Parmatma apane bete ko srushti create karaneko nakara kyo?? Is it because he should be only ruler or he did not like way. When giving punishment why humans have to suffer or is it because it's rule of universe to have two forces. If we experience grief then only we will go to parmatma.
मानव के लिए संदेश परमात्मा ने मनुष्य को यह ज्ञान दिया है की सबसे नीचे स्तर पर सब देवता है, उनके ऊपर आत्मा, उनके ऊपर भगवान और सबसे ऊपर परमात्मा। दुर्गा, शिवा, रामा, कृष्णा, विष्णु, ब्रह्मा, हनुमान और बाकी सब देवता हैं। भगवान को हम महादेव, अल्लाह, फादर, जीहोवा, वाहेगुरु, आहूरा माजदा इत्यादि नामों से जानते हैं। परमात्मा स्वयं इस वक्त, परमात्मा और भगवती के रूप में मनुष्यों के बीच काम कर रहे हैं, एक मानव के जरिए। अगर आप परमात्मा को, या उनके चुने हुए मानव का अनादर करेंगे, इसके बावजूद कि परमात्मा भगवान के खिलाफ सब कुछ बोल रहे हैं, तो भगवती को गुस्सा आता है। भगवती, परमात्मा का अनादर सहते नहीं है। और जब भगवती को गुस्सा आता है, उसे वक्त आपका भगवान नाराज हो जाते हैं और आपको क्षति पहुंचा सकते हैं। भगवान परमात्मा को पसंद नहीं करते हैं, लेकिन भगवती कि नाराजगी भी उनको पसंद नहीं है। आपका भगवान और परमात्मा दोनों चाहते हैं कि अगर आपको, परमात्मा और उनके दिए हुए वचन स्वीकार नहीं है, तो आप परमात्मा और जीस मानव के जरिए वह बात कर रहे हैं, उनका अनादर न करें। परमात्मा चाहते हैं कि आप एक महीने के लिए उनको परख कर देख लें। भगवान चाहते हैं कि आप ऐसा ना करें। लेकिन भगवान यह नहीं चाहते हैं कि आप उनका अपमान करें। आगे आपकी मर्जी। परमात्मा का संदेशवाहक 🙏
कितना झूठ बोल रहे हैं। मनुष्य को परमात्मा कहना रांग है। परमात्मा निराकार है।उनका चमड़ी का शरीर नहीं है। ज्योति स्वरूप है। ज्ञान का सागर है।पतित पावन है।अभोक्ता है।वह कभी किताबें नहीं बेचता।अवतरण करके ज्ञान सुनाते हैं।यह दोनों मनुष्य है।यह कोई देवता नहीं है। देवता स्वर्ग में सतयुग में रहते हैं। परमात्मा न देवता बनता है और ना ही मनुष्य बनता है।
Dhanyvad man Bhagwati❤
Goddess and God's immense grace 🙏🏼
Thank you Goddess and God 🙏🙏 May I have your grace God 🙏
With Goddess and God nothing will change yet a lot will change 😊🙏
May I have your grace GOD
Depli jankari dene liye dhanybaad bohut sukirya sar prem pradaam ji❤️
How is parmatma srushti
Dhanyvad Parmatma
Urjaaki bahot jarurihai. Iamthanking you.
Thank you dear god n goddess🙏🙏🙏🌸
Dhanyvad man Bhagwati dhanyvad Parmatma
Good
Very nice explanation!! Likes to listen your videos again again!!
Thank you goddess and God 🙏🙏
May i have your Grace GOD
❤❤
May i have your grace God 🙏🏻
❤
❤🎉😊
Ye dono apna dhandha chamaka rahe h.
Parmatma apane bete ko srushti create karaneko nakara kyo?? Is it because he should be only ruler or he did not like way. When giving punishment why humans have to suffer or is it because it's rule of universe to have two forces. If we experience grief then only we will go to parmatma.
Book kaha se milte hai
AlakhGod website se
मानव के लिए संदेश
परमात्मा ने मनुष्य को यह ज्ञान दिया है की सबसे नीचे स्तर पर सब देवता है, उनके ऊपर आत्मा, उनके ऊपर भगवान और सबसे ऊपर परमात्मा।
दुर्गा, शिवा, रामा, कृष्णा, विष्णु, ब्रह्मा, हनुमान और बाकी सब देवता हैं। भगवान को हम महादेव, अल्लाह, फादर, जीहोवा, वाहेगुरु, आहूरा माजदा इत्यादि नामों से जानते हैं।
परमात्मा स्वयं इस वक्त, परमात्मा और भगवती के रूप में मनुष्यों के बीच काम कर रहे हैं, एक मानव के जरिए। अगर आप परमात्मा को, या उनके चुने हुए मानव का अनादर करेंगे, इसके बावजूद कि परमात्मा भगवान के खिलाफ सब कुछ बोल रहे हैं, तो भगवती को गुस्सा आता है। भगवती, परमात्मा का अनादर सहते नहीं है।
और जब भगवती को गुस्सा आता है, उसे वक्त आपका भगवान नाराज हो जाते हैं और आपको क्षति पहुंचा सकते हैं।
भगवान परमात्मा को पसंद नहीं करते हैं, लेकिन भगवती कि नाराजगी भी उनको पसंद नहीं है। आपका भगवान और परमात्मा दोनों चाहते हैं कि अगर आपको, परमात्मा और उनके दिए हुए वचन स्वीकार नहीं है, तो आप परमात्मा और जीस मानव के जरिए वह बात कर रहे हैं, उनका अनादर न करें।
परमात्मा चाहते हैं कि आप एक महीने के लिए उनको परख कर देख लें। भगवान चाहते हैं कि आप ऐसा ना करें। लेकिन भगवान यह नहीं चाहते हैं कि आप उनका अपमान करें। आगे आपकी मर्जी।
परमात्मा का संदेशवाहक 🙏
On what basis story line is written ? Pls clarify
Manushya the nahi to parmatma ne aise shrap kyo diya ?
कितना झूठ बोल रहे हैं। मनुष्य को परमात्मा कहना रांग है। परमात्मा निराकार है।उनका चमड़ी का शरीर नहीं है। ज्योति स्वरूप है। ज्ञान का सागर है।पतित पावन है।अभोक्ता है।वह कभी किताबें नहीं बेचता।अवतरण करके ज्ञान सुनाते हैं।यह दोनों मनुष्य है।यह कोई देवता नहीं है। देवता स्वर्ग में सतयुग में रहते हैं। परमात्मा न देवता बनता है और ना ही मनुष्य बनता है।
ye kitna zutt khe rha he .krushna kr .ke. dhekha .iske vajese gher me jap krna band krana pda kitna ppap krega
May I have your Grace God
May I have your grace God .
Book kaha se milegi
AlakhGod website pe