मुक्तिबोध जन्मशती : नरेश सक्सेना

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 17 дек 2024

Комментарии • 31

  • @bhupendrasingh3521
    @bhupendrasingh3521 Год назад +3

    मुक्तिबोध को याद करते हुए विद्वानों को बुलाकर व्याख्यान के आयोजन के लिए साधुवाद।

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  Год назад

      व्याख्यान को सुनने और कमेंट देने के लिए आपको बहुत-बहुत धनयवाद

  • @rajendrarai1953
    @rajendrarai1953 3 года назад +2

    Adbhut vyakhyan.
    Rajendra chandrakant Rai

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद राजेंद्र जी आपने मेरे चैनल पर मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम को देखा और सुना और इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • @ayodhyaprasaddwivedi4447
    @ayodhyaprasaddwivedi4447 3 года назад +2

    अद्भुत जानकारी, मुक्तिबोध की सृष्टि और दृष्टि को समझने में अत्यंत उपयोगी है।

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद अयोध्या जी आपने मेरे चैनल पर नरेश सक्सेना को कवि मुक्तिबोध को सुना

  • @TihomRecords
    @TihomRecords 7 лет назад +2

    Dhanyawaad

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद थॉमस जी आपने मेरे चैनल मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम को सुना देखा और अपनी भावना प्रकट की।

  • @funofadi
    @funofadi 4 года назад +1

    Shukriya संस्मरण सुनाने के लिए

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      आदित्य जी आपने मेरे चैनल पर कभी मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम को सुना और इसमें कई आलोचकों के साथ नरेश सक्सेना को भी सुना और अपनी भावना प्रकट की इसके लिए धन्यवाद

  • @साहित्यसृजनरजनीतिवारी

    बहुत बढ़िया

  • @lerningprocessprogressive2749
    @lerningprocessprogressive2749 4 года назад +1

    भाई thank you

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद संतोष जी आपने मेरे चैनल पर कवि आलोचक मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम को सुना देखा और अपनी राय व्यक्त की।

  • @mishthi10m
    @mishthi10m 5 лет назад +1

    Muktibodh jaise here ki pahchan agye ji jaisi parkhi nazar hi Kar sakti hai

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद गौतम जी। मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम को आपने मेरे चैनल पर देखा और नरेश सक्सेना तथा अन्य आलोचकों को अपनी राय व्यक्त करते हुए आपने देखा और सुना इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद

  • @santoshmaurya4831
    @santoshmaurya4831 6 лет назад +1

    Great poiet muktbodh.

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद संतोष जी आपने मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम को मेरे चैनल के माध्यम से देखा मैं हमेशा प्रयासरत रहूंगा कि इस तरह के कार्यक्रम आप लोगों तक पहुंचाता रहूं।

  • @ajeyklg
    @ajeyklg 6 лет назад +7

    अपनी आँखों से देखता हूँ / अजेय
    अपनी आँखों से देखता हूँ
    लौटाता हूँ
    तमाम चश्मे तेरे दिए हुए
    कि सोचता हूँ
    अब अपनी ही आँखों से देखूँगा
    मैं अपनी धरती
    लोग देखता हूँ यहाँ के
    सच देखता हूँ उन का
    और पकता चला जाता हूँ
    उन के घावों और खरोंचों के साथ
    देखता हूँ उन के बच्चे
    हँसी देखता हूँ उन की
    और खिलखिला उठता हूँ
    दो घड़ी तितलियों और फूलों के साथ
    औरतें देखता हूँ उन की
    उनकी रुलाई देखता हूँ
    और बूँद बूँद रिसने लगता हूँ
    अँधेरी गुफाओं और भूतहे खोहों में
    अपनी धरती देखता हूँ
    अपनी ही आँखों से
    देखता हूँ उस का कोई छूटा हुआ सपना
    और लहरा कर उड़ जाता हूँ
    अचानक उस के नए आकाश में
    लौटाता हूँ ये चश्मे तेरे दिए हुए
    कि इन मे से कुछ का
    छोटी चीज़ों को बड़ा दिखाना
    और कुछ का
    दूर की चीज़ों को पास दिखाना
    अच्छा न लगा
    कि इन मे से कुछ का
    साफ शफ्फाक़ चीज़ो को धुँधला दिखाना
    और यहाँ तक कि कुछ का
    धुँधली चीज़ों को साफ दिखाना
    भी अच्छा न लगा
    देखता हूँ अपनी यह धरती
    अब मेरी अपनी ही आँखों से
    जिस के लिए वे बनीं हैं
    और देखता हूँ वैसी ही उतनी ही
    जैसी जितनी कि वह है
    और कोशिश करता हूँ जानने की
    क्या यही एक सही तरीक़ा है देखने का !
    सितम्बर 15,2011

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद अजेय जी ।
      आपने मेरे चैनल पर कवि मुक्तिबोध पर आधारित इन सभी आलोचकों को सुना साथ में एक कविता के साथ आपने अपनी भावना भी प्रकट की।

  • @surendra_ankush_
    @surendra_ankush_ 4 года назад +1

    💐💐🙏🙏

  • @ravishkumarofficial8611
    @ravishkumarofficial8611 5 лет назад +1

    Love you

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद प्रिंस कुमार जी आपने मेरे चैनल पर मुक्तिबोध पर आधारित कार्यक्रम कार्यक्रम को देखा और सुना ।

  • @abhithakur88
    @abhithakur88 Год назад +1

    too many cuts

  • @bharatvassee237
    @bharatvassee237 3 года назад +3

    Yaani ke har jagah le-de-ke EK Hee Problem hai.... MANUVAAD, JAATIVAAD, BRAHMANVAAD, Jaati-Paati kaa koodaa kachraa

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад +1

      धन्यवाद भरत जी आपने मेरे चैनल पर कवि मुक्तिबोध पर आलोचक नरेश सेना को सुना और उस पर अपनी राय अभिव्यक्ति की।

    • @bharatvassee237
      @bharatvassee237 2 года назад +1

      @@kapilnishad4470 aap aur content daale! :)

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад +1

      जी जरूर मैं प्रयास करूंगा इस तरह के कार्यक्रम जहां भी हो। मैं उसे आप लोगों तक पहुंचाता रहूंगा

    • @bharatvassee237
      @bharatvassee237 2 года назад +1

      @@kapilnishad4470 dhanyavaad Kapil!

  • @bhaskarkaviofficial1459
    @bhaskarkaviofficial1459 3 года назад +1

    खाली कुर्सियां लानत है हम तमाम युवाओं पर!जो कटे हुए है साहित्य से

    • @kapilnishad4470
      @kapilnishad4470  2 года назад

      धन्यवाद भास्कर जी आपने मुक्तिबोध पर आयोजित कार्यक्रम को सुना तमाम वक्ताओं के साथ वरिष्ठ आलोचक नरेश सक्सेना को भी सुना।