Jaipur Alighar Kasganj राजस्थान के जयपुर में चांद और शराफत के क़त्ल की अजीब कहानी
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- Опубликовано: 17 июн 2022
- EP 328
उत्तर प्रदेश के जिला हापुड़ के रहने वाले डाक्टर देवेंद्र शर्मा ने बिहार प्रदेश के शिवान से बीएएमएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अलीगढ़ में क्लीनिक खोला और वहां से बहुत रुपये कमाए, लेकिन 1994 में पेट्रोल पंप खोलने के चक्कर में आकर उनके 11 लाख रुपये डूब गए थे। जिसके बाद उन्होंने गैस एजेंसी का काम किया। यहां भी ज्यादा मुनाफा नहीं हो पाया। इसके बाद उदयवीर, राजू उर्फ रजुआ के साथ मिलकर टेक्सी ड्राइवर तथा ट्रक ट्राइवर को गुम किए। 2002 से 2004 तक की यहा पूरी कहानी है।
डाक्टर देवेंद्र शर्मा की कहानी उस्मान सैफी की जुबानी।
उस्मान सैफी भाई
सर आप के शब्दों में कोई मिलावट नहीं कोई जातिवाद नहीं बहुत अच्छी तरीके प्रदर्शित करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
समझदार व्यक्ति हैं आप. प्रस्तुतिकरण भी बहुत effective है और आवाज भी खनकदार है. बढ़िया. शम्स जी की तरह आप भी तरक्की करेंगें.
उस्मान जी हमे गर्व है आप पर जो लोगो को आप सावधान कर रहे है, आभार
आपकी आवाज और बात करने का तरीका बहुत ही अच्छा है सर आप नेक काम कर रहे हैं 🙏🙏
ऐसे मुद्दों पर ढिलाई के लिए पुलिस पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि बाकी पुलिस वालो को सबक मिले
कितने घरों के चिराग बुझा रहे होंगे ऐसे पापी डॉक्टर ने, कोरोना वरीज घर रहे वह विचारे सब ठीक हुए, बहुत सारे मरीज की मौत केवल हॉस्पिटल जाने से हुई 😭
आप का कहानी पेश करने का जो तरीका हैं ऐसा लगता है सूनते रहू... सूनते रहु..
रोना आ गया भाई जी 😓😭😭 हैवान है O लोग
आए दिन ऐसी घटना होती रहती है सैकड़ों हजारों मर्डर रेप करने वाला सिर्फ जेल और घर फांसी नहीं क्या होगा कुछ नहीं होगा।
ऐसे काम करके कोई पैसे तो कमा लेगा मगर अंत बुरे का बुरा ही होगा ।।
जय हिंद सर।।आप बेशक अच्छे वक्ता,अच्छे व्यक्तितव के मालिक और अच्छे मेहनती हैं लेकिन कहानी को समझने के लिए दर्शकों को मानसिक अनुसंधान(Mental research)करना पिता है क्योंकि आप घटनाओं का तारतम्य नहीं रख पा रहे हैं। अगर यही कहानी हमारे शम्स ताहिर खान सर प्रस्तुत करे तो बीच में संशय नहीं छोङते।वैसे हमारा उद्देश्य आपको हतोत्साहित करना नहीं है लेकिन एक अध्यापक होने के नाते निरिक्षण परिक्षण करना आदत हो गयी है। उस्मान जी आपका हार्दिक धन्यवाद और साधुवाद।।
सर आप जो सुना रहे हैं यह बहुत ही दर्दनाक है ऐसे आदमी को थोड़ा-थोड़ा काटना चाहिए तब इनको समझ में आएगा कि दूसरों की तकलीफ क्या होती है जैसे को तैसा जय हिंद जय भारत
अपने देश की न्यायपालिका की यही गलत बात है की फांसी हो गई तो तुरंत फांसी दी जाए यह होना चाहिए
पुलिस और प्रशासन के कारण कभी कभी...जो किसी बेकसूर लोगों को तकलीफ़ व परेशानियों का सामना करना पड़ता है और कभी कभी तो बेचारों को सज़ा तक दे दी जाती है... आखिर इस की भरपाई व जिम्मेदारी कौन किसकी है
इस खबर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित किया जाए अधिक से अधिक वायरल किया जाए और दोषी को सीधे फांसी दिया जाए
नमस्ते सर आप का विडियो मैं बहुत देखता हूं
80 % डॉक्टर ऐसे ही है और सरकार इनके सामने अपंग है
उस्मान भाई आप बहुत ही बढ़िया कहानी सुनते
एक डाक्टर भगवान का रूप होता है बहुत ही अच्छा काम किया पत्रकार भाई ने हमें अब डाक्टरों पर भरोसा केसे करें