स्वगीर्य कुटलाराम जी लालाराम जी , प्रताबाराम जी बोरावट भादरेश की याद मे झुरावा गीत

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  • Опубликовано: 31 янв 2025

Комментарии • 5

  • @pubgloversstatus9948
    @pubgloversstatus9948 4 года назад +3

    I miss you 😩😶👉

  • @jagdishkumarjagdishkumawat417
    @jagdishkumarjagdishkumawat417 4 года назад

    Miss you mamu sa
    RIP

  • @navalkumavat8767
    @navalkumavat8767 4 года назад +6

    स्वर्गीय मेहमानों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि इनका अगला जन्म सफल बनावे । बहुत ही शानदार यादों में गायन। गीत में बहुत ही उतार चढ़ाव और मधुर आवाज में गाने वाले कलाकार को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। सुनते ही आंखों में आसूं छलक जातें हैं।
    लेकिन गीत में एक कमी की मै आलोचना करता हूं कि " झुर झुर रोवे" यह शब्द गलत उपयोग किया गया है। हां "झुर झुर याद करे" या याद सतावे " हीयों भर जावे " यह शब्द ठीक है।
    धरती पर जन्म लेने वाले हर व्यक्ति की मृत्यु निश्चित है। इसलिए किसी के मरने पर रो- रोकर ज्यादा दुःख व्यक्त नहीं करना चाहिए। क्यौ कि उनका अगला जन्म सफल नहीं होता है ।