प्रयागराज के हंडिया नामक स्थान के पास स्थित लक्षागृह है जहां पांडवों को जला कर मारने का षड्यंत्र किया गया था । क्या इक ही समय में एक साथ दो विभिन्न स्थानों में लक्षाग्रह का निर्माण कराया गया था और यदि हां तो वास्तविक लाक्षागृह कौन सा है बागपत वाला या प्रयागराज वाला, इसका निर्णय कौन करेगा।
Wahh bahot aachi hai👌 & All places are very interesting.
Thank you very much..💐
Apka channel sach me Mahan h jo hmari sanskriti ko itne achhe se dekhata h
Apko pranam aur bahut dhanyawad 🙏🙏
धन्यवाद आपका...इसी मंशा को लेकर ही यह प्रयास किया जा रहा है।
Very good explanation😊☺
धन्यवाद 🙏
बहुत बढ़िया
Very good information
Never mind you guys are doing great work exploring our past to present
Thanks...
❤❤❤
प्रयागराज के हंडिया नामक स्थान के पास स्थित लक्षागृह है जहां पांडवों को जला कर मारने का षड्यंत्र किया गया था । क्या इक ही समय में एक साथ दो विभिन्न स्थानों में लक्षाग्रह का निर्माण कराया गया था और यदि हां तो वास्तविक लाक्षागृह कौन सा है बागपत वाला या प्रयागराज वाला, इसका निर्णय कौन करेगा।
अगर महाभारतकालीन स्थानों को एक रेखांश में रखकर सोचा जाए तो वर्णावत वाला ही है।
Par yeh sab toh lakhamandal,Uttarakhand mein h...
lakhamandal uttrakhand me nhi h
@@Logoutgamer8 bhai mai Uttarakhand mei hi rehta hun aur mai gya hun lakhamandal.
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