*मनुष्य सदृशं जन्म कुत्रापि नैव विद्यते।* *देवताः पितरः सर्वे वाञ्छन्ति जन्म मानुषम्।।* मानव जन्म के समान (श्रेष्ठ) कोई दूसरा जन्म नहीं है इसी कारण स्वयं देवता, पित्रदेव आदि भी मनुष्य योनि प्राप्त करने की इच्छा करते हैं। *आज से प्रारम्भ पंच दिवसीय दीपावली का त्यौहार आपको पाँच गुना सुख, सौभाग्य, उन्नति, स्वास्थ्य व प्रसन्नता प्रदान करे।* *🪄✨🌹🙏डॉ खीला बहुगुणा एंव डॉ पंकज बहुगुणा संग परिवार🙏🌹✨🪄*
madam happey dewali madam
*मनुष्य सदृशं जन्म कुत्रापि नैव विद्यते।*
*देवताः पितरः सर्वे वाञ्छन्ति जन्म मानुषम्।।*
मानव जन्म के समान (श्रेष्ठ) कोई दूसरा जन्म नहीं है इसी कारण स्वयं देवता, पित्रदेव आदि भी मनुष्य योनि प्राप्त करने की इच्छा करते हैं।
*आज से प्रारम्भ पंच दिवसीय दीपावली का त्यौहार आपको पाँच गुना सुख, सौभाग्य, उन्नति, स्वास्थ्य व प्रसन्नता प्रदान करे।*
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Thanks sir
Price mili kya??