Kha tumhara role tha re..tum to wo log the bhi nhi jo tum samaj rhe ho...tum logo ki to koi pahchan bhi na thi na hai...ab me kya likhu ki tum pata bhi kar lo to bhi tum khud aaj bhi apne garo me ab bhi puchoge to tumhare khandaan me koi raja to chor senapati bhi nhi the aur iska jawab tumhe tumhare pariwar se bhi tum logo ko na sabut ke sath milenga na sahi koi jawab milega
पूरे राजस्थान का तो नहीं बोल सकते लेकिन मेवाड़ में भील राजाओं का राज था मारवाड़ में सिंध प्रांत के बाड़मेर जैसलमेर को छोड़कर बाकी जगह जाटों का राज था पुराना नाम था जांगलप्रदेश
यदुवंशि ही बदल कर भाटी कहलाए गये, पाकिस्तान का भुट्टो परिवार भाटी से भुट्टो हुआ है। भरतपुर के जितने भी सिनसिनवार जाट है वो सब करोली से ही निकले हैं।और इनका गोत्र अत्री या अत्रीक है। ऐसा मेरा मानना है।
Wah Hukum Bahot Hi Khubsurat Smjhaya apne yahi to me Bolta Hu K Pura Bharat Varsh Hi Hamara Tha Or Hamara Hi Rahega Jai Maa Bhawani 🚩🚩 Jai Jai Rajputana 🚩🚩
Puri Prithvi per chhatriy rajputon ka hi shasan tha---Bharat varsh , America France, Britain , Germany, Cambodia, Nepal, koriya, Rasiya, Australia, China. Aadi deshon per chhatriy rajputon ka hi shasan tha. Shtriyon rajputon ka itihaas chhupane se abhi itihaas nahin mitta.hai. ---sarveshwar Singh Rana Rajput
Hakikat yeh hain us kal me aam rajput ko koyee adhikar nahi tha,ek jagirdar ka bara putar uski jagha tikayee hota tha dushre bete chhut bhai kahlate the jo puri tarha adhikar vihin hote the,han shekhawati aadi me Pana system tha vahan eatna vibhed nahin tha.
@@rsrathoreadvocate3630ha saa bil kul sahi farmaya...shekhavat me panna system...or gujrat me jo bhi raja the unki bhai o ko gujjara karne kay loye jo jamin rajvado ki or say di jati thi usako...jivay...bolte the....or...jobi rajvada ho unke...bhai o kay vashq jo ko bhayat bol tay the....aaj bhi gujrat me jo rqjvade he unke vanshaj bhayyato ka baut sqnman kqrqtay he.....or e baat rajsthani....yq gujrqti rqjput he qqchi tara h se samaj saktq he......gujrat me....bhaayat.....or rqjsthqn me bhaipo.....or puri kom ki biradari ko sardari bolte te....sirmour bhatio ka state tha vaha bhatti o kay jitnr gao he un sab rajput sardaro ne sirmour k raja ko chu na tha ...matalab bhayqto(bhaio)ka bahut yog dan thq....gujrat me kutch stat jadeja oka tha un me bhi 45 villgaes jade ja oke the un ho ne maharav gondji k bad alge varis ko bhaio(brothher hood) ne he chu na tha.....
बहुत सुन्दर और अद्भुत जानकारी नरूका जी, यह जानकारी मेरे हिसाब से किसी को नहीं थी, विशेषकर युवा और उत्तर प्रदेश या अन्य जगह भी नहीं थी 🌹🙏🙏🌹⚔️🚩 आपका बहुत बहुत आभार
रियासतकाल में आम राजपूत की आर्थिक व सामाजिक हालत बहुत ही ख़राब थी। आम राजपूत को राजा-महाराजाओ को दी जानेवाली सेवाओ के बदले में इतनी ही माफ़ी की कृषि भूमि दी जाती थी जिससे बड़ी मुश्किल से अपना गुजर-बसर कर पाते थे। आम राजपूत तो क्या राजा-महाराजाओ के बड़े-छोटे बेटो में भी बहुत भेदभाव होता था। बड़े तथा छोटे बेटो के ख़ान-पान, शिक्षा आदि की व्यवस्था अलग से होती थी। आम राजपूत की हालत राजपूत होते हुए भी उनकी हालत सेवकों से ज़्यादा नहीं थी।
आज भी बहुत गरीब राजपूत हैं पहले भी थे i समझ नहीं आ रहा कि कहना कया चाहता है झूठ फेंक रहा है i आम गरीब राजपूत बेचारा आज दुखी हैं राज तो उन्हीं रजवाड़ों का था जो राज कर रहे थे i आम लोगों का इसमें कया लेन देन था i
दासी पुत्र तो राणा बनवीर भी था और उसने 3 साल से मेवाड़ पर राज्य किया,,,और मावली शहर बसाया था,,,,कुल मिलाकर पहले कोई भी राजा बनाया जा सकता था,,,दासी पुत्र हो या फिर राज पुत्र,,,,कोई फर्क नहीं पड़ता था,,,
हजार साल के आसपास बहामनों ने अपनी दुकान चलाने के लिए बहुत जातियों को मिलाकर एक नई जाति बना ली जिसे राजपूत नाम दे दिया । राजपूतों में गडरिए दलित मीणा गूजर जाट आदि को मिलाकर ये जाति बनी थी आज भी ये लोग आपस में ऊंच नीच के भेदभाव से रिश्ते करते हैं ।
Akbar dawar main kshatriya ho sakte hain or tune dekha bhi hoga bat sach ho sakta hain kiyon ki akbar ke darwar main tumhare jaison ki mammy ghuss jati thi unko rokna bhi rajputon ki jimmedari thi
🔱 जिस राजा के पुत्र पीढ़ी-धर-पीढि होता रहे, तो आम राजपूतों का ना ही राज-निर्णय में सहभागिता नहीं होती थी। यह बिलकुल सत्य है.. कि आम राजपूतों की कोई राजकार्य पर निर्णय सहमति नहीं ली जाती थी। 🔱 आम-राजपूत केवल कामदार होते थे। राजा अपने छुटभाईयों को भी अपने साथ नहीं लगता था, बल्कि अलग रखता था।
राजपूत यानी राजा का बेटा राजा नही जो युद्ध जीतकर आता था जो अपने कौशल से शोर्य से जीत हासिल करता था उस युद्धा को राव कहा जाता था फर्स्ट प्रोफेशनल पोस्ट रजवाड़े राजाओं की उपाधि राव बोला जाता था राव के मीनिंग का अर्थ होता है यानी युवराज,शहजादा,भूपति,नरेश,सरदार जागीरदार कहते है और बाद में समय के साथ युग परिवर्तन होता रहा है क्षत्रियों में और ये उनकी उपाधिया होती है उनके नाम जेसे राव,रावल,महारावल,राणा,रावणा, महाराणा,ये व्यवस्थित स्टैंडर्ड लोगो की पोस्ट है
आप अपने समाज के बारे में और राजपूत समाज के बारे में स्टडी करें यदि आप यह मानते हैं कि हम राजपूत का रास्ता तो फिर जागीर खालसा हुई तो फिर हम राजपूत का परिवार क्यों नहीं अकेले पिंपल्स क्यों नहीं रही है और जमीन सारी बेज्जती आप ना रुका हूं की बात करते हैं तो तेज सिंह गद्दार थे और अंग्रेजों के साथ मिलकर महाराज साहब को जय सिंह जी को देश देश निकाल दिया था जिसमें जवाली ठाकुर और तत्कालीन महारानी सॉ और रामनारायण ठेकेदार तथा तेज सिंह सम्मिलित थे और अंग्रेजों की चलती कि उदारवादी नेतृत्व चाहते नहीं तेज सिंह को अंग्रेजी के गुलामी पैसा मिला था राजपूततो ने राजगद्दी नहीं अंग्रेजों ने उन्हें अपना गुलाम राजा बनाया था और महाराज जय सिंह की षड्यंत्र करके हत्या करवाई गई
भाई पहले राजपूतो को क्षत्रिय कहते थे ,और kshatriyo को राजन या राज पुत्र भी बोलते थे उसी से क्षत्रिय ने खुदको राजपूत कहना शुरू कर दिया और ठाकुर भी , सिर्फ ठाकुर ही क्षत्रिय होते है बाकी लोकतंत्र में तो सब खुदको क्षत्रिय कहने लगे है जैसे जात गुर्जर 🤡। बाकी भाई हमारा इतिहास तो रामायण से महाभारत से आज तक रहा है और रहेगा 🚩।
जोधा और बीका से पहले इतिहास नहीं है ऐसा आपने कहा पढा या इनसे पहले यहां कोई रहता नहीं था या फिर से पहले लोकतंत्र तथा फिर इन्होंने ही राजतंत्र स्थापित किया
मारवाड़ में राठौड़ों से पहले प्रतिहारों व कई अन्य राजवंशों ने राज किया था | बीका से पहले उस क्षेत्र में कुछ क्षत्रिय राजवंशों का राज था और कुछ क्षेत्र जाट कबीलों के पास थे, जिन्होंने सुरक्षा की गारंटी के बदले बीका को राजा स्वीकार किया |
Is there any DNA profile of princely states of rajasthan. So many rajputs during mughal rule migrated to the kingdom of Maharaja Ranjit Singh towards north. Our ancestors were among them. It is sure that our background is rajasthan.
सभी राजपूत शासनकाल में परशुराम जी और राजपूतों के शासनकाल को 21 बार परशुराम जी ने छतरी हैं कर दिया था परशुराम जी ने यह काम किया था और मैं किसी से ज्यादा नहीं कहना चाहता क्षत्रिय वंश भी हमारे पर जाकर रक्षा की है और सभी को क्षत्रिय राजाओं में ज्यादा ज्ञान होता है और उनके बलबूते आज भी हम चलते हैं हमारे उदाहरण के तौर पर मोहन पाल सिंह ठाकुर ठाकुर उनको भी हम मानते हैं उनका भी हमने काम किया है हमारे पूर्व जन्म उनके साथ में सहयोग दिया है और राजनीतिक में सबसे बड़े प्रधान बने और उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी ने बहुत बड़ा पुरस्कार दिया इसलिए राजपूत की राजपूत से निवेदन है राजपूत भाइयों से कि हम सब आपस में भाई भाई हैं यह किसी रेखा में आकर आप बड़ी बड़ी माता को ज्यादा तौर पर आम जनता ने रक्षा की है आपकी और आपके मुकुट को जिंदा रखा है आपके पूर्वजों को हमारे पूर्वजों में भी बहुत सहयोग दिया है आप बड़े बड़े इतिहास आज लिखते हो हम सब जानते हैं भाई
देश में लोकतंत्र तो आया राजपूत ने सब कुछ चला गया बस धरोहर बच्ची है वो भी जीर्णोद्धार के लिए तरसे रहीं हैं उनके रखें रखावे के लिए पैसा नहीं है कानून होता कि कुछ रखें रखावे के लिए सरकार हरे साल देती रहेगी
@@Shakti-singh. राजपुत का धर्म क्या है ? आज के राजपुत दूसरी जाति के लोगो को पैर की जूती के बराबर समझते है , अपनी जाति का स्वाभिमान सब को होता है लेकिन आपकी जाति के लोग आज भी अपनी जाति का उपयोग दूसरो को नीचा दिखाने के लिए कर रहे हैं कुछ अच्छे भी हे अगर ३६ कोम को साथ में लेकर चले वो हे सच्चा क्षत्रिय जय माताजी 🙏
Hum aapko psnd krte h Lekin aap information glt de rhe sbhi ko brm me daal rhe h Aam rajput to sirf seva deta tha asl me raaj to rajao ka tha...aap plz provoke mt kro janta ko ,jis se wo josh me aake glt kre
हमारे राजाओं ने जो हिन्दू सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे कर भी रक्षा कीं जो हिन्दू धर्म के प्रतीक तीज गणगौर पर्व जो गढ़ किलो से निकलती हैं धीरे धीरे यह सब रस्म के रहे गये
लगभग सभी किलो मे मस्जिदे क्यो है फद्दू देशभगतो, वो तुम्हारे हूँदुत्व् रक्षा का सबूत ह क्या? मराठे लडे थे और भरतपुर वाले जाट मुगलो से । तुमने तो मुगलो से क्या किया था 😘।
@@star-oq2cy wahi malechchh jh*nt hai n tu jisme sand pratha ka prachalan tha jisme Rajput ladkon se jatniyon ko bachche paida karaya jata tha tu humara hin najayaj biz hai
जै एकलिंग नाथ जी री💐 🌹🙏🙋♂️🌞🌙⛳बहुत ही अच्छी बातें बताई आपने Thanks❤👍, पहले होता तो ऐसे ही था जो आपने बताया लेकिन कुछ कम अक्ल के लोग कहते हैं, कि आम राजपूतों की राज में कोई भागीदारी नहीं थी, 😄😄हमारे मांगलियावटी क्षेत्र में भाई बंट गाँव थे, जिसमें सभी भाईयों की बराबर जिम्मेदारी थी,
Claimants were Beejwad and Shrichandpura which was decided in favour of Tej Singhji as he was nearest to the Royal Lineage. Maharaja Jai Singh was exiled to Paris in 1933 and died in exile in 1937, he never came to Alwar before dying. The decision of putting Tej Singhji on the throne of Alwar was decided by the English? Get your history correct?
एक बात बताओं दास प्रथा जैसी कुरुतियां राजाओं ने अपने स्वार्थ के लिए शुरू किया और एक सच्चा क्षत्रिय किसी भी कमजोर का फायदा नही उठाये राजतंत्र में दास प्रथा और डावडिया प्रथा और भी पता नहीं कौन कौनसी प्रथाओं को जन्म दिया जो की राजतंत्र पर काला धब्बा था😡😡😡😡
आम राजपूतो की बदौलत ही राजा विजय श्री हासिल करते थे ओर लाखो कुर्बानिया भी आम राजपूतो ने ही दी है जिससे आज की बडी बडी रियासते कायम रही।।
Bahut bada Itihaas Hai rajputon ka Sikh Dharm mein bhi Rai putron ka bahut bada Itihaas hai
Kha tumhara role tha re..tum to wo log the bhi nhi jo tum samaj rhe ho...tum logo ki to koi pahchan bhi na thi na hai...ab me kya likhu ki tum pata bhi kar lo to bhi tum khud aaj bhi apne garo me ab bhi puchoge to tumhare khandaan me koi raja to chor senapati bhi nhi the aur iska jawab tumhe tumhare pariwar se bhi tum logo ko na sabut ke sath milenga na sahi koi jawab milega
चंद राजपूत घरानों का शासन था । आम राजपूत की शासन में क्या बिसात । आज जिनको वोट देकर राजा बनाते हैं वो नहीं सुनते तो सामंती दौर की क्या मजाल ।
राजस्थान में मूलतः भील राजाओं का राज था बाद में धोखाधड़ी से लड़ाईयां करके ले लिया गया था।।
😃😃😃😃matlab Rajsthan pura jungle tha wah re g*ndmare jungali dunia ke gyani purush🤣🤣🤣🤣
पूरे राजस्थान का तो नहीं बोल सकते लेकिन मेवाड़ में भील राजाओं का राज था मारवाड़ में सिंध प्रांत के बाड़मेर जैसलमेर को छोड़कर बाकी जगह जाटों का राज था पुराना नाम था जांगलप्रदेश
@@padamsinghchoudhary04 🤣🤣🤣🤣🤣
और आमेर बूंदी रणथंभौर में मीणा का राज था @@padamsinghchoudhary04
@@jyotimeena7191 Sc 😂
जैसलमेर में भाटी यदुकुल वंशी राजपूतों का हनुमानगढ़ में भाटी वंशी करौली में जादौन यदुकुल वंशी राजपूतों का राज था।🚩🚩🙏🏼🙏🏻
यदुवंशि ही बदल कर भाटी कहलाए गये, पाकिस्तान का भुट्टो परिवार भाटी से भुट्टो हुआ है। भरतपुर के जितने भी सिनसिनवार जाट है वो सब करोली से ही निकले हैं।और इनका गोत्र अत्री या अत्रीक है। ऐसा मेरा मानना है।
Nayi baat nyi hai koi.. Ye sabko pata hai.... 😅
@@ViishnuYadav-s2bयदुवंशी तो यादव थे तो राजपूत केसे हो गये
Yaduvansi Rajput jadaun bhati jadaun...
Ahir yadav hogai yadav bhati jadeja jadon chudasama hogai 😅😅😅😅@@ViishnuYadav-s2b
आपका आभार, नई पीढ़ी आपसे बहुत कुछ सीखेगी
Ye aadmi bina gyan ke baate kar rha h kya sikhe ge nai pide esko kuchh maalum nahi to
बहुत ही जल्द राजपुतो की याद आ जायेगा की राजपूत क्या था क्या है
Wah Hukum Bahot Hi Khubsurat Smjhaya apne yahi to me Bolta Hu K Pura Bharat Varsh Hi Hamara Tha Or Hamara Hi Rahega
Jai Maa Bhawani 🚩🚩
Jai Jai Rajputana 🚩🚩
तर्क के आधार पर आपके विचार निराधार हैं कुछ भी दम नही है मन गढ़न्त हैं , बच्चों के लिए मनोरंजन है ।
Tu apne dimag ka aayurvedik ilaj kar pahle sab thik nazar aayega fir tujhe
तो सुन क्यूँ रहा है निकल यहां से
Acha nich
भग यहां से
जय हो राजा राजपूत मिहिर भोज जय हो राजा राजपूत पृथ्वीराज राज चौहान हो
क्षत्रिय राजपूत...... यह क्या जाने शुद्धता क्या होती है
अलवर सिटी पैलेस की हालत देखिए ,विरासत मिट्टी में मिल रही है।
Puri Prithvi per chhatriy rajputon ka hi shasan tha---Bharat varsh , America France, Britain , Germany, Cambodia, Nepal, koriya, Rasiya, Australia, China. Aadi deshon per chhatriy rajputon ka hi shasan tha. Shtriyon rajputon ka itihaas chhupane se abhi itihaas nahin mitta.hai. ---sarveshwar Singh Rana Rajput
😂😂😂
😂😂😂😂😂
जो राजा नही था वो आम आदमी था उसे कुछ नही मिलता था । हम लोग आम राजपूत है और हमारा सारा वंश गरीब है । और आरक्षण भी झेल रहे है।
बिल्कुल सही फरमाया हुकुम
Hakikat yeh hain us kal me aam rajput ko koyee adhikar nahi tha,ek jagirdar ka bara putar uski jagha tikayee hota tha dushre bete chhut bhai kahlate the jo puri tarha adhikar vihin hote the,han shekhawati aadi me Pana system tha vahan eatna vibhed nahin tha.
Tab tum farzi hogai
@@rsrathoreadvocate3630ha saa bil kul sahi farmaya...shekhavat me panna system...or gujrat me jo bhi raja the unki bhai o ko gujjara karne kay loye jo jamin rajvado ki or say di jati thi usako...jivay...bolte the....or...jobi rajvada ho unke...bhai o kay vashq jo ko bhayat bol tay the....aaj bhi gujrat me jo rqjvade he unke vanshaj bhayyato ka baut sqnman kqrqtay he.....or e baat rajsthani....yq gujrqti rqjput he qqchi tara h se samaj saktq he......gujrat me....bhaayat.....or rqjsthqn me bhaipo.....or puri kom ki biradari ko sardari bolte te....sirmour bhatio ka state tha vaha bhatti o kay jitnr gao he un sab rajput sardaro ne sirmour k raja ko chu na tha ...matalab bhayqto(bhaio)ka bahut yog dan thq....gujrat me kutch stat jadeja oka tha un me bhi 45 villgaes jade ja oke the un ho ne maharav gondji k bad alge varis ko bhaio(brothher hood) ne he chu na tha.....
अरे भाई इनके पूर्वज किसी कन्या को लेकर वंश से अलग हो गए होंगे
बहुत सुन्दर और अद्भुत जानकारी नरूका जी, यह जानकारी मेरे हिसाब से किसी को नहीं थी, विशेषकर युवा और उत्तर प्रदेश या अन्य जगह भी नहीं थी 🌹🙏🙏🌹⚔️🚩 आपका बहुत बहुत आभार
Bhai paagal bana raha h
सटीक जानकारी
Jai Rajputana Jai Sisodiya, Jai Mewad
Bhot samjhadar admi h ye.... Mere bi same vichar h
श्रीमान राजेन्द्र सिंह जी नरुका साहब ने क्षत्रिय कोम के लिए बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं मैं इनकी भावनाओं को वंदन करता हूँ
Ye kya bol rahein h usme aapko maalum chalta h
रियासतकाल में आम राजपूत की आर्थिक व सामाजिक हालत बहुत ही ख़राब थी। आम राजपूत को राजा-महाराजाओ को दी जानेवाली सेवाओ के बदले में इतनी ही माफ़ी की कृषि भूमि दी जाती थी जिससे बड़ी मुश्किल से अपना गुजर-बसर कर पाते थे। आम राजपूत तो क्या राजा-महाराजाओ के बड़े-छोटे बेटो में भी बहुत भेदभाव होता था। बड़े तथा छोटे बेटो के ख़ान-पान, शिक्षा आदि की व्यवस्था अलग से होती थी। आम राजपूत की हालत राजपूत होते हुए भी उनकी हालत सेवकों से ज़्यादा नहीं थी।
🚩जय श्री राम 🚩
🚩हर हर महादेव 🚩
thanks bhaisab ap ki patarkarita ko nmn
Abhi to Sab OBC Bane ke chakkar me hai....
Sari Royalty nikal gai....
कहां से शुरू हुआ सन् बताओ
आज भी बहुत गरीब राजपूत हैं पहले भी थे i समझ नहीं आ रहा कि कहना कया चाहता है झूठ फेंक रहा है i आम गरीब राजपूत बेचारा आज दुखी हैं राज तो उन्हीं रजवाड़ों का था जो राज कर रहे थे i आम लोगों का इसमें कया लेन देन था i
दासी पुत्र तो राणा बनवीर भी था और उसने 3 साल से मेवाड़ पर राज्य किया,,,और मावली शहर बसाया था,,,,कुल मिलाकर पहले कोई भी राजा बनाया जा सकता था,,,दासी पुत्र हो या फिर राज पुत्र,,,,कोई फर्क नहीं पड़ता था,,,
उसको बनाया नही गया था राज परिवार की कमजोर सिथति के कारण खुद बना था
बहुत ही उत्तम जानकारी हुकुम🙏🙏
जय हो क्षत्रिय राजपूत धर्म की....
हजार साल के आसपास बहामनों ने अपनी दुकान चलाने के लिए बहुत जातियों को मिलाकर एक नई जाति बना ली जिसे राजपूत नाम दे दिया । राजपूतों में गडरिए दलित मीणा गूजर जाट आदि को मिलाकर ये जाति बनी थी आज भी ये लोग आपस में ऊंच नीच के भेदभाव से रिश्ते करते हैं ।
अकबर के महल के बाहर चौकीदारी करते थे
दरबार में बिना हथियार के सर झुका के जाते थे
मीणा किसके चौकीदार थे। जयपुर राजपरिवार।
@@atulbhadauriya3154 meena ne akbar se ladai ladi hai fuddu sale
Jaipur raj parivar man singh ki par dadi rasoi me bartan maanjhti thi
@@atulbhadauriya3154तुम तो ढोलकी बजाते थे और आज भी बजाते है 😂😂 और ज्ञानी 17 पीढ़ी लड़े है हम
Akbar dawar main kshatriya ho sakte hain or tune dekha bhi hoga bat sach ho sakta hain kiyon ki akbar ke darwar main tumhare jaison ki mammy ghuss jati thi unko rokna bhi rajputon ki jimmedari thi
Akbar ke mahal main aapki mammy ghuss jati thi or kisi ki mammy na ghuse is liye rajput akbar ke darwar main rahte thye
Me kshatriya koliya rajput samaj se ata hu jai kshatriya dram 🙏 jai veer mahandta suryavansi
🔱
जिस राजा के पुत्र पीढ़ी-धर-पीढि होता रहे, तो आम राजपूतों का ना ही राज-निर्णय में सहभागिता नहीं होती थी। यह बिलकुल सत्य है.. कि आम राजपूतों की कोई राजकार्य पर निर्णय सहमति नहीं ली जाती थी।
🔱
आम-राजपूत केवल कामदार होते थे। राजा अपने छुटभाईयों को भी अपने साथ नहीं लगता था, बल्कि अलग रखता था।
Aek dam sahi kaha kuch log muh main govar bhar ker aate hain Sach bol nahi sakta hain
सिधिंया परिवार के वारे कुछ जानकारी दे देते।
...??? Sahi h bhai lagte hath ye bhi Bata do itihaskar sahab
Ab inn bato ka koi matlab nahi
Rajtantra the end.
Ab Ane wale time bat karo ki sab milkar agge kaise bade
Aam rajput bhi to raja ke chote bhai se nikle hai
3:41
Jay Rajputana
राजन्दर्सिंह नरूका जी एकदम सही कहा आपने कि अपने वंश का कोई भी राजा हो सकता है जोधपुर के राजवंश भी तो गुजरात के ईढर से गौद लिए थे
Saahab aap ke parivaar mne kitne raaja hue
ye to aaj dhang se tark nhi diye sir aapne.
Hukum ,You are speaking logically and factually correct.
Right jai rajputana
Super dada
Sala jhunt bolraha h
रही बात आज की तो सभी लोग अपना कुनबा बढाने मैं लगे हैं। ये बात जो नही समझेगा वो भविष्य में पछताएंगे।
कुछ रवणा अथवा दरोगाओं के वारे में कुछ शब्द बोल देते तो अच्छा होता।
राजपूत यानी राजा का बेटा राजा नही जो युद्ध जीतकर आता था जो अपने कौशल से शोर्य से जीत हासिल करता था उस युद्धा को राव कहा जाता था
फर्स्ट प्रोफेशनल पोस्ट रजवाड़े राजाओं की उपाधि राव बोला जाता था राव के मीनिंग का अर्थ होता है
यानी युवराज,शहजादा,भूपति,नरेश,सरदार
जागीरदार कहते है
और बाद में समय के साथ युग परिवर्तन होता रहा है
क्षत्रियों में और ये उनकी उपाधिया होती है उनके नाम
जेसे राव,रावल,महारावल,राणा,रावणा, महाराणा,ये व्यवस्थित स्टैंडर्ड लोगो की पोस्ट है
Sabse jyada sosan to Inka hi hua tha Inka kya jikar karenge
@@HarphoolSingh-s4xजो साथ मे ऊनका ही सोसन किया बाकी के तो लठ्ठ देते थे😂
Abe dasi putra daroga pad tha jati nahi
आप अपने समाज के बारे में और राजपूत समाज के बारे में स्टडी करें यदि आप यह मानते हैं कि हम राजपूत का रास्ता तो फिर जागीर खालसा हुई तो फिर हम राजपूत का परिवार क्यों नहीं अकेले पिंपल्स क्यों नहीं रही है और जमीन सारी बेज्जती आप ना रुका हूं की बात करते हैं तो तेज सिंह गद्दार थे और अंग्रेजों के साथ मिलकर महाराज साहब को जय सिंह जी को देश देश निकाल दिया था जिसमें जवाली ठाकुर और तत्कालीन महारानी सॉ और रामनारायण ठेकेदार तथा तेज सिंह सम्मिलित थे और अंग्रेजों की चलती कि उदारवादी नेतृत्व चाहते नहीं तेज सिंह को अंग्रेजी के गुलामी पैसा मिला था राजपूततो ने राजगद्दी नहीं अंग्रेजों ने उन्हें अपना गुलाम राजा बनाया था और महाराज जय सिंह की षड्यंत्र करके हत्या करवाई गई
Jai Raghunathji Ri saa❤
Jai Mata ji ki Saa, Aap Saach bole Rahe hea. 6 Mahina fooj mea 6 Mahina kheet mea kheti.
Yahi mere purvaj kha karte thee🙏
Jankari ke liye dhanyvad
Aapse nivedan hai aap rawna par bhi ek video banaye
भाई खुद ही बनाओ | हम बनायेंगे और आपके हिसाब से नहीं बनेगा तो खाम खां किसी की भावनाएं आहत हो जाएगी |
Aap to banaiye Jo sachai he wo to unko swikar karna hi hoga@@gyandarpan
1819 से पहले राजपुताना शब्द ही इस पृथ्वि पर नहीं था।
Jai rajputana
राज तो राजपूतों का था
भाई पहले राजपूतो को क्षत्रिय कहते थे ,और kshatriyo को राजन या राज पुत्र भी बोलते थे उसी से क्षत्रिय ने खुदको राजपूत कहना शुरू कर दिया और ठाकुर भी , सिर्फ ठाकुर ही क्षत्रिय होते है बाकी लोकतंत्र में तो सब खुदको क्षत्रिय कहने लगे है जैसे जात गुर्जर 🤡। बाकी भाई हमारा इतिहास तो रामायण से महाभारत से आज तक रहा है और रहेगा 🚩।
To fir kya sabd tha 😂😂
Very good
Jai maa bhavani..Jai rajputana...Jai thakurana
Jai shree Ram 🚩🚩
मै भी जावली से हू
Jay rajputana jay bhawani Dr Ramveer singh tanwar
मारवाड़ में जोधा से और बीका राठौड़ से पहले के इतिहास पर प्रकाश डालिए हुकम
Usse pahle ka koi itihaas nahin hai
जोधा और बीका से पहले इतिहास नहीं है ऐसा आपने कहा पढा या इनसे पहले यहां कोई रहता नहीं था या फिर से पहले लोकतंत्र तथा फिर इन्होंने ही राजतंत्र स्थापित किया
@@padamsinghchoudhary04 teri sonch pe sab kuchh depend hai
मारवाड़ में राठौड़ों से पहले प्रतिहारों व कई अन्य राजवंशों ने राज किया था | बीका से पहले उस क्षेत्र में कुछ क्षत्रिय राजवंशों का राज था और कुछ क्षेत्र जाट कबीलों के पास थे, जिन्होंने सुरक्षा की गारंटी के बदले बीका को राजा स्वीकार किया |
@@technicalmind1290 अरे भाई तेरे को ना कोई जानकारी ना कोई इतिहास का पता फालतू कमेंट मत कर
इस देश में मुस्लिम और ईसाई वर्दान है इन दरिदो से आजादी दी
Rawna Rajput 💪🏻💪🏻
Is there any DNA profile of princely states of rajasthan. So many rajputs during mughal rule migrated to the kingdom of Maharaja Ranjit Singh towards north.
Our ancestors were among them. It is sure that our background is rajasthan.
Yes, in Jobner there are बडवाजी who keep records of ancestory
So many Jatt misls like Sidhu Brar, Ramdhawa, Ahluwaliya, etc are originated from rajputs
@ajitsinghbhati689र0 तुम जाटों से उत्पन्न हुए हो जाट शकर से उत्पन्न हुए
But aaj ke jo rajgrane Or ameer rajput hai wo aam rajputo ke samsyao m sath ni dete
सभी राजपूत शासनकाल में परशुराम जी और राजपूतों के शासनकाल को 21 बार परशुराम जी ने छतरी हैं कर दिया था परशुराम जी ने यह काम किया था और मैं किसी से ज्यादा नहीं कहना चाहता क्षत्रिय वंश भी हमारे पर जाकर रक्षा की है और सभी को क्षत्रिय राजाओं में ज्यादा ज्ञान होता है और उनके बलबूते आज भी हम चलते हैं हमारे उदाहरण के तौर पर मोहन पाल सिंह ठाकुर ठाकुर उनको भी हम मानते हैं उनका भी हमने काम किया है हमारे पूर्व जन्म उनके साथ में सहयोग दिया है और राजनीतिक में सबसे बड़े प्रधान बने और उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी ने बहुत बड़ा पुरस्कार दिया इसलिए राजपूत की राजपूत से निवेदन है राजपूत भाइयों से कि हम सब आपस में भाई भाई हैं यह किसी रेखा में आकर आप बड़ी बड़ी माता को ज्यादा तौर पर आम जनता ने रक्षा की है आपकी और आपके मुकुट को जिंदा रखा है आपके पूर्वजों को हमारे पूर्वजों में भी बहुत सहयोग दिया है आप बड़े बड़े इतिहास आज लिखते हो हम सब जानते हैं भाई
Shree man nagaur par kiska raj
tha
जय मां भवानी
Dohela sab Parivar ki taraf se ham mahila hai❤❤🙏🙏🙏
🚩क्षत्रियो ने शिर्फ संघर्ष किया हे जनता की सेवा की ह जनता के लिए प्राण न्यौछावर किये 36 कौम क साथ😊
Janta se gundagardi aur balatkar kiye hai
Rajput gunde hote hai
Nice
भाई भगवान राम का जन्म कब हुआ था बता सकते हो भाई आप
Jai Shri ram ji
जय श्री राम
जय राजपुताना।🙏🙏
सिकरवार राजपुत राजाओ का भी राज्य के विषय मे बताइये hkm आप कभी अपने यूटयूब चैनल के माध्यम से...🙏
सोनू सिंह
आरा,, बिहार
@@star-oq2cy कच्ची तोड़ो शराब बाजरा काटो और ट्रेनों में चोरी करो और ठाकुरों की जमीन में बटाई करो
@@star-oq2cy tere jaise jh*nt humare yahan bihar me majduri karte hain humare ghar pe
जय हो मां दुर्गा की जय हो
देश में लोकतंत्र तो आया राजपूत ने सब कुछ चला गया बस धरोहर बच्ची है वो भी जीर्णोद्धार के लिए तरसे रहीं हैं उनके रखें रखावे के लिए पैसा नहीं है कानून होता कि कुछ रखें रखावे के लिए सरकार हरे साल देती रहेगी
@@Shakti-singh. राजपुत का धर्म क्या है ?
आज के राजपुत दूसरी जाति के लोगो को पैर की जूती के बराबर समझते है , अपनी जाति का स्वाभिमान सब को होता है लेकिन आपकी जाति के लोग आज भी अपनी जाति का उपयोग दूसरो को नीचा दिखाने के लिए कर रहे हैं
कुछ अच्छे भी हे
अगर ३६ कोम को साथ में लेकर चले वो हे सच्चा क्षत्रिय
जय माताजी 🙏
Ap ka samarthan.Marwad me kahawat thi.RIDMAL THAPE VO RAJA. Marji Nahi chalati. Thi.
Thanks for this important information
Aap ne sahi farmaya hkm
Koti koti Naman Jay rajputana jay rajputana jay rajputana
Bilkul sahi Rana ji 🙏🙏
Hum aapko psnd krte h
Lekin aap information glt de rhe sbhi ko brm me daal rhe h
Aam rajput to sirf seva deta tha asl me raaj to rajao ka tha...aap plz provoke mt kro janta ko ,jis se wo josh me aake glt kre
Good news
ऐसे ऐसे राजपूतों ने जाति का नाश कर दिया झूठ बोल कर समाज से धन इकाठा करना लूटना इनका काम है इनसे दूर रहो भाई
All Kshatriyas should be united.
हमारे राजाओं ने जो हिन्दू सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे कर भी रक्षा कीं जो हिन्दू धर्म के प्रतीक तीज गणगौर पर्व जो गढ़ किलो से निकलती हैं धीरे धीरे यह सब रस्म के रहे गये
Jay Mughalputana. Fake history wale kshatriya 🤣🤣
लगभग सभी किलो मे मस्जिदे क्यो है फद्दू देशभगतो, वो तुम्हारे हूँदुत्व् रक्षा का सबूत ह क्या? मराठे लडे थे और भरतपुर वाले जाट मुगलो से । तुमने तो मुगलो से क्या किया था 😘।
@@star-oq2cyJay Mughalputana 💪💪 fake history wale kshatriya 🤣🤣
@@star-oq2cy Jaa sub Mughalput ha🤣🤣
@@star-oq2cy wahi malechchh jh*nt hai n tu jisme sand pratha ka prachalan tha jisme Rajput ladkon se jatniyon ko bachche paida karaya jata tha tu humara hin najayaj biz hai
सिकरवार राजपुत राजाओ का भी राज्य के विषय मे बताइये hkm आप कभी अपने यूटयूब चैनल के माध्यम से...🙏
फतेहपुर सीकरी सिकरवार राजाओं की थी भदौरिया के कुल दीपक राजकुमार रज्जू रावत का ननिहाल फतेहपुर सीकरी थी।
राजा दलकू सिंह सिकरवार ने आगरा किला की स्थापना थी 1156 ईसवी
सिकरवार सूर्यवंशी है और बडगुर्जर राजपूतों का एक गोत्र है।
@@atulbhadauriya3154 thaks hkm
अयोध्या के राजा सुमीत्र और राजा कुरम के वंशज कौन
Joy ma Bhabani , Joy Chhatriyo Rajput , All'India'Chhatriyo Ektai zindabad
अब क्या करना है । लोकतन्त्र है सब समान है ।
Aap unmein se ho
10:35
जै एकलिंग नाथ जी री💐 🌹🙏🙋♂️🌞🌙⛳बहुत ही अच्छी बातें बताई आपने Thanks❤👍, पहले होता तो ऐसे ही था जो आपने बताया लेकिन कुछ कम अक्ल के लोग कहते हैं, कि आम राजपूतों की राज में कोई भागीदारी नहीं थी, 😄😄हमारे मांगलियावटी क्षेत्र में भाई बंट गाँव थे, जिसमें सभी भाईयों की बराबर जिम्मेदारी थी,
Please Rajput kings once more
Ram ka Jadu chalega God bless you thank
अतः राजपूत कट्टर जातिवादी थे,माय गॉड
Sir ji gurjar samthar fort ki to bato
क्या बात कही। बहुत खूब होकम 🙏🙏
Jodhpur जोधा की रियासत थी उसे पहले मंडोर परिहार की रियासत थी इसके बारे में बताइए परिहार के बारे में बताइए
Claimants were Beejwad and Shrichandpura which was decided in favour of Tej Singhji as he was nearest to the Royal Lineage. Maharaja Jai Singh was exiled to Paris in 1933 and died in exile in 1937, he never came to Alwar before dying. The decision of putting Tej Singhji on the throne of Alwar was decided by the English? Get your history correct?
Or sire maan ratan singh ji aap ko to siraf like or komnet chahiye sachai se koi matlab nahi
एक बात बताओं दास प्रथा जैसी कुरुतियां राजाओं ने अपने स्वार्थ के लिए शुरू किया और एक सच्चा क्षत्रिय किसी भी कमजोर का फायदा नही उठाये राजतंत्र में दास प्रथा और डावडिया प्रथा और भी पता नहीं कौन कौनसी प्रथाओं को जन्म दिया जो की राजतंत्र पर काला धब्बा था😡😡😡😡
Jay mata de hokm
Jai sang Shakti
आम राजपूत राजा के सेवक, सैनिक,रक्षक का काम करते थे।राज राजा का ही होता था।यह कहना कि आम राजपूत राजा होता था मान्य नहीं है।