ये गीत अपने आप में निराली है क्योंकि यहां परंपरा और व्यक्तिगत प्रतिभा एक साथ चल रही है इस गीत में नई अवधारणा है शिव गंजा और भाग खाते पीते नहीं वो इसलिए संसार से कहते कि हमारे ऊपर चढ़ाओ ताकि संसार के लोगों को जहर कम मिले और लोग जहर पी न सकें ऐसी गीत गाने के लिए पवन बाबू को धन्यवाद
भोजपुरी में ऐसी गीत की आवश्यकता है भोजपुरी में एकमात्र ऐसी गीत मिली मुझे जिसमें दर्शन दृष्टि और दिशा तीनों स्पष्ट है गायक को धन्यवाद
Superb
आहा,,, इ भजन के बारे में कहे k कुछ शब्द नइखे,,, 🙏🏻🙏🏻बहुत बहुत बढ़िया
Hmare aadarniy Guru Ji shree Dr . R .N. Tiwari ji ko is geet ko likhne k liye koti koti dhanyawad.❤❤
ये गीत अपने आप में निराली है क्योंकि यहां परंपरा और व्यक्तिगत प्रतिभा एक साथ चल रही है इस गीत में नई अवधारणा है शिव गंजा और भाग खाते पीते नहीं वो इसलिए संसार से कहते कि हमारे ऊपर चढ़ाओ ताकि संसार के लोगों को जहर कम मिले और लोग जहर पी न सकें
ऐसी गीत गाने के लिए पवन बाबू को धन्यवाद
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अनूठी रचना
अद्भुत गायकी
Bahut badhiya sanrachna aur gayiki dono ki jodi Kamal ki hai