भक्ति करते समय भक्ति के बाधक तत्त्वों के प्रति सतर्कता बहुत आवश्यक है । ये बाधक तत्त्व हैं.... 1... कपूयाचरण... À.. जिह्म भाव_मन की कुटिलता , और इसका कारण है _privacy B... अनृत भाव _अपने दोष छुपाना और किसी के उन्हें जान जाने पर सफाईयां देना। Ç...माया भाव_अपने गुणों का विज्ञापन करना। 2....आध्यात्मिक तुष्टि À_भागवत तुष्टि__जब भगवान कृपा करेंगे तो साधन होजाएगा B... शरण वरण तुष्टि__ मात्र शाब्दिक शरणागति। C.... काल तुष्टि___समय सबसे बलवान है जब समय आएगा तो साधन हो जाएगा। D___भाग्य तुष्टि__भाग्य में लिखा होगा तो अवश्य हो जाएगा, ऐसा विचार कर स्वयं प्रयास न करे।
Very useful for me. This will save me.
Glad to hear that!
भक्ति करते समय भक्ति के बाधक तत्त्वों के प्रति सतर्कता बहुत आवश्यक है ।
ये बाधक तत्त्व हैं....
1... कपूयाचरण...
À.. जिह्म भाव_मन की कुटिलता , और इसका कारण है _privacy
B... अनृत भाव _अपने दोष छुपाना और किसी के उन्हें जान जाने पर सफाईयां देना।
Ç...माया भाव_अपने गुणों का विज्ञापन करना।
2....आध्यात्मिक तुष्टि
À_भागवत तुष्टि__जब भगवान कृपा करेंगे तो साधन होजाएगा
B... शरण वरण तुष्टि__ मात्र शाब्दिक शरणागति।
C.... काल तुष्टि___समय सबसे बलवान है जब समय आएगा तो साधन हो जाएगा।
D___भाग्य तुष्टि__भाग्य में लिखा होगा तो अवश्य हो जाएगा, ऐसा विचार कर स्वयं प्रयास न करे।