शत्रुघ्न के सही उच्चारण के लिए धन्यवाद। सुलक्षणा पंडित को सोचना चाहिए था कि हनुमान मन्दिर में भी किसी का विवाह होता है। हनुमानजी तो स्वयं ब्रह्मचारी थे। वैसे एक बात सुलक्षणा और संजीव को जोड़ ही देती है, वह यह कि दोनों प्यार में ठुकराए गये थे। संजीव को जया और नूतन से भी प्रेम था।
बहुत अच्छी लगी
Bahut dukh hua ...
All want social recognition,but charity begins at home.
Very sad...
शत्रुघ्न के सही उच्चारण के लिए धन्यवाद। सुलक्षणा पंडित को सोचना चाहिए था कि हनुमान मन्दिर में भी किसी का विवाह होता है। हनुमानजी तो स्वयं ब्रह्मचारी थे। वैसे एक बात सुलक्षणा और संजीव को जोड़ ही देती है, वह यह कि दोनों प्यार में ठुकराए गये थे। संजीव को जया और नूतन से भी प्रेम था।
Jihadi film industry Mein Inka Khoob shoshan Kiya Hoga aur uske bad fenk Diya hoga
हाजी मस्तान करीम लाला छोटा शकील और दाऊद इब्राहिम की कृपा हो गई इसलिए ऐसा हुआ