Sir kya aap hm sabhi Viewers ke liye Khasker un sabhi ke liye jo pashupalan karte hai Jo aapke video ka wait karte hai Sir plz ek video kya me sex shortest seaman ke bare me btaye plz
हिमाचल के माध्यम से उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए नेपियर या बांस की कोई किस्म उपलब्ध है? अथवा विकसित की जा रही है? हिमाचल के निचले क्षेत्रों के लिए बाजरा और नेपियर की मिश्रजाती विकसित की गई थी,उसकी गुणवत्ता और उत्पादकता के परिणाम कैसे रहे हैं? मेरा मानना है कि यदि हमें सदाबहार देवदार/ कायल जैसे वनों के संरक्षण को बढ़ावा देना है तो पूरे हिमाचल को किसी विकसित बांस/घास की किस्म से ढकना होगा। जो चारे के साथ साथ इमारती लकड़ी, फर्नीचर /जलावन में मुख्य खपत वाले पेड़ों की जगह ले पाए। पौधारोपण अभियानों में केवल खास सदाबहार पेड़ों को रोपित किया जा रहा है जिनकी जीवित बचने की प्रतिशतता भी विभिन्न कारणों से बहुत कम है। इसमें विविधता लाने की आवश्यकता है। आम व्यक्ति इनके बीज पौधे ढूंढने बाजारों में भटकते रहेंगे तो सफलता कोसों दूर रहेगी। पंचायतों के स्तर पर बीज बैंक/मांग आधारित आपूर्ति का प्रबंधन करने की कोशिश करनी होगी। पायलट प्रोजेक्ट्स डेमो प्रोजेक्ट्स से कोई लाभ नहीं होता है , राज्य स्तर पर एक विस्तृत समयबद्ध नीति और योजना की शुरूआत करने की जरूरत होगी। नरेगा जैसे कार्यक्रमों में भी इस काम का समायोजन करना अच्छे परिणाम सामने ला सकता है।
Aapka kya andaj hai clear se bhi clear
Hello viewers
Superb aapki aawaj bahut behatrin hai sir
Hilli area ke liye konsa grass hoga
Clovers
Amma ji wali video ma cows ki full details
Ok
Seed kha mil sakta white clover Grass ka..
Vedio main number share Kiya hai
Hillay area kinnour Himachal Pradesh ke liye btaye sir koi grass
Clovers
Sir kya aap hm sabhi
Viewers ke liye
Khasker un sabhi ke liye jo pashupalan karte hai
Jo aapke video ka wait karte hai
Sir plz
ek video kya me sex shortest
seaman ke bare me btaye plz
हिमाचल के माध्यम से उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए नेपियर या बांस की कोई किस्म उपलब्ध है? अथवा विकसित की जा रही है? हिमाचल के निचले क्षेत्रों के लिए बाजरा और नेपियर की मिश्रजाती विकसित की गई थी,उसकी गुणवत्ता और उत्पादकता के परिणाम कैसे रहे हैं?
मेरा मानना है कि यदि हमें सदाबहार देवदार/ कायल जैसे वनों के संरक्षण को बढ़ावा देना है तो पूरे हिमाचल को किसी विकसित बांस/घास की किस्म से ढकना होगा। जो चारे के साथ साथ इमारती लकड़ी, फर्नीचर /जलावन में मुख्य खपत वाले पेड़ों की जगह ले पाए। पौधारोपण अभियानों में केवल खास सदाबहार पेड़ों को रोपित किया जा रहा है जिनकी जीवित बचने की प्रतिशतता भी विभिन्न कारणों से बहुत कम है। इसमें विविधता लाने की आवश्यकता है। आम व्यक्ति इनके बीज पौधे ढूंढने बाजारों में भटकते रहेंगे तो सफलता कोसों दूर रहेगी। पंचायतों के स्तर पर बीज बैंक/मांग आधारित आपूर्ति का प्रबंधन करने की कोशिश करनी होगी। पायलट प्रोजेक्ट्स डेमो प्रोजेक्ट्स से कोई लाभ नहीं होता है , राज्य स्तर पर एक विस्तृत समयबद्ध नीति और योजना की शुरूआत करने की जरूरत होगी। नरेगा जैसे कार्यक्रमों में भी इस काम का समायोजन करना अच्छे परिणाम सामने ला सकता है।
absolutely correct thoughts
@@rajender13 Napier will not work where snowfall happened