गुरुजी पिछली बार आपने एक बार बोला था....गाडी चला ते वक्त आकाश तत्व को ना भुलिये.....मुझे डर इस बात का लगता है की गाडी चलते वक्त मुझे समाधी लग गई और accident हो गया तो...... फॅमिली को परेशाणी ना हो.... क्या ये Safe है.....कृपया मार्गदर्शन किजिये....... मै साधना भी डर डर के करता हुं.....Plz help
कोई भी वर्तमान में जी नही सकता। वर्तमान ने अपना एक पाँव भुतकालसे हटाया है, और दुसरा पाँव भविष्यकालमें रखा है। समय दो पाँवसे ही चलता है। भुत और भविष्य यही दोनो पाँव है। वर्तमान भी फिसल रहा है। अगर वर्तमान ही स्थिर नही तो कैसे वर्तमान में जी सकते हो। मैं जो बोल रहा हुँ तो वह बोल भी पीछे जा रहे है, अगर मैं थोडी देर बिना बोले चुप भी रहु तो भी समय आगे आगे बढ रहा है। अध्यात्मिक दृष्टिकोनसे इस वर्तमान को समझा जाये तो भुत और भविष्य की चिंता छोडके बीचमें मौनमें रहने का संकेत दिया जाता है। समय कभी रुकता नही है। यह सब बातोंका उलझाव है। जो जाता है जाने दो जो आता है आने दो हम अपने शांत स्वरुप में आना ही वर्तमान में जीना है। मगर वर्तमान यह काल का समय का एक रुप है मगर बदलता रहता है। यही सत्य है।
Namaste Yogesh Ji, Every time I try to witness my breath, I start controlling the flow. During meditation. when the flow of breath is very thin, My consciousness starts to control it instead of observing it. Please guide me on how to not entangle with my breath or thoughts.
Bhaiya, i have done mba from govt college in 2017 after that i started preparing for government exam but i couldn't crack it, so there is more than 4 years gap in my career. what should i do now. i am fresher. Not getting response from company. Can i make my career in it sector. Will i get response from recruiters if i learn digital marketing or web development. plz give me some advice as a elder brother 🙏🙏🙏
सन्त कबीर ने बड़ा सुंदर वर्णन किया हैं कि काम करने के समय कामकरो और काम करने से छूटी मिले तो अपने में समाहित हो जाओ बस यही वर्तमान में जीना है तब परिणाम क्या होगा तन थिर मन थिर बचन थिर सुरत निरत थिर होय कहय कबीर वा पलक को कलप न पावय कोय इन्हीं शब्दों के साथ आपके प्रति क़्रतज्ञता व्यक्त करता हू
🌹🙏🌹 प्रणाम,मैंने आज ये प्रयास करके देखा,अजीब से खुशी मिली। विचार न के बराबर थे। आनंद भी था। मैं एक साधक हूं। 🙏
वाह बात को समझाने का तरीका सरल लाजबाब
मेरे गुरू भा ईआप का विडियो देखकर बहुत अच्छा लगा वर्तमान मे जिने वाला आप को बहुत-बहुत धन्यवाद
❤️🙏
कोटी जन्मों का पुण्य उदय हुआ आप जैसा गुरु का सानिध्य प्राप्त हुआ बारंबार वंदन प्रणाम
चरण स्पर्श 🙏🏻
Wow , I have tried lot of techniques to stay in present moment but your technique is best 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
apratim
Gratitude Sir
Wah
Naman guruji🙏🙏🙏🙏
आपको सुनकर मन शांत होता है स्वामीजी
Namaskar mahara 🙏 ♥️
आपको सुनकर मन शांत हो जाता है
नमः शिवाय गुरु जी
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
धान्य वाद गुरुवर
॥ॐ नमःशिवाय॥
🌷🙏🌷
🌷
Hardik namon 🙏 aap ko,,,,dhannabad hriday se aisy sundar jankary dene kelie,,,,
ॐ नमः शिवाय
Naman Malik 🙏😌
❤️ Heartfulness ....Listening ... Simple Experience Vanis Vachan ... Sounds Blissful life .
Do not know ...how these Videos came in Contact . 🙏
नमस्कार 🙏धन्यवाद !!!!!
jai guru dey
💖🙏🙏🙏💖amazing
Thanks🙏🙏🙏🙏
Jai guru Dev
Jai Guru Dev 🙏
Wow! What a beautiful explanations to stay in the NOW!!! From Brisbane Australia
Thank you so much for this information 🙏
Kya aap punctuality ko adhyatm se jorkr kuchh explain krenge...please
आपको सुनकर श्रद्धा बढ़ जाती और ऐसा प्रतीत होता की आपकी तरह हम भी ये मैली चदरिया साफ कर लेंगे 🙏🏻
🕉🌹🌹🙏🙏
AUM namah Shivay Om namah chitanyaji Yogeshji guru sastang pranam superb samaja ya
🙏
Kal Meri chetta kulagayi, Kya experience tha sir.
🕉️🙏
गुरुजी पिछली बार आपने एक बार बोला था....गाडी चला ते वक्त आकाश तत्व को ना भुलिये.....मुझे डर इस बात का लगता है की गाडी चलते वक्त मुझे समाधी लग गई और accident हो गया तो...... फॅमिली को परेशाणी ना हो.... क्या ये Safe है.....कृपया मार्गदर्शन किजिये....... मै साधना भी डर डर के करता हुं.....Plz help
कोई भी वर्तमान में जी नही सकता। वर्तमान ने अपना एक पाँव भुतकालसे हटाया है, और दुसरा पाँव भविष्यकालमें रखा है। समय दो पाँवसे ही चलता है। भुत और भविष्य यही दोनो पाँव है। वर्तमान भी फिसल रहा है। अगर वर्तमान ही स्थिर नही तो कैसे वर्तमान में जी सकते हो। मैं जो बोल रहा हुँ तो वह बोल भी पीछे जा रहे है, अगर मैं थोडी देर बिना बोले चुप भी रहु तो भी समय आगे आगे बढ रहा है। अध्यात्मिक दृष्टिकोनसे इस वर्तमान को समझा जाये तो भुत और भविष्य की चिंता छोडके बीचमें मौनमें रहने का संकेत दिया जाता है। समय कभी रुकता नही है। यह सब बातोंका उलझाव है। जो जाता है जाने दो जो आता है आने दो हम अपने शांत स्वरुप में आना ही वर्तमान में जीना है। मगर वर्तमान यह काल का समय का एक रुप है मगर बदलता रहता है। यही सत्य है।
🙏🙏
it's live meditation only
Jab pain me hote hai to kuchh success nahi milti hai.Jab shant ho jaoge tab practice se hi achieve hoga.Practice karo ki apne man ko nahi dekhna hai.
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🌹🌹
Kabhi bhi hamare according nahi chalegi duniya.Sakhi ban moj me raho.
Namaste Yogesh Ji, Every time I try to witness my breath, I start controlling the flow. During meditation. when the flow of breath is very thin, My consciousness starts to control it instead of observing it. Please guide me on how to not entangle with my breath or thoughts.
This is a common mistake needs to be corrected. Watch our hindi lecture delivered recently.
Bhaiya, i have done mba from govt college in 2017 after that i started preparing for government exam but i couldn't crack it, so there is more than 4 years gap in my career. what should i do now. i am fresher. Not getting response from company. Can i make my career in it sector. Will i get response from recruiters if i learn digital marketing or web development.
plz give me some advice as a elder brother 🙏🙏🙏
सन्त कबीर ने बड़ा सुंदर वर्णन किया हैं कि काम करने के समय कामकरो और काम करने से छूटी मिले तो अपने में समाहित हो जाओ बस यही वर्तमान में जीना है तब परिणाम क्या होगा तन थिर मन थिर बचन थिर सुरत निरत थिर होय कहय कबीर वा पलक को कलप न पावय कोय इन्हीं शब्दों के साथ आपके प्रति क़्रतज्ञता व्यक्त करता हू
Jai guru bev
Jay guru dev
Thanks for valuable video sir
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏❤️