Mansingh ne jo kiya Akber ke lie kiya , mugal empire ko syrong kiya hinduon ki gulami ko pakka ker diya h . Muglo ko muslmano ko migal empire ko itna strong ker diya ki hindu community v snatan culture ko permanent muglo ka gulam bna diya . Dusra ager Akber Mansing ko sath nhi leta uske uske muslman derbari hi usko kill ker dete
गुरुवर्य मैं आपकी व्हिडिओ देखणे से पहले ही लाईक कर देता हु.. मुझे आपके ज्ञान पर गर्व हैं किसिको भी अपने गौरवशाली इतिहास पर नकारात्मक टिप्पणी नहीं करणे देता. अब पलट जवाब देता हु आपकी व्हिडिओ का सोर्स दे कर.. प्रणाम गुरुवर्य 🚩🙏🙏
राजा मानसिंह कछवाहा भगवान श्री राम के वंशज थे और बहुत ही कुशल शासक थे कई लोग कहते हैं की राजा मानसिंह को महाराणा प्रताप का साथ देना लेकिन वो उस समय की तत्कालीन स्तिथि को नहीं जानते थे अगर राजा मानसिंह महाराणा प्रताप के साथ हो जाते तो अकबर अफगान एलियंस कर लेता और भारत का इस्लामीकरण रोकना मुश्किल हो जाता राजा मानसिंह ने अपने जीवन में 77 युद्ध लड़े और हल्दीघाटी को छोड़कर सभी युद्ध जीते बंगाल से लेके अफगान तक की भूमि जीती जिन अफ़गानों को काबू करने में अच्छे अच्छे साम्राज्यों का पसीना छूट गया अमेरिका जैसा शक्तिशाली आधुनिक देश ने जिन अफ़गानों के समाने घुटने टेक दिए उस अफगानिस्तान में राजा मानसिंह ने घुस कर अफ़गानों को खदेड़ कर वहां के 5 बड़े कबीलों को ध्वस्त किया था और उन कबीलों से हर रंग को लेके कछवाहा राजवंश का पंचरंगा ध्वज बनाया जब अफगानी कुतुल खा उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर को ध्वस्त करने आया तब राजा मानसिंह ने कुतुल खा सहित पठानों की फौज को खदेड़ कर जगन्नाथ मंदिर सहित वहां के 700 मंदिरों को संरक्षण प्रदान किया था जिस मुगल काल में किसी हिन्दू को आंख उठाने तक की हिम्मत नहीं थीं उन मुगलों की नाक के आगे राजा मानसिंह ने आमेर जैसे बड़े बड़े महल बनवाए काशी का विश्वनाथ, सोमनाथ मंदिर, जगतशिरोमणि मथुरा के कृष्ण मंदिर जैसे बड़े बड़े तमाम हिन्दू मंदिरो का निमार्ण व जीर्णोद्वार करवाया तमाम आक्रांताओं से कई मंदिरों को संरक्षण दिया मुगल काल में सबसे ज्यादा हिंदू मंदिरों का निमार्ण ओर जीर्णोद्वार करवाया था राजा मानसिंह ने राजा मानसिंह की वजह से ही मुगल काल में हिंदू चैन से सो पाया था यह वही आमेर के कछवाहा राजपूत थे जिन्होंने भरी मुगल सल्तनत में एक भी कछवाहा राजपूत ने धर्म परिवर्तन नहीं किया यह वहीं राजा मानसिंह है जिसकी वजह से हिंदूओ का धर्म परिवर्तन नहीं हुआ था यह वही राजा मानसिंह है जिसने हिंदुओं के ऊपर से मुग़ल द्वारा लगाए गए टैक्स हटवाए थे यह वही राजा मानसिंह ने जिसकी वजह हिन्दू बहन बेटिया मुगलों की नजरों से बची रही यह वही राजा मानसिंह है जिसने आसफ खा को हल्दीघाटी युद्ध में घायल महाराणा प्रताप का पीछा करने नहीं दिया था यह वही राजा मानसिंह है जिसने हिंदू धर्म को जीवित रखा मंदिरों को संरक्षण दिया बहन बेटियों को संरक्षण दिया धर्म परिवर्तन नहीं होने दिया जिस अफगानिस्तान को कोई जीत नहीं पाया उस अफगानिस्तान को राजा मानसिंह ने जीता आज भी अफगान में कहावत है की जब कोई बच्चा रोता है तो उसकी मां कहती हैं सो जा वरना आमेर का मानसिंह आजाएगा यह खौफ था राजा मानसिंह का फर्जी काल्पनिक जोधा के बारे में तो सब बताते हैं पर अकबर की भतीजी बीबी मुबारक जिसका विवाह राजा मानसिंह से हुआ था उसके बारे में कोई नहीं बताता उस समय की स्थिति क्षत्रिय शासक समझ गए थे अगर युद्ध हुआ और हम वीरगती को पाएंगे और हमारी महिलाएं जौहर कर लेंगी पर आम जनता का क्या होगा मंदिरों का क्या होगा कौन बचाता उन्हें इन्हें दुर्दांत आक्रांताओं से इसलिए क्षत्रियों ने कुछ जगह समझौते किए ताकि वो जिंदा रहेंगे तो हिंदू और हिन्दू धर्म दोनों जीवित रह सकेंगे और जो समझौते किए थे वो सम्मान जनक समझौते थे लेकिन दक्षिणपंथी और वामपंथी क्षत्रियों के वास्तविक इतिहास को छुपाते हैं और एक क्षत्रियों के प्रति नेरेटिव फैलाए रखा
फ़ालतू बकवास हे अकबर पेंदा ही राजपूत घर में हुआ उस समय दिल्ली का शासक हेमू बन गया शेरशाह सूरी के बाद हेमू की हत्या अकबर ने की राजपूत सेना के सहयोग से अकबर की जगह राजपूत को हेमू का सहयोग करते तो मुगल वजुद ही खत्म हो जाता बात ईतनी थी हेमू एक सनातनी था ओर सनातन का साथ राजपूत को हजम नहीं था
@@UrsOd हेमू के विरुद्ध अकबर का समर्थन करने वाला बहरम खा और बाकि के मुगल समर्थक थे राजपूतों का उसमें कोई लेना देना ही नहीं था और हेमू तो पहले खुद ही मुगल सेवा में रहा और जब हुमायूं को ठोक पीट कर भगा दिया था तब उसकी बेगम ने अमरकोट के राणा वीरसाल सिंह के किले में शरण ली वही अकबर पैदा हुआ कई इतिहासकार तो यह तक कहते हैं की अकबर राणा वीरसाल सिंह की संतान था और हा राजपूतों को सनातन धर्म हजम नहीं होता तो 6 वी शताब्दी से 12 वी शताब्दी तक यानि 500 सालो तक इन आक्रांताओं को रोकने वाले कौन थे यह पता कर लेना 500 सालो तक राजपूतों ने एक इंच भर की जमीन पर पैर रखने नहीं दिया था इन हमलावरों को भरी मुगल सल्तनत में बड़े बड़े हिंदू मंदिरों को संरक्षण प्रदान करने वाले कौन थे हिंदुओं पर से मुगलों का टैक्स हटवाने कौन थे यह पता करके आना और फिर कहना उस समय की तत्कालीन स्तिथि या इतिहास का रत्ती भर भी ज्ञान नहीं है तो बोल क्यों रहे हो साफ कहो दक्षिणपंथी वामपंथियों के एजेंडे में से एक हो
What jodha vali bat fake hai? Btw uska naam jodha nahi hir kunwari tha aur vo man singh ki bua thi 😊 Vaise man singh ki 2 bahen ki shadi v jahangir se hui thi
I am an avid watcher of your history channel. Though I don’t have to appear in any exams . But got to know about our rich culture and history through your classes.
You are best sir in history. Aap me rajiv dixit ji ki jalak dikhti he sir. Plz iss desh ke logo ko jagruk kare aur apna asli itihas logo tak pahuchawe. I'm from udaipur.
Adi mansingh Maharana Pratap ke sath hota to usi samay mugal saydh bhag jate par yek video me aap ye batana jarur ki mansingh ji Akbar ke sath kiyo the kiya o gadar the aa majburi thi itna kosal oyha majburi to nahi ho sakta 😢
गुरुदेव प्लीज राजस्थान के राजनीतिक हिस्से पर भी तो video बनाओ ❤❤ pata nhi aap tak mera comment pahunch paayega ya nhi. Maine bahut teacher se padha h par aap ek baar mn hi yaad kara deto ho love you guruji 🙏🙏
Man Singh was a great warrior, general but unfortunately history had not judge him properly only brand him as traitor because he fought againts Pratap Singh..
Sir ji Aap kitna bhi Maan Singh koh glorify karo , Lekin Rahenga toh wo ek Desh Drohi hee , Malech Turk Mughal ki Naukri karta tha Man Singh ... Bharat meh Malechh Mughal ka Empire iske baje seh Strong hua ... Khud ko Prabhu Ram keh Vansaj mante hai yeh Kachhwe & Naukri Ravan rupi Malechhon ki karte hai . Amer bachane keliye apne behen koh Malech Turk keh Haram meh bhejta hai ye Man Singh... Behen ka sauda karne wale ka kaisa Maan Samnan ... iska naam Mughal Singh hona chaiye.. Jai Bhawani 🚩🚩🚩🚩
Sir or to sb thik h lekin ap slide or color acha liya kre plz .....brightness or colour or board colour acha nhi hone se thik se dikhta nji or pdne me mja nhi aata plzzz sir...😢
सीकर जिले के रेवासा धाम में राजा मान सिंह आमेर ने अगरदेवाचर्या जी महाराज के दर्शन किए इनके साथ उस समय दस हजार से ज्यादा कि फौज थी उस क्षेत्र को आज भी पड़ाव बोला जाता है
भादवा साहब एक्सीडेंट हिस्टोरियन कृपया समय समय पर अच्छी हिस्ट्री लाया करें राजाओं से संबंधित ताकि जनता के ज्ञान में वृद्धि हो नालायक जनता यंग जनरेशन को यह पता ही नहीं अपने पूर्वजों के हिस्ट्री भगवान आपकी उम्र लंबी करें आपको सच सच नमन
to me This Jai ur Royal family was very selfish and they did lot harm to India by helping Akbar if they worked with Rana Pratap and other Rajput kings ,these Muguls never stayed in power in India .
There is a wrong information.. jessore ruler was Pratap Aditya not Kedar Rai... at that time many zamindars of Bengal specially eastern Bengal had revolted againts akber, they are know as bara bhuyia...
आमेर के महाराजा मान सिंह ने अकबर का साथ देने का निर्णय कई राजनीतिक, कूटनीतिक, और व्यक्तिगत कारणों से किया था। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित थे: 1. राजनीतिक स्थिरता: अकबर ने राजपूतों के साथ मेल-मिलाप की नीति अपनाई थी। उन्होंने राजपूतों के साथ वैवाहिक संबंध बनाए और उन्हें अपने साम्राज्य का हिस्सा बनाया। इससे राजपूतों को अपनी स्वायत्तता बनाए रखते हुए मुगल साम्राज्य के तहत शांति और स्थिरता का लाभ मिला। 2. सैन्य और आर्थिक लाभ: मुगल साम्राज्य के साथ जुड़ने से मान सिंह को मुगल सेना और संसाधनों तक पहुंच मिली। इसके साथ ही, उनकी सैन्य क्षमताओं और राजनीतिक प्रभाव का विस्तार हुआ। 3. संबंध मजबूत करना: अकबर ने मान सिंह को उच्च दर्जे के पदों और जिम्मेदारियों से सम्मानित किया। उन्हें "नवरत्न" का दर्जा दिया गया और मुगल दरबार में उच्च सम्मान प्राप्त हुआ। 4. धर्म और संस्कृति के प्रति सहिष्णुता: अकबर ने "सुलह-ए-कुल" (सार्वभौमिक मेल-मिलाप) की नीति अपनाई थी, जिससे राजपूतों को अपने धर्म और संस्कृति को बनाए रखने की स्वतंत्रता मिली। 5. आक्रामकता से बचाव: यदि मान सिंह ने अकबर का साथ नहीं दिया होता, तो उन्हें मुगल सेना का सामना करना पड़ता। उस समय मुगलों की सैन्य शक्ति के सामने अकेले टिक पाना मुश्किल था। इसलिए, अकबर का साथ देना एक व्यावहारिक और दूरदर्शी निर्णय था। इस प्रकार, मान सिंह का अकबर का साथ देना उस समय की परिस्थितियों के अनुसार राजपूत राजाओं की सुरक्षा, प्रतिष्ठा और उनके राज्यों की स्थिरता के लिए एक रणनीतिक निर्णय था।
Ye bhi bata do fir last akabr ke bete jahghir ne mansingh ke sath kitna bura bartav kiya thaa mugal to apne guru Or apne father ke sage nahi huee tumhre kya saga ho
@@PawanKumar-bw3vr मे प्रोपर मेवाड उदयपुर का हि मूल निवासी हु , हम और अन्य समस्त जातिया जो यहा की मूल निवासी हे कुका हि बोलती हे ,आप और भी किसी को पूछ सकते हो जो यहां के ग्रामीण इलाके का लोकल हो
Bhardwaj ji 🙏 is the Story correct that Mansingh built a big palace in Agra by completely spreading gold coins for buying the Land area for the palace ------ is it true Mansingh sons were killed so the palace building was abandoned --------
क्या मीरा भाई बंगाल से आमेर पधारे थे क्या राजा मान सिंह आमेर से इनकी मुलाकात हुए क्या वहां पर हो रहे हिंदू अत्याचार से मीरा बई ने इनको सारी घटना बताई ये भी इतिहास की सचाई है या नहीं
मीरा बाई जी कि मृत्यु द्वारिका में सन 1547 में हो गई थी। जबकि मान सिंह का जन्म मीराबाई कि मृत्यु के दो साल बाद सन 1550 में हूआ तो फिर मान सिंह और मीराबाई कैसे मिल सकते हैं।
Sir ji mujhe ek bat smjh nhi ayi ye jitna itihas apse suna ek bat smjh nhi ayi kaise koi 50 hzar ki sena lakar itne lakho logo pr atyachar kr skta tha ghaznvi 17 bar akramn kiye abadali ne 17 bar akramn kiye aurngzeb itne mandir tudwa rha tha aur phir koi raja 1 lakh 2 lakh ki sena nhi bna paya prithvi raj chauhan ke bad esa kyu aur sbse badi chiz ap jiska bkhan kr rhe hai isne bhi maharana prtap ka sath nhi diya
आमेर के महाराजा मान सिंह ने अकबर का साथ देने का निर्णय कई राजनीतिक, कूटनीतिक, और व्यक्तिगत कारणों से किया था। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित थे: 1. राजनीतिक स्थिरता: अकबर ने राजपूतों के साथ मेल-मिलाप की नीति अपनाई थी। उन्होंने राजपूतों के साथ वैवाहिक संबंध बनाए और उन्हें अपने साम्राज्य का हिस्सा बनाया। इससे राजपूतों को अपनी स्वायत्तता बनाए रखते हुए मुगल साम्राज्य के तहत शांति और स्थिरता का लाभ मिला। 2. सैन्य और आर्थिक लाभ: मुगल साम्राज्य के साथ जुड़ने से मान सिंह को मुगल सेना और संसाधनों तक पहुंच मिली। इसके साथ ही, उनकी सैन्य क्षमताओं और राजनीतिक प्रभाव का विस्तार हुआ। 3. संबंध मजबूत करना: अकबर ने मान सिंह को उच्च दर्जे के पदों और जिम्मेदारियों से सम्मानित किया। उन्हें "नवरत्न" का दर्जा दिया गया और मुगल दरबार में उच्च सम्मान प्राप्त हुआ। 4. धर्म और संस्कृति के प्रति सहिष्णुता: अकबर ने "सुलह-ए-कुल" (सार्वभौमिक मेल-मिलाप) की नीति अपनाई थी, जिससे राजपूतों को अपने धर्म और संस्कृति को बनाए रखने की स्वतंत्रता मिली। 5. आक्रामकता से बचाव: यदि मान सिंह ने अकबर का साथ नहीं दिया होता, तो उन्हें मुगल सेना का सामना करना पड़ता। उस समय मुगलों की सैन्य शक्ति के सामने अकेले टिक पाना मुश्किल था। इसलिए, अकबर का साथ देना एक व्यावहारिक और दूरदर्शी निर्णय था। इस प्रकार, मान सिंह का अकबर का साथ देना उस समय की परिस्थितियों के अनुसार राजपूत राजाओं की सुरक्षा, प्रतिष्ठा और उनके राज्यों की स्थिरता के लिए एक रणनीतिक निर्णय था।
Shivam kumar tumhne history to pdhe liya or sune bhi liya lakin ye nahi socha bharat me jaichando ki kami nahi thii ye wo jaichand hote jo apne raja ki jaankari shartu sena ko de dete thee or ajje bhi bharat me jai chando ki kami nahi h
1200 isvi k bad kya halat the bharat k..... Rajasthan k alawa pura bharat islamic ho gya tha ..... Rahi baat mewad ki Aravali ki pahadi me tope nhi ja sakti ....or unke sath bhill Meena the ............ Rajputo ne koi theka le rakha tha .........baki kya kar rhe the ...... History ko Vidyarthi bn kar padho ........vese aap k purwajo ko mna to nhi tha....
Bhai shivam ji aapki kuchh baate sahi hain, par saari sahi nahi. baat ye hai ki kisi bhi muslim aakranta ne 17 baar hamla nahi kiya chahe mahmood ghaznavi ho ya shahabuddin ghauri ho. ye sab videshi lutero ki jhoothi shaan me likha gaya hai aur dusari baat hamare desh me veero ki koi kami nahi thi unhone sada in dushto ka muh tod jawab diya. lekin hamare itihas me lutero ko badha chadha kar pesh kiya fir chahe sikandar ho ya muslim ya angrez.
आज एक लंबे समय बात आपका चैनल दिखा मेने राजस्थान gk आपके चैनल से ही शुरू किया था 2019 में फिर 2023 में लेवल 1 की टीचर बन गई थैंक्यू सर,🙏
2011 me patwari ke liye maths padhi thi ,wo bhi bhaut acchi padate the sir.
Congratulations
सर आप बहुत अच्छे इतिहास के बारे में बताते हैं मुझे बहुत अच्छा लगता है
जी धन्यवाद।।
Mansingh ne jo kiya Akber ke lie kiya , mugal empire ko syrong kiya hinduon ki gulami ko pakka ker diya h . Muglo ko muslmano ko migal empire ko itna strong ker diya ki hindu community v snatan culture ko permanent muglo ka gulam bna diya .
Dusra ager Akber Mansing ko sath nhi leta uske uske muslman derbari hi usko kill ker dete
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN sar maine apse kaha tha ek Rajput kaal per video banaye aap 647 se 1192 tak ka please 🙏
Please sir @BHARDWAJCLASSESRA make the video for us @@allvideoenjoy4005
सर जी आप जैसी,हिस्ट्री कोई नहीं समझा सकता,,, मुझे हमेशा आपके वीडियो का इंतजार रहता है,❤❤
गुरुवर्य मैं आपकी व्हिडिओ देखणे से पहले ही लाईक कर देता हु.. मुझे आपके ज्ञान पर गर्व हैं किसिको भी अपने गौरवशाली इतिहास पर नकारात्मक टिप्पणी नहीं करणे देता. अब पलट जवाब देता हु आपकी व्हिडिओ का सोर्स दे कर.. प्रणाम गुरुवर्य 🚩🙏🙏
Sir आपका podcast देखा था बहौत अच्छा लगा, आनंद आगया।
Sir ji aise he history ki baate btate rahiye..jai bharat
Very nice Study and Classic presentation..... Very interesting... Thanks a lot.
Sir apki history padane ka tarika jabardast hai 👍
All the best sir ji .
उस कायर मानसिंह का हमारे सामने नाम है मत लो
राजा मानसिंह कछवाहा भगवान श्री राम के वंशज थे और बहुत ही कुशल शासक थे कई लोग कहते हैं की राजा मानसिंह को महाराणा प्रताप का साथ देना लेकिन वो उस समय की तत्कालीन स्तिथि को नहीं जानते थे अगर राजा मानसिंह महाराणा प्रताप के साथ हो जाते तो अकबर अफगान एलियंस कर लेता और भारत का इस्लामीकरण रोकना मुश्किल हो जाता राजा मानसिंह ने अपने जीवन में 77 युद्ध लड़े और हल्दीघाटी को छोड़कर सभी युद्ध जीते बंगाल से लेके अफगान तक की भूमि जीती जिन अफ़गानों को काबू करने में अच्छे अच्छे साम्राज्यों का पसीना छूट गया अमेरिका जैसा शक्तिशाली आधुनिक देश ने जिन अफ़गानों के समाने घुटने टेक दिए उस अफगानिस्तान में राजा मानसिंह ने घुस कर अफ़गानों को खदेड़ कर वहां के 5 बड़े कबीलों को ध्वस्त किया था और उन कबीलों से हर रंग को लेके कछवाहा राजवंश का पंचरंगा ध्वज बनाया जब अफगानी कुतुल खा उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर को ध्वस्त करने आया तब राजा मानसिंह ने कुतुल खा सहित पठानों की फौज को खदेड़ कर जगन्नाथ मंदिर सहित वहां के 700 मंदिरों को संरक्षण प्रदान किया था जिस मुगल काल में किसी हिन्दू को आंख उठाने तक की हिम्मत नहीं थीं उन मुगलों की नाक के आगे राजा मानसिंह ने आमेर जैसे बड़े बड़े महल बनवाए काशी का विश्वनाथ, सोमनाथ मंदिर, जगतशिरोमणि मथुरा के कृष्ण मंदिर जैसे बड़े बड़े तमाम हिन्दू मंदिरो का निमार्ण व जीर्णोद्वार करवाया तमाम आक्रांताओं से कई मंदिरों को संरक्षण दिया मुगल काल में सबसे ज्यादा हिंदू मंदिरों का निमार्ण ओर जीर्णोद्वार करवाया था राजा मानसिंह ने राजा मानसिंह की वजह से ही मुगल काल में हिंदू चैन से सो पाया था यह वही आमेर के कछवाहा राजपूत थे जिन्होंने भरी मुगल सल्तनत में एक भी कछवाहा राजपूत ने धर्म परिवर्तन नहीं किया यह वहीं राजा मानसिंह है जिसकी वजह से हिंदूओ का धर्म परिवर्तन नहीं हुआ था यह वही राजा मानसिंह है जिसने हिंदुओं के ऊपर से मुग़ल द्वारा लगाए गए टैक्स हटवाए थे यह वही राजा मानसिंह ने जिसकी वजह हिन्दू बहन बेटिया मुगलों की नजरों से बची रही यह वही राजा मानसिंह है जिसने आसफ खा को हल्दीघाटी युद्ध में घायल महाराणा प्रताप का पीछा करने नहीं दिया था यह वही राजा मानसिंह है जिसने हिंदू धर्म को जीवित रखा मंदिरों को संरक्षण दिया बहन बेटियों को संरक्षण दिया धर्म परिवर्तन नहीं होने दिया जिस अफगानिस्तान को कोई जीत नहीं पाया उस अफगानिस्तान को राजा मानसिंह ने जीता आज भी अफगान में कहावत है की जब कोई बच्चा रोता है तो उसकी मां कहती हैं सो जा वरना आमेर का मानसिंह आजाएगा यह खौफ था राजा मानसिंह का फर्जी काल्पनिक जोधा के बारे में तो सब बताते हैं पर अकबर की भतीजी बीबी मुबारक जिसका विवाह राजा मानसिंह से हुआ था उसके बारे में कोई नहीं बताता उस समय की स्थिति क्षत्रिय शासक समझ गए थे अगर युद्ध हुआ और हम वीरगती को पाएंगे और हमारी महिलाएं जौहर कर लेंगी पर आम जनता का क्या होगा मंदिरों का क्या होगा कौन बचाता उन्हें इन्हें दुर्दांत आक्रांताओं से इसलिए क्षत्रियों ने कुछ जगह समझौते किए ताकि वो जिंदा रहेंगे तो हिंदू और हिन्दू धर्म दोनों जीवित रह सकेंगे और जो समझौते किए थे वो सम्मान जनक समझौते थे लेकिन दक्षिणपंथी और वामपंथी क्षत्रियों के वास्तविक इतिहास को छुपाते हैं और एक क्षत्रियों के प्रति नेरेटिव फैलाए रखा
फ़ालतू बकवास हे अकबर पेंदा ही राजपूत घर में हुआ उस समय दिल्ली का शासक हेमू बन गया शेरशाह सूरी के बाद हेमू की हत्या अकबर ने की राजपूत सेना के सहयोग से अकबर की जगह राजपूत को हेमू का सहयोग करते तो मुगल वजुद ही खत्म हो जाता बात ईतनी थी हेमू एक सनातनी था ओर सनातन का साथ राजपूत को हजम नहीं था
@@UrsOd हेमू के विरुद्ध अकबर का समर्थन करने वाला बहरम खा और बाकि के मुगल समर्थक थे राजपूतों का उसमें कोई लेना देना ही नहीं था और हेमू तो पहले खुद ही मुगल सेवा में रहा और जब हुमायूं को ठोक पीट कर भगा दिया था तब उसकी बेगम ने अमरकोट के राणा वीरसाल सिंह के किले में शरण ली वही अकबर पैदा हुआ कई इतिहासकार तो यह तक कहते हैं की अकबर राणा वीरसाल सिंह की संतान था और हा राजपूतों को सनातन धर्म हजम नहीं होता तो 6 वी शताब्दी से 12 वी शताब्दी तक यानि 500 सालो तक इन आक्रांताओं को रोकने वाले कौन थे यह पता कर लेना 500 सालो तक राजपूतों ने एक इंच भर की जमीन पर पैर रखने नहीं दिया था इन हमलावरों को भरी मुगल सल्तनत में बड़े बड़े हिंदू मंदिरों को संरक्षण प्रदान करने वाले कौन थे हिंदुओं पर से मुगलों का टैक्स हटवाने कौन थे यह पता करके आना और फिर कहना उस समय की तत्कालीन स्तिथि या इतिहास का रत्ती भर भी ज्ञान नहीं है तो बोल क्यों रहे हो साफ कहो दक्षिणपंथी वामपंथियों के एजेंडे में से एक हो
What jodha vali bat fake hai?
Btw uska naam jodha nahi hir kunwari tha aur vo man singh ki bua thi 😊
Vaise man singh ki 2 bahen ki shadi v jahangir se hui thi
😂😂 haha tum logon ka yahi andhvishwash toh tumhe andhbhagt banata hai..
Billkul bhai 🙏🏻🙌🏻
I am an avid watcher of your history channel. Though I don’t have to appear in any exams . But got to know about our rich culture and history through your classes.
You are best sir in history. Aap me rajiv dixit ji ki jalak dikhti he sir. Plz iss desh ke logo ko jagruk kare aur apna asli itihas logo tak pahuchawe. I'm from udaipur.
मैं चित्तौड़गढ़ से,🚩 जय मैवाड 🚩
सर अकबर को डर था अगर मानसीह ऐक जगह रहे तो हिन्दू विरासत बना देंगे फीर मानसीह को जीतना ना मुनकिन होगा
😂😂😂😂 mast joke mara hai
@@मालसीगवीमालसीगवी 😂😂😂
Lol😂😂😂😂😂😂
Lol
Man Singh was 2 Phatak katwa
Sir pls do something for Bangladesh Hindus. 🙏🙏🙏 Jai Sri Ram.
हिंदुओं को स्वयं इकट्ठा होना होगा।।
@@BHARDWAJCLASSESRAMANyes you are right sir please accept my request you made video for Jahangir ❤❤❤
Adi mansingh Maharana Pratap ke sath hota to usi samay mugal saydh bhag jate par yek video me aap ye batana jarur ki mansingh ji Akbar ke sath kiyo the kiya o gadar the aa majburi thi itna kosal oyha majburi to nahi ho sakta 😢
Jay Hind Jay Maharatra Jay Vidharb. Namaste Masterji
राजा मानसिंह एक बहुत ही बहादुर योद्धा थे।❤❤
Detail History Of Sawaai Maan Singh Very Nice Video Sir Ji
Thanks
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Thank you Bharadwaj ----------
Man singh was one of the greatest military commanders of 16th century
Vo itna bada commander tha tabhi Akbar ka goo khata raha jeevan bhar.
श्री मान जी राव भाट मोजूद है जानकारी मिल जाएगी जय हिन्द
Thanks sir aapki history badi aachhi lagti hai
गुरुदेव प्लीज राजस्थान के राजनीतिक हिस्से पर भी तो video बनाओ ❤❤ pata nhi aap tak mera comment pahunch paayega ya nhi. Maine bahut teacher se padha h par aap ek baar mn hi yaad kara deto ho love you guruji 🙏🙏
Jay Rajputana
Haridwar me bhi raja mansingh ki chhatri moujud hai. Yane vahabhi koi Rachna mansingh dwara ki gai thi.
Mighty Rohtasgarh Fort is arguably the biggest fort in the world walls of the fort is as big as 42km sq
गलत इतिहास प्रायोजित नहीं करना चाहिए।
Bahut dino ke baad guruji aap padhare hai aapko koti koti pranam guruji
Sir manmati urf jagatgusayi mota raja उदयसिंह जोडपुर ki beti thi जयपुर से नही जिसका विवाह सलीम से किया गया
Bahut sir hamko wait karna padta hai lekin aapko bhi bahut sari problem hoti hai sir video banane me
लंबी प्रतीक्षा के लिए क्षमा।।
Sir ji course kab tak avlable hoga hme
Available on application
Koi course nhi aa rha he sir paid course 🙏
Sir you deeply historic,
Kya maan se gaya guzra bhi koi gaddar hoga 🙏🤔
You are100 percent right bro.
Watching it from Jaipur
Santaji Ghorpade par video banao
Sir Haldighati ke yudh ke bad mharana Partap ke dehant Tak Puri histy ka widiyo banavo
आपको कोटि कोटि प्रणाम
जय श्री राम
Har Har Mahadev Jay Siyaram 🙏🚩⚔️
Sir navratn jaisa koi concept nahi tha. Ye baad ki kahani hai.
Historian Irfan habib ne esa bola hai.
Senya अभियान के दोरान आमेर में कौन शासन की देख रेख कर रहा था
Diwan rule karte the according to rajput shashan
गुरु जी एक वीडियो मिर्जा राजा जय सिंह और उनके पुत्र राम सिंह पर भी वीडियो बनाए
Man Singh was a great warrior, general but unfortunately history had not judge him properly only brand him as traitor because he fought againts Pratap Singh..
True brother
हममें एकता पहले भी नहीं थी आज भी नहीं है 😢
Samrat Chandragupta maurya or Samrat ashoka pr video 📹 banahiye
Afghanistan me mansingh ne kuchh banway tha kya? Koi mandir ya building??
usne jeevan bhar akbar ki ghulami ke siva kuchh nahi kiya . hamara durbhagya hai ki aaj us deshdrohi ki badayi sun rahe hain .
Sir ji Aap kitna bhi Maan Singh koh glorify karo , Lekin Rahenga toh wo ek Desh Drohi hee , Malech Turk Mughal ki Naukri karta tha Man Singh ...
Bharat meh Malechh Mughal ka Empire iske baje seh Strong hua ...
Khud ko Prabhu Ram keh Vansaj mante hai yeh Kachhwe & Naukri Ravan rupi Malechhon ki karte hai .
Amer bachane keliye apne behen koh Malech Turk keh Haram meh bhejta hai ye Man Singh... Behen ka sauda karne wale ka kaisa Maan Samnan ...
iska naam Mughal Singh hona chaiye..
Jai Bhawani 🚩🚩🚩🚩
aap bilkul sahi kah rahe hain .mai to us neech mansigh par thukna bhi pasand nahi karta .
Sir or to sb thik h lekin ap slide or color acha liya kre plz .....brightness or colour or board colour acha nhi hone se thik se dikhta nji or pdne me mja nhi aata plzzz sir...😢
मानसिंह जी एक महान मिलिट्री कमांडर थे
यार अहिरो को समझाओ ये
उन्होंने अफगानिस्तान में अफरीदी ( 1948 कश्मीर नरसंहार के जिम्मेदार कबिला ) का नरसंहार किया था | 🙏🚩
@@greatkaafir7478 वो जिस काबिल थे वैसा ही व्यवहार समयोचित था
Akbar ka ek जागीरदार गुलाम था😂
खीच ज्यादा रहे हो पर फिर भी बहुत अच्छी जानकारी
आमेर में कनक वृंदावन जयपुर में राधा गोविंद मंदिर, जलमहल मानसागर झील
Namaskar sir ji 🙏🙏
Koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti koti pranam guruji
Is baar bht time ⏲️ bad video 📹 upload kiya
Ha
बड़े दिन पश्चात वीडियो आया है गुरूजी 🚩🚩
Ji
सीकर जिले के रेवासा धाम में राजा मान सिंह आमेर ने अगरदेवाचर्या जी महाराज के दर्शन किए इनके साथ उस समय दस हजार से ज्यादा कि फौज थी उस क्षेत्र को आज भी पड़ाव बोला जाता है
धन्यवाद सर जी
Thekns so much ♥️♥️
बहुत बढ़िया जानकारी देते हो
Apki har वीडियो ka इंतजार रहता है
हिंदुओं को jagna chaiye ki kya kya diya मुगलों me hme
भादवा साहब एक्सीडेंट हिस्टोरियन कृपया समय समय पर अच्छी हिस्ट्री लाया करें राजाओं से संबंधित ताकि जनता के ज्ञान में वृद्धि हो नालायक जनता यंग जनरेशन को यह पता ही नहीं अपने पूर्वजों के हिस्ट्री भगवान आपकी उम्र लंबी करें आपको सच सच नमन
to me This Jai ur Royal family was very selfish and they did lot harm to India by helping Akbar if they worked with Rana Pratap and other Rajput kings ,these Muguls never stayed in power in India .
Sir AAP me koi course nhi aa rha he kab tak aayega.. free vali classe bta rha he
There is a wrong information.. jessore ruler was Pratap Aditya not Kedar Rai... at that time many zamindars of Bengal specially eastern Bengal had revolted againts akber, they are know as bara bhuyia...
Hatha barhat ke bareme bhi batave
सनातन धर्म रक्षक राजा मान सिंह कछावा जी की जय हो 🚩🚩🚩
जय श्री राम 🚩🚩
Bahut achhi jankari hukum
राणा प्रताप का संग नहीं रहा
राजा मान सिंह आमेर महान राजा थे गंगा माई के भजनों में आज भी इस महान राजा का नाम आदर सहित लिया जाता ह
आमेर के महाराजा मान सिंह ने अकबर का साथ देने का निर्णय कई राजनीतिक, कूटनीतिक, और व्यक्तिगत कारणों से किया था। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित थे:
1. राजनीतिक स्थिरता: अकबर ने राजपूतों के साथ मेल-मिलाप की नीति अपनाई थी। उन्होंने राजपूतों के साथ वैवाहिक संबंध बनाए और उन्हें अपने साम्राज्य का हिस्सा बनाया। इससे राजपूतों को अपनी स्वायत्तता बनाए रखते हुए मुगल साम्राज्य के तहत शांति और स्थिरता का लाभ मिला।
2. सैन्य और आर्थिक लाभ: मुगल साम्राज्य के साथ जुड़ने से मान सिंह को मुगल सेना और संसाधनों तक पहुंच मिली। इसके साथ ही, उनकी सैन्य क्षमताओं और राजनीतिक प्रभाव का विस्तार हुआ।
3. संबंध मजबूत करना: अकबर ने मान सिंह को उच्च दर्जे के पदों और जिम्मेदारियों से सम्मानित किया। उन्हें "नवरत्न" का दर्जा दिया गया और मुगल दरबार में उच्च सम्मान प्राप्त हुआ।
4. धर्म और संस्कृति के प्रति सहिष्णुता: अकबर ने "सुलह-ए-कुल" (सार्वभौमिक मेल-मिलाप) की नीति अपनाई थी, जिससे राजपूतों को अपने धर्म और संस्कृति को बनाए रखने की स्वतंत्रता मिली।
5. आक्रामकता से बचाव: यदि मान सिंह ने अकबर का साथ नहीं दिया होता, तो उन्हें मुगल सेना का सामना करना पड़ता। उस समय मुगलों की सैन्य शक्ति के सामने अकेले टिक पाना मुश्किल था। इसलिए, अकबर का साथ देना एक व्यावहारिक और दूरदर्शी निर्णय था।
इस प्रकार, मान सिंह का अकबर का साथ देना उस समय की परिस्थितियों के अनुसार राजपूत राजाओं की सुरक्षा, प्रतिष्ठा और उनके राज्यों की स्थिरता के लिए एक रणनीतिक निर्णय था।
Ye bhi bata do fir last akabr ke bete jahghir ne mansingh ke sath kitna bura bartav kiya thaa mugal to apne guru Or apne father ke sage nahi huee tumhre kya saga ho
क्या घोड़ों की टाप रही होगी जीवन भर, एक योद्धा का जीवन जीया ।
इसके अलावा मान सिंह रोज 5000 राम नाम का जप भी करते थे ॥
मान सिंह का वाक्य था, सबै भुमि गोपाल की ।
बिल्कुल सत्य
Yoddha ka nahi ghulam ka jeevan tha saale ka .aur wo mala jaap karta hoga akbar ke naam ki .dogala tha neech .
Kika means Balak hota hai waha Mewar ki bolchal me!
Kika nahi kuka
@jitendradewaan24 Rajveer sir toh kika hi bole
@@PawanKumar-bw3vr मे प्रोपर मेवाड उदयपुर का हि मूल निवासी हु , हम और अन्य समस्त जातिया जो यहा की मूल निवासी हे कुका हि बोलती हे ,आप और भी किसी को पूछ सकते हो जो यहां के ग्रामीण इलाके का लोकल हो
@jitendradewaan24 Rajveer Sir springboard academy! Magar thik hai app kah rahe hai toh
झाड़ी को कचनार का वृक्ष भी बोलते हैं ।
Apne iska north east military yani ahom rajya k saath hua yudh toh btaya nhi
Sir 60sati hui vo sab rajput hogi or jo baki Vali sati nhi vo ho sakta hai ki muslim raniya ho uski
You make a video for Jahangir ❤❤❤
Jhadi nahin kachnar ka vruksh hai
Bharmal ne Apni beti vivah kyu_______;;!!!!!
रमन जी आपने सही इतिहास बताकर इस महान राजा के साथ न्याय कर रहे हो इसके साथ ही आपको ओर वीडियो बनाने होंगे
इतिहास में मान सिंह को वो मान,सम्मान नही मिला । जिसके वो हकदार थे
Wo joote khane ka haqdar tha ,jo use nahi mile .
❤❤❤
🙏🙏🙏🚩🚩🚩
Bhardwaj ji 🙏 is the Story correct that Mansingh built a big palace in Agra by completely spreading gold coins for buying the Land area for the palace ------ is it true Mansingh sons were killed so the palace building was abandoned --------
यह सब सुन कर अब राजपूतों का सीना फुलकर 56 इंच का हो गया होगा❗ 😅
हिंदूओ कि पिता मानसिंह को सत सत नमन ❤
Tera baap hoga mansingh ,samjha ? hamara nahi .
@ShailendraSingh-lp9hc rajput?
क्या मीरा भाई बंगाल से आमेर पधारे थे क्या राजा मान सिंह आमेर से इनकी मुलाकात हुए क्या वहां पर हो रहे हिंदू अत्याचार से मीरा बई ने इनको सारी घटना बताई ये भी इतिहास की सचाई है या नहीं
मीरा बाई जी कि मृत्यु द्वारिका में सन 1547 में हो गई थी। जबकि मान सिंह का जन्म मीराबाई कि मृत्यु के दो साल बाद सन 1550 में हूआ तो फिर मान सिंह और मीराबाई कैसे मिल सकते हैं।
विक्रम संवत 1547
Sir, Geopolitics par video aur banao. Please.
सबसे जादा भारत को गुलाम बनाने मैं इस जयचंदमेरा मतलब मानसिंह ने रोल अदा किया
Sir ji mujhe ek bat smjh nhi ayi ye jitna itihas apse suna ek bat smjh nhi ayi kaise koi 50 hzar ki sena lakar itne lakho logo pr atyachar kr skta tha ghaznvi 17 bar akramn kiye abadali ne 17 bar akramn kiye aurngzeb itne mandir tudwa rha tha aur phir koi raja 1 lakh 2 lakh ki sena nhi bna paya prithvi raj chauhan ke bad esa kyu aur sbse badi chiz ap jiska bkhan kr rhe hai isne bhi maharana prtap ka sath nhi diya
आमेर के महाराजा मान सिंह ने अकबर का साथ देने का निर्णय कई राजनीतिक, कूटनीतिक, और व्यक्तिगत कारणों से किया था। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित थे:
1. राजनीतिक स्थिरता: अकबर ने राजपूतों के साथ मेल-मिलाप की नीति अपनाई थी। उन्होंने राजपूतों के साथ वैवाहिक संबंध बनाए और उन्हें अपने साम्राज्य का हिस्सा बनाया। इससे राजपूतों को अपनी स्वायत्तता बनाए रखते हुए मुगल साम्राज्य के तहत शांति और स्थिरता का लाभ मिला।
2. सैन्य और आर्थिक लाभ: मुगल साम्राज्य के साथ जुड़ने से मान सिंह को मुगल सेना और संसाधनों तक पहुंच मिली। इसके साथ ही, उनकी सैन्य क्षमताओं और राजनीतिक प्रभाव का विस्तार हुआ।
3. संबंध मजबूत करना: अकबर ने मान सिंह को उच्च दर्जे के पदों और जिम्मेदारियों से सम्मानित किया। उन्हें "नवरत्न" का दर्जा दिया गया और मुगल दरबार में उच्च सम्मान प्राप्त हुआ।
4. धर्म और संस्कृति के प्रति सहिष्णुता: अकबर ने "सुलह-ए-कुल" (सार्वभौमिक मेल-मिलाप) की नीति अपनाई थी, जिससे राजपूतों को अपने धर्म और संस्कृति को बनाए रखने की स्वतंत्रता मिली।
5. आक्रामकता से बचाव: यदि मान सिंह ने अकबर का साथ नहीं दिया होता, तो उन्हें मुगल सेना का सामना करना पड़ता। उस समय मुगलों की सैन्य शक्ति के सामने अकेले टिक पाना मुश्किल था। इसलिए, अकबर का साथ देना एक व्यावहारिक और दूरदर्शी निर्णय था।
इस प्रकार, मान सिंह का अकबर का साथ देना उस समय की परिस्थितियों के अनुसार राजपूत राजाओं की सुरक्षा, प्रतिष्ठा और उनके राज्यों की स्थिरता के लिए एक रणनीतिक निर्णय था।
@@ajaysinghrajawat7028इसका मतलब आप बताना चाह रहे हैं कि मुगलो का विरोध करने वाले जो भी राजा थे वह गलत थे और मुगलो का साथ देने वाले सही***🤔
Shivam kumar tumhne history to pdhe liya or sune bhi liya lakin ye nahi socha bharat me jaichando ki kami nahi thii ye wo jaichand hote jo apne raja ki jaankari shartu sena ko de dete thee or ajje bhi bharat me jai chando ki kami nahi h
1200 isvi k bad kya halat the bharat k..... Rajasthan k alawa pura bharat islamic ho gya tha .....
Rahi baat mewad ki Aravali ki pahadi me tope nhi ja sakti ....or unke sath bhill Meena the ............
Rajputo ne koi theka le rakha tha .........baki kya kar rhe the ......
History ko Vidyarthi bn kar padho ........vese aap k purwajo ko mna to nhi tha....
Bhai shivam ji aapki kuchh baate sahi hain, par saari sahi nahi. baat ye hai ki kisi bhi muslim aakranta ne 17 baar hamla nahi kiya chahe mahmood ghaznavi ho ya shahabuddin ghauri ho. ye sab videshi lutero ki jhoothi shaan me likha gaya hai aur dusari baat hamare desh me veero ki koi kami nahi thi unhone sada in dushto ka muh tod jawab diya. lekin hamare itihas me lutero ko badha chadha kar pesh kiya fir chahe sikandar ho ya muslim ya angrez.
सफेद रंग मत्स्य जनपद का झंडा रहा है