साधना जैन,,, गुरुजी हमें समझा रहे है ❤❤ जगत के बारे में हम कुछ नहीं जानते,,, भीड़ जिस तरफ चलती है हम भी उसी तरफ चलने लगते हैं,, हमें जगत में ज्यादा नहीं उलझना चाहिए,,, क्योंकि जगत प्रति समय pari Raman सील है,, प्रत्येक समय बदलता रहता है,,, सिर्फ अनुभव की चीज आत्माहै,,, जिसे हम अनुभव से ही जान सकते हैं,,,❤ गुरुजी ने कहा❤ धर्म शाश्वत है यह कभी बदलता नहीं है,,, लेकिन जो बाहर का pudgal ka परिवर्तन है,, यह तो द्रव्य,, क्षेत्र काल,, भाव,, के अनुसार parinaman करता ही करता है,, गुरुजी ने गजब की बात कही❤ पुण्य के उदय के फल में कोई सुख नहीं है,,, केवल और केवल हमारे अहंकार की ही पुष्टि होती रहतीहै,,, इसलिए हमें आत्मा अनुभव में ही पूरी ताकत लगाना चाहिए,,❤❤
Jai Jinendra Surendranagar Gujarat
साधना जैन,,, गुरुजी हमें समझा रहे है ❤❤ जगत के बारे में हम कुछ नहीं जानते,,, भीड़ जिस तरफ चलती है हम भी उसी तरफ चलने लगते हैं,, हमें जगत में ज्यादा नहीं उलझना चाहिए,,, क्योंकि जगत प्रति समय pari Raman सील है,, प्रत्येक समय बदलता रहता है,,, सिर्फ अनुभव की चीज आत्माहै,,, जिसे हम अनुभव से ही जान सकते हैं,,,❤ गुरुजी ने कहा❤ धर्म शाश्वत है यह कभी बदलता नहीं है,,, लेकिन जो बाहर का pudgal ka परिवर्तन है,, यह तो द्रव्य,, क्षेत्र काल,, भाव,, के अनुसार parinaman करता ही करता है,, गुरुजी ने गजब की बात कही❤ पुण्य के उदय के फल में कोई सुख नहीं है,,, केवल और केवल हमारे अहंकार की ही पुष्टि होती रहतीहै,,, इसलिए हमें आत्मा अनुभव में ही पूरी ताकत लगाना चाहिए,,❤❤
Jay jinendra Sambhajinagar
Jai jinendra dahod
सविनय सादर जयजिनेन्द्र, सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻🕉️
Sardar Baljit Singh Punjab
Bhinn hu.
Centre of attraction.
इसलिए जीव पुण्य का उदय चाहता है
Esa nirantar prayas karna hai
Upvas ke bhav ho ya bhojan achcha lagne ke bhav dono se hi bhindi hu.