गुरु वचनो को रखना सँभाल के | Guru Vachno Ko Rakhna Sambhal Ke | Upasana Mehta Bhajan |SatsangiBhajan

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  • Опубликовано: 8 фев 2025
  • गुरु वचनो को रखना संभल के | Guru Vachno Ko Rakhna Sambhal Ke | Upasana Mehta Bhajan |Satsangi Bhajan
    Listen to this Shyam Bhajan ( ) and Indulge in the Bhakti of Shyam Ji
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    ⭐Song : Guru Vachno Ko Rakhna Sambhal Ke
    ⭐Singer : Upasana Mehta
    ⭐Lyrics :
    ⭐Music: Binny Narang (9991980610)
    ⭐Video: Shalini Sharma (7015960610)
    ⭐Label : Upasana Mehta Bhajan
    ⭐Producer: Bhakti Sadhna (9466651081)
    ⭐Category: Hindi Devotional (Shyam Bhajan)
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    गुरु वचनो को रखना सँभाल के इक इक वचन में गहरा राज़ है,
    जिसने जानी है महिमा गुरु की उसका डूबा कभी न जहाज़ है ।
    दीप जले और अंधेरा मिटे न ऐसा कभी नहीं हो सकता,
    ज्ञान सुने और विवेक न जागे ऐसा कभी नहीं हो सकता ।
    जिसकी रोशनी से रोशन जहान है वो फरिश्ता बड़ा ही महान है,
    जिसने जानी है महिमा गुरु की उसका डूबा कभी न जहाज़ है ॥
    बीज पड़े और अंकुर न फूटे ऐसा कभी नहीं हो सकता,
    कर्म करे और फल न भोगे ऐसा कभी नहीं हो सकता ।
    कर्म करने को तूँ होशिआर है फल भोगने में बड़ा ही लाचार है,
    जिसने जानी है महिमा गुरु की उसका डूबा कभी न जहाज़ है ॥
    ठोकर लगे सतगुर न संभाले ऐसा कभी नहीं हो सकता,
    जब हम पुकारे और वो न आए ऐसा कभी नहीं हो सकता ।
    उसके हाथों में सौंप दे हाथ तूँ वो तो अंग संग तेरे साथ है,
    जिसने जानी है महिमा गुरु की उसका डूबा कभी न जहाज़ है ॥
    गुरु परिपूर्ण समर्पित तूँ हो जा धोखा कभी नहीं खा सकता,
    लक्ष्मण रेखा सतसंग की हो तो रावण कभी नहीं आ सकता ।
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