हमें इन जैसे गुरुओं की आवश्यकता है जो ज्ञान को तार्किक एवम् सरल रूप से समझा सकें। आजकल तो इतने सारे अज्ञानी लोग गुरु बने बैठे हैं और धर्म के नाम पर अंधविशवास सीखा रहे हैं जिसके कारण आज के युवा वर्ग में सनातन धर्म के प्रति अविश्वास पैदा हो रहा है। मै स्वय म् भी एक युवा हूं और चाहता हूं कि अच्छे और ज्ञानी गुरुओं को समाज में आकर ज्ञान देना चाहिए। मै जानता हूं कि ऐसे ज्ञानी लोग प्राय संसार से अलग हो जाते है परन्तु आज के समाज की हालत को देखते हुए ऐसे लोगो को समाज में आना चाहिए। मै नमन करता हूं इसी क्रम में आपके इस प्रयास को। 🙏❣️
वो कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र के deptt. Head रह चुके हैं । अगर बच्चे ठीक से college की पढाई करें, तो उसमें ही ये सब भी है । .... भारत में लोग ज्ञान नही ढूंढ़ रहे, इसलियर बुरी हालत है। ... सब लोग लालची और आलसी हैं, बस यही समस्या है, ज्ञान तो सब जगह फैला हुआ है। किताबें, साहित्य, गुरु भी हैं । .... जिज्ञासु शिष्य ही नही हैं लेकिन 🙏
I don't have words, I am speechless, Guruji Since the day I have been listening to your lectures, I have lost sleep at night, I cannot even dream of the things you have told so easily. Blessed be you live more than 100 years and so on with knowledge Keep lighting up the world.
बहुत सारे जटिल प्रश्नों के उत्तर आज प्राप्त हो गई , आप दीर्घायु हो , हिन्दू धर्म के दर्शनशास्त्र के साथ साथ वैदिक ज्ञान को सरल सहज रूप से लोगो तक पहुचाने के लिए , नमन
गुरुजी ने बहुत बड़ा ज्ञान बहुत संक्षिप्त में दे दिया।ऐसे गुरु ही मनुष्य को उसके सही गंतव्य तक पहुंचा सकते हैं। ऐसे महाज्ञाता को आपने प्रस्तुत करके भटके हुए मनुष्यों को सच्ची राह दिखाने का काम किया है। सादर नमन गुरुजी।
आपका। कार्य बहुत अच्छा जो आप ज्ञान इस ज्ञान के भंडार को फैलाने का प्रयत्न रहे है , और ये सभी लोगो तक पहुंचना भूत जरूरी भी है । आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
Bahut bahut saadhuvaad Guruji ko aise jatil sawaalon ke saral uttaron ke liye aur aapko bhi Sir ki aapki wajah se ye amritvaani hum sab tak pahunch rahi hai 🙏
guruji kya bole... aapki budhdhimatta and samzane ka tarika aaisa sulabh hai....ki Mann karta hai aapko bas zindagi bhar sunte raho....thank you so much guruji
हम शरीर मन बुद्धि और आत्मा चारों से मिलकर बने हैं जिसमें से 3 का ध्यान और ज्ञान तो हमें है चौथे को जानने के लिए विभिन्न विधियां हैं पूजा भी उनमें से एक है चौथा आत्मा है मा तक पहुंचने की विधि का नाम पूजा है
कृपया आत्मा परमात्मा और जीवात्मा मैं क्या अंतर है। क्या मर जाने के बाद भी डेड बॉडी में आत्मा रहता है क्योंकि आत्मा सर्वव्यापक है कण-कण में व्याप्त है। कृपया हमारी अविद्या को दूर कीजिए।
@@ShivRamBhaikda आपका यह एक अच्छा प्रश्न है। आत्मा कहने से मन, बुद्धि और संस्कार को दर्सतता हे अर्थात हर आत्मा में मन, बुद्धि, संस्कार है। आत्मा जो सोचता है उसको मन कहता है। आत्मा कोई कर्म करने से पहले निर्णय करता है उसका नाम बुद्धि कहता है। जैसे कर्म शरीर द्वारा करता है ऐसी आत्मा का संस्कार आत्मा में बनता है। आत्मा अनादि काल से है इसिलिय आत्मा को अनादि अविनाशी कहते हैं। आत्मा को कोई मार नहीं सकता है। पंच तत्व भी आत्मा को नस्ट नहीं कर सकती है। आत्मा का रूप ज्योति बिंदु है इसिलिय आत्मा को निराकार बताते हैं। आत्मा संख्या में एक नहीं है बल्कि अनेक है। सभी आत्मयों का पिता को परम पिता Paramtma कहते हैं। परम माना सभी आत्माओं से सर्ब श्रेष्ठ, सर्बोच, सर्बोतम सर्ब शक्तिमान है सर्ब गुणों का भंडार है। पवित्रता का सागर, शांति का सागर, प्रेम का सागर, आनंद का सागर, ज्ञान का सागर, सुख का सागर और शक्ति का सागर है। Paramtma जनम मरण के चक्र में नहीं आते हैं। हर आत्मा जनम मरण चक्र में आता है। आत्मा जब शरीर में प्रवेश करता है तब जीव आत्मा कहते हैं। जीव माना शरीर। शरीर द्वारा आत्मा जीबन जीता है इसिलिय जीवात्मा कहते हैं। जबआत्मा शरीर त्याग करता है तब शरीर डेड हो जाता है। डेड बॉडी में आत्मा नहीं हो सकता है आत्मा जब तक शरीर में है तब तक शरीर activated रहती है। इसिलिय आप अपने को आत्मा समझ कर अपने परम पिता Paramtma को निरंतर याद करने से आप आत्मा के अंदर पवित्रता, शांति, प्रेम, आनंद, ज्ञान, सुख और शक्ति आयेगी तो आप सत्ययुग स्वर्ग के अधिकारी बन जायेंगे।सब जनम के पापों से मुक्त हो जायेंगे। 🌹🌷🥀🌺👑🌼🌻🙏
@@ShivRamBhaikda आत्मा और परमात्मा एक ही चीज है आत्मा ही सत्य है आत्मा सर्वव्यापी है आत्मा ना कही आता है और ना कही जाता है जीवात्मा अहम को कहते है अहम मतलब अहंकार जिस को ईगो भी कहते है अहंकार जिस को हम ओर आप मानते है कि मैंहु ये मैं ही अहंकार होता है यही जीवात्मा होती है इसी का आना और जाना होता आत्मा नही आता जाता है ये सरीर एक रथ होता है जैसे रथ में गोड़े होते है बही इस शरीर मे इन्द्रयों के गोड़े होते है और रथ को चलाने बाला सारथी होता है बैसे ही इस शरीर मे मन इन्द्रयों का सारथी होता है और जो रथ मे सवार होता है वो जीवात्मा होता है और ये जो मन सारथी जो इन्द्रयों के जरिये जो देखता है उसी में जीवात्मा को फसा देता है और जीवात्मा उसी को सच मान कर कर्म करता रहता है और कर्म बंधन में फश जाता है इसी लिए जीवात्म का अबगमन लगा रहता है
One of the best conversations I have heard in my life. Thanks for taking effort in producing this vedio. My heartfelt wishes to keep this work going.🙏🙏🙏
These videos need to be converted into text format and publish a book of selected questions like this one. It will be a pleasure for me to help you with this. These answers need to be translated into English as well.
Pandit ji poory kaenat ko banane wala sirf esk hi bhzgwan Allah hey Aur woh aalimul gaib hey yani Uska elm uska dheyan her jagah hey Kaha keya ho raha hey us bhagwan ko us Allah ko sab pata hojata hey Aur pooja ebadat sirf eak hi bhagwan Allah ki karni zaroory hey Eske. Alawa kise ki pooja ebadat karna zulm hey shirk hey Aap se nivedan hey ke eak baar Quran hindi me maujood hey mane matlab ke saath padh lein tu aapko haq baat ki malomat hogi Eh tu ham sab jante hein ke bhagwan Allah ne sab se pehle insani roop me Hajrat Aadam Alaihissalam ko mitti ka putla banakar fir usme apni rooh yani aatma foonka jisse woh eak.pehla insan bane uske baad Allah ne unke bayein pasuki se bibi Hauwa ko paida kiya fir undono ka nikah kiya aur kaha ke jawo jannat me raho jo dil karey khawo piyo lakin fala paid yani darakht ke paas mat jana na uska pal khana lakin eblees shaitan tha un dono ko behka diya aur woh loag us paid ka fal khaluye jisse un dono ka sharamgah ubhar aaya Aur jannat me hagna mootna nahi es liye Allah ne undono ko duniya me bhej diya fir Aadam aur hauwa se insani nasal badhta gaya aaj poory duniya ke loag unhi ke aulado me se hein yahi sachchaye hey Bhagwan Allah ne duniya me apne bando me se jise chaha paigambar Ya doot banaya aur kitab nazil ki Sabse aakhry paigambar Mohammad Sallaallaho Alaihe Wasallam ko poory duniya ke liye bheja aur aakhry kitab Quran ko nazil kiya aur Qayamat tak eske baad koye paigambar nahi aayega aur na koye kitab nazil hogi Jo bhi insan Mohammed Sallaallaho Alaihe Wasallam pe aur Quran pe Eiman layega woh jannat me jayega aur jo nahi layega woh jannat swarg me nahi jayega
Guru ji ko Sadar Pranam 🙏 Guru ji ne kitni hi Saralta se Nirgun Braham & Sagun Bhagvan ko explain kiya hai. We are very blessed to have Guru ji in our life.
आदरणीय गुरुजी के चरणों में प्रणाम आपने इतने व्यापक विषयको इतना सुंदर तरह से सरल रूप से समझाया । हम सब भाग्यशाली हैं की आप प्रज्ञा रूप में हम सबके पास हैं
गुरू जी की बात काफी हद तक बहुत बढ़िया इस तरह के सही सवाल , और इसका जवाब सूफी,फकीर ( कामील गुरु )से पूछो , अगर आप के नसीब में उत्तर होगा तो मिलेगा , practical सवाल का जवाब भी मिल सकता है note: orginal sufi (faqeer) ko तलाश करना मेहनत का काम है quote :जिसने अपने नफ्स ( चीत) को पहचाना उसने अपने रब ( पालनहार ) को पहचाना #. ईश्वर हमारी प्राण नडी से भी ज्यादा करीब है ,इसलिए उसका हर प्राणी को एहसान हों जाना आसान है , लेकिन ईश्वर की मर्जी को जानना उसके भेजे हुवे दूत ( messenger) से ही उसकी मर्जी जान सकते है
हम बहुत शौभाग्य शाली हैं जो इस उम्र मे आपको सुन रहे हैं अपनी समझ को एक बेहतर समाज निर्माण मे उपयोग करेंगे 20-25 उम्र के युवाओ को अपनी समझ विकशीत करने के लिए आपको सुनना चाहिए 🙏 dhanyad गुरु जी
हमारे मन की धाराएं हमारे अंदर से आंखों के पीछे से निकल कर पांच ज्ञान इन्द्रियों के द्वारा संसार में फैल जाती हैं। इन्हें आज्ञा चक्र पर इकट्ठा करने से ही परमात्मा रूपी प्रेम अधिक महसूस होता है। जैसे सूर्य की गर्मी को शीशे द्वारा इकट्ठा करते हैं। परमात्मा हमारे मन में फैला हुआ है उसको एकाग्र करके वह महसूस होता है।
Pranams Guruji, your holy guidance has helped me integrate my awareness by contemplating on your words by making every pore of my existence attentive throughout your teachings as a gurus personal audience . Koti pranams 🙏🙏🙏
हालांकि भक्ति मार्ग पर तार्किक होकर नहीं अपितु मार्मिक होकर ही चला जा सकता है, परन्तु फिर भी कुछ तार्किक बंधुयों के लिए गुरुदेव जी का ज्ञान बहुत अद्धभुत और मार्गदर्शन देने वाला है।
Great 👍 baba g, jab tak yeh mind set nahi hota ke sabh kujh parmatma hai, tab tak parmatma ki pooja ki jarrorat hai, Jab hum hote tab to nahi, ab Tu hi mein nahi.. Kabir sahib g
THE GOD IS EVERY WHERE....THIS IS NATURAL TRUTH...HE IS INVISIBLE....THIS IS ALSO TRUTH...NOW THE QUESTION IS WHY AND HOW HE BE WORSHIPPED....RIGHT... THE GOD HAS SETUP A BEST STRUCTURE TO CARE HIS EVERY CREATION...HE HAS MADE PARENTS (MOTHER AND FATHER ) WHO REPRESENTS THE GOD AND FULLFIL THEIR DUTIES TO CARE HIS CREATIONS......
हमें इन जैसे गुरुओं की आवश्यकता है जो ज्ञान को तार्किक एवम् सरल रूप से समझा सकें। आजकल तो इतने सारे अज्ञानी लोग गुरु बने बैठे हैं और धर्म के नाम पर अंधविशवास सीखा रहे हैं जिसके कारण आज के युवा वर्ग में सनातन धर्म के प्रति अविश्वास पैदा हो रहा है। मै स्वय म् भी एक युवा हूं और चाहता हूं कि अच्छे और ज्ञानी गुरुओं को समाज में आकर ज्ञान देना चाहिए। मै जानता हूं कि ऐसे ज्ञानी लोग प्राय संसार से अलग हो जाते है परन्तु आज के समाज की हालत को देखते हुए ऐसे लोगो को समाज में आना चाहिए। मै नमन करता हूं इसी क्रम में आपके इस प्रयास को। 🙏❣️
MAI BHI NAMAN KARTA HU IS ANMOL PRAYAS KO 🌹🌹🌻🌻😊😊🙏🙏
वो कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र के deptt. Head रह चुके हैं ।
अगर बच्चे ठीक से college की पढाई करें, तो उसमें ही ये सब भी है ।
.... भारत में लोग ज्ञान नही ढूंढ़ रहे, इसलियर बुरी हालत है।
... सब लोग लालची और आलसी हैं, बस यही समस्या है, ज्ञान तो सब जगह फैला हुआ है।
किताबें, साहित्य, गुरु भी हैं ।
.... जिज्ञासु शिष्य ही नही हैं लेकिन 🙏
रामकृष्ण परमहंस देव का रामकृष्ण कथामृत पढो संपूर्ण वेद उपनिषदो भागवत ओर गीता का सार सहज रीती से ऊजागर किया है महामना परमहंस रामकृष्ण देव ने।
I don't have words, I am speechless, Guruji Since the day I have been listening to your lectures, I have lost sleep at night, I cannot even dream of the things you have told so easily. Blessed be you live more than 100 years and so on with knowledge Keep lighting up the world.
So true 🙏
True that
Same here
Ò
यही सत्य है
बहुत सारे जटिल प्रश्नों के उत्तर आज प्राप्त हो गई , आप दीर्घायु हो , हिन्दू धर्म के दर्शनशास्त्र के साथ साथ वैदिक ज्ञान को सरल सहज रूप से लोगो तक पहुचाने के लिए , नमन
हम बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि गुरुजी को सुन और देख रहे हैं ।
Prof. SINHAJI jaise vyaktiyon ki sangat adbhut hogi. Kurukshetra mein darshan hetu aana padega
गुरुजी ने बहुत बड़ा ज्ञान बहुत संक्षिप्त में दे दिया।ऐसे गुरु ही मनुष्य को उसके सही गंतव्य तक पहुंचा सकते हैं। ऐसे महाज्ञाता को आपने प्रस्तुत करके भटके हुए मनुष्यों को सच्ची राह दिखाने का काम किया है। सादर नमन गुरुजी।
ਧੰਨ ਗੁਰੂ ਜੀ, ਹਮਾਰਾ ਸੰਸਾ ਨਾਸ਼ ਕਰ ਦੀਆਂ ਆਪ ਨੇ
गुरु देव आपकी सहजता का जवाब नहीं है ,
हमारे बहुत ही बड़े भाग्य है, जो आपको सुन और देख रहे हैं l
ऐसे ही हमारा मार्ग दर्शन करते रहे l
प्रणाम l
बहुत सुंदर। आपकी वाणी मे सरस्वती ही बोलती हैं।प्रणाम।
आपका। कार्य बहुत अच्छा जो आप ज्ञान इस ज्ञान के भंडार को फैलाने का प्रयत्न रहे है ,
और ये सभी लोगो तक पहुंचना भूत जरूरी भी है । आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
Wow, it seems literally like Dev Vani. Aisa ho ki guruji dirghayu ho. Unse abhi bhi bahut gyaan seekhna hai 🙏🙏
True knowledge of the truth with proper valid reasoning, love you Guruji.
Doctor sahab ko shat shat pranam. Dvait aur adavait jo unhone kaha usase mere kahi sandeh chale gaye. Sashtang Pranam
Mharaj g ke charno me dandvat pranam he ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bahut bahut saadhuvaad Guruji ko aise jatil sawaalon ke saral uttaron ke liye aur aapko bhi Sir ki aapki wajah se ye amritvaani hum sab tak pahunch rahi hai 🙏
गुरु जी आपके समझाने का तरीका अच्छा लगा।
Right ji
guruji kya bole... aapki budhdhimatta and samzane ka tarika aaisa sulabh hai....ki Mann karta hai aapko bas zindagi bhar sunte raho....thank you so much guruji
Maza a gaya sunke 🙏🙏🙏
This is why elders must be listened to
Guru Gaiyan ke Anant Sagar hai. Guru ji ko Dandvat Parnam 🙏🙏🙏
Wah ji wah kya answer hai .
Salute to Guru ji
Aap be itna accha Gyan diya iske liye aap ka shukrya guruji . 🙏🙏🙏
हरी ओम गुरुजी आपको प्रणाम आपने सही ज्ञान दिया आपने बहुत अच्छी तरह समझाया इस बात समझने लिए ज्ञानी आदमी (आत्मा) ही समझ सकते है आपका बहुत धन्यवाद.
Very well explained it really has opened my eyes.
Kya baat hai, Guru ji sach me gyan k bhandar hai.🙏🙏
Thankyou for this question Ishan ji
Wah Wah Guru ji amazing wonderful definition. So nicely explained . 🙏🙏🙏🙏🙏
हम शरीर मन बुद्धि और आत्मा चारों से मिलकर बने हैं जिसमें से 3 का ध्यान और ज्ञान तो हमें है चौथे को जानने के लिए विभिन्न विधियां हैं पूजा भी उनमें से एक है चौथा आत्मा है मा तक पहुंचने की विधि का नाम पूजा है
कृपया आत्मा परमात्मा और जीवात्मा मैं क्या अंतर है। क्या मर जाने के बाद भी डेड बॉडी में आत्मा रहता है क्योंकि आत्मा सर्वव्यापक है कण-कण में व्याप्त है। कृपया हमारी अविद्या को दूर कीजिए।
@@ShivRamBhaikda1 qqqqqqqqqqqqqqqqqqqpqqqq1
111q1qqqqqqqqqqqqqq11
@@ShivRamBhaikda आपका यह एक अच्छा प्रश्न है। आत्मा कहने से मन, बुद्धि और संस्कार को दर्सतता हे अर्थात हर आत्मा में मन, बुद्धि, संस्कार है। आत्मा जो सोचता है उसको मन कहता है। आत्मा कोई कर्म करने से पहले निर्णय करता है उसका नाम बुद्धि कहता है। जैसे कर्म शरीर द्वारा करता है ऐसी आत्मा का संस्कार आत्मा में बनता है। आत्मा अनादि काल से है इसिलिय आत्मा को अनादि अविनाशी कहते हैं। आत्मा को कोई मार नहीं सकता है। पंच तत्व भी आत्मा को नस्ट नहीं कर सकती है। आत्मा का रूप ज्योति बिंदु है इसिलिय आत्मा को निराकार बताते हैं। आत्मा संख्या में एक नहीं है बल्कि अनेक है। सभी आत्मयों का पिता को परम पिता Paramtma कहते हैं। परम माना सभी आत्माओं से सर्ब श्रेष्ठ, सर्बोच, सर्बोतम सर्ब शक्तिमान है सर्ब गुणों का भंडार है। पवित्रता का सागर, शांति का सागर, प्रेम का सागर, आनंद का सागर, ज्ञान का सागर, सुख का सागर और शक्ति का सागर है। Paramtma जनम मरण के चक्र में नहीं आते हैं। हर आत्मा जनम मरण चक्र में आता है। आत्मा जब शरीर में प्रवेश करता है तब जीव आत्मा कहते हैं। जीव माना शरीर। शरीर द्वारा आत्मा जीबन जीता है इसिलिय जीवात्मा कहते हैं। जबआत्मा शरीर त्याग करता है तब शरीर डेड हो जाता है। डेड बॉडी में आत्मा नहीं हो सकता है
आत्मा जब तक शरीर में है तब तक शरीर activated रहती है। इसिलिय आप अपने को आत्मा समझ कर अपने परम पिता Paramtma को निरंतर याद करने से आप आत्मा के अंदर पवित्रता, शांति, प्रेम, आनंद, ज्ञान, सुख और शक्ति आयेगी तो आप सत्ययुग स्वर्ग के अधिकारी बन जायेंगे।सब जनम के पापों से मुक्त हो जायेंगे। 🌹🌷🥀🌺👑🌼🌻🙏
@@ShivRamBhaikda आत्मा और परमात्मा एक ही चीज है आत्मा ही सत्य है आत्मा सर्वव्यापी है आत्मा ना कही आता है और ना कही जाता है जीवात्मा अहम को कहते है अहम मतलब अहंकार जिस को ईगो भी कहते है अहंकार जिस को हम ओर आप मानते है कि मैंहु ये मैं ही अहंकार होता है यही जीवात्मा होती है इसी का आना और जाना होता आत्मा नही आता जाता है ये सरीर एक रथ होता है जैसे रथ में गोड़े होते है बही इस शरीर मे इन्द्रयों के गोड़े होते है और रथ को चलाने बाला सारथी होता है बैसे ही इस शरीर मे मन इन्द्रयों का सारथी होता है और जो रथ मे सवार होता है वो जीवात्मा होता है और ये जो मन सारथी जो इन्द्रयों के जरिये जो देखता है उसी में जीवात्मा को फसा देता है और जीवात्मा उसी को सच मान कर कर्म करता रहता है और कर्म बंधन में फश जाता है इसी लिए जीवात्म का अबगमन लगा रहता है
गुरूजी को सादर नमन .... 🙏🙏🙏
Bahut bahut sunder Prabhuji. Prabhuji i have no words how beautifully you have described the things.
Gurudev ji ko ek ek sabd anmol hai
Bahut khub, Sinha ji aap Bahut sunder/sapasht utter dete hain. Thanks
🙏 नमन गुरुदेव,
🪔 बहुत ही सुन्दर प्रवचन दिया आपने ।
🌹🌹🌹🌹🙏🙏
One of the best conversations I have heard in my life. Thanks for taking effort in producing this vedio. My heartfelt wishes to keep this work going.🙏🙏🙏
These videos need to be converted into text format and publish a book of selected questions like this one. It will be a pleasure for me to help you with this. These answers need to be translated into English as well.
Pandit ji poory kaenat ko banane wala sirf esk hi bhzgwan Allah hey
Aur woh aalimul gaib hey yani
Uska elm uska dheyan her jagah hey
Kaha keya ho raha hey us bhagwan ko us Allah ko sab pata hojata hey
Aur pooja ebadat sirf eak hi bhagwan Allah ki karni zaroory hey
Eske. Alawa kise ki pooja ebadat karna zulm hey shirk hey
Aap se nivedan hey ke eak baar Quran hindi me maujood hey mane matlab ke saath padh lein tu aapko haq baat ki malomat hogi
Eh tu ham sab jante hein ke bhagwan Allah ne sab se pehle insani roop me Hajrat Aadam Alaihissalam ko mitti ka putla banakar fir usme apni rooh yani aatma foonka jisse woh eak.pehla insan bane uske baad Allah ne unke bayein pasuki se bibi Hauwa ko paida kiya fir undono ka nikah kiya aur kaha ke jawo jannat me raho jo dil karey khawo piyo lakin fala paid yani darakht ke paas mat jana na uska pal khana lakin eblees shaitan tha un dono ko behka diya aur woh loag us paid ka fal khaluye jisse un dono ka sharamgah ubhar aaya
Aur jannat me hagna mootna nahi es liye Allah ne undono ko duniya me bhej diya fir Aadam aur hauwa se insani nasal badhta gaya aaj poory duniya ke loag unhi ke aulado me se hein yahi sachchaye hey
Bhagwan Allah ne duniya me apne bando me se jise chaha paigambar
Ya doot banaya aur kitab nazil ki
Sabse aakhry paigambar
Mohammad Sallaallaho Alaihe Wasallam ko poory duniya ke liye bheja aur aakhry kitab Quran ko nazil kiya aur Qayamat tak eske baad koye paigambar nahi aayega aur na koye kitab nazil hogi
Jo bhi insan Mohammed Sallaallaho Alaihe Wasallam pe aur Quran pe Eiman layega woh jannat me jayega aur jo nahi layega woh jannat swarg me nahi jayega
Wah guruji ki gyan 🙏🙏
amazing knowledge you are giving through your channel.. in such a simple language Guru ji has told the divine truth... thank you thank you thank you!
সেখ।আজিজুল।নবী
Beautiful Pranam Guru Ji 🌹🙏
Guru ji ko Sadar Pranam 🙏
Guru ji ne kitni hi Saralta se Nirgun Braham & Sagun Bhagvan ko explain kiya hai.
We are very blessed to have Guru ji in our life.
Thanks koti koti naman gurudev.
जब ईश्वर को कण कण में जान लिया,यही सबसे बड़ी पूजा हे।
आदरणीय गुरुजी के चरणों में प्रणाम आपने इतने व्यापक विषयको इतना सुंदर तरह से सरल रूप से समझाया ।
हम सब भाग्यशाली हैं की आप प्रज्ञा रूप में हम सबके पास हैं
अति सुन्दर प्रस्तुति गुरु जी की ,🙏🙏
Bahut uttam! Pranam apko Guru ji🙏🙏
Great answer, easy to comprehend. 🙏
OMG! itna achha bhi koi samjha sakta hai kya? amazed!
eisai aplog sanatan satya parmpara aur darshan ko age lejaiye mera subhkamna aaplogoke sath hai .
Heartfelt gratitude Guruji 🙏🙏
Jai guru Dev ji. .waah kamaal
गुरू जी की बात काफी हद तक बहुत बढ़िया
इस तरह के सही सवाल , और इसका जवाब सूफी,फकीर ( कामील गुरु )से पूछो , अगर आप के नसीब में उत्तर होगा तो मिलेगा , practical सवाल का जवाब भी मिल सकता है
note: orginal sufi (faqeer) ko तलाश करना मेहनत का काम है
quote :जिसने अपने नफ्स ( चीत) को पहचाना उसने अपने रब ( पालनहार ) को पहचाना
#. ईश्वर हमारी प्राण नडी से भी ज्यादा करीब है ,इसलिए उसका हर प्राणी को एहसान हों जाना आसान है , लेकिन ईश्वर की मर्जी को जानना उसके भेजे हुवे दूत ( messenger) से ही उसकी मर्जी जान सकते है
Waaah kya baat hai. Thank you 🙏
आपका धन्यवाद। बहुत पुरानी परेशानी को दूर किया आपने इस बात चीत से। आपका शुभ हो।
Kash aise hi sabhi hinduon ko gyaan ho jaye iswar ka to kalyaan ho jayega warna sabhi hindu to ishwar ko pathar me hi khoj rahe hain
Aapko bhut bhut namn h guru ji jo aap iss gyaan ko iss generations k sath sajhha kr rhe aise hi hamre darsan sashtra k bare m Hume batate
बहुत-बहुत धन्यवाद वीडियो साझा करने के लिए🤗
गुरु जी को प्रणाम🙏🤗😇
"Dwel aur Adwet"kaa antar jis Sahajataa ke saath Aapne samjhayaa hai duke liye kotishah Dhanyavaad !!
Itna mahan gyan utni hi sahjta
Guruji aapko koti koti naman
Guru ji ko mera pranaam 🙏🙏
Absolutely true what he said. Me aatma meh hi hu bhagavan.. this is Universal truth.
ग्यान इस तरहा आप प्रसार और प्रचार करते रहीए ,। आपको। मेरा साष्टांग नमन
गुरुजी प्रणाम , आपके सान्निध्य में ऐसी ऐसी बातें सीखने को मिलती है। जो बड़े बड़े विश्वविद्यालय में भी नही पढ़ाया जाता होगा।
स्वयं के द्वारा स्वयं को जानने की यात्रा ही सनातन धर्म है। हर हर महादेव
बहुत की स्पष्टता से समझाया गुरु जी ने।
सादर प्रणाम🙏🏻🙏🏻
ब्रह्माण्ड में बायुहीबायु है फिर भी जीने के लिए स्वास लेने की जरूरत है इसी लिए ईश्वर की पूजा की भी जरूरत है. जय श्री राम
Amazing 🙏
हम बहुत शौभाग्य शाली हैं जो इस उम्र मे आपको सुन रहे हैं अपनी समझ को एक बेहतर समाज निर्माण मे उपयोग करेंगे 20-25 उम्र के युवाओ को अपनी समझ विकशीत करने के लिए आपको सुनना चाहिए 🙏 dhanyad गुरु जी
लोक कल्याण के लिए आपका यह ज्ञान वर्धक संवाद अति उत्तम है
कोटि-कोटि नमन गुरु देव को
🙏शत शत प्रणाम गुरुजी बहुत गहरा ज्ञान🙏
आप के चरणों में सादर प्रणाम प्रभु 🙏🙏🙏 मेरी खोज पुरी हुई
प्रणाम ! 🙏 बहुत ही सुंदर और अद्भुत जानकारी मिली आपके इस वीडियो से। आज ही आपका वीडियो देखा, बहुत समय से खोज थी कि कोई आप जैसा मार्गदर्शक मिले।
बहूत अच्छा जवाब था जिसकी बहोत दिनोसे जरूरत थी
Mharaj g aap to byaso me bhi saresat ho apke vachan mere guru saman he Radhey Radhey
Today is Guru Purnima. Guru ji , take my earnest respect, pranam. I pray to addya maa , " May you live above 100 years " . Please bless me .
ईश्वर की उपासना मन से भक्त ही करते हैं।
और भक्त जब अपने मन से ईश्वर कि अराधना करते हैं तो , ईश्वर प्रकट हो कर अपने में समाहित कर लेते हैं,तब उस भक्त
Dhanyavad guruji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Kya Answer Kiya hai Guruji 🙏 sadar Pranam
कोटी कोटी परनाम 🙏बहुत सुंदर गुरु जी
Bahut saralata se samjhaya guru ji ne.
Dhanyvad guruji hamara aur aapka Gyan ekadam male khata
Bahut achhi tarah se or sradha purbak aapne iss baat ko samjhaya. 🙏🙏
कोटी कोटी नमन गुरू जी को
Bahut sundar 🙏🏼👍❤️ राधा-कृष्ण ❤️🙏🏼🙏🏼
हरे कृष्णा।।....Anjana ji
Kese ho ap
बहुत सुन्दर शब्दों में समझाया गुरूजी।सादर नमस्कार🙏🙏।Gratitude ।❤
गुरु जी परनाम ज़ी jai Shri krishna from raghav Verma KARNAL
Bahut sundar vyakhya ki guruji ne
बहुत ही सुंदर विश्लेषण किया आपने । उद्धरण भी सरल थे।
Super answer sir ji.. mere bhoot se questions ka answer mil gya aap ke is conversation se...
Thanks for sharing such spiritual knowledge
हमारे मन की धाराएं हमारे अंदर से आंखों के पीछे से निकल कर पांच ज्ञान इन्द्रियों के द्वारा संसार में फैल जाती हैं। इन्हें आज्ञा चक्र पर इकट्ठा करने से ही परमात्मा रूपी प्रेम अधिक महसूस होता है। जैसे सूर्य की गर्मी को शीशे द्वारा इकट्ठा करते हैं। परमात्मा हमारे मन में फैला हुआ है उसको एकाग्र करके वह महसूस होता है।
bhut hi sundr vrnan h g...
जय हनुमान जी की जय हो हनुमान जी की जय हो हनुमान जी की जय हो
Pranams Guruji, your holy guidance has helped me integrate my awareness by contemplating on your words by making every pore of my existence attentive throughout your teachings as a gurus personal audience . Koti pranams 🙏🙏🙏
Atisundar prastuti hai aapki.....aapke video bahut hee achche hote hain....dhanyawad
Pranam Guruwar....
Adhbhut, Charan vandan GURU JI
Prannam guruji 🙏🙏🌷🌷
हालांकि भक्ति मार्ग पर तार्किक होकर नहीं अपितु मार्मिक होकर ही चला जा सकता है, परन्तु फिर भी कुछ तार्किक बंधुयों के लिए गुरुदेव जी का ज्ञान बहुत अद्धभुत और मार्गदर्शन देने वाला है।
Sunkar mann ko itna sukun poucha ke kya batauoo,dhannya hein app guruji
Great 👍 baba g, jab tak yeh mind set nahi hota ke sabh kujh parmatma hai, tab tak parmatma ki pooja ki jarrorat hai, Jab hum hote tab to nahi, ab Tu hi mein nahi.. Kabir sahib g
भगवान शब्द का सही अर्थ है, जो व्यक्तीत्व छह भगो से संपन्न होता है उसे ही भगवान कहते हैं, ब्रम्ह और भगवान की तुलना नहीं हो सकती 🌹
Jai ho 🙏🙏🙏Dandwat pranam Guruji 🙏
THE GOD IS EVERY WHERE....THIS IS NATURAL TRUTH...HE IS INVISIBLE....THIS IS ALSO TRUTH...NOW THE QUESTION IS WHY AND HOW HE BE WORSHIPPED....RIGHT...
THE GOD HAS SETUP A BEST STRUCTURE TO CARE HIS EVERY CREATION...HE HAS MADE PARENTS (MOTHER AND FATHER ) WHO REPRESENTS THE GOD AND FULLFIL THEIR DUTIES TO CARE HIS CREATIONS......
Yes but to about that infinite.and infinite within us we have to do something..... otherwise we will go into the darkness
बहुत बडिया गुरूजी समाधान सटीकहै
धन्यवाद गुरुजी इस अमूल्य ज्ञान हेतु