab kaun hain? Malik kaun hain? If sab includes Sai, he can never be the lord. How can you people worship him? And if sab doesn't include Sai, then who is he? You can't fool people anymore with these illogical slogans.
एक, सवाल मीडिया से भी, जिन शंकराचार्य की बात आप कर रहे हो, वो निवृति मार्ग वाले है उनका धर्म संन्यास धर्म है ओर ग्रहस्त अलग है, अब सवाल है ये इनको किसने हक दिया के वो लोगों की आस्था के साथ मज़ाक करें। हनुमान जी का पेटेंट इन्होंने नहीं ले रखा में भी हनुमान जी को बहुत मानता हूं, ओर सांई बाबा में भी मेरी उतनी ही आस्था है। आस्था ओर धर्म अलग अलग नहीं। धर्म आस्था का रूपांतरण है ओर आस्था ही धर्म का मूल है, हिन्दू धर्म का मूल है सनातन ओर सनातन हम सब को अनेकता में एकता का पाठ सिखाता है। सनातन वो है जो सबको महान बताता है किसी को छोटा या बड़ा नही। शिव ही सत्य है और वही सनातन है उन्हें मैं राम कहूं, या हनुमान, सांई कहूं या अल्लहा सब उनके ही नाम है ओर सब उनके ही रूप। लोगों की आस्था के साथ खेलने की लिए जो ओछी हरकत इन्होंने की है ऐसे कार्टून तो बच्चे भी नहीं बनाते, कितने लाचार ओर बेबस हो गए है ये इतने बड़े ओदे पर बैठकर भी। ॐ नमः शिवाय, ॐ साईं राम, जय वीर हनुमान, जय सनातन
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
Sai was a ordinary human being,a mortal,he can never become god,it is the dangerous syndicate who made him just for the sake of buying a Mercedes and leading a lavish lifestyle,what they don't understand is all ill-gotten 💰 Will only lead to durgati
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
is poster m bataya Gaya ki hanuman ji hame kshama Kar do hum Pakistan ja Rahe h ... sawal y uthata h ki us time p n to Hindustan tha n hi Pakistan .. this is bad topic for discussion
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
mai ek musalmaan hoo Magar Kisi aur ke bagwhan ko qhalath nhi khaithaa hoo aap ki marzee humlog bus ek alhaa ko manthai hai bus please Kisi aur ke bagwhan ko nhi badnaam karoo please
Hum log ka matlab musalman... right toh woh saab sirf Allah ko hi nahi mante woh peer fakiron ki bhi ibadat karte hai... oosne duwa mangte hai... joki Quran me haraam hai... Inn logonki baat kaar raheho kya...??
Hanumanji ? Sai would have told anyone who/what real Hanuman is ? Sankracharya has no idea of Hanumanji or Shivji !... HE IS STUCK WITH SAGUN ie GURU only.WHAT ABOUT NIRGUN ? ie ETERNAL invisible force ?......
Sai baba ka hi ans hai pura sanshar pura devta jitna janam huwa hai aage jitna janam hoga sabme sai baba ka hi ans rahega ye sawrupa nand pakhandi hai isse brahmand ka koi gyan nahi sai aasman se dharti ke jare jare me hai sai amar hai o apni marji se jitni baar chahe janam le or janam dila shakte hai unkahi hukumat dharti par sare pee shadhu santo par chalta hai or sanccha malikh jiske kadmo me sanshar ho o fakeer shadhu ban ke rahne me ak sandesh pahunchta hai jo sawrupa jese dhongi ko gyan na
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
y logo ki apni apni astha h every person has right to freedom y decision bhi wo hi lega ki use kiski Pooja karni h ..or kiski nahi is par Kisi ka bahya dabav nahi Hona chahiye
Karo puja. many Hindus go to Darga's church's gurudwars mosques. no one is stopping u but if u go and keep sai baba photo in darga or church or gurudwar then see what will be the response from them. if u want to worship then worship on his name not on Hindu rules
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏* *जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।* *मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !* *19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏* *और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚* ...श्रीकांत आचार्य, चण्डीगढ़। (8283924811)
ek batt pa mari sab dhyan da sai baba ko bhagvan manana bhaut bdi bhol ha aur ya bhool muslman aur christan nahi karta magar sanathandhrami jo apna dhram ka gyan kam rakhta ha wo jada sai sai karta ha kahi sai chalisa likkhta ha to kahi vishnu avtar likta ha inko abhi tak ya bhi nahi malum k vishnu k 24 avtar ma kahi sai ka nam nahi sai ka asli nam chandmohhamed tha wo keval ek sufi santh tha magar hamare sanathan dhram aj bhi ek sa badkar santh ha magar ya pagal log sai sai karta ha ya log ya nahi jantha hinduo ko gumrah karna ka liya sai ka prachar jada karta ha mumbai ka ismaglar aur sindhi inko sona aur paisa chadata ha ajj maharast ma sab sa jada garibi ha sab sa jada kishan maharastra ka atamhatya kar raha ha balatkar loot garibi maharast ma sab sa jada kyo ha kyo ki waha log sai ko poojna laga ha jabki maharastra ka aradya devta bhagvan ganesh ha jab tak marathi ganesh ki pooja karta tha tab tak maharastra desh ki arthik nagari thi magar ab halat badal gaya mera marathi bhaiyo apna dimag mat lagao pooja path ma huma jo vedo na bataya ka kin ki pooja karna keval unki pooja karia
ओम साईं राम स्वामी शंकराचार्य जी की मति मारी गई है धर्म के ठेकेदारों आपके शास्त्रों में तो लिखा है परोपकार सद्भावना भाईचारा इंसानियत अपनी आय का 10% भाग सामाजिक कार्यों में पीड़ित उपेक्षित मानव सेवा के लिए लगाना चाहिए आप अपने शिष्यों को यह क्यों नहीं समझाते आपके विचार अपने पास रखिए संपूर्ण ब्रह्मांड में पूरे विश्व में एक ही शक्ति है कबीर दास जी के बारे में भी लोग इसी प्रकार छाती माथा ठोकते थे
SAI BABA PUJNIYA HAIN ISMEN KOO SANKA NAI HAI BT UNKO BHGWMANA JA SKTA HAI KYNKI JO ACHA KAM KRE USE HI HM INSAN BHGWAN KHNE LAGTE HAI , OR SAI BABA NE ACHA KAM KIYA LOGON KA UPKAR KIYA BUT UNKO GOD MANANA YE KE DHAKOSLA HAI OR KUCH NAI, NA TO GURU THE KBHI NA HAIN , YE SB JANTE HAIN GOD KI MIRTU NAI HOTO BUT SAI BABA JANM BHI LIYE OR MIRTU KO BHI PRAPT KIY TO O GD KAISE HO GAYE ,GOD SRF EK JISE NA KOI DEKHA HAI JO SBKE AUNDER HAI, SAI BABA KO PUJNA KOI GALT NAHI HAI BUT UNKA NAM KISI RAM YA HANUMAN SE JODNA GALT HAI, LOGON KA UNKA PUJA KRNA UNKE NAME PE PAISA LUTNA EK DHKOSLA HAI OR KCH NAI YHI KAN KI HMRA INDIA J BHI PICHA SHRM KE NAME LOK PIASA LUTATE HAIN , AJ DEKHO USA JAISE DESON ME LOG APNE KAM ME BUSY HAIN TO COUNTRY TARRKI KR RHA YHA ,INDIA ME LOG KO KOI KAM NAI SRF ANDHWISWAS ME JI RHE HAI OR LOG KHD KO BRBAD KAR RHE HAI, AGAR BHAIYO MERI BAT KISI KO BURA LAGE TO MAF KARBNA DOSTON, BUT YE MERA THAUT HAI,,, JAI MAHAKAL
Enlightened one is above so called religion.They are beyond intellect. They are gracious ,self- sufficient and live in present at all times.....REST IS BULL-SHIT and WRONG NUMBERS...
Aaj log ke baba log nikau hai aur molana log aur phele log ke baba log aisa nahi the pisa le liye bolte hai phele log ke baba log koi bimar hai duaa kr dete to admi tick ho jata tha
ya news bale logo ko tho dimag tho rahtta nahi hey pheli baat bass inee apnee trp ko bhadnee se mattlab rahta hey agar inkoo apne ghar kay hi new mil jayee tho ussee bhi ya cast live karva deee so new channels to u all be like maturee dont be silly kids
Baba ko samadhi liye 104 saal ho gye h kuch to shakti hogi baba m jo itne log shirdi jate h shirdi ka mndir world of record m shamil ho gya h 2 no. Pr sbse jyada log jate h. Shankracharya ko or kuch kaam nhi haraam ka khana or bakwaas krni h bs
sabka malik ek aur wo malik Shri Krishna hain. Hare Krishna! Jay Jagannath.
To jaganth kon ,jai bola
Mano to bhagwan na mano to kuch bhi nhi sab sahi hai sabki lila hoti hai visnu he krisna vishnu he sai pta ker liya kero
Jai Bajrangbali🙏
शिव से बडा कोई नहीं ओम नमः शिवाय 🙏🚩♥️♥️♥️♥️🚩🚩🚩🚩
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
सांई भूत है, हनुमानजी का जहां नाम , दर्शन हो वहां से भूत भाग जाता है यह प्रमाणित है।
Right
Sub ka Malik ek🙏 hanumanji
Jai shankaracharya swaroopananda saraswati
Dr. ji I saw all your comments and felt very happy that even today we have atleast some people who follow sanatana dharma
@@brahmasrik4444 thank you sir.
કેવાનાળાસરમ
Jai Shri Ram🙏
Jai shri ram
इन लोगों की वजह से तो धर्म में झगड़े होते हैं सबका मालिक एक
Saubaba ne bataya ki sabka malik ek.... toh oosne to oos malik ki pooja karnese liye kahatha.... Jo malik niraakar hai jiski koi pratima nahi..... Lekin shirdi ke logone aapne faydekeliye Saibaba ki murti ko poojna shuru kiya aur ooska bazar shooru kiya.... Lekin sab log oos niraakar malik ko oos parmatma ko poojna bhool gaye.... aur patthar/mittike murtiyon ko poojna shuru kiya... Shirdi Saibaba Devasthan ek dhikhava hai....
Jay Shri Ram ❤️👍👍👍🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मैं धर्मगुरु का दिल से सपोर्ट करता हूं
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
media is creating disputes between sai baba and hanuman ji
🙏🏻❤️ॐ साईं राम ❤️🙏🏻
Om sai ram❤️🙏🙏
जय श्री हनुमान
muslim kabhi bhi Hindu devta ki puja nahi karthe hai, lakin hamare log😡
I love u Sai baba & Hanuman ji .
Sai ram🙏🏼
Om Sai Ram
Can't you people worship Sai alone? Why is our Ram needed?
हर भगवान पहले इन्शान बाद मैं भगवान बना।अपने कर्मों से।
साई और राम कृष्ण हनूमान जी की टाइमिंग समान नहीं है,साई बाबा का जिक्र कौन सी धार्मिक पुस्तकों में है,हम बाबा जी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज जी से पूर्णतया सहमत हैं
Sai baba himself was Ramji Krishnaji Hanuman ji.... Om sai ram🙏🙏🙏🙏
@BRAMHACHARI ViNeEt. KUMAR Kuch bhi kaho..... Sai bhagwaan the Or rahenge....... Om Sainathaya Namah... 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@BRAMHACHARI ViNeEt. KUMAR Ok bhai.... Tumhaari nazar me dhongi hi sahi..... 😁😁😁Humare liye to sai hi sab hai..... Sai shiv .... Sai Ram..... Sai Shyam....... Om Sai 🙏🙏🙏🙏Ram
@BRAMHACHARI ViNeEt. KUMAR Kisna kaha esa ki sai ka naam bhagwaan k sath jodne se bhagwaan ka apmaan hota hai...... Ye sab media walo ko trp badhane ka kaam hai......
@@dakshverma3873 you are Ryt bro om sai ram
@@Ramramji224 Om sai Ram bhai...... 🙏🙏🙏🙏🙏
Jai Sri ram 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏
Sab ka malik ekk
Wo shiv ji ho , sri krishna ho chahe koi ve hoo .... Om Sai Ram ❤️❤️❤️
Jai ho chand miyan ki
हैसियत नहीं है संकराचार्य तेरी साई से टकराने की।। हजार धर्म एक भगवान एक खुदा।।।।ॐ साई।।
Jai hanumanji
Jai hanumanji
Bhut aache bt bole aap ne is ke ookat nahe he
किसी के कुछ भी कहने से हमें कुछ फर्क नहीं बढ़ता ओम साईं राम
Shi baat ।।।।
Pranam Guru Ji...
Suppose i think Amir khan is God and i keep sai baba's photo at feet of amir khan's idol. would it be ok with you. If you want to worship sai of shirdi, do it. Do not insult our Gods and disrespect them.
Excellent and Logical comment I really appreciate you
Dharam ek
Bhagwan ek
Jai shri ram ji
Jai hanumanji
SHIRDI SAI BABA HIMSELF WAS HANUMAN, ALWAYS REALIZE SHIRDI SAI BABA WAS THE HIGHEST PERFECTION AMONG SAINTS IN THIS GENERATION AND TO THE END OF TIME. I AM TELLING THIS ON PERSONAL EXPERIENCE, SHIRDI SAI BABA WAS GOD DESCENDED ON EARTH.
neelakantan suresh shirdi sai is still on earth,he incarnation of shivji,2 incarnation sathy sai,came in my life,the3 still is coming.ifen these dhogi pandit forget, according true bhakti you will know god.like meera.see my bhakti sathy sai answer it with a micrale.you tube search:my darshan from sai baba:5,37 minutes.
what experience?
U ASKED ABT WHT EXPERIENCE, WELL EVEN TODAY I AM GETTING HIS PRESENCE IN MY DREAMS, THIS HAS BEEN HAPPENING FOR ME FOR NEARLY 22 YEARS SINCE MY FIRST VISIT TO SHIRDI, ONLY GOD CAN APPEAR IN DREAMS. I HAVE BEEN BLESSED BY SHIRDI SAI BABA, WHENEVER I NEED HIS HELP AND GUIDANCE. HE HAS BEEN WITH ME ALL MY LIFE THROUGH THICK AND THIN TIMES. HE IS REALLY GOD INCARNATED ON EARTH.
haha. then ask about me. then tell me what would he say about me. then i will believe your words
suresh gupta bhakti shakti a micrale happend in my home,is on you tube you.if you not scared,i will give you the name
SHIRDI SAI BABA IS REALLY VERY TALENDED GOD, HE KNOWS HOW TO MOULD EACH INDIVIDUAL TO DIVINE PERFECTION, UNLIKE ANY OTHER SAINTS IN THE PAST, PRESENT AND TO THE END OF TIME. THERE WILL BE NO ONE LIKE HIM.
HE WAS GOD ON EARTH, BUT YET HE WAS SO SIMPLE, LIVED LIKE A HUMBLE FAKIR, NEVER DEMONSTRATING HIS POWERS FOR THE SAKE OF MONEY OR FAME UNLIKE OTHERS. THIS IS ITSELF THE MARK OF TRULY A GREAT SAINT.
THIS COUNTRY SHOULD BE PROUD OF HIM THAT A GREAT PHENOMENON WAS BORN ON INDIAN SOIL. I AM REALLY BLESSED BY SHIRDI SAI BABA.
THANK YOU, SHIRDI SAI BABA. YOU ARE TRULY THE GREATEST OF ALL TIME WHICH THIS UNIVERSE WILL EVER SEE.
MY HUMBLE FINDINGS ON YOUR ETERNAL PRESENCE AND POWER.
Jai hanumanji
@@rajatpandey7566 ary ary thora akal se kam lo .. ye Sai baba Ram ji ke avatar the .. us pakhandi ke kehna pr Man lea sb baqi sach nahi manoge
@@ultimatefitnesscenter8243 Which Veda or Shastra said Bhrasht Sai is an incarnation of Lord Ram? These kinds of interpretation made Sanatanadharma very weak. Illogical practices took place.
@@brahmasrik4444 if he was not a Ram why he had a lot of Cosmic energeies,spritual Powers, Leela's , even today In this period many devotees had experienced of his Miracles and presence's.... Dont beat bush man... I have also Seen his miracle when i was very ill ... He is God i love him so much.... he is universe he is Ram he is Rahim he is Krishna he is vishnu he is eshwar he is bhagwan he is Sarsvati he is shiva he is Everything ... 🤲❤️🤲❤️❤️❤️❤️
@@ultimatefitnesscenter8243 Look how illogical your answer is!!! I asked which veda said he is the incarnation of Rama. And you started bull shit like he is that, he is this. As you experienced him god, I experienced him an evil spirit. If you don't consider what I said, why we (Hindus) consider your bullshit? So if you treat him as Ram as per your illogical and baseless theories by saying he is Ram and Krishna, we can say He is Hiranyakashipu, Narakasura and Kamsa.
Jay shri Ram
शंकराचार्य एक बार आकर हमसे मिले
Kitne gande log Hain Jo said Baba ko badanam kar rahe hai
Sabka Malik Ek ☝
Sab kaun hain? Malik kaun hain? If sab includes Sai, he can never be the lord. How can you people worship him? And if sab doesn't include Sai, then who is he? You can't fool people anymore with these illogical slogans.
Sabka malik ek.hai shirdi ke sai baba sai ram
एक, सवाल मीडिया से भी, जिन शंकराचार्य की बात आप कर रहे हो, वो निवृति मार्ग वाले है उनका धर्म संन्यास धर्म है ओर ग्रहस्त अलग है, अब सवाल है ये इनको किसने हक दिया के वो लोगों की आस्था के साथ मज़ाक करें। हनुमान जी का पेटेंट इन्होंने नहीं ले रखा में भी हनुमान जी को बहुत मानता हूं, ओर सांई बाबा में भी मेरी उतनी ही आस्था है। आस्था ओर धर्म अलग अलग नहीं। धर्म आस्था का रूपांतरण है ओर आस्था ही धर्म का मूल है, हिन्दू धर्म का मूल है सनातन ओर सनातन हम सब को अनेकता में एकता का पाठ सिखाता है। सनातन वो है जो सबको महान बताता है किसी को छोटा या बड़ा नही।
शिव ही सत्य है और वही सनातन है उन्हें मैं राम कहूं, या हनुमान, सांई कहूं या अल्लहा सब उनके ही नाम है ओर सब उनके ही रूप।
लोगों की आस्था के साथ खेलने की लिए जो ओछी हरकत इन्होंने की है ऐसे कार्टून तो बच्चे भी नहीं बनाते, कितने लाचार ओर बेबस हो गए है ये इतने बड़े ओदे पर बैठकर भी। ॐ नमः शिवाय, ॐ साईं राम, जय वीर हनुमान, जय सनातन
You are a absolutely right my dear
Love you baba Om sai ram 🚩
हिन्दू या मुसलमान हो या ओर कोई हैं तो इन्शान।
how can be sab ka malik ik hai
kykuii tum abbhi tak bacche hoo phele badee ho jaoo tab tume samjee gaa sab ka malik ek hi hai
जेसे मुसलमान अऐक ज अलाह मानते है
वेस राम शीव हनुमत यह तीनो अऐक ज है
हीनदु भाई यसको माने ओर कीसको नही
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
The modern day sankaracharya knows nothing......
I have felt the power of Sai. He cares for everyone whether anybody belives him or not!!
Vo power nhi hai vo tumhari power thi Jo ab sai ne le li ok ... Bhagwaan jab mil jayege to duniya se lagaw chhut jayega .... ...
@@akuma_57ddž ss ssssßßsssßßßßssßdßsßsßßßßsßßßßsßßßßßßßßßßßßdßd5§66ddsd§§ď d5d§dđd
bolne ko kiya hai billi ko bhi sher bolo
अधरम का नाश रूनैचै सरकार राम दैव बाबा नै किया सनातन धरम कि जय आधरम का नाश जय गुरू दैव बाबा
Jay gurudev ❤️👍🙏
Jago hindu jago, satya kadwa hota hai, lakin sach...
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
Sai was a ordinary human being,a mortal,he can never become god,it is the dangerous syndicate who made him just for the sake of buying a Mercedes and leading a lavish lifestyle,what they don't understand is all ill-gotten 💰 Will only lead to durgati
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
Om Sai Ram 🙏
muslim mante hai ki sai baba ak achhe inshan the
is poster m bataya Gaya ki hanuman ji hame kshama Kar do hum Pakistan ja Rahe h ...
sawal y uthata h ki us time p n to Hindustan tha n hi Pakistan ..
this is bad topic for discussion
Shirdi sai should be a other Religion..it completely different from Hindu Religion..
Satya jano hindu, jago hindu, apne Dharma ki RAKSHA KARO....
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
shiradivale sai baba ki jai
kuch bhi ho
sabka Malik ek he
Sainath maharaj ki Jai
Har Har mahadev 👍
Apne Dharma Guru Ji Ki raksha karo, jago HINDU jago...
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
साई की पूजा नही करे तो क्या आपको पूजे साई सब को रास्ता दिखाते थे।आप लोग बस बड़े लोगो से मिलते हो। उन से एस आराम के लिए पैसे लिए जाते ह
Om sai ram 🙏🙏
mai ek musalmaan hoo Magar Kisi aur ke bagwhan ko qhalath nhi khaithaa hoo aap ki marzee humlog bus ek alhaa ko manthai hai bus please Kisi aur ke bagwhan ko nhi badnaam karoo please
Hum log ka matlab musalman... right toh woh saab sirf Allah ko hi nahi mante woh peer fakiron ki bhi ibadat karte hai... oosne duwa mangte hai... joki Quran me haraam hai... Inn logonki baat kaar raheho kya...??
शंकराचार्य का उम्र के साथ-साथ दिमाग भी भ्रष्ट हो गया
What the hall ! sai baba is my LOAD
Load kya hota hai...??
worship no one is stopping. but don't keep our god's inferior to them
@@sureshgupta-rr5ht These stupids can never understand
Kyu ni mante muslim mante h hamare yaha bahut muslim mante h
Sabka malik ek hai
Hanumanji ? Sai would have told anyone who/what real Hanuman is ? Sankracharya has no idea of Hanumanji or Shivji !... HE IS STUCK WITH SAGUN ie GURU only.WHAT ABOUT NIRGUN ? ie ETERNAL invisible force ?......
Abba.
Ban this poster Sai Bhakt Modiji
जिस दिन हर पंडित इन्शान को इंसान समझ लेगा ।बेद भाव मिट जायेगा।लेकिन ये कभी नही चाहेंगे।
WHAT A JOKE HANUMAN AND SAI BABA ????
joke is hanuman but sai is miracle thats a god sai
आखिर साईं पूजा क्यो जब कि वो मुसलमान थे मुसलमानों में मूर्ति पूजा वर्जित है
fake posters
Muslim kabhi bhi Hindu davi davta ki puja nahi karthe hai😡😡😡
Sai baba right
Sai baba ka hi ans hai pura sanshar pura devta jitna janam huwa hai aage jitna janam hoga sabme sai baba ka hi ans rahega ye sawrupa nand pakhandi hai isse brahmand ka koi gyan nahi sai aasman se dharti ke jare jare me hai sai amar hai o apni marji se jitni baar chahe janam le or janam dila shakte hai unkahi hukumat dharti par sare pee shadhu santo par chalta hai or sanccha malikh jiske kadmo me sanshar ho o fakeer shadhu ban ke rahne me ak sandesh pahunchta hai jo sawrupa jese dhongi ko gyan na
Bilkul sahi bhayi...jai sai ram🙏
Sankaracharya Pagal ho gya😂😂😂😂😃😃😃
Insano ne to janvaro ka bhi ricored tod diya jab sai khe rhe hai Allah malik to bhi nhi man rhe
Sahi Kaha
accha sankar achariy tere khab me bhagwan a ai kan bhagwan the lakho to bhagwan hai
Are sabka malik eik hay ,jo alg alg rup me hay ,toh kise ke liye sai , hanuman ji , ram krishna Islam etc
विनाश काले विपरीत बुद्धि सर्वनाश होगा इन धर्म के ठेकेदारों के दिमाग ख़राब हो गए हैं
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
@@shrikantacharyaa2901 Om sai ram Jai Sai ram 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
sai ka malik tho voo hey joo duniyaa mai abbhi bhi hey
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
y logo ki apni apni astha h
every person has right to freedom
y decision bhi wo hi lega ki use kiski Pooja karni h ..or kiski nahi
is par Kisi ka bahya dabav nahi Hona chahiye
Karo puja. many Hindus go to Darga's church's gurudwars mosques. no one is stopping u but if u go and keep sai baba photo in darga or church or gurudwar then see what will be the response from them. if u want to worship then worship on his name not on Hindu rules
Gurudev Guru ki garima ko banaye rakhiye, nhi to samajh rhe hai n
हर आदमी अपने अपने धर्म गुरू कि आज्ञा का पालन करे ऊसमे ऊसका और ऊसके धर्म का हित होगा ● ॥ हर हर महादेव ॥
*🌷ओ३म् सांई राम, जय साईं राम जी...🙏*
*जो क्षेत्र शिरडी साईं बाबा का कर्म क्षेत्र रहा है, वो क्षेत्र शिव-पार्वती की लीलाओं के लिए जगत प्रसिद्ध है। यहां न केवल प्रख्यात त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित है, बल्कि इसी क्षेत्र में माता पार्वती जी महाल्सा के मानवीय रूप में अवतरित हुईं और बाद में शिव भी अघोर रूप में यहां पधारतें है। दो राक्षस भाइयों मणि व मल्ला के कारण दोनों में टकराव होता है व महाल्सा महाकाली बन कर महादेव को निगल लेतीं हैं। तत्पश्चात् पार्वती अपने विधवा रूप धूमावती से मिलती हैं। लंबी कथा है।*
*मल्ल और मणि का अत्याचार काफी बढ़ गया था, जिसे खत्म करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था। कहते हैं कि भगवान ने मल्ला का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान से मांगा था, इसलिए उसे उन्होंने छोड़ दिया। इस पौराणिक कथा का उल्लेख ब्रह्माण्ड पुराण में मिलता है। मार्तण्ड भैरव को भगवान खंडोबा व मल्हारी जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। अंत में शिव-पार्वती का फिर से मिलन होता है व शिव को एक और नया नाम मिलता है... महाल्सापति !*
*19वीं शताब्दी में इसी क्षेत्र में एक किशोर कहीं से यहां आता है और उसे सर्वप्रथम जो शख्स देखता है, उसका नाम था महाल्सापति । ये महाल्सापति, जो इसी क्षेत्र में भगवान खंडोबा मंदिर के पुजारी हैं, उस किशोर को देखते ही पुकारते हैं... 🙏आओ साईं🙏*
*और इस प्रकार उस किशोर को शिव भक्त द्वारा "साईं" का नाम दिया गया...।🙏🔔🐚*
...श्रीकांत आचार्य,
चण्डीगढ़।
(8283924811)
woh koi Chand miya Nahi hai Shankaracharya ji sai Baba hum hinduo me he virajit hai
ek batt pa mari sab dhyan da sai baba ko bhagvan manana bhaut bdi bhol ha aur ya bhool muslman aur christan nahi karta magar sanathandhrami jo apna dhram ka gyan kam rakhta ha wo jada sai sai karta ha kahi sai chalisa likkhta ha to kahi vishnu avtar likta ha inko abhi tak ya bhi nahi malum k vishnu k 24 avtar ma kahi sai ka nam nahi sai ka asli nam chandmohhamed tha wo keval ek sufi santh tha magar hamare sanathan dhram aj bhi ek sa badkar santh ha magar ya pagal log sai sai karta ha ya log ya nahi jantha hinduo ko gumrah karna ka liya sai ka prachar jada karta ha mumbai ka ismaglar aur sindhi inko sona aur paisa chadata ha ajj maharast ma sab sa jada garibi ha sab sa jada kishan maharastra ka atamhatya kar raha ha balatkar loot garibi maharast ma sab sa jada kyo ha kyo ki waha log sai ko poojna laga ha jabki maharastra ka aradya devta bhagvan ganesh ha jab tak marathi ganesh ki pooja karta tha tab tak maharastra desh ki arthik nagari thi magar ab halat badal gaya mera marathi bhaiyo apna dimag mat lagao pooja path ma huma jo vedo na bataya ka kin ki pooja karna keval unki pooja karia
watch dr zakir naik speech then you understand what is right
Ye lo Ek Aur janwar Aya. woh Zakir naik Ek faltu maakkelowde h
@BRAMHACHARI ViNeEt. KUMAR jaroor dunga
ओम साईं राम स्वामी शंकराचार्य जी की मति मारी गई है धर्म के ठेकेदारों आपके शास्त्रों में तो लिखा है परोपकार सद्भावना भाईचारा इंसानियत अपनी आय का 10% भाग सामाजिक कार्यों में पीड़ित उपेक्षित मानव सेवा के लिए लगाना चाहिए आप अपने शिष्यों को यह क्यों नहीं समझाते आपके विचार अपने पास रखिए संपूर्ण ब्रह्मांड में पूरे विश्व में एक ही शक्ति है कबीर दास जी के बारे में भी लोग इसी प्रकार छाती माथा ठोकते थे
ya sab AANTARRASHTRIYA AUR CONGRESS KI SAJIS HAI, HINDU KO BADNAM KARNE KI....
SAI BABA PUJNIYA HAIN ISMEN KOO SANKA NAI HAI BT UNKO BHGWMANA JA SKTA HAI KYNKI JO ACHA KAM KRE USE HI HM INSAN BHGWAN KHNE LAGTE HAI , OR SAI BABA NE ACHA KAM KIYA LOGON KA UPKAR KIYA BUT UNKO GOD MANANA YE KE DHAKOSLA HAI OR KUCH NAI, NA TO GURU THE KBHI NA HAIN , YE SB JANTE HAIN GOD KI MIRTU NAI HOTO BUT SAI BABA JANM BHI LIYE OR MIRTU KO BHI PRAPT KIY TO O GD KAISE HO GAYE ,GOD SRF EK JISE NA KOI DEKHA HAI JO SBKE AUNDER HAI, SAI BABA KO PUJNA KOI GALT NAHI HAI BUT UNKA NAM KISI RAM YA HANUMAN SE JODNA GALT HAI, LOGON KA UNKA PUJA KRNA UNKE NAME PE PAISA LUTNA EK DHKOSLA HAI OR KCH NAI YHI KAN KI HMRA INDIA J BHI PICHA SHRM KE NAME LOK PIASA LUTATE HAIN , AJ DEKHO USA JAISE DESON ME LOG APNE KAM ME BUSY HAIN TO COUNTRY TARRKI KR RHA YHA ,INDIA ME LOG KO KOI KAM NAI SRF ANDHWISWAS ME JI RHE HAI OR LOG KHD KO BRBAD KAR RHE HAI, AGAR BHAIYO MERI BAT KISI KO BURA LAGE TO MAF KARBNA DOSTON, BUT YE MERA THAUT HAI,,, JAI MAHAKAL
va yar mandir kaha likha hai. padh bhi glt rhe ho...
hahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahaha
आप जैसे लोग अपनी पूजा खुद करवाते है।जात पात आप ही बना रहे हैं।आपने कभी किसी को भोजन करवाया है।आपने बस अपना पेट भरा है।
Ye Sai Afghanistan ke hai, inshan ho ke kisi dusre inshan ki puja karte hai aap sab, Sai Muslim hai.
Sai baba
Enlightened one is above so called religion.They are beyond intellect. They are gracious ,self- sufficient and live in present at all times.....REST IS BULL-SHIT and WRONG NUMBERS...
सभी कहानी गढ़ी गई है
plzzzz dont do that.......we r indian......plzzz respet all region plzzz
pls yar sai baba ki inselrt mat karo wo suche hai
Han Saibaba sachhe hai lekin Shirdi Saibaba Devasthan zooth hai....
+भारत - बलोच भाई भाई Kyo h bhai
Aaj log ke baba log nikau hai aur molana log aur phele log ke baba log aisa nahi the pisa le liye bolte hai phele log ke baba log koi bimar hai duaa kr dete to admi tick ho jata tha
Jai sai baba ki
ya news bale logo ko tho dimag tho rahtta nahi hey pheli baat bass inee apnee trp ko bhadnee se mattlab rahta hey agar inkoo apne ghar kay hi new mil jayee tho ussee bhi ya cast live karva deee so new channels to u all be like maturee dont be silly kids
Baba ko samadhi liye 104 saal ho gye h kuch to shakti hogi baba m jo itne log shirdi jate h shirdi ka mndir world of record m shamil ho gya h 2 no. Pr sbse jyada log jate h. Shankracharya ko or kuch kaam nhi haraam ka khana or bakwaas krni h bs
hum log sai baba ko nhi manathe hai Magar Koi aur mazahab ke log manthai hai wo unki marzee hai thoo please Kisi vishwash ko qhalath math samjhoo
Vharatme Paise kamanekeliy dharamke nampe kahi.dukan.kholagayahai aisahi.dukan.kholtehi.jaterahato sanatandharam khatam hojayaga Jay.nepal