गुरु वाक्यम् एपिसोड 984 : नकारात्मकता से कैसे दूर रहें?
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- Опубликовано: 13 сен 2024
- शिवयोग आज के विज्ञान से बहुत आगे का विज्ञान है। प्रकृति में जो कुछ भी अस्तित्व में है उसकी उत्पत्ति का एक विज्ञान है। सर्वप्रथम ब्रह्माण्ड में स्पंदन उत्पन्न होती है और वह स्पंदन फिर धीरे धीरे स्थूलता ग्रहण करते हुए भौतिक वस्तु में परिवर्तित हो जाती है। जैसे हमारे मन के भीतर विचार और भाव होते हैं वैसी ही स्पंदन हमारे समस्त शरीरों में पैदा होती है। अपने मन में गहरे पसरे अंधविश्वास और गलत धारणाओं को पूरी तरह से खुरच कर निकाल देना चाहिए। ग्लानि के सभी भावों को त्याग देना चाहिए। अपने अंतर को प्रकाशमान कर अपने समस्त गलत कर्म, जो कि भविष्य में दुख और कष्ट लाते हैं, उनको अपने अंतर से मुक्त कर देना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए इस विडियो को अवश्य देखें।
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Omm namah shivaya babaji apke charon Ko koti koti pranam
ऊँ नमः शिवाय 🙏🌹🌹🌹
Namah shivay babaji ap ke charno me koti koti pranam thank you so much 🙏🙏🙏🙏🙏
ॐ नमः शिवाय 🌺🙏
Om namah shivay baba ji Guru maa 🙏🌺🌹🌺🙏
ॐ नमः शिवाय गुरुजी ❤
Thanks thanks mere gurudev aur gurumandala 🙏🙏🙏🙏
Dhanyawad guru dev
Gratitude to you 🙏🏼 my Guru Babaji 🙏🏼 ✨️ ❤️ Namah Shivay Babaji 🕉 🙏🏼 ❤️ ✨️