🙏सादर प्रणाम जी, सच बात तो यह है के हनुमान कोई इतनी बड़ी धार्मिक व्यक्ति नहीं है यह तो जब से हनुमान चालीसा निकल आई सुन्दर काण्ड निकल आया तब से हनुमान चल पड़ा इससे पहेले के मंदिरों में हनुमान को न अधिक कोई स्थान है न ही उनको याद भी किया जाता था?? सुन्दरकाण्ड हनुमानचालीसा खूब चल रहा है असलमें मूलतः हनुमान भक्ति स्तुति साधना यह संसारीओ गृहस्थियो के लिए है ही नहीं? क्या यह केवल ब्रह्मचारियो और संयासियोके लिए है? फिर भी समाजमें यह गलत प्रचलन चलाया गया? हनुमानचालीसा सबसे अधिक ओवररेटेड ओवरमार्केटेड है क्या आज से 500 वर्ष पूर्व संसारी गृहस्थीओ अपने घरमे हनुमानकी फोटोभी नहीं रखते थे पूजा पाठभी नहीं करते थे? फिर स्तुति स्तोत्र तो बहोत दूर की बात है! हनुमान आराधना पूजा पाठ भक्ति केवल सन्यासियों और ब्रह्मचारियो के लिए ही है ? गृहस्थाश्रम के अंतर्गत हनुमान चालीसाका चलन तो बस पछले 200-250 वर्षो से यंही गलत तरीके से बिना मतलब चल पड़ा है ? यह बात तो बिलकुल सच है के हमारे हिन्दू सनातन धर्म में वेद उपनिषद पुराण में दूसरे अनेक {हनुमान जी के नहीं} जिवोका हर प्रकार से श्रेय करनेवाले श्रेष्ट अच्छे स्तुति स्तोत्र पाठ है . | गृहस्थियोंको नित्य नियमित अपने कुळदेवी एवं परमेश्वर माता लक्ष्मी नारायण भगवान पूर्ण परमेश्वर श्री राधे कृष्ण भगवान इन्हिकी पूजा पाठ स्तोत्र करना चाहिए और यही हम करते आ रहे है लाखो वर्षो से | क्या ये सच है के गृहस्थीओ संसारियो को तो हनुमानकी पूजा पाठ बिलकुल नहीं करना चाहिए हनुमान चालीसा तो बहोत दूर की बात है ?? हनुमान और हनुमान चालीसा वो है जिसका निरर्थक ही बिना मतलब बहोत अधिक ओवर मार्केटिंग, ओवर-एडवरटाइसमेंट हुआ है ?? क्या गृहस्थियो को हनुमान चालीसा सुन्दर काण्ड और राम चरित मानस का पाठ कभीभी नहीं करना चाहिए ??
1. Remove obstacles
2. Removes evil eye
3. Helpful people appear in life when required
4. Removes illness
5. Gives strength to move forward
🙏🏻🕉️🙏🏻Jai Sreeram 🙏🏻🕉️🙏🏻
🙏🏻🕉️🙏🏻Jai Hanuman🙏🏻🕉️🙏🏻
Jai shri ram🙏
जय श्री सीताराम
🙏🙏
सादर जय सियाराम
Katwa spotted😅
🙏सादर प्रणाम जी, सच बात तो यह है के हनुमान कोई इतनी बड़ी धार्मिक व्यक्ति नहीं है यह तो जब से हनुमान चालीसा निकल आई सुन्दर काण्ड निकल आया तब से हनुमान चल पड़ा इससे पहेले के मंदिरों में हनुमान को न अधिक कोई स्थान है न ही उनको याद भी किया जाता था?? सुन्दरकाण्ड हनुमानचालीसा खूब चल रहा है असलमें मूलतः हनुमान भक्ति स्तुति साधना यह संसारीओ गृहस्थियो के लिए है ही नहीं? क्या यह केवल ब्रह्मचारियो और संयासियोके लिए है? फिर भी समाजमें यह गलत प्रचलन चलाया गया? हनुमानचालीसा सबसे अधिक ओवररेटेड ओवरमार्केटेड है क्या आज से 500 वर्ष पूर्व संसारी गृहस्थीओ अपने घरमे हनुमानकी फोटोभी नहीं रखते थे पूजा पाठभी नहीं करते थे? फिर स्तुति स्तोत्र तो बहोत दूर की बात है! हनुमान आराधना पूजा पाठ भक्ति केवल सन्यासियों और ब्रह्मचारियो के लिए ही है ? गृहस्थाश्रम के अंतर्गत हनुमान चालीसाका चलन तो बस पछले 200-250 वर्षो से यंही गलत तरीके से बिना मतलब चल पड़ा है ? यह बात तो बिलकुल सच है के हमारे हिन्दू सनातन धर्म में वेद उपनिषद पुराण में दूसरे अनेक {हनुमान जी के नहीं} जिवोका हर प्रकार से श्रेय करनेवाले श्रेष्ट अच्छे स्तुति स्तोत्र पाठ है . | गृहस्थियोंको नित्य नियमित अपने कुळदेवी एवं परमेश्वर माता लक्ष्मी नारायण भगवान पूर्ण परमेश्वर श्री राधे कृष्ण भगवान इन्हिकी पूजा पाठ स्तोत्र करना चाहिए और यही हम करते आ रहे है लाखो वर्षो से | क्या ये सच है के गृहस्थीओ संसारियो को तो हनुमानकी पूजा पाठ बिलकुल नहीं करना चाहिए हनुमान चालीसा तो बहोत दूर की बात है ?? हनुमान और हनुमान चालीसा वो है जिसका निरर्थक ही बिना मतलब बहोत अधिक ओवर मार्केटिंग, ओवर-एडवरटाइसमेंट हुआ है ?? क्या गृहस्थियो को हनुमान चालीसा सुन्दर काण्ड और राम चरित मानस का पाठ कभीभी नहीं करना चाहिए ??
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