इन हवेलियों ने देश को विकास के इंजन दिए है बड़े बड़े सेठ दिए है जिनका बिलियन ट्रिलियन का कारोबार पर उनका रहन सहन वही पुराना मारवाड़ी जूती पगड़ी धोती कमीज और उनका आचरण भी सदा जीवन उच्च विचार उन्होंने माया से प्रेम किया पर स्वार्थ के लिए नही परमार्थ के लिए क्यों उन्होंने भवन सराय कुवे बावड़ी बाग बगीचे लगवाए अपनी जनता और समाज सेवा उन्हे किसी के वोट नही चाहिए थे 😂😂 में तो गुर्जर हू में क्यू उनकी प्रशंसा कर रहा हू 😊 क्योंकि हर अच्छे कार्य की तारीफ होनी चाहिए हा ये वही हवेलियां जहा गूंजी भामाशाओ की किलकारियां पेड़ो पर चढ़ते डालो पर लटकते फूलों को चुनते पत्तियों को तोड़ते नन्हे नन्हे बजाज बिड़ला सिंघानिया मित्तल सोमानी खंडेलवाल जाजू और ऐसे कई अनगिनत सेठों का बचपन इन गलियों हवेलियां आंगन में निकला है आज भी ये धरती उन्हे पुकारती है ये हवेलिया महसूस करती है घुटनो पर चलते बालको की किलकारियां माताओं का बाल वत्सल डांटना पीटना फटकारना गया जमाना अब नही आयेगा अनंत आकाश ईशा उस प्रेम को कैसे समझेंगे उन्होंने शहर की हवा खाई है
Bharati Banthia. Ye jo lakdi ka pinjra dikhaya hai usme Dahi key bade bade kunde aur handiya rakhi jati thi taki billiya aur doosre janwaro se unko baxha sake. Rajasthan mai hamari haweli mai bhi aise lakdi aur lohe key pinjre thay.
ब्रिटिश कल से गए हुए फिर कभी घर नहीं आए इसमें मेरे परिवार भी ह क ह जब ब्रिटिश की सरकार थी खेत से अनाज ले कर आते कितनी कड़ी मेहनत से उसको उठा ले जाते ब्रिटिश की पुलिस वाले मेरे भी परिवार ने गांव जा कर नहीं देखा घर और जमीन खेती को हवेलिया वाले सेठ जी भी फिर नहीं आए गए जो गए 1915 से 1930 दुःख जिला मेरे पद दादा दादा जी ने आज में भी 65 की हूँ खेती हम मकिसी पड़ोसी किसान को भोला कर आए 100 हेकड़ और कुवा भी ह मेरे पड़ दादा जी ने 300 चांदी के रुपयों से बनवाया था आज तक मेरे भी भाई नहीं जा कर देखे पर में 2017 ,2019 ,2024 में गई हूँ यह लोग अब नहीं आयंगे क्यों की मेहनत से इससे भी ज्यादा बना कर आराम से रह रहे ह कही ,
इन हवेलियों को देखकर पुराने समय की याद आ जाती है , धन्यवाद अरुण भाई, इन हवेलियों और पुराना सामान दिखाने के लिए 🏚
हार्दिक आभार 🙏
Rajasthan mei bhut khubsurat khubsurat kile aur haveliya aur mahal hai😮
हार्दिक आभार 🙏
Very informative video and good explanation keep it up ❤
Thank you
बहुत बढ़िया...लाजवाब...🙏🙏
Thank you
Bhut hi sundar ❤❤❤❤
Thank you
Nice video brother ❤❤❤❤
Thanks and Welcome
इन हवेलियों ने देश को विकास के इंजन दिए है बड़े बड़े सेठ दिए है जिनका बिलियन ट्रिलियन का कारोबार पर उनका रहन सहन वही पुराना मारवाड़ी जूती पगड़ी धोती कमीज और उनका आचरण भी सदा जीवन उच्च विचार उन्होंने माया से प्रेम किया पर स्वार्थ के लिए नही परमार्थ के लिए क्यों उन्होंने भवन सराय कुवे बावड़ी बाग बगीचे लगवाए अपनी जनता और समाज सेवा उन्हे किसी के वोट नही चाहिए थे
😂😂 में तो गुर्जर हू में क्यू उनकी प्रशंसा कर रहा हू 😊 क्योंकि हर अच्छे कार्य की तारीफ होनी चाहिए हा ये वही हवेलियां जहा गूंजी भामाशाओ की किलकारियां पेड़ो पर चढ़ते डालो पर लटकते फूलों को चुनते पत्तियों को तोड़ते नन्हे नन्हे बजाज बिड़ला सिंघानिया मित्तल सोमानी खंडेलवाल जाजू और ऐसे कई अनगिनत सेठों का बचपन इन गलियों हवेलियां आंगन में निकला है आज भी ये धरती उन्हे पुकारती है ये हवेलिया महसूस करती है घुटनो पर चलते बालको की किलकारियां माताओं का बाल वत्सल डांटना पीटना फटकारना
गया जमाना अब नही आयेगा अनंत आकाश ईशा उस प्रेम को कैसे समझेंगे
उन्होंने शहर की हवा खाई है
सेठों के जीवन से संबंधित बहुत अच्छा लेखन
धन्यवाद 🙏
Are भाई , गजब ही लिखा🙏, आप लेखक हैं क्या
Bahut badiya jaankari dee aapne Arun ji
हार्दिक आभार 🙏
Thanku bhai ji
❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤
Why background music is horrifying? Please don't use such music. Rest is best. Best of luck.
Ji...Your words will be taken into consideration from now on🙏
Bharati Banthia.
Ye jo lakdi ka pinjra dikhaya hai usme Dahi key bade bade kunde aur handiya rakhi jati thi taki billiya aur doosre janwaro se unko baxha sake.
Rajasthan mai hamari haweli mai bhi aise lakdi aur lohe key pinjre thay.
हार्दिक आभार 🙏
ये रेडियो नही ग्रामोफोन है,पहले पुरी जानकारी कर लिया करो ,वैसे दिखाया अछा है
त्रुटि बताने के लिए आपका हार्दिक आभार
स्वागत है।🙏
Arun bhai apse baat kese ho sakti h
Bhai hum jaldi hi instagram par account banayenge... vahan pe apni acche se baat ho sakegi 🙏
When you found this building
Welcome 🙏
Setho ka purana saman hai toh phir yaha koi caretaker ya chaukidaar kyu nahi inn haveliyo ka
Ji...is haveli ki rakhwali ke liye chokidar niyukta hai
@ArunKumar-he5to ok
Bhae.jo.en.hweliyu.malko.ekbar.aak.dekhlo.apne.dadapd.dadaki.jmin.7piditk.ek.satme.aao.sal.meekbar.achalgta.khi.fgsnkrne.jarho
हार्दिक आभार 🙏
ब्रिटिश कल से गए हुए फिर कभी घर नहीं आए इसमें मेरे परिवार भी ह क ह जब ब्रिटिश की सरकार थी खेत से अनाज ले कर आते कितनी कड़ी मेहनत से उसको उठा ले जाते ब्रिटिश की पुलिस वाले मेरे भी परिवार ने गांव जा कर नहीं देखा घर और जमीन खेती को हवेलिया वाले सेठ जी भी फिर नहीं आए गए जो गए 1915 से 1930 दुःख जिला मेरे पद दादा दादा जी ने आज में भी 65 की हूँ खेती हम मकिसी पड़ोसी किसान को भोला कर आए 100 हेकड़ और कुवा भी ह मेरे पड़ दादा जी ने 300 चांदी के रुपयों से बनवाया था आज तक मेरे भी भाई नहीं जा कर देखे पर में 2017 ,2019 ,2024 में गई हूँ यह लोग अब नहीं आयंगे क्यों की मेहनत से इससे भी ज्यादा बना कर आराम से रह रहे ह कही ,
आपने अच्छी जानकारी दी
हार्दिक आभार 🙏