'कल्कि' की आड़ में काशीनाथ मिश्रा ने खड़ा किया साम्राज्य! | Pulin Panda | Sandeep Deo

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  • Опубликовано: 21 ноя 2024

Комментарии • 33

  • @neelasingh9078
    @neelasingh9078 2 часа назад +7

    जगद्गुरु शंकराचार्य की जय।
    धर्मराज निग्रहाचार्य की जय।
    धर्मसम्राट करपात्रीजी की जय।
    धर्ममूल वैदिक गोवंश की जय।

  • @vivekmishra358
    @vivekmishra358 3 часа назад +5

    Jai shree Ram

  • @anshupareek1603
    @anshupareek1603 3 часа назад +4

    Jai Jagannath

  • @Rsharma9940
    @Rsharma9940 2 часа назад +3

    जय जगन्नाथ भगवान

  • @ashimkar
    @ashimkar Час назад +1

    Kashinath Ji has never commercialized his devotion or teachings. He has devoted his life to spreading Dharma without expecting anything in return. His work is grounded in faith, selfless service, and a commitment to truth. What is being discussed is the shallow perspective of Pulin Panda.

  • @jyotivyas9286
    @jyotivyas9286 4 часа назад +4

    प्ल्ज़ आप बड़े उम्र के व्यक्ति को बोलने दिय्या करें। Have Revrence.. आचार्य पुलिन जी को कोटि कोटि बन्दन करते हैं। .🎉🎉जॉय जगन्नाथ।💐

  • @lavishirshwal5363
    @lavishirshwal5363 4 часа назад +1

    Bhut acha karya ker rahe h ap

  • @vivekmishra5213
    @vivekmishra5213 3 часа назад +3

    🤣🤣🤣👉🎤 श्री नारायण को _"गुप्त रूप"_बताया है ??_( नारायण कवच )_मै वर्णन है __

  • @दिनकरसमानशक्तिशाली

    वासुदेव पाऊंरख कि कमी नहीं

  • @Janhem1008
    @Janhem1008 4 часа назад +1

    45:00 year 2025 मे क्या होने वाला है
    सितम्बर 2023 मे भी पण्ड्या जी बोले थे कि हिन्दी पुस्तक दिसम्बर 2023 तक आ जायेगी😅
    एक साल हो गया

  • @maru108anil
    @maru108anil 3 часа назад +1

    हम mp से लेकिन कंफ़र्म कह सकते हैं, की उनको केवल दोहन किया गया हैं।।असलियत सामने आएंगी या नहीं पता नहीं।।।

  • @ranjeetpandeey8359
    @ranjeetpandeey8359 4 часа назад +4

    Bjp.rss.htao.hindu.bchao

  • @smsri7109
    @smsri7109 Час назад +1

    Astrologer sab v eahi kah rehe he

  • @तपोभूमिःश्रेष्ठम

    माथे पर बड़ा सा C लेकर घूमने वालों ने बाजार दिया है तो धंधा होना ही है

  • @jayatewari1272
    @jayatewari1272 44 минуты назад

    देखिए अपनी इच्छा से कल्कि भगवान घोषित करना यह स्वयं का भी पतन,और समाज का भी पतन कर रहे।यह पाखंडी।

  • @Kalhonaho1903
    @Kalhonaho1903 4 часа назад +2

    Accha hai ...aap unke baare mai sachai btao

  • @jsshirahatti
    @jsshirahatti 10 минут назад

    भगवान कल्कि अपनी प्रिय तुलसी को अपने चरणों में क्यों रखेंगे भला?
    Hindi:
    जो फोटो आप देख रहे हैं, वह एडिटेड है, और उनके चरणों में न तो तुलसी और न ही भगवद्गीता रखी गई थी। यह फोटो लगभग 2016 की है। हमने भी वैकुंठ धाम आश्रम का दौरा किया है, और वहां ऐसी कोई परंपरा नहीं है जिसमें शास्त्रों को प्रभु के चरणों में रखा जाता हो, क्योंकि भगवद्गीता स्वयं प्रभु का स्वरूप है।
    हमें मीडिया द्वारा फैलाई जा रही झूठी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। यदि हमें प्रभु के सत्य के प्रकाश को समझना है, तो हमें अपने मन में भक्ति-भाव, प्रेम, समर्पण और श्रद्धा को विकसित करना चाहिए।
    प्रभु को पहचानने के लिए हमें अपनी तुच्छ बुद्धि को त्यागकर, पूर्ण भक्ति और श्रद्धा के साथ उनकी ओर बढ़ना होगा। प्रभु तब ही अपनी कृपा करते हैं और हमें माया के पर्दे से मुक्त करते हैं, जब हम उनके प्रति सच्चे समर्पण से जुड़ते हैं।
    जय जगन्नाथ।
    English:
    The photo you are seeing is edited, and neither Tulsi nor the Bhagavad Gita was placed at the Lord’s feet. This photo dates back to around 2016. We have also visited Vaikuntha Dham Ashram, and there is no tradition of placing scriptures at the Lord’s feet, as the Bhagavad Gita itself is considered the embodiment of the Lord.
    We should not believe in the false narratives spread by the media. If we truly wish to understand the light of truth from the Lord, we must cultivate devotion, love, surrender, and faith in our hearts.
    To recognize the Lord, we must set aside our limited intellect and approach Him with pure devotion and reverence. Only then does the Lord bestow His grace and free us from the veil of illusion.
    Jai Jagannath.
    Odia:
    ଯେଉଁ ଫଟୋ ଆପଣ ଦେଖୁଛନ୍ତି, ସେଟି ସମ୍ପାଦିତ ଅଟେ, ଏବଂ ପ୍ରଭୁଙ୍କ ଚରଣରେ ନ ବା ତୁଳସୀ, ନ ବା ଭଗବଦ୍‌ଗୀତା ରଖାଯାଇଥିଲା। ଏହି ଫଟୋ 2016 ସାଲର ସମୟର ଅଟେ। ଆମେ ମଧ୍ୟ ବୈକୁଣ୍ଠ ଧାମ ଆଶ୍ରମକୁ ଯାଇଥିଲୁ, ଓ ସେଠାରେ ଏପରି କୌଣସି ପରମ୍ପରା ନାହିଁ ଯେ ଶାସ୍ତ୍ରଗୁଡ଼ିକୁ ପ୍ରଭୁଙ୍କ ଚରଣରେ ରଖାଯାଏ, କାରଣ ଭଗବଦ୍‌ଗୀତା ସ୍ଵୟଂ ପ୍ରଭୁଙ୍କ ରୂପ।
    ମାଧ୍ୟମରେ ଫାଲସ୍ ନାରାଟିଭରେ ବିଶ୍ୱାସ କରିବା ଉଚିତ ନୁହେଁ। ଯଦି ଆମେ ପ୍ରଭୁଙ୍କର ସତ୍ୟର ଆଲୋକକୁ ଜାଣିବାକୁ ଚାହୁଁଛୁ, ତେବେ ଆମ ହୃଦୟରେ ଭକ୍ତି, ପ୍ରେମ, ସମର୍ପଣ ଏବଂ ଶ୍ରଦ୍ଧାକୁ ବିକଶିତ କରିବାକୁ ପଡ଼ିବ।
    ପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ପରିଚୟ କରିବାକୁ, ଆମର ସୀମିତ ବୁଦ୍ଧିକୁ ପରେ ରଖି ଭକ୍ତି ଏବଂ ଶ୍ରଦ୍ଧା ସହିତ ପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ଆଗକୁ ଯାଇବା ଜରୁରି। ପ୍ରଭୁ ତାହାର କୃପା କଲେ ଏବଂ ମାୟାର

  • @HridayPatel0102
    @HridayPatel0102 19 минут назад

    Kaun sahi kaun galat kuch samjh nahi aa raha

  • @biswa378
    @biswa378 4 часа назад +6

    पंडित कशीनाथ मिश्रा जी को पैचन ने के लिए आप को बहुत time लगेगा।

  • @BAAGBIRENDRA-vc8km
    @BAAGBIRENDRA-vc8km 3 часа назад +2

    *मातृवत पर दारेशु पर द्रव्येशु लोष्टवत*
    *मिथ्याचारियों की पहचान धर्म की बड़ी बड़ी बातें करना और अपने आसक्ति में कामना के वशीभूत किसी की संपत्ति को प्राप्त करने के लिए किसी अल्लाह ईश्वर गॉड भगवान देवी देवताओं के नाम पर षडयंत्र रचना होता है*
    *ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*

  • @user-qo1ck7bl1n
    @user-qo1ck7bl1n Час назад

    Aap Pehle pura research kigiye, content na mila to atleast jhootha lanchanon mat daliye honest logon pe. Ap kuch research kare bina, ek mic leke kahaniya mat boliye.

  • @GouravPatwari
    @GouravPatwari 2 часа назад

    पूज्यनीय गुरुदेव पर ऐसा आरोप लगाने वाले को कल्कि भगवान जरूर दंड देंगे ,,,जय गुरु देव,,,

    • @ilyasMugal-fp4iw
      @ilyasMugal-fp4iw Час назад +1

      कलकि ये किनहें कहते हो

  • @APNAGKGYANKOSH
    @APNAGKGYANKOSH Час назад

    पंडित काशी नाथ मिश्र जी बिल्कुल सही है, आगे आप सभी लोग पंडित काशी नाथ मिश्र जी से माफी मांगनी पड़ेगी

  • @madhav_Renu
    @madhav_Renu 4 часа назад +1

    Pandit kshinath Mishr ji saty ke sath hai. Aur jo bhi vo btate hai sab saty hai

  • @minalkhamkar1754
    @minalkhamkar1754 3 часа назад +2

    Jai Jagannath