"नई 'Acharya Prashant' App डाउनलोड करें: acharyaprashant.org/app?cmId=m00022 उपनिषद, गीता व सभी प्रमुख ग्रंथों पर ऑनलाइन कोर्स: acharyaprashant.org/en/courses?cmId=m00022 संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/en/enquiry?cmId=m00022 "
जब श्रीराम शर्मा आचार्य ने गायत्री परिवार की नीव रखी और स्त्रियों को वेद उपनिषदों तथा गायत्री मंत्र पढ़ने के दिशा की ओर कदम बढ़ाया तब उस समय के देश के प्रकांड विद्वानों ने आचार्य जी का घोर विरोध करना शुरू कर दिया था सिवाय मदन मोहन मालवीय जी के लेकिन आचार्य जी ने सबका सामना करते हुए अपने लक्ष्यों पर अडिग रहे, यहां तक कि आज भी उनके विचारों का जमकर विरोध किया जाता है। आचार्य प्रशांत जी को सुनने के बाद और खुद को विद्वान समझने वाले लोगों द्वारा आपका विरोध देखकर प्रसन्नता भी होती है और दुख भी...... प्रसन्नता इस बात की कि आपका विरोध करके आपका एक तरह से आपका प्रचार कर रहे हैं 😂😂😂😂..... लेकिन दुःख इस बात का कि अपने अहंकार को स्वीकार कर सत्य को नहीं अपनाना चाह रहे हैं। खैर कोई नहीं अगर देश का हर युवा जाग गया तो सत्य को अपनाना ही पड़ेगा। सूर्य को चाहे कितने भी बदल ढकने का प्रयास क्यों ना करें उसके प्रकाश को नहीं रोक सकते..... आपके विचार रूपी प्रकाश को नहीं रोक सकता आचार्य🙏🙏 धन्यवाद ❤
हम जिसे प्रेम कहते हैं वह हम तक मात्र किस्से-कहानियों और फिल्मों के माध्यम से पहुँचा है। ये भी एक ग़लतफहमी है कि प्रेम नैसर्गिक होता है। प्रकृति में, जानवरों में जो प्रेम दिखता है वो प्राकृतिक सौहार्द हो सकता है, प्रेम नहीं। प्रेम तो सीखना पड़ता है। प्रेम वास्तव में है मन का निरंतर आकर्षण, सतत प्रवाह शांति की तरफ। प्रेम का वरदान या प्रेम की संभावना तो बस इंसान को ही मिली है। वो भी संभावना मात्र है। प्रेम मिलेगा किसी कृष्ण जैसे के पास।
सर आपका ये कथन कितना सत्य है की हम अपने आप को अगले जन्म में भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। आपकी ये बात सुनके मुझे लता जी की एक बात याद आ गई जिसमे उन्होंने भी अपने बारे में यही कहा की अगले जन्म में वो लता मंगेशकर नही बनना चाहतीं। सादर प्रणाम आचार्य जी🙏
जितना प्रेम लोग अपने रिश्तों से करते हैं और फिर भी जीवन भर कष्ट भोगतें हैं उतना प्रेम अगर हमें ईश्वर से हो तो जीवन के मुद्दों पर सारी बहस ही खत्म हो जाय । शत शत नमन आचार्य जी ।
सत्य वचन आचार्य जी, वृत्ति की सच्चाई से रिश्ता परमात्मा से बनता है, अथवा माया से झुन्नु झुन्नियो से बनता है ❤हर इंसान मैं परम तथा ऊंचाई तक पहचानने की चाह होती है बस वैसे व्यक्ति की संगति होनी चाहिए 🙏🏻🙏🏻🙏🏻स्वयं को भी झुन्नु से फ़रिश्ता बनाने के लिए आत्मज्ञान तथा बोध अनिवार्य है ❤
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति , कृष्ण की प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन इस युगपुरुष को 🙏आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
जो कर्म.....बिना ग्यान के होता हो....वही है......कर्मकांड। आजादी का अर्थ.....ईट, ड्रिंक एंड बी मेरी नहीं है आजादी का अर्थ है.....जीते जी, जीवन मुक्त होना....,ये जान लेना, कि न मै शरीर, न मन, न बुद्धि ......मै सिर्फ और सिर्फ अतृप्त चेतना मात्र ...। व परम लक्ष्य ...सत्य से एकरूप होना।। पर माया ऐसा होने नहीं देती ... जब प्रेम नहीं रहता..रामत्व के मर्म की सुध नहीं रहती, आत्मस्थ की स्थिति नहीं होती ...तब...कुदरत का मारा...कलैक्टर बनने की तैयारी मे जुट जाता है ...,फिर शादी, फिर बच्चे......शायद, इसी रास्ते कहीं प्रेम मिल जाय..... ठगा सा रह जाता है, जब एहसास हो जाता है, कि कुछ....गलत हो गया तब तक देर हो चुकी होती है ....... ।वो बेहोशी मे मै व मेरे का एक विशाल साम्राज्य को फैला चुका होता है .....यही, उसके दुख, क्षोभ, हताशा व मृत्यु का कारण बनता है......। माया उसे अंतत:भी भरमाती रही..व बंधन के भंवर मे.....जनम जनम तक....फंसाती रही..,व बंधन ही उसकी नियति बन गयी.............. अब खा माछा माया से पार पाना........ आसां नहीं ये आग का दरिया है और डूब के जाना है। अंतत:भी वह माया की चाल को समझ नहीं पाता
आचार्य जी के दर्शन संतो से कम नही हैं आपकी वीडियो में एक अलग सा ही जादू होता हैं इतनी साफ सुथरी सच्चाई से रूबरू कराते हैं आप जिसका कोई जवाब नही मेरे लिए परमात्मा से कम नही हो आप दिल से एक बार फिर बहुत बहुत आभार आचार्य जी !
हमारे प्यारे आचार्य जी के चरणों में कोटि-कोटि नमन जितना आचार्य जी को सुनते जाते हैं उतना ही आचार्य जी से प्रेम बढ़ता जाता है कृष्ण स्वरूप हमारे आचार्य जी को बारंबार प्रणाम🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤❤❤❤
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🌙💎🌻🙏🏼
🙏🏻🙏🏻♥️♥️
Parnaam acharya ji 🙏🙏🙏
Excellent Acharya ji
जब श्रीराम शर्मा आचार्य ने गायत्री परिवार की नीव रखी और स्त्रियों को वेद उपनिषदों तथा गायत्री मंत्र पढ़ने के दिशा की ओर कदम बढ़ाया तब उस समय के देश के प्रकांड विद्वानों ने आचार्य जी का घोर विरोध करना शुरू कर दिया था सिवाय मदन मोहन मालवीय जी के लेकिन आचार्य जी ने सबका सामना करते हुए अपने लक्ष्यों पर अडिग रहे, यहां तक कि आज भी उनके विचारों का जमकर विरोध किया जाता है।
आचार्य प्रशांत जी को सुनने के बाद और खुद को विद्वान समझने वाले लोगों द्वारा आपका विरोध देखकर प्रसन्नता भी होती है और दुख भी...... प्रसन्नता इस बात की कि आपका विरोध करके आपका एक तरह से आपका प्रचार कर रहे हैं 😂😂😂😂..... लेकिन दुःख इस बात का कि अपने अहंकार को स्वीकार कर सत्य को नहीं अपनाना चाह रहे हैं।
खैर कोई नहीं अगर देश का हर युवा जाग गया तो सत्य को अपनाना ही पड़ेगा।
सूर्य को चाहे कितने भी बदल ढकने का प्रयास क्यों ना करें उसके प्रकाश को नहीं रोक सकते..... आपके विचार रूपी प्रकाश को नहीं रोक सकता आचार्य🙏🙏
धन्यवाद ❤
मुझे किसी बुज़ुर्ग ने मुझे एकबार suggestion दिया था " बेटा, जवानी में गदही भी सुन्दर होती है "
👍🤣
Right
जवानी में गधा भी सुंदर होता है।😂
😂😂😂
😂😂
जब शरीर देखकर की लोग रिश्ते बनाते है , देह ढलने के बाद सभी रिश्ते ठंडे हो जाते है।
Sahi kaha aapne
5:55, And being single after a relationship is such a relief......! That glow hits different.....😁🤭
Sach bola 😂😂
@@MeenuDalal24496 😃😀 yrr meri to hasi nhi ruk rahi apki line padhkr
Very true
आचार्य मिले तो सब मिले, वर्ना मिला न कोय। मात - पिता सुत बांधवा, यह तो घर घर होय ।।
🙏 Thankyou Acharya Ji
अरे वाह सर जी बोल भी दिया
खूबसूरत पंक्तियां
❤❤❤
2nd line ka mtlb
दु:ख और बंधन का सबसे बड़ा कारण हमारे रिश्ते ही हैं ...
जितना दाम तुमने संसार को चुकाया,
उसका चौथाई दाम भी अगर तुमने सत्य को चुका दिया होता
तो कब का काम बन गया होता ।
~आचार्य प्रशान्त जी 🙏🏻🙏🏻❤
🙏❣️
👌
गहरी प्रीति सुजान की , बढ़त बढ़त बढ़ी जाय‼️ओछी प्रीति अजान की , घटत घटत घटी जाय‼️👌🙏कबीरा......
हम जिसे प्रेम कहते हैं वह हम तक मात्र किस्से-कहानियों और फिल्मों के माध्यम से पहुँचा है। ये भी एक ग़लतफहमी है कि प्रेम नैसर्गिक होता है। प्रकृति में, जानवरों में जो प्रेम दिखता है वो प्राकृतिक सौहार्द हो सकता है, प्रेम नहीं। प्रेम तो सीखना पड़ता है। प्रेम वास्तव में है मन का निरंतर आकर्षण, सतत प्रवाह शांति की तरफ। प्रेम का वरदान या प्रेम की संभावना तो बस इंसान को ही मिली है। वो भी संभावना मात्र है। प्रेम मिलेगा किसी कृष्ण जैसे के पास।
सर आपका ये कथन कितना सत्य है की हम अपने आप को अगले जन्म में भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। आपकी ये बात सुनके मुझे लता जी की एक बात याद आ गई जिसमे उन्होंने भी अपने बारे में यही कहा की अगले जन्म में वो लता मंगेशकर नही बनना चाहतीं।
सादर प्रणाम आचार्य जी🙏
जब तक मै प्यार मे था तब आपका वीडियो अच्छा नही लगता था लेकिन आज पता चला आप जो बोलते है सच बोलते हैं हम आपके बात से सहमत है
जी ...बेहोशी में जो रिश्ता बनता है,
होश में आने के बाद नफरत तो होगी ही ।
सच्चा रिश्ता बस एक परमात्मा से ही होगा।
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🏻🙏🏻♥️
Bilkul right.
बहुत बहुत बडिया आचार्य जी आप बहुत साही कह रहे हैं
जितना प्रेम लोग अपने रिश्तों से करते हैं और फिर
भी जीवन भर कष्ट भोगतें हैं उतना प्रेम अगर हमें
ईश्वर से हो तो जीवन के मुद्दों पर सारी बहस ही
खत्म हो जाय ।
शत शत नमन आचार्य जी ।
बिल्कुल सही बोला Sister 🙏
रिश्तों का नियम है उसमे खटास और निराशा रहेगी ही रहेगी ।
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🏻
मुक्त कर्म के लिए सबसे पहले चाहिए आत्मज्ञान🙏
रिश्ते बेहोशी में बनते है फिर होश आने पर टूटने के लिए मरते है।।🙏🙏
20.28 शायद इसने आचार्यजी का वो वीडियो नहीं देखा जिसमें उन्होने बताया था कि
"तुम उसे शारीरिक तौर पर खा डालते हो, वो तुमको मानसिक रूप से खा डालती है।"
Pranam Acharya Ji❤
जो कर्म बिना आत्मज्ञान के आ रहा हो उसे ही कर्मकांड कहते है ।
धन्यवाद 🙏🏻
जीवन भर प्यार के लिए भटकता रहता अगर आप न जीवन में मिले हो ते
अब तो खुद से प्रेम हो गया है आचार्य जी
🙏🙏🙏🙏🙏
Ok
Very nice
अद्भुत शानदार जानदार जिंदाबाद...❤🙏
सही प्रेम मात्र आपसे सीख पायी हूँ। फिर बाकी संतो और ऋषियों से मुलाकात हुई और इस राह में अति आनंद है। 🙏
जो कर्म बिना ज्ञान के आता है; उसको ही कर्मकांड बोलते हैं। प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏
प्रणाम आचार्य श्री।🙏🏻😌
जन्मदाता को नमन🙏🙏🙏🙇🙇🙇
रहिमन धागा प्रेम का ,मत तोड़ो चटकाए‼️ टूटे से फिर ना जुड़े,जुड़े तो गांठ पड़ी जाय‼️👍रहीमा.....
How deep his analogy is. It’s going to take me a few lifetimes to imbibe this philosophy inside out.
But you have only one! Fight for it now
मेरे कर्म ने उससे धोखा दिलवाया है। सब कुछ के जिम्मेदार अपने कर्म ही है।
7 तो बहुत दूर की बात है यहाँ शादी के दुसरे साल ही बीवी गर्भवती हुई नहीं की यह सब कुछ शुरू हो जाता है 😂😂
प्रणाम आचार्य जी 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏
कोटी कोटी प्रणाम आचार्य जी 🙏💐👌👌👍👍💯🌷❤
आचार्य जी आपको सहस्त्रो नमन 🙏🙏🙏
चरण स्पर्श आचार्य जी🙏🙏🙏❤️❤️❤️
My spiritual guru achayara prashant. 🙏🙏🙏🙏
Naman guru dev 🙏
Jai hind acharya ji
❤️ सत्य बातें
00:01 04:47 11:40 15:52
19:15
Pranam acharya ji
पूरा विडियो देखने के बाद और समझ लेने के बाद मुझे खुद और मेरे साथी पर गर्व है कि,,, चयन उचित था और यथार्थ था ।
आचार्य जी❤🌟
हे गुरुदेव🙏🙏🙏🙏
सत् सत् नमन गुरुजी 🤗❣️🙏
आचार्य प्रशांत देश को फिर से विश्वगुरु बनायेगे
नमन आचार्य जी।
Sir apse bhut sari perna milti hi, dhnywad apko.
सत्य वचन आचार्य जी. 🙏
101% Truth Acharya ji 🙏
Acharya🔥🔥🔥🔥
Namaste Acharya Ji 🙏
They are designed to fail....🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹 Acharya Prashant g ko Mera PRANAM
Din ki suruaat acharya ji k sath
!! नमन आचार्य जी !!
सत्य वचन आचार्य जी, वृत्ति की सच्चाई से रिश्ता परमात्मा से बनता है, अथवा माया से झुन्नु झुन्नियो से बनता है ❤हर इंसान मैं परम तथा ऊंचाई तक पहचानने की चाह होती है बस वैसे व्यक्ति की संगति होनी चाहिए 🙏🏻🙏🏻🙏🏻स्वयं को भी झुन्नु से फ़रिश्ता बनाने के लिए आत्मज्ञान तथा बोध अनिवार्य है ❤
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति ईश्वर की प्राप्ति , कृष्ण की प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन इस युगपुरुष को 🙏आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l
नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
🌹💖💞💐
😊You are great, sir. 🙌🙌
Meri jindagi ko Sahi disa or jivan jine ki wajah dene k liye shukriya guruji ❤️.. lot's of respect
LOVE YOU ACHARYA JI
Kabira khada sansaar me ,mange sabki khair..
Na kahu se dosti, na kahu se bair 🙏🏻
Charan sparsh acharya ji 🙏🏻❤
Wah wah wah wah, kya bat hai!,acharyaji apka shabdo ka chunao..........suuuperb
जय श्री राम जय श्री कृष्णा 🙏
मुक्त कर्म के लिए सबसे पहले आत्मज्ञान होना चाहिए
नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤❤😊😊😊
बेहोशी में बनाये हुए संबंधो की यही दुर्दशा होती है।
Love you Acharya ji ❤️🙏
jai ho Acharya ji 🙏 Satyam Sivam Sundram Bhut hi umda parsang h 🙏 💖 💙 ♥ ❤ 💕 🙏
Har roj sahi raha dikhane ke liye naman acharya ji ❤
प्रणाम आचार्य जी,🙏🙏
जो कर्म.....बिना ग्यान के होता हो....वही है......कर्मकांड।
आजादी का अर्थ.....ईट, ड्रिंक एंड बी मेरी नहीं है
आजादी का अर्थ है.....जीते जी, जीवन मुक्त होना....,ये जान लेना, कि न मै शरीर, न मन, न बुद्धि ......मै सिर्फ और सिर्फ अतृप्त चेतना मात्र ...। व परम लक्ष्य ...सत्य से एकरूप होना।।
पर माया ऐसा होने नहीं देती ...
जब प्रेम नहीं रहता..रामत्व के मर्म की सुध नहीं रहती, आत्मस्थ की स्थिति नहीं होती ...तब...कुदरत का मारा...कलैक्टर बनने की तैयारी मे जुट जाता है ...,फिर शादी, फिर बच्चे......शायद, इसी रास्ते कहीं प्रेम मिल जाय.....
ठगा सा रह जाता है, जब एहसास हो जाता है, कि कुछ....गलत हो गया
तब तक देर हो चुकी होती है ....... ।वो बेहोशी मे मै व मेरे का एक विशाल साम्राज्य को फैला चुका होता है .....यही, उसके दुख, क्षोभ, हताशा व मृत्यु का कारण बनता है......।
माया उसे अंतत:भी भरमाती रही..व बंधन के भंवर मे.....जनम जनम तक....फंसाती रही..,व बंधन ही उसकी नियति बन गयी..............
अब खा माछा
माया से पार पाना........ आसां नहीं
ये आग का दरिया है और डूब के जाना है।
अंतत:भी वह माया की चाल को समझ नहीं पाता
प्रणाम आचार्य जी 🙏
आपको सुनना सबसे बड़ा आनंद है।
You tube ke no 1 acharya Prashant
तुम जिसको भी चाह रहे हो।जाने और अनजाने मे तुम्हे उसकी ही चाहत है और उसकी ओर ही बढ़ना चाहते हो। धन्यवाद गुरूजी।😊👌🙏❣️
क्या बात है आचार्य जी🙏
Excellent ❤
Truth only truth 🙏 pranam 🙏🙏🙏
शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏
Mera to 20 years ke baad bhi toot gaya. You can't trust anybody. Not even your 20 years Old Relationship. 😭😭😭😭😭
Why???
आचार्य जी के दर्शन संतो से कम नही हैं आपकी वीडियो में एक अलग सा ही जादू होता हैं इतनी साफ सुथरी सच्चाई से रूबरू कराते हैं आप जिसका कोई जवाब नही मेरे लिए परमात्मा से कम नही हो आप दिल से एक बार फिर बहुत बहुत आभार आचार्य जी !
Naman Acharya Shri
Naman Acharya ji koti koti pranam....🙏🙏🙏🙏🙏❣️
🙏🙏🙏🙏,शत शत नमन आचार्य जी 🙏🙏
Ek dam sahi bat hai. Gurudev
उपनिषद सुननें बालों को मेरा प्रणाम
Pranam Achary g
Kash inki baate purra India samjh jaaee..... amazing thoughts👏👏👏👏
Jay Shree Krishna guru Dev aap aayine Ki tarah saty ko samane lake rakh dete ho ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जीवन में क्रांति आगमन के लिए धन्यवाद्
गहरी प्रीति सुजान की,बढ़त-बढ़त बड़ी जाय ।
ओछी प्रीति अजान की,घटक-घटक घटी जाय ॥
संत कबीरदास जी 🙏🏼
साधो साधो 👏👏👏
Sahi ek dam sahi 😢
Bilkul sahi hai
Thanks!
नमन आचार्य जी🌹🙏
बेवकूफ ही बनते रहते है पूरी जिंदगी। दूसरे कोई निभाने के लिए। मगर सच वही है काम खत्म बंदा या बन्दी खत्म।
Sat Sat Naman Guru Ji🙏
I 💚the bhajans so 😊😊much..
हमारे प्यारे आचार्य जी के चरणों में कोटि-कोटि नमन जितना आचार्य जी को सुनते जाते हैं उतना ही आचार्य जी से प्रेम बढ़ता जाता है कृष्ण स्वरूप हमारे आचार्य जी को बारंबार प्रणाम🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤❤❤❤
Bahut jyda achha hai
जोरदार आचार्य जी , छा गए आप 😊❤
3:10, मोह भंग होना बहुत बहुत जरूरी होता है......!
Charan Sparsh Aacharya Ji 🙏
बिना ज्ञान का जो कर्म है वही तो कर्मकांड है, जो सिर्फ बाहरी तौर पर ही होता है,, धन्यवाद आचार्य जी🙏🙏🙏🙏🙏
❤ bahut sahi samjhaya aapne Acharya.