बुधवार 22 नवंबर 2023 आरोही द्वापर वर्ष 323: क्रियायोग के संपूर्ण आध्यात्मिक विज्ञान के सिद्धांत और अभ्यास वही हैं जो श्री कृष्णजी ने अपने शिष्य अर्जुन को सिखाए थे और जिनका धर्म-क्षेत्र, कुरु-क्षेत्र - [कर्म के क्षेत्र (स्वयं)] पर अभ्यास किया था। जैसा कि प्रेमावतार गुरुदेव बार-बार इस बात पर ज़ोर देते हैं कि क्रियायोग के सिद्धांत और अभ्यास का अर्थ है: सदैव ईश्वर पर ध्यान रखते हुए और साथ ही साथ सृष्टि की मायावी प्रकृति पर भी, इसलिए, भक्त/साधक को एक साथ ईश्वर एवं माया (संसार) के स्तर पर कार्य में लगे रहना चाहिए। इसलिए, योग की पूर्णता (परमात्मा एवं उनकी मायावी सृष्टि के साथ मिलन) किसी भी स्तर पर निष्क्रियता से प्राप्त नहीं होती है और अनिवार्य रूप से एक ईश्वर-प्राप्त गुरु के मार्गदर्शन में सीखा जाता है।
Gurudev wo to shiv baba h kabi badlte hi nahi h balki sabi roopo m ak saath bhi h kya m unke jaise ho sakta hu to kitne janam lagenge ya aapki kirpya se kitna time lagega ab sabi ko kaha kiyrya baba ji ka gyaan hopayega
Watch also the English part of this class:
ruclips.net/video/Bz7LDmNGKWQ/видео.html
Kriyayoga is Teaching of Mahavatar Babaji
प्रणाम गुरुजी
Thanks for sharing devotional measures to acquire focus on practice thru commitment and dedication
Bhakti and samarpan is highest form of intelligence.
Aap sadave mare liye prarna ho aapMAHAAVTA BABA Darshan karen
Om nikhiam omkar nikhiam
Joy gurus🙏🏼
प्रणाम गुरुजी
Guru ji ko sadar pranam
Very very thanks gurudev 🙏
गुरुकृपाहिकेवलम ॐ गुरु ॐ
प्रणाम गुरुजी
I want to visit ashram one day
জয়গুরু
जय गुरुदेव
गुरु जी को कोटि कोटि प्रणाम ❤
Pranam Gurdev
🙏🙏प्रणाम गुरुदेव.
Pranam❤
❤️🌹❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🌹❤️
Ravi ❤love❤ rahu
Ma❤
खुरई टैगोर वार्ड
Jai Guru discussion of great wisdom 🙏🏼🌿🙏🏼
❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai gurudeva
Mere sath yesa hi ho rha h
❤🎉
Pranam guru ji 🙏
परम् पुज्य सद्गुरूजी के श्री चरणों में सादर प्रणाम...जय गुरु...
🙏🙏🙏🙏🙏
I want to take dixca from you shri Guruji yogi Satyam garu,I am from Nagpur, Maharashtra
गुरुदेव मेरा आज्ञा चक्र जागृत नहीं हो रहा!
गुरुदेव सबकी सेवा कर रही हु!
🌹🌹प्रणाम परम् पूज्य गुरुदेव जी!
Om shri Guruvai namah 🙏⭐🙏
बुधवार 22 नवंबर 2023 आरोही द्वापर वर्ष 323: क्रियायोग के संपूर्ण आध्यात्मिक विज्ञान के सिद्धांत और अभ्यास वही हैं जो श्री कृष्णजी ने अपने शिष्य अर्जुन को सिखाए थे और जिनका धर्म-क्षेत्र, कुरु-क्षेत्र - [कर्म के क्षेत्र (स्वयं)] पर अभ्यास किया था। जैसा कि प्रेमावतार गुरुदेव बार-बार इस बात पर ज़ोर देते हैं कि क्रियायोग के सिद्धांत और अभ्यास का अर्थ है: सदैव ईश्वर पर ध्यान रखते हुए और साथ ही साथ सृष्टि की मायावी प्रकृति पर भी, इसलिए, भक्त/साधक को एक साथ ईश्वर एवं माया (संसार) के स्तर पर कार्य में लगे रहना चाहिए। इसलिए, योग की पूर्णता (परमात्मा एवं उनकी मायावी सृष्टि के साथ मिलन) किसी भी स्तर पर निष्क्रियता से प्राप्त नहीं होती है और अनिवार्य रूप से एक ईश्वर-प्राप्त गुरु के मार्गदर्शन में सीखा जाता है।
Gurudev wo to shiv baba h kabi badlte hi nahi h balki sabi roopo m ak saath bhi h kya m unke jaise ho sakta hu to kitne janam lagenge ya aapki kirpya se kitna time lagega ab sabi ko kaha kiyrya baba ji ka gyaan hopayega
Pranam gurujis ❤
Kriya yoga kaese kare kya isko online shikh sakte h please batye
Gurudev kya sabi mahaawtaar shiv baba ke jaise ho sakte h kya
0000....🤍♾️♾️♾️♾️
Parnam Guruji
Jai guru babaji
Pranam 🙏 Gurudevji.
Jai Gurudev 🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏
Jai Mahavtar Babaji Maharaj ji ki jai 🙏🏼🪔🌼🙏🏼🪔🌼🙏🏼🪔🌼🙏🏼🪔🌼🙏🏼🪔🌼🙏🏼
Pranam Gurudev 🙏🙏
jai guru ji
प्रणाम गुरु देव 🙏
Pranam shree guruji ❤❤❤
🙏🙏
Guru ji ko sadar pranam
Aum shanti vishvam
प्रणाम गुरु देव 🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Guru ji ko sadar pranam
🙏🙏🙏🙏🙏