सर जी हम य़ह कह सकते है, की संस्कृति का उदय धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का उदय तेज गति से होता ,संस्कृति का ह्रास धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का ह्रास तेज गति से होता है, संस्कृति मानव-समाज के आधारभूत क्रियाकलापों को दर्शाती है ,जबकि सभ्यता मानव-समाज भौतिक सुख को दर्शाता है, Example अगर कोई व्यक्ति साईकिल से जाता है तो उसकी अपनी संस्कृति है ,जबकि कोई व्यक्ति अपने फॉर वीलर से जाता है उसकी अपनी सभ्यता है, हम आलोचना दोनों की कर सकते है लेकिन कुछ हद तक ,वर्तमान की दृष्टी से देखा जाए तो समाज सभ्यता की तरफ ज्यादातर अग्रसर है..जानकारी अच्छी या कोई त्रुटि हो कृपया comment करें प्लीज़ 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@@LaxmiYadav-tg7gbअरे देवी chama प्रार्थी, आप धन्य हो jagatknari हो, कैसी है आपकी पढ़ाई चल रही ,बस आपसे ऐसे पूछ लेता हूं हसी मज़ाक में मेरी बातों का बुरा मत मानना 🙏🏼🙏🏼
सर जी हम य़ह कह सकते है, की संस्कृति का उदय धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का उदय तेज गति से होता ,संस्कृति का ह्रास धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का ह्रास तेज गति से होता है, संस्कृति मानव-समाज के आधारभूत क्रियाकलापों को दर्शाती है ,जबकि सभ्यता मानव-समाज भौतिक सुख को दर्शाता है, Example अगर कोई व्यक्ति साईकिल से जाता है तो उसकी अपनी संस्कृति है ,जबकि कोई व्यक्ति अपने फॉर वीलर से जाता है उसकी अपनी सभ्यता है, हम आलोचना दोनों की कर सकते है लेकिन कुछ हद तक ,वर्तमान की दृष्टी से देखा जाए तो समाज सभ्यता की तरफ ज्यादातर अग्रसर है..जानकारी अच्छी या कोई त्रुटि हो कृपया comment करें प्लीज़ 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
सर जी हम य़ह कह सकते है, की संस्कृति का उदय धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का उदय तेज गति से होता ,संस्कृति का ह्रास धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का ह्रास तेज गति से होता है, संस्कृति मानव-समाज के आधारभूत क्रियाकलापों को दर्शाती है ,जबकि सभ्यता मानव-समाज भौतिक सुख को दर्शाता है, Example अगर कोई व्यक्ति साईकिल से जाता है तो उसकी अपनी संस्कृति है ,जबकि कोई व्यक्ति अपने फॉर वीलर से जाता है उसकी अपनी सभ्यता है, हम आलोचना दोनों की कर सकते है लेकिन कुछ हद तक ,वर्तमान की दृष्टी से देखा जाए तो समाज सभ्यता की तरफ ज्यादातर अग्रसर है..जानकारी अच्छी या कोई त्रुटि हो कृपया comment करें प्लीज़ 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
radhe radhe sir 🙂🙏 aap padhane ka tarika bahut hu badiya hai sirr
Radha Radha sir
Thanks sir for this session ❤❤❤
TQ for nice session sir 🌼🎉
Sir. Ap. Bhute. Chha. Pdate. Ho. Thank you so much sir ji
Thank you so much sir 😊😊❤❤ very nice classes sir
Sir bahut achha tha ajj ka session
Jay shree ram sir ji
Thank you sir
Good afternoon sir ❤❤❤🙏🙏🙏
Thanku sir😊😊😊😊
Thank you sir ❤
Namaste sir
Good afternoon sir😊
Assalamualaikum 😊😊
Good afternoon sir
थैंक यू सो मच सर❤❤❤❤❤
NICE SESSION SIR JII....... THANK YOU SO MUCH 🙏🥰🙏❤❤🎉🎉....
जहाँ देखो वहाँ आप को 🙏🏼😏😏😏😳😳😅
@@LaxmiYadav-tg7gbअरे देवी chama प्रार्थी, आप धन्य हो jagatknari हो, कैसी है आपकी पढ़ाई चल रही ,बस आपसे ऐसे पूछ लेता हूं हसी मज़ाक में मेरी बातों का बुरा मत मानना 🙏🏼🙏🏼
😏😏😏@@LaxmiYadav-tg7gb
सर जी हम य़ह कह सकते है, की संस्कृति का उदय धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का उदय तेज गति से होता ,संस्कृति का ह्रास धीरे-धीरे होता है, जबकि सभ्यता का ह्रास तेज गति से होता है, संस्कृति मानव-समाज के आधारभूत क्रियाकलापों को दर्शाती है ,जबकि सभ्यता मानव-समाज भौतिक सुख को दर्शाता है, Example अगर कोई व्यक्ति साईकिल से जाता है तो उसकी अपनी संस्कृति है ,जबकि कोई व्यक्ति अपने फॉर वीलर से जाता है उसकी अपनी सभ्यता है, हम आलोचना दोनों की कर सकते है लेकिन कुछ हद तक ,वर्तमान की दृष्टी से देखा जाए तो समाज सभ्यता की तरफ ज्यादातर अग्रसर है..जानकारी अच्छी या कोई त्रुटि हो कृपया comment करें प्लीज़ 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Jay hind sir
Iska notes banana hoga
❤❤
Chin tapak dam dam sir
Sir is book se hogyega
Sr sambhaw batch ka playlist bana dete to video khojne me asan hota
Manisha Mishra kha se ho aap
Sir 70th BPSC useful hoga
Very useful hai ❤❤
हाँ जी बिलकुल य़ह chapter mains +pre dono के aspective से most है, india ke all exam me quistion aate🙏
Hnn
Nahi mera hisab se book bhi aap ko study kerna padega
Helo
Sir ka naam
😢
Thank you so much sir ❤❤❤
Good afternoon sir
Thank you so much sir
Good morning Sir
Gud afternoon sir ji
❤❤❤
Thank you so much sir
Good afternoon sir
Thank you so much sir ji
Thank you so much sir
Good afternoon sir