सन सत्तर के दशक के आखिरी वर्षों में मैंने काका हाथरसी के कविता संग्रह पढ़े बहुत आनंद आता था। धर्मयुग पत्रिका में भी काका की कविताएं छपती थी। आज पुरानी यादें ताजा हो गई। काका हाथरसी जी नमन।
नमस्कार जी आप दोनों को बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने काका जी के दर्शन करा दिए काका जी की कविता ।। सोते हैं भगवान जब या करते हैं आराम शांत रूप से बैठ कर जपो प्रभु जब मैं प्रभु का नाम प्यार से उन्हें जगाए घंटा झांज मृदंग बजाकर आरती गाएं कहे काका भगवान बुरा नहीं माने मन में इसीलिए सब खड़े हो गए अटेंशन में
१९७३ में पहली बार ग्वालियर के एक कवि सम्मेलन में काका हाथरसी को प्रत्यक्ष सुना था , उसके बाद तो अनेक अवसरों पर काका जी को सुनने का सौभाग्य मिला । काका सचमुच अद्वितीय और अद्भुत थे ।
main 75 plus hoon. Main school time main kavi samelano mai sunta tha. lateon I used to read kaka ki fuljhariya in Dharmyug and enjoyed for a long time. Today I recall those days.
1973-74 मैं मैंने 10-11 साल की उम्र में मेरे काका(पिता)की लाई काका हाथरसी की किताब जिसका नाम है ,,काका के कारतूस,, पढी थी।उन काका को आज भी देखकर बहुत खुशी हुई।
मैं भी तब इसी उम्र का था और तब काका हाथरसी रेडियो पर भी प्रसारण में आते थे । 1977 के आसपास एक प्रोग्राम आया करता था सवाल आपके जवाब काका हाथरसी के। क्या जमाना था, अब तो केवल स्मृतियां ही रह गई हैं।
He jeevjagat vaasiyon deh me stith chitt hi har prakriti roopy rason rasaniyon yaani indriyaan jo har tarah ke rason sanyukt es karamlok roopy jeevjagat me bhautik ya abhautik visayon kaa rasaswaadan kisi n kisi roop mein karate hi hai esliye samasht rason ke rasraaj indriyaan hi hai kyonki yahi indriyaan visayasanyukt visayajannya bhram paida kar swyam se agadit door khada kar hi dehi hai jo mahamaaya ji ki hi yogmaya hai bahut bade mahaan kavi ji aapko pranaam sweekarya Ho om namah shivaya om
सन सत्तर के दशक के आखिरी वर्षों में मैंने काका हाथरसी के कविता संग्रह पढ़े बहुत आनंद आता था। धर्मयुग पत्रिका में भी काका की कविताएं छपती थी। आज पुरानी यादें ताजा हो गई।
काका हाथरसी जी नमन।
पूज्य काका जी हमारे शहर हाथरस की अमूल्य धरोहर थे पूज्य काका जी की वजह से हमारे शहर का नाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध है
ब्रज की शान, हाथरस की जान, हास्य है जिनकी पहचान ऐसे काका हाथरसी का हम सब करते हृदय से सम्मान।
नमस्कार जी आप दोनों को बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने काका जी के दर्शन करा दिए काका जी की कविता ।। सोते हैं भगवान जब या करते हैं आराम शांत रूप से बैठ कर जपो प्रभु जब मैं प्रभु का नाम प्यार से उन्हें जगाए घंटा झांज मृदंग बजाकर आरती गाएं कहे काका भगवान बुरा नहीं माने मन में इसीलिए सब खड़े हो गए अटेंशन में
vaah vaah! ati sundar! bahut bahut aabhaar prasar bharti ke is bahumulya prayas ka!
पाराशर जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद आप ने पुरानी यादों को ताजा कर दी है 💐🌷🇮🇳💐 जय जय श्री राम 💐🌷
सुना था आज देख भी लिए। मेरी किस्मत है।
काका हाथरसी को बारम्बार प्रणाम,सुन कर हृदय गद गंद हो गया 😂❤😊
काफी समय के बाद काका की फुलझड़ियां सुनने को मिली।
प्रस्तुति के लिए हार्दिक मंगल कामनाएँ।
Jinka jeevan kamal Sam khila ho vah padmashree ka sachcha hakdar hai.
Thanks sir.kaka hathras ji ko sadar naman.
१९७३ में पहली बार ग्वालियर के एक कवि सम्मेलन में काका हाथरसी को प्रत्यक्ष सुना था , उसके बाद तो अनेक अवसरों पर काका जी को सुनने का सौभाग्य मिला । काका सचमुच अद्वितीय और अद्भुत थे ।
श्रीमान्, काकाजी मैरे और मेरै परिवार के मनपसंद कवि है,और आप भी आपकी आवाज, बोलने का अंदाज बहुत लाजवाब है, दोनो को देखकर सुनकर पुरानी यादे ताजाംहोംगयी
main 75 plus hoon. Main school time main kavi samelano mai sunta tha. lateon I used to read kaka ki fuljhariya in Dharmyug and enjoyed for a long time. Today I recall those days.
जय हो काका जी ❤❤प्रणाम आपको
अद्भुत आनंदित करने वाले जी काकाजी हर्षऋषी जी को बार बार नमन🙏
It was beutiful. I had never seen kaka hath rashi till date. I would look fwd to see some more p poems of Kaka
Hath rasi.
Ghazal dimagh aur dil se banti.
आज ऐसा लगा पचास बरस बाद कवि सम्मलेन सुणराहा हूँ.
1973-74 मैं मैंने 10-11 साल की उम्र में मेरे काका(पिता)की लाई काका हाथरसी की किताब जिसका नाम है ,,काका के कारतूस,, पढी थी।उन काका को आज भी देखकर बहुत खुशी हुई।
मैं भी तब इसी उम्र का था और तब काका हाथरसी रेडियो पर भी प्रसारण में आते थे । 1977 के आसपास एक प्रोग्राम आया करता था सवाल आपके जवाब काका हाथरसी के।
क्या जमाना था, अब तो केवल स्मृतियां ही रह गई हैं।
Very Very much good representation
Thank you sir! आपने आज काकाजी के दर्शन करा दिए 🙏🙏
शानदार कवि महामानव प्रणाम
Marmsparshi chhandon ke rachayita ko kotishah shraddha suman.
आदरणीय श्री काका जी,आपके श्री चरणों में मेरा सादर प्रणाम एवम अभिवादन स्वीकार कीजिए
आदरणीय काका हाथरसी को शत् शत् नमन
प्रभु जी तू चंदन , हम पानी ! काका तेरी अकथ कहानी ! ! हास्य और धोती को मिली जवानी ! काका तेरी अकथ कहानी ! ! 🎉 🙏 🎉
लाजवाब
काका हाथरसी को सादर नमन
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
कामकाजी को कोटि कोटि प्रणाम जबतक संसार रहेगा तेरा नाम रहेगा ❤🎉🎉
Bahut bahut sukriya kakaji ko dekhna v sunane ke liye
ये 1987 की रिकॉर्डिंग है....
काका हाथरसी उस समय 80 वर्ष के थें....
81वर्ष की उम्र में भी काका हाथरसी काफी एक्टिव हैं।
@@RajeshKumar-uo3yu
जी बिलकुल। भगत सिंह जी के हमउम्र थें।
काका प्रणाम आप अपनी कला को जारी रखियेगा हमलोग को इंतजार रहता है
😂😂
Jai Ho kaka🙏🙏
We had grow up with his poems, popularly played on the vividh bharti program 'Hawa Mahal'.
It used to be transmitted at 9:30 pm those days.
Childhood memories. ..today's kids don't even relate to this
What's an immortal and amezing personality of the world I think so much lucky Indian🇮🇳 litrature lover who's felt their famous houmers
Unique program
Miss you soo much kaku😢
I seen kaka ji very nice kavita
काका हाथरसी जी को सादर नमन
He jeevjagat vaasiyon deh me stith chitt hi har prakriti roopy rason rasaniyon yaani indriyaan jo har tarah ke rason sanyukt es karamlok roopy jeevjagat me bhautik ya abhautik visayon kaa rasaswaadan kisi n kisi roop mein karate hi hai esliye samasht rason ke rasraaj indriyaan hi hai kyonki yahi indriyaan visayasanyukt visayajannya bhram paida kar swyam se agadit door khada kar hi dehi hai jo mahamaaya ji ki hi yogmaya hai bahut bade mahaan kavi ji aapko pranaam sweekarya Ho om namah shivaya om
श्री 'काका हाथरसी' जी को सादर नमन
Mai bhi kaka Hathrasi ka bahut bada fan hu
Vipin Handa ,my favourite anchor .
❤❤❤ KAKA
Kahaan Kho gayei Sitaare
Kaka hathrasi ki jai.krishna murari singh kisan village Barma po kaithma district Sheikhpura Bihar India vary good
Kya baat hai.
i miss him
सादर नमन।
1976 में काका साहिबगंज कॉलेज में कवि सम्मेलन में सिर क्कत कर रहे थे जिसमें उसने कहा काकी का ताला में काका की चावी अटक गयी |
धन्यवाद '
प्रभु > काका हाथरसी ! जय वैशाली ! 08 12 24 🎉 ऊं 🎉
Behind every successful man, there is a woman/life partner.
Love, affection and perfection are God.
Vakt ki kdr karne par vakt hamari kadr/kad badhaataa hai.
He had depth of "swars" i.e. sa,re,ga,ma..... in his memory at the old age also.
Jay Hind kaka
काका हाथरसी 🙏
great man
Ye tune bahut pyari hai
👌👌👌
Hathras ke kaka hathrasi
🙏🙏🙏
क्या काका हाथरसी की काकदूत नाम की कोई रचना है?
Yes
Konse Ras ke kavi hai bhaiya ye
हास्यरस 🙏
Naman
He said years ago that money is God, which are becoming true now.
His language is just like a victim standing in the court to deliver statement.
Kaka harass was a grate man.skg
Me hathras ka hi hu
💕
"Muslim. Rashtara". Bane. Ya. "Hindu. Rashtara". Ghareeb. Ko. Do. Waqt. Kee. Roti. Chahiye !!
Wow very nice
कह काका कविराय जिसके ढाढ़ी मूंछ नहीं थी भारत मे उस पंछी की कुछ पूछ नहीं थी
Hindu NAZZY savarkar godsay taririsam state k Sach 1997 to 2024 ki hindu Gandhi taririst ho gya world's 1st
Jaydolobeimanki
श्री राम
Kaka haathras no it should be Kaka hasyaras Naman hai
In
...
BB h
ruclips.net/video/aGlbeD6eNcg/видео.htmlsi=eak1R38CpUizirF4
Bla
modi ka modu hai 😀