सूर्य को देखने के दो ढंग है । एक बिल्कुल सामने देखना दूसरा दर्पण के माध्यम से देखना । जो दर्पण के माध्यम से ईश्वर को देखेगा वो अतीत में जाकर किसी देवता को ईश्वर घोषित करके मानव आकृति पैदा कर लेगा । जो योग साधना से ईश्वर को देखेगा वो असली सूर्य जेसे ईश्वर को साक्षात करेगा । असल बात अतीत का दर्पण नही असल बात असली ईश्वर की अपने अंदर अनुभूत की महिमा की बात है ।
Gajab Raju bhai
सुन्दर प्रस्तुति
गजब है
वाह राजू राजस्थानी जी क्या बात है गजब गजब अति सुन्दर है रचना
बहुत ही सुंदर राजू एक एक शब्द ग समझ
वाह राजू राजस्थानी बहुत ही अच्छा गाते हैं आप दिल छू लिया है
Ram Ram ji bhut achche va va
Wahhhhhh Sa Wahhhh Aanand aa gya Kya bat h bahut khub 👌🏻👌🏻🙏🏻🙏🏻
वाह राजू भाई आन्द आगया
अति सुन्दर 👌👌👌
ऐसे महान कलाकार को मेरा मोकळा मोकळा राम राम सा बहूत सुन्दर राजू भैया
वा राजु अनीलं भाई
सायर सुत भगवान की जय हो
Bahut hi badiya katha very nice 👍👍
वा राजू भाई जी
Va Raju Bhai ji
Wa raju bhai ji
Bahut badiya Raju bhai
Dil jeet liya Jai baba ri
Bahut Sundar Bhaisab Jai baba ramdev ji
Mast
Thanks all
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
वाह मामा जी 🎉❤
Ram SITA SITA ram SITA mata ram ram
Bahut Sundar Raju ji ❤️❤️❤️
जय ह़ो रामसा पीर की
Jai baba ri
बहुत अच्छे बहुत अच्छे वाह क्या बात है बहुत ही सुन्दर गाते हैं जी करता है आप के साथ मिल जाऊं
जय बाबरी सा
Jay babe ri
Jai baba ramdev🙏🙏
Jai ramsa pir ki
जय बाबा रामदेव जि
जियो सा जियो
❤❤❤❤❤❤
वाह सा नयोलसिंह जी राजा की जय हो
Ramdev baba Laxmi mata
आप कहाँ से हो❤❤❤
ढोलक मास्टर समुद्र खान को बुलाओ
🙏🙏🙏
सूर्य को देखने के दो ढंग है ।
एक बिल्कुल सामने देखना दूसरा दर्पण के माध्यम से देखना । जो दर्पण के माध्यम से ईश्वर को देखेगा वो अतीत में जाकर किसी देवता को ईश्वर घोषित करके मानव आकृति पैदा कर लेगा ।
जो योग साधना से ईश्वर को देखेगा वो असली सूर्य जेसे ईश्वर को साक्षात करेगा ।
असल बात अतीत का दर्पण नही असल बात असली ईश्वर की अपने अंदर अनुभूत की महिमा की बात है ।
hhH
जय बाबा रामदेव जी
25:13 25:13