🌺✍️Dear जो लोग इस वक्त मेरा कमेंट पढ़ रहे हैं लेकिन हम सभी एक दूसरे से अनजान है फिर भी मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं आपके माता पिता की आयु लंबी दे 18/04/2023🌺✍️
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | voorblad homekrishna bhajan krishna bhajansShiv bhajans Shiva BhajansHanuman Bhajan Hanuman BhajansSai Bhajan sai bhajansJain bhajans jain bhajansdurga bhajans durga bhajansganesh bhajan ganesh bhajansram bhajans raam bhajansgur
जिंदा गीत सेवा करने पर निशा लेकर मुर्दा की सेवा करने के लिए इतना पागल तो हिंदुस्तान में ही है भगवान का घर घर पत्र घर घर सेवा सब के पास भगवान सब मुर्दे हो गए मुर्दा को शेर शेर के सब मुर्दे ही हो गए उसको जगाना भी पड़ता है मन लगाने के लिए जाग जगाते जगाते तब भी नहीं सकते साले मुर्दा के मुर्दा मिल गए इसलिए नहीं सकते अभी तो हिंदुस्तान में एक इंसान की नींद भी नहीं खुली है अभी तो
Hindi men joden aur fir ek bar fir se ek hai aur yah bhi kaha ki vah apane aap ko bhi nahi hai ki is bar bhi nahi hai ki is tarah ki baten karne lage han ki is tarah ke log gore kyon hote han aur unka gora hona aur fir man apane aap ko bhi nahi hai ki is tarah ke log gore kyon hote han aur unka gora hona aur fir ek bar fir apani ungali dal ke rup man ki shanti bhang men joden to yah ki yah film agale 8
राम नाम सत्य गलत और मुझे बता सकते हैं राम नाम सत्य क्या होता है सिर्फ नाम सत्य होता है इंसान का जीव सत्य नहीं होता है राम नाम सत्य बोले नहीं इसलिए सब मुर्दा आत्मा इकट्ठे हो गई है
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पहिले पान होमकृष्ण भजन कृष्ण भजन शिव भजने शिवभजन हनुमान भजन हनुमान भजनसाई भजन साई भजन जैन भजने जैन भजनदुर्गा भजने दुर्गा भजनगणेश भजन गणेश भजनश्रम भजने राम भजनसगुर
🇮🇳💕जय श्री राम💕🇮🇳जय श्री कृष्ण💕🇮🇳जय श्री कबीर💕🇮🇳 जय श्री गोविंद (श्रीकृष्ण/क्षत्रिय(Army) श्री गोविंद💕जय श्री रामा(में)💕🇮🇳जय श्री कृष्णा (में)💕🇮🇳💕🇮🇳जय श्री गोविंदा (में) 🇮🇳जय श्री कबीरा(में)💕🇮🇳
Jaisa Insan Karega Vaisa hi bharega Jaisi Karni vaisi Bharni Jis Insan ke sath mein Kuchh Nahin jaega bus Khali Aaya Hai Banda Khali jaega aise hi Ishwar Ka Dhyan Lagate Raho Jay Siyaram Jay Shri Ram Ram Ram Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | முன் பக்கம் ஹோம்கிருஷ்ண பஜன் கிருஷ்ண பஜன்கள் சிவ பஜனைகள் சிவ பஜனைகள் ஹனுமான் பஜன் ஹனுமான் பஜன்ஸ் சாய் பஜன் சாய் பஜன்கள் ஜெயின் பஜனைகள் ஜெயின் பஜன்ஸ்துர்கா பஜனைகள் துர்கா பஜன்ஸ்கணேஷ் பஜன் கணேஷ் பஜன்ஸ்ரம் பஜன்ஸ் ராம் பஜன்ஸ்கூர்
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | మొదటి పత్రం హోమ్కృష్ణ భజన కృష్ణ భజనలు శివ భజనలు శివ భజనలు హనుమాన్ భజన హనుమాన్ భజనలు సాయి భజన సాయి భజనలు జైన భజనలు జైన భజన దుర్గా భజనలు దుర్గా భజనగణేష్ భజన గణేష్ భజనస్రం భజనలు రామ్ భజన్స్గూర్
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ಮುಖಪುಟ ಹೋಮಕೃಷ್ಣ ಭಜನೆ ಕೃಷ್ಣ ಭಜನೆಗಳು ಶಿವ ಭಜನೆಗಳು ಶಿವ ಭಜನೆ ಹನುಮಾನ್ ಭಜನೆ ಹನುಮಾನ್ ಭಜನೆ ಸಾಯಿ ಭಜನೆ ಸಾಯಿ ಭಜನೆಗಳು ಜೈನ ಭಜನೆಗಳು ಜೈನ ಭಜನದುರ್ಗಾ ಭಜನೆಗಳು ದುರ್ಗಾ ಭಜನಗಣೇಶ ಭಜನೆ ಗಣೇಶ ಭಜನಾಶ್ರಮ ಭಜನೆಗಳು ರಾಮ್ ಭಜನ್ಸ್ಗುರ್
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | فرنٹ پیج ہوم کرشنا بھجن کرشنا بھجن شیو بھجن شیو بھجن ہنومان بھجن ہنومان بھجن سائی بھجن سائی بھجن جین بھجن جین بھجن درگا بھجن درگا بھجن گنیش بھجن گنیش بھجنسرام بھجن رام بھجنگور
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | الصفحة الأمامية homekrishna bhajan كريشنا بهاجان شيفا بهاجانزهانومان بهاجان هانومان باجانس ساي بهاجان ساي bhajansJain bhajans جاين باجانسدورجا بهاجان دورجا باجانسانيش بهاجان غانيش بهاجانسرام بهاجان رام باجانسجور
आज तक कितनी पीढ़ी सफलता या किसी ने संस्कार लगाने के लिए किसी को सिखाया किसी गुरु ने सिखाया चमत्कार कैसे लगाया जाता है किसी ने बताया हो किसी ने पढ़ाया हो तो मुझे बता सकते समझ कार कैसे लगाया जाता है चमत्कार लगाने का शब्द होता है वहां से समझदार लगाकर वापस आते हैं वह भी शब्द होता है क्या देते हैं इंसान एक बार जन्म लेता है क्या गुणा करके जाता है समझदार लगाने में क्या शब्द लगाना पड़ता है
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ਪਹਿਲਾ ਪੰਨਾ ਹੋਮਕ੍ਰਿਸ਼ਨ ਭਜਨ ਕ੍ਰਿਸ਼ਨ ਭਜਨ ਸ਼ਿਵ ਭਜਨ ਸ਼ਿਵ ਭਜਨ ਹਨੂੰਮਾਨ ਭਜਨ ਹਨੂੰਮਾਨ ਭਜਨ ਸਾਈ ਭਜਨ ਸਾਈ ਭਜਨ ਜੈਨ ਭਜਨ ਜੈਨ ਭਜਨਸਦੁਰਗਾ ਭਜਨ ਦੁਰਗਾ ਭਜਨਸਗਣੇਸ਼ ਭਜਨ ਗਣੇਸ਼ ਭਜਨਸਰਾਮ ਭਜਨ ਰਾਮ ਭਜਨਸਗੁਰ
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RADHE RADHE..............HARI BOL..........JAI HAR HARI..........HAR HAR MAHADEV...........🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💙💙💙💙💙💙💙🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀☘☘☘☘☘☘☘🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला |
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ikhasi lokuqala ikhayakrishna bhajan krishna bhajansShiv bhajans Shiva BhajansHanuman Bhajan Hanuman BhajansSai Bhajan sai bhajansJain bhajans jain bhajansdurga bhajans durga bhajansganesh bhajan ganesh bhajansram bhajans raam bhajansgur
 प्रथम पन्ना homeकृष्ण भजन krishna bhajansशिव भजन shiv bhajansहनुमान भजन hanuman bhajansसाईं भजन sai bhajansजैन भजन jain bhajansदुर्गा भजन durga bhajansगणेश भजन ganesh bhajansराम भजन raam bhajansगुरुदेव भजन gurudev bhajansविविध भजन miscellaneous bhajansविष्णु भजन vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन patriotic bhajansखाटू श्याम भजन khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन shani dev bhajansआज का भजन bhajan of the dayभजन जोड़ें add bhajans एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला, गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा, ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा, भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई, लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा, बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी, चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा, सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला, कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता, ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता, मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा, शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा, कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला, नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला, किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया, जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया, मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल, जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा, मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये, अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना, ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला, बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे, बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला, इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई, उड़ जा हंस अकेला | Titelseite homekrishna bhajan krishna bhajansShiv bhajans Shiva BhajansHanuman Bhajan Hanuman BhajansSai Bhajan sai bhajansJain bhajans jain bhajansdurga bhajans Durga Bhajansganesh Bhajan ganesh bhajansram bhajans raam bhajansgur
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इसके लिए मैं पागल हूं दीपावली से दीपावली आ गई है लेकिन इंसान एक भी नहीं सुधरा है वह मुर्दा के साथ मुर्दा ही रह गया लेकिन जिंदा नहीं हुआ है मुर्दा के साथ मुर्दा मूर्ति चलते चलते वह साला उसके साथ साधने वह लोग कार्लोवा है तो उसके साथ मूल लोगों के साथ मुर्दा ही रहता है लोकन के साथ कौन रहता है मुर्दा रहता है जब यह मत समझना कि वह लोकन के साथ जिंदा है वह गाड़ी से मोबाइल से दूर रहकर बात करो वह आदमी सच बोलता है गाड़ी के ऊपर बैठकर और मोबाइल साथ में रखकर बात करता है वह मुर्दा की बात करता है और मुर्दा बोलो आता है उनको गाड़ी और मोबाइल दोनों दूर रख कर फिर बात करो वह आदमी सच बोलता है तो सच बोलता है वह जिंदा रहता है
मुनि महाराज क्या बोलता है मैं भगवान हूं उससे पूछ होता नहीं है उससे खाना बनाने नहीं आता खाने नहीं आता वह भगवान कैसे बन गया उससे कुछ होता नहीं तो उसको नंगा ही होना पड़ता है भगवान ने उसको खुलेआम नंगा किया है लेकिन उसको पता नहीं है वह बोलता मैं भगवान हूं वह भगवान नहीं है वह खुलेआम भगवान ने सबके सामने उसको नंगा कर दिया है इसको अभी पता नहीं है मतलब
Jay Shree 🏹 super nice Radhe Radhe ji bahut Sundar bhajan bahut bahut dhanyvad ji 👌👌👌🏵️📿🎟️🐚📶 very nice 🔝🎇beautiful Jay Ho 👏🔝🎼✔️👏🙏🙏🙏💐🌹🌷
🌺✍️Dear जो लोग इस वक्त मेरा कमेंट पढ़ रहे हैं लेकिन हम सभी एक दूसरे से अनजान है फिर भी मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं आपके माता पिता की आयु लंबी दे 18/04/2023🌺✍️

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गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
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मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
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उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
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बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
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सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
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जिंदा गीत सेवा करने पर निशा लेकर मुर्दा की सेवा करने के लिए इतना पागल तो हिंदुस्तान में ही है भगवान का घर घर पत्र घर घर सेवा सब के पास भगवान सब मुर्दे हो गए मुर्दा को शेर शेर के सब मुर्दे ही हो गए उसको जगाना भी पड़ता है मन लगाने के लिए जाग जगाते जगाते तब भी नहीं सकते साले मुर्दा के मुर्दा मिल गए इसलिए नहीं सकते अभी तो हिंदुस्तान में एक इंसान की नींद भी नहीं खुली है अभी तो
*जो भी प्यारी आंखें से इस वीडियो को देख रहे हैं ईश्वर करें उनके माता पिता की आयु लंबी करे 🙏🙏जय श्री कृष्ण 🙏🙏🚩 राधे राधे 🙏🙏🚩*
Hytt
Jybhtvtgth
@@devendrabaghel6361
.
Oooop00ikk
Lol
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000pllllllllllllllllllllll
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Mkmmkmjtvtd
Hindi men joden aur fir ek bar fir se ek hai aur yah bhi kaha ki vah apane aap ko bhi nahi hai ki is bar bhi nahi hai ki is tarah ki baten karne lage han ki is tarah ke log gore kyon hote han aur unka gora hona aur fir man apane aap ko bhi nahi hai ki is tarah ke log gore kyon hote han aur unka gora hona aur fir ek bar fir apani ungali dal ke rup man ki shanti bhang men joden to yah ki yah film agale 8
बहुत सुंदर आप ने भजन सुनाया है मेरी तरफ से बहुत बहुत धन्यवाद हो भाई आप को भगवान आप को हमेशा खुश रखे जय श्री राम
Gsjj
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhai bahut accha song he
Q😂
Puri life story samjha di h 😊😊😊
All frend sapoot kare bhajan ke liye
2024 me kon sun rha h jo Bhajan bachpan me sune the
Who is watching in 2022
@@Entertainment_Shorts_x 2024
2024 mei bhai
@@king_ka.rtik_6737 mk
Jay shree ram
माया मोह से उभरने के लिए बहुत ही सुंदर सुझाव भजन है ,कोटि कोटि धन्यवाद
🖐🖐🖐🖐🖐
@@DilipKumar-cb1ei lllpppplpppppppppplllllllllllllppppplpppppppppppplpppppppppplpl
TheCT
@@DilipKumar-cb1ei ऐशशशशशशःःनः
पांच पहर धंधा किया तीन पहर गए सोए एको घड़ी ना हरी भजे तो मुक्ति कहाँ से होए।...🙏🙏🙏
Tufubxnd
No no m
Hi
Hi
4:01 4:03 4:06 4:08 4:09 4:10 4:11
Jay shree ram jay shree kiarshna jay kbiar
बोत सुन्दर सा जोर दार सा मन कर मन खूश हो जाता हे जी जय श्रीराम
राम नाम सत्य गलत और मुझे बता सकते हैं राम नाम सत्य क्या होता है सिर्फ नाम सत्य होता है इंसान का जीव सत्य नहीं होता है राम नाम सत्य बोले नहीं इसलिए सब मुर्दा आत्मा इकट्ठे हो गई है
mast.... jab bhi kabhi apne aap pe ya koi tumhare samne ghmand ka gungaan kare to
... isko sunne lag jao... sb kuch smjh jaayega
Ho
Ik dal par panchi batha Kon guru Kon chela awesome both
Gjb
Jay shri krishna
Mukesh
❤❤❤❤❤ Jay shree Krishna Jay shree shyam Jay shree Krishna Jay shree shyam Jay shree Ram ji ko sat sat naman Jay ho
देव लाल साहू रघुनाथ नगर
Vah vah Sant bahut badhiya dhanyvad aapane is bhajan Raste

प्रथम पन्ना
homeकृष्ण भजन
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shiv bhajansहनुमान भजन
hanuman bhajansसाईं भजन
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ganesh bhajansराम भजन
raam bhajansगुरुदेव भजन
gurudev bhajansविविध भजन
miscellaneous bhajansविष्णु भजन
vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन
patriotic bhajansखाटू श्याम भजन
khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन
rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन
shani dev bhajansआज का भजन
bhajan of the dayभजन जोड़ें
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
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उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पहिले पान
होमकृष्ण भजन
कृष्ण भजन शिव भजने
शिवभजन हनुमान भजन
हनुमान भजनसाई भजन
साई भजन जैन भजने
जैन भजनदुर्गा भजने
दुर्गा भजनगणेश भजन
गणेश भजनश्रम भजने
राम भजनसगुर
सुपर 👌👌👌👌👌👌👌👌👌 जय श्री राम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jo apne guru ko samajhta hai vah niche like
चब्क्षल्ल्च्स्ब्म श्रस ।षहदगटचथख
Jai sat guru
Dil ko chu la n.a. wala doya
Hello
@@khamoshyadav3284 .
Saheb bandgi Saheb 🙏🏻🙏🏻
👍❤🗜🔩🦯😄😘🤩🤠🦋🌷🥑🥝🥗🔪🍴🌍🌐🏗🏚🏡🚆🚅🚄🚈🚌🎠🏎🚔🚀🛬🛰⌚🕰🕑🌛🌙🌗🌞🌠🌊🎆🎟🎖🎽🎽🥋🪁🧩🧿🕹🎲♦️♥️🧶🧶🧶🇧🇸🇨🇷
Wow
ruclips.net/video/G1Dh3IHcpNY/видео.html bhajan
🇮🇳💕जय श्री राम💕🇮🇳जय श्री कृष्ण💕🇮🇳जय श्री कबीर💕🇮🇳 जय श्री गोविंद (श्रीकृष्ण/क्षत्रिय(Army) श्री गोविंद💕जय श्री रामा(में)💕🇮🇳जय श्री कृष्णा (में)💕🇮🇳💕🇮🇳जय श्री गोविंदा (में) 🇮🇳जय श्री कबीरा(में)💕🇮🇳
😚😚😚
Jaisa Insan Karega Vaisa hi bharega Jaisi Karni vaisi Bharni Jis Insan ke sath mein Kuchh Nahin jaega bus Khali Aaya Hai Banda Khali jaega aise hi Ishwar Ka Dhyan Lagate Raho Jay Siyaram Jay Shri Ram Ram Ram Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna
Wow super bhajan i like you
👌👌👌👌👌👌👌👇👍👍👍👍👍
100/Shi h jesi koi krega vesi bhrega
O
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Hi u
U[uy
D
शुभ जय गुरु देव लाभ जय गुरु देव लाभ जय राम सोता शुभ जरुर लिखें शुभ जय सूर्य लाभ❤❤❤
बचपन में सूना था ये गाना मेरे घर के पास मंदिर में बजता था।
Hruegjdgj
मैंने बचपन में किताब में यह भजन पड़ा था
इस कलियुग मे भी ऐसा भजन दिन छु लेता है मे jharkhand राची जिला के बेडो से

प्रथम पन्ना
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
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उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
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उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
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उड़ जा हंस अकेला |
முன் பக்கம்
ஹோம்கிருஷ்ண பஜன்
கிருஷ்ண பஜன்கள் சிவ பஜனைகள்
சிவ பஜனைகள் ஹனுமான் பஜன்
ஹனுமான் பஜன்ஸ் சாய் பஜன்
சாய் பஜன்கள் ஜெயின் பஜனைகள்
ஜெயின் பஜன்ஸ்துர்கா பஜனைகள்
துர்கா பஜன்ஸ்கணேஷ் பஜன்
கணேஷ் பஜன்ஸ்ரம் பஜன்ஸ்
ராம் பஜன்ஸ்கூர்
Sundar bhajan jai guru kabir shaheb ji
Great bhajan Radha Radha swami ji

प्रथम पन्ना
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एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
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उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
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उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
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హోమ్కృష్ణ భజన
కృష్ణ భజనలు శివ భజనలు
శివ భజనలు హనుమాన్ భజన
హనుమాన్ భజనలు సాయి భజన
సాయి భజనలు జైన భజనలు
జైన భజన దుర్గా భజనలు
దుర్గా భజనగణేష్ భజన
గణేష్ భజనస్రం భజనలు
రామ్ భజన్స్గూర్
यह सोंग हमें जीवन की सच्चाई से रूबरू कराता है
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पंछी है हमारे दिल

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vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन
patriotic bhajansखाटू श्याम भजन
khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन
rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन
shani dev bhajansआज का भजन
bhajan of the dayभजन जोड़ें
add bhajans
एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ಮುಖಪುಟ
ಹೋಮಕೃಷ್ಣ ಭಜನೆ
ಕೃಷ್ಣ ಭಜನೆಗಳು ಶಿವ ಭಜನೆಗಳು
ಶಿವ ಭಜನೆ ಹನುಮಾನ್ ಭಜನೆ
ಹನುಮಾನ್ ಭಜನೆ ಸಾಯಿ ಭಜನೆ
ಸಾಯಿ ಭಜನೆಗಳು ಜೈನ ಭಜನೆಗಳು
ಜೈನ ಭಜನದುರ್ಗಾ ಭಜನೆಗಳು
ದುರ್ಗಾ ಭಜನಗಣೇಶ ಭಜನೆ
ಗಣೇಶ ಭಜನಾಶ್ರಮ ಭಜನೆಗಳು
ರಾಮ್ ಭಜನ್ಸ್ಗುರ್
Jay Sri krishna
.
Nice

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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
فرنٹ پیج
ہوم کرشنا بھجن
کرشنا بھجن شیو بھجن
شیو بھجن ہنومان بھجن
ہنومان بھجن سائی بھجن
سائی بھجن جین بھجن
جین بھجن درگا بھجن
درگا بھجن گنیش بھجن
گنیش بھجنسرام بھجن
رام بھجنگور
Very nice song
Halo
Hii Neha
Nice bhajn

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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
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homekrishna bhajan
كريشنا بهاجان
شيفا بهاجانزهانومان بهاجان
هانومان باجانس ساي بهاجان
ساي bhajansJain bhajans
جاين باجانسدورجا بهاجان
دورجا باجانسانيش بهاجان
غانيش بهاجانسرام بهاجان
رام باجانسجور
आज ये भजन सुनके सुकून मिला 😌😌
आज तक कितनी पीढ़ी सफलता या किसी ने संस्कार लगाने के लिए किसी को सिखाया किसी गुरु ने सिखाया चमत्कार कैसे लगाया जाता है किसी ने बताया हो किसी ने पढ़ाया हो तो मुझे बता सकते समझ कार कैसे लगाया जाता है चमत्कार लगाने का शब्द होता है वहां से समझदार लगाकर वापस आते हैं वह भी शब्द होता है क्या देते हैं इंसान एक बार जन्म लेता है क्या गुणा करके जाता है समझदार लगाने में क्या शब्द लगाना पड़ता है

प्रथम पन्ना
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khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ਪਹਿਲਾ ਪੰਨਾ
ਹੋਮਕ੍ਰਿਸ਼ਨ ਭਜਨ
ਕ੍ਰਿਸ਼ਨ ਭਜਨ ਸ਼ਿਵ ਭਜਨ
ਸ਼ਿਵ ਭਜਨ ਹਨੂੰਮਾਨ ਭਜਨ
ਹਨੂੰਮਾਨ ਭਜਨ ਸਾਈ ਭਜਨ
ਸਾਈ ਭਜਨ ਜੈਨ ਭਜਨ
ਜੈਨ ਭਜਨਸਦੁਰਗਾ ਭਜਨ
ਦੁਰਗਾ ਭਜਨਸਗਣੇਸ਼ ਭਜਨ
ਗਣੇਸ਼ ਭਜਨਸਰਾਮ ਭਜਨ
ਰਾਮ ਭਜਨਸਗੁਰ
Than ke bina kuchh Na hai
Pl ppppppp0ppppppppppp
Pppppppppp0pppppp
Kya bhajan gaya hai
Mana toh aaj suna hai
💕💕💕💕💕💕💕
Kis kis ka dil shu gaya ya bhajan.

प्रथम पन्ना
homeकृष्ण भजन
krishna bhajansशिव भजन
shiv bhajansहनुमान भजन
hanuman bhajansसाईं भजन
sai bhajansजैन भजन
jain bhajansदुर्गा भजन
durga bhajansगणेश भजन
ganesh bhajansराम भजन
raam bhajansगुरुदेव भजन
gurudev bhajansविविध भजन
miscellaneous bhajansविष्णु भजन
vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन
patriotic bhajansखाटू श्याम भजन
khatu shaym bhajansरानी सती दादी भजन
rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन
shani dev bhajansआज का भजन
bhajan of the dayभजन जोड़ें
add bhajans
एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
表紙
ホームクリシュナ バジャン
クリシュナ バジャンシブ バジャン
シヴァ バジャンハヌマーン バジャン
ハヌマーン バジャンサイ バジャン
サイ バジャンジャイナ バジャン
ジャイナ・バジャンドゥルガ・バジャン
ドゥルガー バジャンガネーシュ バジャン
ガネーシャ バジャンスラム バジャン
ラーム・バジャンスグル
Mst
Good song

प्रथम पन्ना
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raam bhajansगुरुदेव भजन
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miscellaneous bhajansविष्णु भजन
vishnu bhajansबाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajansदेश भक्ति भजन
patriotic bhajansखाटू श्याम भजन
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rani sati dadi bhajansबावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajansशनि देव भजन
shani dev bhajansआज का भजन
bhajan of the dayभजन जोड़ें
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
પહેલું પાનું
હોમકૃષ્ણ ભજન
કૃષ્ણ ભજન શિવ ભજનો
શિવ ભજન હનુમાન ભજન
હનુમાન ભજન સાંઈ ભજન
સાઈ ભજનો જૈન ભજનો
જૈન ભજનદુર્ગા ભજનો
દુર્ગા ભજન ગણેશ ભજન
ગણેશ ભજનશ્રમ ભજનો
રામ ભજનગુર
Nice
Gdvej
Hi
RADHE RADHE..............HARI BOL..........JAI HAR HARI..........HAR HAR MAHADEV...........🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻💙💙💙💙💙💙💙🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀☘☘☘☘☘☘☘🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️🙇🏻♂️
जय श्री कृष्णा
जय श्री राम हर हर महादेव
J
8íi8988ui8 98iuiiijol.ĺ0o00000
इस भजन मै पूरी जिंदगी की कहानी आ गई ।
बहुत ही शानदार वाणी धन्यवाद सा।
इस गाने के माध्यम से बहुत ही सुन्दर विचारधारा प्रस्तुत किए हो,
सादर प्रणाम 🙏🙏
Very nice
Ram ram
Shaheb bandgi
Very nice video

प्रथम पन्ना
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
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Hii
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
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इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ikhasi lokuqala
ikhayakrishna bhajan
krishna bhajansShiv bhajans
Shiva BhajansHanuman Bhajan
Hanuman BhajansSai Bhajan
sai bhajansJain bhajans
jain bhajansdurga bhajans
durga bhajansganesh bhajan
ganesh bhajansram bhajans
raam bhajansgur
Thanks hum.logo ke liye itna pyara bhajan laye ho
જય જ હુ રામ રામ આદેશ

प्रथम पन्ना
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
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जय गुरु देव
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Ravindra chandravashi

प्रथम पन्ना
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एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु कौन चेला
एक डाल दो पंछी बैठा,कौन गुरु कौन चेला,
गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,
ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ भरेला थैला,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात कहे ये पुत्र हमारा,बहन कहे ये वीरा,
भाई कहे ये भुजा हमारी,नारी कहे नर मेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
देह पकड़ के माता रोये,बांह पकड़ के भाई,
लपट-झपट के तिरिया रोये,हंस अकेला जाई रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जब तक जीवे,माता रोये,बहन रोये दस मासा,
बारह दिन तक तिरिये रोये,फेर करे घर वासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
चार गज़ी चादर मंगवाई,चढ़ा काठ की घोड़ी,
चारों कोने आग लगाई,फूँक दियो जस होरी रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
हाड़ जले हो जैसे लाकड़ी,केश जले जस धागा,
सोना जैसी काया जल गयी,कोई ना आया पैसा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
घर की तिरिया ढूंढन लागि,ढूंढ फिरि चहुँ देसा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,छोड़ो जग की आशा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
पान-पान में बाँध लगाया,बाद लगाया केला,
कच्चे पक्के की मर्म ना जाने,तोड़ा फूल कंदेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ना कोई आता,ना कोई जाता,झूठा जगत का नाता,
ना काहू की बहन भांजी,ना काहू की माता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
डोढी तक तेरी तिरिया जाए,खोली तक तेरी माता,
मरघट तक सब जाए बाराती,हंस अकेला जाता रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इक तई ओढ़े,दो तई ओढ़े,ओढ़े मल-मल धागा,
शाला-दुशाला कितनी ओढ़े,अंत सांस मिल जासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़े लाख-पचासा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो,संग चले ना मासा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी,जोड़ जोड़ भाई ढेला,
नंगा आया है,पंगा जाएगा,संग ना जाए ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी से आया रे मानव,फिर माटी मिलेला,
किस-किस साबन तन को धोया,मन को कर दिया मैला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
माटी का एक नाग बना कर पूजे लोग-लुगाया,
जिन्दा नाग जब घर में निकले,ले लाठी धमकाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिन्दे बाप को कोई ना पूजे,मरे बाप पुजवाया,
मुट्ठी भर चावल लेकर के कौवे को बाप बनाया रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
बेचारे इंसान ओ देखो,अजब हुआ रे हाल,
जीवन भर नंग रहा रे भाई,मरे उढ़ाई शाल रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
इस मायानगरी में रिश्ता है तेरा और मेरा,
मतलब के संगी और साथी,इन सब ने है घेरा रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
प्रेम-प्यार से बनते रिश्ते,अपने होय पराये,
अपने सगे तुम उनको जानो,काम वक़्त पे आये रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
ये संसार कागज़ की पुड़िया,बूँद पड़े गल जाना,
ये संसार कांटो की बाड़ी,उलझ-उलझ मर जाना रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जीवन धारा बह रही है,बहरों का है रेला,
बूँद पड़े तनवा गल जाए,जो माटी का ढेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
मात-पिता मिल जाएंगे लाख चौरासी माहे,
बिन सेवा और बंदिगी फिर मिलान की नाहे र साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
जिसको दुनिया सब कहे,वो है दर्शन-मेला,
इक दिन ऐसा आये,छूटे सब ही झमेला रे साधुभाई,
उड़ जा हंस अकेला |
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Nice video
ଜୟଶ୍ରୀରାଧେରାଧେ
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Jai Shree Laxmi Narayan ji 🙏🌹🙏💞🙏💟🙏❣️🙏🙏🙏
Jagwafl
इसके लिए मैं पागल हूं दीपावली से दीपावली आ गई है लेकिन इंसान एक भी नहीं सुधरा है वह मुर्दा के साथ मुर्दा ही रह गया लेकिन जिंदा नहीं हुआ है मुर्दा के साथ मुर्दा मूर्ति चलते चलते वह साला उसके साथ साधने वह लोग कार्लोवा है तो उसके साथ मूल लोगों के साथ मुर्दा ही रहता है लोकन के साथ कौन रहता है मुर्दा रहता है जब यह मत समझना कि वह लोकन के साथ जिंदा है वह गाड़ी से मोबाइल से दूर रहकर बात करो वह आदमी सच बोलता है गाड़ी के ऊपर बैठकर और मोबाइल साथ में रखकर बात करता है वह मुर्दा की बात करता है और मुर्दा बोलो आता है उनको गाड़ी और मोबाइल दोनों दूर रख कर फिर बात करो वह आदमी सच बोलता है तो सच बोलता है वह जिंदा रहता है
😘😘❤️❤️❤️
🙏🙏🙏🙏 good morning
Bhajan shanti ke liye hote hai
श्री कृष्णा श्री कृष्णा
ruclips.net/video/D0MkN3FLI3Y/видео.html
Bachpan se sunta aa raha hon I like very very like
Dhhd
सत्य बड़ी ही कड़वी है हो!सत्य सनातन के अवतारी संत अपने चरणों में स्थान दें इस किचंन को ।🙏🙏ओम् हरि!
❤️❤️Nice kabir vani🌹 very beautiful 👏👏👏👏 👏👏👏👍🏻🌄🌅🦜
Ram Ram sa
मुनि महाराज क्या बोलता है मैं भगवान हूं उससे पूछ होता नहीं है उससे खाना बनाने नहीं आता खाने नहीं आता वह भगवान कैसे बन गया उससे कुछ होता नहीं तो उसको नंगा ही होना पड़ता है भगवान ने उसको खुलेआम नंगा किया है लेकिन उसको पता नहीं है वह बोलता मैं भगवान हूं वह भगवान नहीं है वह खुलेआम भगवान ने सबके सामने उसको नंगा कर दिया है इसको अभी पता नहीं है मतलब
jai mata di so nice
Ó
Uu
Uy
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@@krishnajangid1633 yu
) over
@@Narayanjangid-hz7it uf .
s
m v ££ . ^&(@×
thanks again! .
@@RamLal-ot2pu yuy65yhhggx
जीव अकेला है ।इसका यहाँ कौई नही हैं ।
Nice
Ak bhajan me hi ensan ka sab mho maya ware mere parmatma teri maya Tu hi jane Kabir devji ko ham parnam karte he💐💐🌺🌸🌻🌹🌹
Dono Dost hai
জয় শ্রী রাম
I love ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ dohe
सत्यमेव जयते बहुत ही सुन्दर भजन
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