गीता माला श्लोक 29 || जीवानुगा शैलवासिनी दासी जी || Gita Mala Shlok 29

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  • Опубликовано: 4 янв 2025

Комментарии • 13

  • @deepakaushik377
    @deepakaushik377 Месяц назад +1

    Shri KrishnaVani Bhagwat Geeta ki Jai 🙌🙇

  • @SushilaAggarwal-j9z
    @SushilaAggarwal-j9z Месяц назад

    Jay Geeta Bhagwat Devi ji🙏🙏

  • @shoryajaat1
    @shoryajaat1 Месяц назад

    Jai Geeta Bhagwat Devi Ji ❤❤

  • @madhugarg2739
    @madhugarg2739 Месяц назад

    Jai Geeta Bhagwat Devi ji charno me parnaam 🙏

  • @Akshit_tanwar_
    @Akshit_tanwar_ Месяц назад

    जय गीता भागवत देवी जी चरणों में प्रणाम

  • @vandana4006
    @vandana4006 Месяц назад

    वेदों में मनो कामनाओं की पूर्ति का जान है

  • @vandana4006
    @vandana4006 Месяц назад

    भागवत सात्विक होते हुए भी निर्गुण पुराण है क्योंकि श्री कृष्ण u भागवत के प्रति पद्य विषय है इस लिए श्री मद भगवत महा पुराण और भगवत गीता निर्गुण पुराण हैं

  • @sunildhiman7997
    @sunildhiman7997 Месяц назад

    क्षीरोदकशायी विष्णु का अवतार पुरुषावतार में और गुणावत्तार में भी है

  • @sunildhiman7997
    @sunildhiman7997 Месяц назад

    भगवान श्री कृष्ण के तीन अवतार है एक है पुरुषाअवतार । पुरुषावतार में है महाविष्णु,गर्भोदकशायी विष्णु,क्षीरोदकशायी विष्णु ये तीनों पुरूषोंवतार कहलाते हैं

  • @vandana4006
    @vandana4006 Месяц назад

    भगवान किसी जीव की स्वतंत्रता में बाधा नहीं बनना चाहते!!

  • @vandana4006
    @vandana4006 Месяц назад

    हमारे पुराण तीन प्रकार के है
    1) जो मोक्ष पाना चाहते हैं उन्हें सात्विक पुराणों की शरण में जाना चाहिए।
    2)जो कामनाओं की पूर्ति करना चाहते हैं वो तामसिक ओर राजसिक पुराणों की शरण में जाना चाहिए। सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए करते हैं

  • @vandana4006
    @vandana4006 Месяц назад

    भगवान सभी जीव की स्वतंत्रता को अपने में दृढ़ क्यों नहीं करते
    वो इस लिए नहीं करते जीव अनादि काल से स्वतंत्र है

  • @sunildhiman7997
    @sunildhiman7997 Месяц назад

    गुणवत्तार में हैं ब्रम्हमा, विष्णु,महेश