महर्षि मेँहीँ पदावली | Maharshi Mehi Bhajan | संतमत भजन | जय जय राम जय जय राम

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  • Опубликовано: 18 июн 2021
  • 🎵महर्षि मेँहीँ पदावली,
    भजन स्वर- कंचन कुमारी,
    अखिल भारतीय संतमत-सत्संग-महासभा,
    महर्षि मेँहीँ धाम, मणियारपुर, मंदार पर्वत, बौंसी, बाँका, बिहार।
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    / @maharshimehihriday
    महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की जीवनी #
    महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज का अवतरण विक्रमी संवत् 1942 के वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि तदनुसार 28 अप्रैल , सन् 1885 ई० , मंगलवार को बिहार राज्यान्तर्गत सहरसा जिले ( अब मधेपुरा जिले ) के उदाकिशुनगंज थाने के खोखशी श्याम ( मझुआ ) नामक ग्राम में अपने नाना के यहाँ हुआ था । जन्म से ही इनके सिर पर सात जटाएँ थीं , जो प्रतिदिन कंघी से सुलझा दिये जाने पर भी दूसरे दिन प्रातःकाल पुनः अपने - आप सात - की - सात जटाओं में उलझ जाती थीं । लोगों ने समझा कि अवश्य ही किन्हीं योगी - महात्मा का जन्म हुआ है ।
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    सन् 1904 ई० की 3 जुलाई से प्रारंभ हो रही एन्ट्रेस के फर्स्ट क्लास ( आधुनिक मैट्रिक ) की परीक्षा में ये सम्मिलित हुए । दूसरे दिन की अंगरेजी परीक्षा के प्रश्नपत्र के पहले प्रश्न में ' Builders ' ( बिल्डर्स ) नामक कविता की जिन प्रारंभिक चार पंक्तियों को उद्धृत करके उनकी व्याख्या अंगरेजी में लिखने का निर्देश किया गया था , वे इस प्रकार दो For the structure that we raise , Time is with material's field . Our todays and yesterdays , Are the blocks with which we build . इन पंक्तियों को उद्धृत करके इनकी व्याख्या लिखते - लिखते इनमें वैराग्य की भावना इतनी प्रबल हो गयी कि इन्होंने मानस की यह अर्धाली "देह घरे कर यहि फल भाई । भजिय राम सब काम बिहाई ॥ " लिखकर परीक्षा - भवन का परित्याग कर दिया और यहीं इनकी स्कूली शिक्षा का भी अन्त हो गया ।
    इन्होंने आजीवन ब्रह्मचारी रहकर ईश्वर की भक्ति में अपना समस्त जीवन बिता देने का संकल्प किया। इन्होंने 1909 ई 1909० में बाबा देवी साहब - द्वारा निर्दिष्ट दृष्टियोग की विधि भागलपुर नगर के मायागंज - निवासी बाबू श्रीराजेन्द्रनाथ सिंहजी से प्राप्त की , तो इन्हें बड़ा सहारा मिला । उसी वर्ष विजया दशमी के शुभ अवसर पर श्रीराजेन्द्रनाथ सिंहजी ने भागलपुर में ही बाबा देवी साहब से इनकी भेंट कराकर उनके हाथ में इनका हाथ थमा दिया । बाबा देवी साहब - जैसे महान् सन्त को पाकर ये निहाल - से हो गये।
    ईश्वर प्राप्ति और नादानुसंधान साधना #
    सन् 1912 ई ० में बाबा देवी साहब ने स्वेच्छा से इन्हें शब्दयोग की विधि बतलाते हुए कहा कि अभी तुम दस वर्ष तक केवल दृष्टियोग का ही अभ्यास करते रहो । दृष्टियोग में पूर्ण हो जाने पर ही शब्दयोग का अभ्यास करना । शब्दयोग की विधि अभी मैंने तुम्हें इसलिए बता दी कि यह तुम्हारी जानकारी में रहे। सन् 1919 ई ० में सिकलीगढ़ धरहरा में इन्होंने जमीन के नीचे एक ध्यान - कूप बनाया और उसमें लगातार तीन महीने तक अकेले रहकर तपस्यापूर्ण साधना की , जिसमें इनका शरीर अत्यन्त क्षीण हो गया । सन् 1933-34 ई ० में इन्होंने पूर्ण तत्परता के साथ 18 महीने तक भागलपुर नगर के मायागंज महल्ले के पास गंगा - तट पर अवस्थित कुप्पाघाट की गुफा में शब्दयोग की गंभीर साधना की , फलस्वरूप ये आत्मसाक्षात्कार करने में सफल हो गये ।
    अब इनका ध्यान सन्तमत - सत्संग के प्रचार - प्रसार की ओर विशेष रूप से गया । इन्होंने सत्संग की एक विशेष नियमावली तैयार की । फिर क्या था ? जिलास्तर पर दो दिनों के लिए और अखिल भारतीय स्तर पर तीन दिनों के लिए जगह - जगह वार्षिक सत्संग - अधिवेशन होने लगे । ढाई - तीन सौ से अधिक सत्संग - आश्रम देश - विदेशों में स्थापित हो चुके हैं ।
    संसाररूपी रंगमंच पर आकर प्रत्येक प्राणी अपनी भूमिका अदा करके चल देता है । अध्यात्म - गगन के यह महान् सूर्य भी 8 जून , सन् 1986 ई० , रविवार को अपने जीवन के 101 वर्ष पूरे करके हमारी आँखों से ओझल हो ब्रह्मलीन हो गये।
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Комментарии • 11

  • @bharatprasadsingh1872
    @bharatprasadsingh1872 Месяц назад +2

    श्री सतगुरु महाराज की जय 🌿🙏🌿🙇😊

  • @rekhasinha1795
    @rekhasinha1795 2 года назад +1

    ऐसे ऐसे राम्रो राम्रो ठाउँ यानि अछे अछे रमनिऐ जगह दिखाते रहे जय गुरु😊👌👍️❣️❣️🙏🙏🙏

  • @RoshanKumar-mf2sy
    @RoshanKumar-mf2sy 6 месяцев назад +1

    Jai Gurumaharaj🙏🙏🙏🙏🙏

  • @MeeraDevi-ob8is
    @MeeraDevi-ob8is 2 года назад +1

    Ati madur dun aor Aawj vi Jay Guru Maharaj ji

  • @sanjukeshri9578
    @sanjukeshri9578 2 года назад +1

    Shree Sat Guru Maharaj ki jai 🙏🙏

  • @subodhsah939
    @subodhsah939 2 года назад +2

    Mughe santmat satsung bahut achcha lagta hai

    • @MaharshiMehiHriday
      @MaharshiMehiHriday  2 года назад +1

      भाग्यवान को ही सत्संग में रस मिलता है....
      🚩🙏🏻🙏🏻🚩

  • @RakeshKumar-bp8pi
    @RakeshKumar-bp8pi 2 года назад +2

    Jay Guru Maharaj!

  • @sagarpradhan9161
    @sagarpradhan9161 3 года назад +3

    Shree sat guru maharaaj ki Jai 🙏🙏🙏

  • @arvindkumardas2130
    @arvindkumardas2130 3 года назад +1

    Shri sadguru Maharaj ke Shri chrano me kotisah naman 🙏🙏🙏

  • @sureshthakur4336
    @sureshthakur4336 3 года назад +1

    जय गुरु महाराज 🙏🌷🙏