Yaad Aaogi Zahra | Ayyam E Fatima Noha 2024 | Anjuman Sipah E Hussaini Bhanauli Sadat | JAUPUR 2023

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  • Опубликовано: 10 ноя 2024

Комментарии • 21

  • @KamilMirza-t9y
    @KamilMirza-t9y 10 месяцев назад +1

    Mashallah aap sabhi salamt rha

  • @AmjadAliAmjad72
    @AmjadAliAmjad72 10 месяцев назад +2

    Masha allah aap sabhi salamat rahen

  • @firozhussain7200
    @firozhussain7200 10 месяцев назад +2

    Yaad aaogi ZAHRA a.s.😭😭😭😭😭😭😭😭💔💔💔

  • @syedminhalhaider659
    @syedminhalhaider659 10 месяцев назад +1

    Mashallah mola salamat rekhey😢😢😢

  • @AliRaza-yi5ru
    @AliRaza-yi5ru 10 месяцев назад

    😢

  • @BabarAzam-wp4dh
    @BabarAzam-wp4dh 4 месяца назад

    😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢

  • @AshmaKhan-if5wd
    @AshmaKhan-if5wd 10 месяцев назад

    😭😭😭😭😭

  • @RazaabbasZaidi-ph7tl
    @RazaabbasZaidi-ph7tl 10 месяцев назад +1

    Mashallah mola salmat rakhe aap sab ko

  • @naseemfatima459
    @naseemfatima459 10 месяцев назад +2

    Yaad aaogi zehra 😢😢😢😢😢😢😢😢😢 Haye zehra Haye Haye zehra

  • @Beautyof719
    @Beautyof719 10 месяцев назад +1

    😢😭😭😭

  • @naseemfatima459
    @naseemfatima459 10 месяцев назад +2

    नौहा
    कांधे पे लिए बिनते पयम्बर का जनाज़ा जब जाने लगे सूए बकीया मेरे मौला था कुल के मददगार के होठों पे ये नौहा याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
    1
    जिस वक्त बकीया से मैं घर जाऊंगा ज़हरा फट जाएगा सीने में मसाइब से कलेजा दरवाज़े पे पहोचूंगा तो फिर जप्त न होगा याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
    2
    दरवाज़े की कीलों पे नज़र जाएगी जिसदम बढ़ जाएगा ऐ मादरे हसनैन मेरा गम छा जाएगा हैदर की निगाहों में अंधेरा याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
    3
    सदमे की छुरी दिल पर हर एक वक़्त चलेगी नज़ की जफ़ा हश्र तलक याद रहेगी जब जब भी मुसल्ले पे मैं तसबीह पढूँगा याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
    4
    घुट घुट के वो रोना वो सिसकने की सदाएँ वो दर्द की शिद्दत वो अज़ीयह वो कराहें भूल ना पाऊँगा तुम्हारा वो तड़पना
    याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा

    • @naseemfatima459
      @naseemfatima459 10 месяцев назад +2

      5
      हर तरह से बच्चों को संभालूंगा गा मैं बीबी ज़ों से बड़े प्यार से पालूंगा मैं बीबी बिन आप के खाएँगे न जिस वक्त वो खाना याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
      6
      सदमा मुझे मोहसिन के गुज़रने का रहेगा आंसू नही आंखों से मेरी ख़ून बहेगा आएगा मेरे सामने जब भी कोई बच्चा याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
      7
      गुरबत में मुसीबत में मेरा साथ निभाया ज़ख्मी थीं मगर मुझको लाइनों से बचाया याद आएगा हर वक्त ये एहसान तुम्हारा याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा
      8
      ताबूत जो ज़हरा का रखा लाके ज़मीं पर रोए हैं बहुत देर तलक साकीए कौसर वाज़ था यही हैदरे कर्रार का नाला
      याद आओगी ज़हरा याद आओगी ज़हरा

    • @mohabbas762
      @mohabbas762 10 месяцев назад +2

      Thank you

    • @SanazaidiSanazaidi
      @SanazaidiSanazaidi 10 месяцев назад

      Sukriya ❤

  • @Mirzasahab7861
    @Mirzasahab7861 10 месяцев назад +1

    😢😢😢😢

  • @naseemfatima459
    @naseemfatima459 10 месяцев назад +2

    Full noha ka lyrics h

  • @FizaZahra-c6c
    @FizaZahra-c6c 10 месяцев назад

    Bhai aap log english me lyrics de diya karen plz

  • @MemonAzadari
    @MemonAzadari 10 месяцев назад

    Hye bibi Fatima zehra Salamulla aliha 😭💔😭

  • @yunusrazvi
    @yunusrazvi 10 месяцев назад

    Yesab shiya Rafzi hai allah insab ko hidayat De