This practice used to be there among our family members too till very recently. We called it ‘badari samaaraadhane’ 🙂 Since we have been living in a city, we used to invite all of our extended family members for bhojan and distribute gangaa jal. We are staying in bengaLuru.
हमारे गांव में भी ऐसा ही होता है यात्रा करके जब वापस घर आते हैं तो गांव ओर संबंधी यो को आमंत्रित किया जाता है और सब साथ में बैठकर भोजन करते हैं हमारे यहां इसे गंगाथाली कहते हैं ( गुजरात बनासकांठा)
ॐ
धन्यवाद, आपका सब का।
Very Nice 👍
This practice used to be there among our family members too till very recently. We called it ‘badari samaaraadhane’ 🙂 Since we have been living in a city, we used to invite all of our extended family members for bhojan and distribute gangaa jal. We are staying in bengaLuru.
Beautiful 👏👏👏
Ati sundar.. Aajkal kahan milte hain aise log
हमारे गांव में भी ऐसा ही होता है यात्रा करके जब वापस घर आते हैं तो गांव ओर संबंधी यो को आमंत्रित किया जाता है और सब साथ में बैठकर भोजन करते हैं हमारे यहां इसे गंगाथाली कहते हैं ( गुजरात बनासकांठा)
वाह। बहुत अच्छा शब्द बताया आपने।
ખરેખર સરસ વાર્તા કહી છે
Bahut sundar
अदभुत ❤
Thanks for the information.
धन्यवाद, आपका सब का।