परम आराध्य परम पूज्य परम हंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी सद्गुरूदेव भगवान एंव ममतामयी माता भगवती आदि शक्ति जगत जननी जगदम्बा के पावन श्री चरण कमलों में कोटि कोटि नमन वंदन पृणाम ❤❤❤❤❤❤❤
सीता जी गौरी पूजन के लिए जाती थी राम जी ने शिवलिंग स्थापित की रामेश्वर में तुम लोग आर्य समाज की नहीं रहे अब तुम्हारे नमाजी हो गए हो लगता है हमारे सनातन धर्म को आप लोग ही बर्बाद करोगे
Mai ek Practical example deta hun Murti me aatha ka suno- Eklaya ne Guru Dron ki murti hi to banayi thi & usme aastha thi & result Arjun k kutte ka muh sil diya to samajhne wali baat ye hai ki ek sahi parikalpna honi chahiye murti ki koi bhram or galat parikalpna nahi honi chahiye, Murti ko ek Symbol k roop me lena chahiye but dikkat tab hoti hai jab Murti ke name par Pakhand suru ho jaata hai, jab Murti ko log doodh chadte hain & Pande doodh chadwate hain & business karte hain......is se sabka nash hota hai public bhi barwad & desh bhi barwad & yehi hota raha hai Bharat ki history utha kar dekh lo. Arya samajh ko bhi reality samjhni chahiye ki Dayanand Saraswati ne sirf Pakhand ka virodh kiya tha jo alag alag tarah se samaj me faila tha unme se ek Murti Pooja ke name par bhi Pakhand tha.......hota hai na Kuchh logon ne to Corona maata ka mandir bna diya ab ye to Pakhand hi hai .......Sai Baba ki murti ko Hindu Devi Devtao ke beech rakh diya.........to Arya samajh ko us Pakhnd ka to virodh karna chahiye jo ki moortu k name par faila hai.......but Jo Prateekatmak murti like Lord Shiva etc inke andhvirodh se bachna chahiye.
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है) यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर" पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
Pramatma nirakar or sarvavyapak h murti kabi sarvavyapi nahi ho sakti or pramatma kabi nahi marta h vaha ajj be h or app murti sa kay sabit krna chata ho
जब मोहम्द गजनी ने हमारे विशाल सोमनाथ मन्दिर पर आक्रमण किया था और हमारी मूर्तियों को धवस्त किया था तब मूर्तियों ने उनके हाथपांव तोड़कर मौहम्मद गौरी के हाथ में क्यों नहीं दिए।
सोमनाथ मंदिर वैसे हीं नहीं तोड़ा गया था, कुछ ढकोसलेबाजों के वजह से तोड़ा गया था। गजनी लूटपाट करके जा रहा था, लेकिन मन्दिर के मलाई चाटने वाले लोगों को उकसाने की वजह से।
मूर्तिपूजकों के कितने देश है?नास्तिक हमलोग नहीं है ईश्वर और वेद दोनों को मानते हैं ।आप ऋषि खुद को किस आधार पर मानते हैं?आर्यसमाज आरंभ से ही मूर्तिपूजा को नहीं मानता है आगे भी नहीं मानेगा ।केवल आर्यसमाज ही ऐसी संस्था नहीं ,जो मूर्तिपूजा का विरोधी है कई संस्थाएँ और मजहब है ।आप मूर्तिपूजा करके कौन धर्म की रक्षा कर सके हैं?धर्म की रक्षा तो भगवान् श्रीकृष्ण ने किया था ।आप भागवतपुराण सबको पढ़कर सुनिए तब लोगों को लगेगा कितना गलत किया है आपलोगों ने ।श्रीकृष्ण को पूरी तरह बदनाम किया है ।उन्हें अवतार मानकर उनपर कौन सा उपकार किया है आपलोगों ने ।कहने को आपलोग बहुत ऊँचे स्तर के हैं फिर झूठ क्यों बोलते हैं ?।रामभद्राचार्य जी तो गंगा की सौगंध खाकर कह दिया कि आर्यसमाज भगवान राम और भगवान कृष्ण को काल्पनिक मानते हैं जबकि हमलोग प्रतिदिन भगवान् राम और कृष्ण की जयकारा करते हैं उनकी जयंतियाँ मनाते हैं ।जब पौराणिक जगत का इतने प्रसिद्ध पंडित रामभद्राचार्य झूठ बोलते हैं तो आपलोग कौन सा सत्य बोल रहे हैं?पहले स्वामी दयानंद को आप आत्मज्ञानी कह ही नहीं रहे थे ;अब बोल बदल गये ,कैसे ऋषि हैं आप ?वेद में मूर्तिपूजा नहीं पा सके तो उससे भी आगे आत्मा की बात करने लगे ।मतलब पाखंड छोड़ना ही नहीं है !हमलोग कभी भटके नहीं हैं देश और धर्म के हमेशा समर्थक और कट्टर हैं ।मदनमोहन मालवीय ने कहा था कि आर्यसमाज जिस दिन सो गया ; हिंदू समाज उस दिन मर जायेगा !आपमें शक्ति है तो मुहम्मद साहब के खिलाफ बोलकर दीखाइए!महर्षि दयानंद ने इस्लाम की बखिया उधेड़ी है सत्यार्थ प्रकाश में ।महर्षि दयानंद हिंदू विरोधी होते तो बौद्ध ;जैन धर्म की तरह अलग संप्रदाय खड़े करते !क्या आर्यसमाज हिंदुओं की संस्था नहीं है?क्या श्रद्धानंद ने शुद्धि आंदोलन नहीं चलाया था जिनके कारण उनकी जान चली गई!महर्षि दयानंद हमेशा खुद शास्त्रार्थ करते थे न कि आपकी तरह शिष्यों पर टालते थे !बड़ी बात तब होगी जब हिंदू से इतर मजहब पर आप बात करें ।आर्यसमाज ही सच्चा पथप्रदर्शक है ।आप अपनी अज्ञानता को दूर करें ।आज कितने ब्राह्मण शाकाहारी रह गये ?फिर भी आप उन्हें ब्राह्मण कहिएगा ,तो इससे बड़ा पाखंड क्या होगा ?मूर्तिपूजा करके क्या हिंदू चरित्रहीन नहीं हुआ ?क्या क्या हिंदू नहीं हुआ ?कई लोग वैष्णो देवी और अन्य तथाकथित तीर्थस्थलों पर जाते हैं और दुर्घटना में मारे जाते हैं ।हरेक वर्ष कितनी ऐसी घटनाएँ होती है।आर्यसमाज ब्राह्मण विरोधी नहीं है पर मांस खानेवाले कौन सा ब्राह्मण कहलाकर देश;धर्म का भला करेंगे ?आर्यसमाज कभी भी मूर्तिपूजा का समर्थन नहीं करेगा ,क्योंकि स्पष्ट रूप से वेदों में मूर्तिपूजा का निषेध है !आप अपनी अज्ञानता दूर करें ।ओ३म्
आप न तो शक्ति पुत्र हैं न भक्ति पुत्र हैं, आप विकृति पुत्र हैं। जितनी भी दुनियां में विद्या हैं वह सब वेद से ही निकली है। एक अरब 96 करोड वर्ष से मानव है इस धरती पर है। तभी से सत्य सनातन वैदिक धर्म भी है। वेद के बिना सनातन धर्म की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जितने भी हिंदुओं के मंदिर हैं उनमें न तो संगठन के लिए चर्चा है और न देश शब्द ही कभी निकलता है। हिंदू 😮भविष्य को लेकर डरा हुआ है। कश्मीर हिंदुओं से खाली हो गया है। हमारे ही देश में मुस्लिम इलाक़े से हिंदू प्रति दिन पलायन कर रहे हैं।रामभद्राचार्य भी और सारे संत बोल रहे हैं कि हिंदुओं में एकता नहीं है। इनके चेले किस गली में बसते हैं जो शास्त्रार्थ में आयेंगे। गुरु भी घुटनों के बल रेंगेंगे।ये सारे छद्मब्रह्मण हैं। जो मुसलमानों की ओर से आने वाले महाविनाश की ओर बढ़ रहे हैं। मैं अदना सा भी मनुष्य हूं फिर भी मैंने इनके भाषण को सुनकर इनके स्तर का पता लगा लिया।ये स्वयं भी डूबने वाले हैं और हिंदुओं को भी डुबोने वाले हैं। इन्होंने कभी वेद देखे भी नहीं होंगे। नमस्ते। जय सिया राम।
वेद पढ़ना और जानने से कल्याण नही होगा वेद हमे किस ओर बढ़ाना चाहते है वह कर्म करने से कल्याण होगा मेरे भाई इस संगठन के कार्य क्या है समाज में इसका प्रभाव क्या पढ़ रहा है उसका तुम्हे 1% भी पता नही आज अगर होगा तो गुरुदेव के लिए इस प्रकार नही लिखते । मैं तुम्हे सचेत करना चाहता हूं और कहना चाहता हूं हो सके तो संगठन को पहले गहराई से समझो अन्य कथावचको से गुरुदेव की तुलना मत करना ,जो रट्टू तोते की तरह रट लिए और लगे चिल्लाने
कुछ बौद्ध आचार्य भी हमारे इतिहास पर अंगुली उठारहे है क्या उन्हें भी समझाने का प्रयास करेंगे।?आर्य समाज ही वह संगठन है जो सत्य सनातन वैदिक धर्म का सत्य संदेश देता है। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
Vedo me murti puja h hi nhi agr h to dikao live q jhut. Felate ho sikha sahi do unko mhapurso ka ithihas btao murti puja tak simit na rko isi karn hindu kamjor hota ja raha h😊
अरे महाराज जी, मूर्खों जैसी बातें मत करो। मूर्ति पूजा काही नहीं है हमारे वेदों मे उल्टा उपनिषदों मे यह लिखा है की मूर्ति पूजा करने वाला पापी है उसे कभी मोक्ष की प्राप्ति नहीं होगी। हमारे ऋषि मुनियों ने कभी कोई मूर्ति की नहीं की। धूप, अगरबत्ती जलाकर वातावरण को प्रदूषित करते हो और उसे आप लोग पूजा करते हो। इस पूजा से आपको क्या लाभ? वातावरण को दूषित कर पाप के भागी बन रहे हो। केवल अष्टांग योग को अपना कर ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है। कोई धूप, अगर्वतती जलाने से मोक्ष नहीं मिलती। केवल पुरानो को पढ़कर कुछ भी बक रहे हो। कभी वेद, उपनिषद, दर्शन पलट कर देखा है । आज मंदिरों की संख्या पहले से ज्यादा बढ़ रहे है। पहले से ज्यादा पूजा पाठ हो रहे है । लेकिन फिर भी लोग इतने दुखी निराश क्यूँ है । कभी पता किया आपने।
@@ChudamaniSamal-v5r abhi jo bhi satya sanatan bacha hai wah arya samj ki wjah se hi, baki pauraniko ne to janm se varn vyavastha, murtipuja, avatarvaad in sb jaisi avaidik manatya chla rkhi h desh me
@@janta-e6z murti.puja galat he to,dayananda saraswati ji ki photo kyu rakhte ho,ap apni ghar se apani maa bap ki (jo gujar gaye)photo ajj se hatadena ,tab manungi app apni.bap ki aullad he, Jiss mahapurusho ne Hum logo ko achhi rasta dikhai, un ko hum bhul jaye, Murkho ki.aullad
Vishva mein nahin hamare guruwar jaisa aise hi Vishva adhyatm Jagat Ko chunauti nahin Di gai hai vah sachhidanand avtari hai guruon ka Guru Jo samajh gaya uska Kalyan Ho Gaya Jay guruvar ki Jay Mata
मैं इस ... समाज का शक्ति पुत्र महाराज तक संदेश पहुंचाने चाहा मगर कार्यकर्ता ने अनसुनी कर दी।
आखिर किसी न किसी तरह से पहुंच ही गयी ।
धन्यवाद गुरु जी।
आप महान हैं गुरुवर जी...♥🙏😊🌸
🚩🙏 जय माता की जय गुरुवर की🙏🚩
Jay Mata ki ⛳️
जय माता की जय गुरुवर की
जय माता की जय गुरुवार की
जय माता की जय गुरूवर की
जय माता की ❤
जय गुरुवर की 🎉
जय गुरुवर की। जय माता की।।
🙏🇮🇳🌹जय माता की जय गुरुवर की🌹🙏
Jay mata ki jay guruvar ki 🙏🙏
Jai mata ji
जय माता की ।।
परम पूज्य गुरुदेव जी भगवान् के पावन चरणों में साष्टांग दण्डवत प्रणाम।
युग चेतना पुरुष परमहंस योगीराज श्री शक्ति पुत्र जी महाराज के🙏🌺🌻🌹 चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन प्रणाम
Jai Guruvar ki ❤
Jai Mata Ki ❤🙏
आप सही कह रहे है गुरूदेव..
🙏🙏 जय जय आदिपराशक्ति पुत्र श्री शक्तिपुत्र जी महाराज 🙏🙏
श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के चरणों में नमन वंदन प्रणाम
सत्य वचन गुरु देव जी ईश्वर कण कण में विद्यमान हैं, कुछ लोगों ने मूर्तियों का दुरुपयोग करते हैं और ईश्वर को बदनाम करते हैं।
Jy ho ji
जय माता की जय गुरुदेव की❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉
🚩ॐ जय माता की💥जय गुरूवर की ॐ🚩
🙏🙏🙏🙏🚩卐🚩🙏🙏🙏🙏
Jay mata ki jay guruvar ki
Shri shaktiputra Ji Maharaj ke charanon mein koti koti Naman vandan❤❤
जय माताकी जय गुरुवरकी !
जय माता की
🌹❤️ mere gurudev bhagwan ji ❤️🌹🙏🙏
👌
👏👏👏
जय गुरुवर की।। जय माता की।।🌷🌹🙏🌹🌷
U r right
🙏🌹🌻🌺जय माता की 🙏🌻🌺जय गुरुवर की
Bilkul sahi guro ji Jay mata di
आप,मा के लाल हो आप पापियों के काल हो
Jay Gurudev ji ki
🙏🙇🙏
सचमुच गुरु जी के आश्रम
का कण कण चेतनमय है
तो मूर्ति क्यों नहीं हो सकती।
एक बार जाके देखो।
🥰🙏
जय गुरुवर की
परम आराध्य परम पूज्य परम हंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी सद्गुरूदेव भगवान एंव ममतामयी माता भगवती आदि शक्ति जगत जननी जगदम्बा के पावन श्री चरण कमलों में कोटि कोटि नमन वंदन पृणाम ❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🌹🙏🚩🚩🚩🌺🌸🌸जय माता की जय गुरुवार की
🌹❤️ जय गुरुवर की❤️🌹🙏🙏
शक्तिपुत्र जी न होते तो सनातन धर्म में हो रही गलतियों को कोई नहीं टोकता,, सुधार करना तो असंभव ही था! ❤❤
सब कुछ पाखंड झूठा प्रचार लगातार बढ़ता रहता!
🙏
Jai mata ki jai gurvar ki
Jai mata di jai guru dev ji ki
परम पूज्य गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी भगवान् की जय हो🥀🙏🙏🌺🌺🌺
Mnj
Mnajuo
🙏🙏🙏🚩
❤ Guru ji aap krpa karke AAP PREMANAND ji maharaj ke baare
Jay guru dev
ज्ञान,मूर्ति और चित्र प्रेरणा के श्रोत हैं। शिशु जन्म ले और अपने जन्मदाता को न देखे तो ओ किसे माता/पिता कहेगा
जो ब्रह्म अजन्मा है निराकार है उसकी मूर्ति कैसे हो सकती है लेकिन जिसने भी इस संसार में जन्म लिया है उन सभी की मूर्ति को आर्य समाज भी जानता मानता है
सीता जी गौरी पूजन के लिए जाती थी राम जी ने शिवलिंग स्थापित की रामेश्वर में तुम लोग आर्य समाज की नहीं रहे अब तुम्हारे नमाजी हो गए हो लगता है हमारे सनातन धर्म को आप लोग ही बर्बाद करोगे
हमारे महापुरुष के मन्दिर बनना चाहिए पर साई बाबा का नही
अब असामाजिक तत्वों की खैर नहीं
Pahle ke Rishi Muni Man Ke Mandir Mein Dhyan Karte The
मूर्ति का पूजा करना गलती है!! मन्दिर बनाना गलत नही है. मन्दिर मे पूजा ना कर के लोगो को वेदो का ज्ञान देना चाहिए
Mai ek Practical example deta hun Murti me aatha ka suno- Eklaya ne Guru Dron ki murti hi to banayi thi & usme aastha thi & result Arjun k kutte ka muh sil diya to samajhne wali baat ye hai ki ek sahi parikalpna honi chahiye murti ki koi bhram or galat parikalpna nahi honi chahiye, Murti ko ek Symbol k roop me lena chahiye but dikkat tab hoti hai jab Murti ke name par Pakhand suru ho jaata hai, jab Murti ko log doodh chadte hain & Pande doodh chadwate hain & business karte hain......is se sabka nash hota hai public bhi barwad & desh bhi barwad & yehi hota raha hai Bharat ki history utha kar dekh lo. Arya samajh ko bhi reality samjhni chahiye ki Dayanand Saraswati ne sirf Pakhand ka virodh kiya tha jo alag alag tarah se samaj me faila tha unme se ek Murti Pooja ke name par bhi Pakhand tha.......hota hai na Kuchh logon ne to Corona maata ka mandir bna diya ab ye to Pakhand hi hai .......Sai Baba ki murti ko Hindu Devi Devtao ke beech rakh diya.........to Arya samajh ko us Pakhnd ka to virodh karna chahiye jo ki moortu k name par faila hai.......but Jo Prateekatmak murti like Lord Shiva etc inke andhvirodh se bachna chahiye.
बाबा तुम सच्चाई से करोड़ों मील दूर हो।
@@Rajvirkhosla9120 सच्चा नही ओ सच्चाई से बच्चा है
@@Rajvirkhosla9120 जहा इंसान इंसान को माना जा रहा है सैतान और पत्थर को माना जा रहा है भगवन धन्य है भारत महान
शक्तिपुत्र जी महाराज अपने चेतना तरंगों के बल पर सब कुछ करने की सामर्थ रखते हैं
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर"
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है। - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
Kon kehta hai devta nahi hote me roj ma karni ka darsan karta hu
Pramatma nirakar or sarvavyapak h murti kabi sarvavyapi nahi ho sakti or pramatma kabi nahi marta h vaha ajj be h or app murti sa kay sabit krna chata ho
भारत मै ऐसे बहुत जगह है जहा 1 side मे मन्दिर है और 2 side मे गाय कटता है!!इसे हिंदुओ को कोई फर्क नही पड़ता. Iska mtlb kya ho skta hai
ये बात मे स्वामी जी से पूछ रहा हूँ
लाखों रुपये उस मन्दिर पर खर्चा कर देंगे!!पर गाय कटना बंद नही करवा सकते
हिन्दु हो कर भी मीट मछली खाते हैं इस पर क्या कहना है
नवरात्र आने पर लोग पूजा करते है मुर्ति को देवी मान कर लेकिन 12baje रात को किसी लड़की को देख लेंगे अहसाए तो उसे तो नही बचायेंगे
मुझे बम बनाना RDX mil जाए तो सबसे पहले ऐसे जगह को बिस्फोट करूँगा जहा गाय माता को काटा जाता हो
आप यदि परमात्मा के सच्चे भक्त हो तो पहले जाके बंग्लादेश में जाके हिंदुओं की रक्षा कीजिए। आर्यसमाज को बोलिए।
Vedo me murti puja h hi nhi
महर्षी कपिलाचार्य कहा कहा मूर्ति पूजा कहा है
Sankhya darshan me murti puja ka virodh to muze dikha nhi
जब मोहम्द गजनी ने हमारे विशाल सोमनाथ मन्दिर पर आक्रमण किया था और हमारी मूर्तियों को धवस्त किया था तब मूर्तियों ने उनके हाथपांव तोड़कर मौहम्मद गौरी के हाथ में क्यों नहीं दिए।
चेतनावान नही थे इसलिए
सोमनाथ मंदिर वैसे हीं नहीं तोड़ा गया था, कुछ ढकोसलेबाजों के वजह से तोड़ा गया था।
गजनी लूटपाट करके जा रहा था, लेकिन मन्दिर के मलाई चाटने वाले लोगों को उकसाने की वजह से।
आपकी बात बिल्कुल सही है। मूर्ति तो चेतन हीन है। जो अपनी रक्षा स्वयं नही कर सकती वो दुश्मनों से कैसे रक्षा कर सकती है।
तरस आता है आप लोगों की सोच पर।
@@Rajvirkhosla9120 और आपके सोच विवेक जागृत होता है
मूर्तिपूजकों के कितने देश है?नास्तिक हमलोग नहीं है ईश्वर और वेद दोनों को मानते हैं ।आप ऋषि खुद को किस आधार पर मानते हैं?आर्यसमाज आरंभ से ही मूर्तिपूजा को नहीं मानता है आगे भी नहीं मानेगा ।केवल आर्यसमाज ही ऐसी संस्था नहीं ,जो मूर्तिपूजा का विरोधी है कई संस्थाएँ और मजहब है ।आप मूर्तिपूजा करके कौन धर्म की रक्षा कर सके हैं?धर्म की रक्षा तो भगवान् श्रीकृष्ण ने किया था ।आप भागवतपुराण सबको पढ़कर सुनिए तब लोगों को लगेगा कितना गलत किया है आपलोगों ने ।श्रीकृष्ण को पूरी तरह बदनाम किया है ।उन्हें अवतार मानकर उनपर कौन सा उपकार किया है आपलोगों ने ।कहने को आपलोग बहुत ऊँचे स्तर के हैं फिर झूठ क्यों बोलते हैं ?।रामभद्राचार्य जी तो गंगा की सौगंध खाकर कह दिया कि आर्यसमाज भगवान राम और भगवान कृष्ण को काल्पनिक मानते हैं जबकि हमलोग प्रतिदिन भगवान् राम और कृष्ण की जयकारा करते हैं उनकी जयंतियाँ मनाते हैं ।जब पौराणिक जगत का इतने प्रसिद्ध पंडित रामभद्राचार्य झूठ बोलते हैं तो आपलोग कौन सा सत्य बोल रहे हैं?पहले स्वामी दयानंद को आप आत्मज्ञानी कह ही नहीं रहे थे ;अब बोल बदल गये ,कैसे ऋषि हैं आप ?वेद में मूर्तिपूजा नहीं पा सके तो उससे भी आगे आत्मा की बात करने लगे ।मतलब पाखंड छोड़ना ही नहीं है !हमलोग कभी भटके नहीं हैं देश और धर्म के हमेशा समर्थक और कट्टर हैं ।मदनमोहन मालवीय ने कहा था कि आर्यसमाज जिस दिन सो गया ; हिंदू समाज उस दिन मर जायेगा !आपमें शक्ति है तो मुहम्मद साहब के खिलाफ बोलकर दीखाइए!महर्षि दयानंद ने इस्लाम की बखिया उधेड़ी है सत्यार्थ प्रकाश में ।महर्षि दयानंद हिंदू विरोधी होते तो बौद्ध ;जैन धर्म की तरह अलग संप्रदाय खड़े करते !क्या आर्यसमाज हिंदुओं की संस्था नहीं है?क्या श्रद्धानंद ने शुद्धि आंदोलन नहीं चलाया था जिनके कारण उनकी जान चली गई!महर्षि दयानंद हमेशा खुद शास्त्रार्थ करते थे न कि आपकी तरह शिष्यों पर टालते थे !बड़ी बात तब होगी जब हिंदू से इतर मजहब पर आप बात करें ।आर्यसमाज ही सच्चा पथप्रदर्शक है ।आप अपनी अज्ञानता को दूर करें ।आज कितने ब्राह्मण शाकाहारी रह गये ?फिर भी आप उन्हें ब्राह्मण कहिएगा ,तो इससे बड़ा पाखंड क्या होगा ?मूर्तिपूजा करके क्या हिंदू चरित्रहीन नहीं हुआ ?क्या क्या हिंदू नहीं हुआ ?कई लोग वैष्णो देवी और अन्य तथाकथित तीर्थस्थलों पर जाते हैं और दुर्घटना में मारे जाते हैं ।हरेक वर्ष कितनी ऐसी घटनाएँ होती है।आर्यसमाज ब्राह्मण विरोधी नहीं है पर मांस खानेवाले कौन सा ब्राह्मण कहलाकर देश;धर्म का भला करेंगे ?आर्यसमाज कभी भी मूर्तिपूजा का समर्थन नहीं करेगा ,क्योंकि स्पष्ट रूप से वेदों में मूर्तिपूजा का निषेध है !आप अपनी अज्ञानता दूर करें ।ओ३म्
Murti puja purn vaigyanik hai
Dhongi baba satyarth Prakash Nahin padhe Shayad Nahin To Aisa Nahin bolate
आप न तो शक्ति पुत्र हैं न भक्ति पुत्र हैं, आप विकृति पुत्र हैं। जितनी भी दुनियां में विद्या हैं वह सब वेद से ही निकली है। एक अरब 96 करोड वर्ष से मानव है इस धरती पर है। तभी से सत्य सनातन वैदिक धर्म भी है। वेद के बिना सनातन धर्म की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जितने भी हिंदुओं के मंदिर हैं उनमें न तो संगठन के लिए चर्चा है और न देश शब्द ही कभी निकलता है। हिंदू 😮भविष्य को लेकर डरा हुआ है। कश्मीर हिंदुओं से खाली हो गया है। हमारे ही देश में मुस्लिम इलाक़े से हिंदू प्रति दिन पलायन कर रहे हैं।रामभद्राचार्य भी और सारे संत बोल रहे हैं कि हिंदुओं में एकता नहीं है। इनके चेले किस गली में बसते हैं जो शास्त्रार्थ में आयेंगे। गुरु भी घुटनों के बल रेंगेंगे।ये सारे छद्मब्रह्मण हैं। जो मुसलमानों की ओर से आने वाले महाविनाश की ओर बढ़ रहे हैं। मैं अदना सा भी मनुष्य हूं फिर भी मैंने इनके भाषण को सुनकर इनके स्तर का पता लगा लिया।ये स्वयं भी डूबने वाले हैं और हिंदुओं को भी डुबोने वाले हैं। इन्होंने कभी वेद देखे भी नहीं होंगे। नमस्ते। जय सिया राम।
वेद पढ़ना और जानने से कल्याण नही होगा वेद हमे किस ओर बढ़ाना चाहते है वह कर्म करने से कल्याण होगा
मेरे भाई इस संगठन के कार्य क्या है समाज में इसका प्रभाव क्या पढ़ रहा है उसका तुम्हे 1% भी पता नही आज अगर होगा तो गुरुदेव के लिए इस प्रकार नही लिखते ।
मैं तुम्हे सचेत करना चाहता हूं और कहना चाहता हूं हो सके तो संगठन को पहले गहराई से समझो अन्य कथावचको से गुरुदेव की तुलना मत करना ,जो रट्टू तोते की तरह रट लिए और लगे चिल्लाने
कुछ बौद्ध आचार्य भी हमारे इतिहास पर अंगुली उठारहे है क्या उन्हें भी समझाने का प्रयास करेंगे।?आर्य समाज ही वह संगठन है जो सत्य सनातन वैदिक धर्म का सत्य संदेश देता है। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
Vedo me murti puja h hi nhi agr h to dikao live q jhut. Felate ho sikha sahi do unko mhapurso ka ithihas btao murti puja tak simit na rko isi karn hindu kamjor hota ja raha h😊
Kya apne ved pade hai ya apko kisi ne kaha hai ki ved me murti puja nhi hai or apne maan liya.
अरे महाराज जी, मूर्खों जैसी बातें मत करो। मूर्ति पूजा काही नहीं है हमारे वेदों मे उल्टा उपनिषदों मे यह लिखा है की मूर्ति पूजा करने वाला पापी है उसे कभी मोक्ष की प्राप्ति नहीं होगी। हमारे ऋषि मुनियों ने कभी कोई मूर्ति की नहीं की। धूप, अगरबत्ती जलाकर वातावरण को प्रदूषित करते हो और उसे आप लोग पूजा करते हो। इस पूजा से आपको क्या लाभ? वातावरण को दूषित कर पाप के भागी बन रहे हो।
केवल अष्टांग योग को अपना कर ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है। कोई धूप, अगर्वतती जलाने से मोक्ष नहीं मिलती। केवल पुरानो को पढ़कर कुछ भी बक रहे हो। कभी वेद, उपनिषद, दर्शन पलट कर देखा है ।
आज मंदिरों की संख्या पहले से ज्यादा बढ़ रहे है। पहले से ज्यादा पूजा पाठ हो रहे है । लेकिन फिर भी लोग
इतने दुखी निराश क्यूँ है । कभी पता किया आपने।
Kya aap upnishad ka wo mantra bhej shakte hai?
Arya 😊samaj agar sanatan ko bacha ke rakha he to etna patan kaise ho gaya
@@ChudamaniSamal-v5r abhi jo bhi satya sanatan bacha hai wah arya samj ki wjah se hi, baki pauraniko ne to janm se varn vyavastha, murtipuja, avatarvaad in sb jaisi avaidik manatya chla rkhi h desh me
@@janta-e6z murti.puja galat he to,dayananda saraswati ji ki photo kyu rakhte ho,ap apni ghar se apani maa bap ki (jo gujar gaye)photo ajj se hatadena ,tab manungi app apni.bap ki aullad he,
Jiss mahapurusho ne Hum logo ko achhi rasta dikhai, un ko hum bhul jaye,
Murkho ki.aullad
@@janta-e6z murti puja galat.he to ,bharat me jitna mahapurusho ki murti jaga jaga me khada kar ke rakhe us ko.v hatana chahiye kya,
आप बैठ का आर्य समाज के साथ शास्त्रार्थ कर के सही निर्णय पर समाज को ले जायें और समाज को पाखंड में मत फंसाकर रखें
Aap ki soch bahot chhoti hai
maaf karna guruwar Arya namaji hinduo ka ang nahi hain. ye log nastick hain.
तुम शास्त्र पढ़ो
@@Rajvirkhosla9120 बिना देखे शास्त्र की प्रमाण दो तुम और देखें हम
Hamare guruvar vah swayam mein ek Shastra hai❤❤
@@raghuveerpatil7245 आपके गुरुदेव स्वयं एक शास्त्र हैं हीन है यदि उनको शास्त्र पता होता तो शास्त्र के विरुद्ध बातें नहीं करते
Vishva mein nahin hamare guruwar jaisa aise hi Vishva adhyatm Jagat Ko chunauti nahin Di gai hai vah sachhidanand avtari hai guruon ka Guru Jo samajh gaya uska Kalyan Ho Gaya Jay guruvar ki Jay Mata
@@Rajvirkhosla9120 मेरी औकात है कि इन बहरूपियो के अंधविश्वासी चेलों की औकात पर लाना
Jay Mata ki Jay Guruvar ki
jai mata ki jai guruwar ki 🙏🙏🙏🙏
जय माता की
🙏🙏🙏
Jai Mata ki Jai guruvar ki
🙏🙏
जय गुरुवर की जय माता की
Jai gurubarji ki jay mata ki jai
🙏 जय गुरूवर की 🌺 जय माता की 🙏
जय माता की जय गुरूवर की
जय माता की जय गुरुवर की
🙏 jai mata ki jai guruwar ki 🙏
Jai mata ki jay guruver ki
🙏
Jay mata ki jay guruwar ki 🙏🙏🙏
जय माता की जय गुरुवर की
Jay Mata ki Jay guruvar ki
Jai mata ki jai guruver ki
जय माता की जय गुरुवर की
Jai mata ki jay guruvar ki🙏🙏🙏
जय माता की जय गुरुवर की
Jay mata ki jai guruvar ki