आज दीपावली के दिन इस व्याख्यान के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। उस माँ को भी प्रणाम जिसने मानव जाति के ऐसे महान विभूति को जन्म दिया। उनके बताये मार्ग पर चलने की हमेशा कोशिश करतें रहेंगे।
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
@XinrLion भाई कागाची शेर ,,,51 मठों के मठाधीश संस्कृत प्रोफेसर हरी शंकर तिवारी जी घर बैठ के इसको गलियां बकते हे मगर हिम्मत नही होती की लाइव डिबेट पर आमंत्रण को स्वीकार करे या ना सही किसी भी तथ्य या जानकारी को चुनौती दे,,,इनके एक पापा हे श्री राम आर्य किताब लिखी " शिवलिंग पूजा क्यों नही " सेशन कोर्ट में लटकी,,फिर हाई कोर्ट में लटकी फिर पंडितो ने कहा चुप हो जाओ वर्ना सब खरीद के पढ़ेंगे यदि सुप्रीम कोर्ट में भी सच साबित हुई ,,,सच्ची है फ्री में इंटरनेट पर मिल जायेगी ,,इसके अलावा पेरियार साहेब की लिखी और ललाई सिंह यादव की हिंदी ट्रांसलेटेड सच्ची रामायण भी पढ़ लेना ,,,,इतने लोग हिंदू धर्म क्यों छोड़ रहे हे पता चल जायेगा ,,मेरे पति जाट हे हरियाणे के बी कॉम Hons उन्होंने भी छोड़ दिया पाखंडियों को ,,,जय भीम
मेरा कॉमेंट पढ़ने वाले आप सभी दोस्तों को जय भीम जय संविधान नमो बुधाए 🙏❤️ दोस्तो हर video को ज्यादा से ज्यादा अपने सभी social media platform पर शेयर करो ता की जातांकवादी ब्राह्मण धर्म की असलियत सभी देश वासियों को पता चल सके,
औरतो को बहुत सम्मान दिया ब्राह्मणो ने 1 .सती प्रथा ब्राह्मणो की ही देन थी 2. शुद्धीकरण प्रथा( शादी के बाद 3 दिन से 21 दिन तक ब्राह्मण को शारीरिक सेवा देना) 3. देवदासी प्रथा देन ब्राह्मणो की ही देन है 4.मनुस्मृति सब ब्राह्मण की ही देन है 5. स्थन tax ब्राह्मण की देन है
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
भारत की अर्थव्यवस्थ खेती और किसान प्रति निर्भर होती है इस समय धान की फसल तैयार हो जाती है किसान को निर्धन बनाने के लिए यह त्यौहार रखा गया है जिसका धन तेरस कहते हैं
--> बौद्ध मज़हब में जातिवाद • बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
@@SparxNightcore bhai wo logo ko pata nhi agar pata lag gya to hindu dharm khatre main aa jayega to hame sabhinko batana chahiye ki obc shudra hain naki kshatriya
ye lo sachai • बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
नमो बुद्धाय सर जय भीम नमो बुद्धाय🙏 आज मैं पहली बार देख रहा हूं पहली ओरिजिनल बुद्धियजम की माता 😢 सब्सक्राइब फॉलो एवं सदस्य बहुत दिनों से है 🙏 सदियों से हमारा शोषण कर करके हमारे सारे इतिहास को मिटा दवा दिया गया😢 सर आप जैसे लोगों की बहूजनों को बहुत जरूरत है पांच छह पीढ़ी दर पीढ़ी आप जैसे लोगों का सहयोग चाहिए तब जाकर हमारा इतिहास बहुजन के दिमाग में और जुवान पर आ पाएगा🙏😢😢😢 नमो बुद्धाय साथियों जय भीम नमो बुद्धाय 🌹🙏💙💙💙
Sir आप जो कार्य कर रहे है, धीरे धीरे बौद्ध समाज अपके व्हिडिओ देखके, सब समज रहा है, ये काम जलदी में नहीं होगा पर धीरे धीरे लोगोके में से भगवान नाम का भूत निकल जयीगा
SJ Sir ki study 📖 बहुत कमाल की है जब लोग नोकरी की तलाश कर रहे थे तब SJ sir रिसर्च करके गपोडियो को पेलना चालू कर दिया है मे SJ sir को ये ही विनती करता हु कि करीब एक लाख अम्बेडकरवादी यो को फिजिकली मेन्टली तैय्यार करके भारत की Top फील्ड मे पौहचाना चाहिए ताकि बाबासाहब की विचारो को थोड़ा शांति मिल पाए हमे SJ sir जैसे लीडर की जरूरत है जो सही दिशा मे ले जाए पुरा भारत खुशहाल से भर जाए हर समस्याए हल होती चली जाए
आप में बड़ी हिम्मत जो आज दिवाली के दिन सच्चाई बताया कि 1890 में पहला चित्र महा माया गज लक्ष्मी का शैल चित्र मिला बाद में वैसा ही पेंटिंग आगे बाद में आज के brahamnical फोटो विकसित। धन्यवाद
सर आपने देखा होगा दुनिया में सभी जगह चोरों का यही हाल होता है। चोरी करते है और दूसरे का चीज को अपने बताने लगे हैं जब सबूत देने को कहा जाता तोभाग जाते हैं। ए चोरों सबसे बड़ी विशेषता है।जय सतनाम छत्तीसगढ़।
आपको बौद्ध देखने हैं तो आप श्रीलंका में देखिए जापान में देखिए म्यामार में देखिए और चीन में देखिए. जापान मेंबसे हुए बौद्ध सरस्वती पूजन करते हैं गणेश पूजन करते हैं गायत्री मंत्र पढ़ते हैं, गायत्री मंत्र तो बौद्ध का भी हिस्सा है
@@anandgupta9800 the Hindu Gayatri is not even Gayatri, Gayatri has to have 24 syllables, 8 count for 3 lines. Tat savitur Varenyam line is only 7 count, unless you add “varenEeyam”. The Buddha refuge formula is true Gayatri. Buddham Saranam Gacchami Dhammam Saranam Gacchami Sangham Saranam Gacchami That is true Gayatri. So Gayatri belongs to Buddhists only.
तुम किस बुद्ध की बात कर रहे हो जो हिंदुओं से भगवा रंग कॉपी करके और हिंदुओं से भीख मांग कर खाता था और हिंदुओं को ही उपदेश देता था उसी बुद्ध की बात कर रहे हो😂😂😂
भारत के प्राचीन इतिहास के विषय में, हम जो भी पढ़ रहे हैं वह सब अंग्रेजों के काल में लिखा गया साहित्य है। हम लगभग अपने पूर्वजों के द्वारा लिखे गए ग्रंथों को खो चुके हैं। अब हमारी युवा पीढ़ी को उन सभी स्थानों पर पुरातात्विक खोज शुरू करनी चाहिए जिनका जिक्र हमारे माता-पिता के मुंह से हमने सुना है। जो हमें पता नहीं है इसका मतलब यह नहीं कि वह नहीं है...जमीन से अभी बहुत कुछ निकालना बाकी है। जय श्री राम।। वंदे मातरम
Ek ek krke sabhi video dekhte jaay sath hi Rational world yt live bhi dekha kre. Saty ka wo hisaa bhi jaan payenge jo aaj tak kisi ne n suna hoga n bataya hoga
Jab tumhe pataa nahi hai ki tumhara Etihash kya hai Phir Valimiki Aka Agni Sharma Brhamin Ki Ramayan ka Ek Character Ram ka Jai kyo kiya Ja raha hai?Esne Samaaaj k liye kya kiya master Saab 😢
@@ScienceJourney juth ko bnakr parosana aapka kaam h Or uss se aapko views or paisa mil raha..... Mei obc se hu.... Lekin mei pdhi likhi hu aap jaise log Hindu dharm ko nicha dikha boddh dharm ko bdhawa dena ho.... Itne prachin mandir sb h sb juthe h.... Hmare purvaz ko jo ab glat thrate h kya oo pagal h jo abhi tk dharm ka palan kr rhe the.....jutha History create aapke dwara kiya jaa raha sb mndir, jgah ko boddh ka btana, geeta ko boddh ka btana... Ye sb gyan aaya kha se aapko
@@humanityfirst1417 • बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]😂😂🤣🤣
@@TraderOnone Tere Papa Brhamino Ne 19th Century तक नहीं बता पाया था कि Jambudeep main Asoka or Buddha ka koi Astitva था Lekin Jaise hi eski Discovery angrejo ne ki Enko Brhamino Ne Apne Ghatiya caste main dalna chalu kar diya,Eske liye Tere Papa ko Sj पर add hoke Proof karna hoga ki us samay Mughalpoot or Maafiveer Brhamin tha Baise Muhammad Ka 5ba Beta Ram tha
जब भी आपका विडयो देखतां हु .लगता है मै बुद्ध इतिहास मे पहुछ गया हु . बहुत ही खूबसरत अंदाज में संबोधन करते है. बुद्धा ही नहीं और भी ईतिहास के पन्नो मे दबे हुए चिजो पर भी आप की रोशनी डाल कर लोगों तक यह शुद्ध रुपी खबरें पहुचाने का कष्टों करते हो ..कष्टों का बोझ ढोते हुए हम तक पहुचानें के लिए आपका दिल से धन्यवाद...❤
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
This video came into my feed this morning. Being a Christian I love to hear about other religion also. This is the first time I heard about this. I am subscribing you. Loved this explanation.
mere area mein to bramhan ye prachar kiya hai ki gupta ( teli) ka muh subah subah dikh jaye to pura din kharab ho jata hai. Agar in logon ke ander self-respect hoti to ye log bramhan dharm ko laat maar dete. Jai bhim sir ❤
प्रिय एसजे रिसर्चर जी आप ऐतिहासिक इतिहास के बारे में बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं। सभी लोगों को जागृत कर रहे हैं। वास्तविकता, तथ्य जिसे कोई नहीं बदल सकता। बधाई, शुभकामनाएँ। 🙏🙏💐💐♥️
समय और सम्मान दोनोंबेमिसाल जिसको समय दिया जाता है वह सम्मान नहीं देता जिसको सम्मान दिया जाता है वह समय नहींदेता🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤😂🎉 जय भीम नमो बुद्धाय जय चक्रवर्ती सम्राट जय जोहार🎉 जय विज्ञान जयसंविधान🎉
समझदार इंसान ऐसी बातों में समय खराब नही करते क्या फायदे है ऐसी शिक्षा से मौजूदा समय पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कौन कहा से आया और कब। ये सब समय खराब करने की बाते है
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं। [जातक: खंड-1, पृष्ठ-116] • उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते। [धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु] • जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं। [ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26] • नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं। [संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र] • गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं। [दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
आज दीपावली के दिन इस व्याख्यान के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। उस माँ को भी प्रणाम जिसने मानव जाति के ऐसे महान विभूति को जन्म दिया। उनके बताये मार्ग पर चलने की हमेशा कोशिश करतें रहेंगे।
Diwali hindu indian festival hai in chutiye chamaro ne buddhist bana diya kitne Tibet ke log diwali manate hai ?
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
सर समाज को जागरूक करने व सचाई को समाज तक पहुँचाने के लिए आप का बहुत बहुत साधुवाद
Diwali hindu indian festival hai in chutiye chamaro ne buddhist bana diya kitne Tibet ke log diwali manate hai ?
And bhakt😂😂😂
सर आप कि किया तारीफ की जाये कम है आपकी शिक्षा को सर पर रखना चाहिए जैसे अव्लोतिकेश्व्र के सर पर भगवान बुद्ध* शुभ दीपदान 🪔❤️
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
समाज को जागरूक करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
And bhakt😂😂
सूरज के आगे अंधेरा और sj के आगे पाखंडी 😅😅😅😅the end 😅😅😅😅
😜😜
Murkh bana rha he tum logo ko jish din jain jag Gaye us din bhudh khi nhi millege sirf kagjo me hi milege
तुम लोग science journey जो बोल्ट हैं वो मान लेते हो अन्धभक्त 😂😂😂😂
@XinrLion भाई कागाची शेर ,,,51 मठों के मठाधीश संस्कृत प्रोफेसर हरी शंकर तिवारी जी घर बैठ के इसको गलियां बकते हे मगर हिम्मत नही होती की लाइव डिबेट पर आमंत्रण को स्वीकार करे या ना सही किसी भी तथ्य या जानकारी को चुनौती दे,,,इनके एक पापा हे श्री राम आर्य किताब लिखी " शिवलिंग पूजा क्यों नही " सेशन कोर्ट में लटकी,,फिर हाई कोर्ट में लटकी फिर पंडितो ने कहा चुप हो जाओ वर्ना सब खरीद के पढ़ेंगे यदि सुप्रीम कोर्ट में भी सच साबित हुई ,,,सच्ची है फ्री में इंटरनेट पर मिल जायेगी ,,इसके अलावा पेरियार साहेब की लिखी और ललाई सिंह यादव की हिंदी ट्रांसलेटेड सच्ची रामायण भी पढ़ लेना ,,,,इतने लोग हिंदू धर्म क्यों छोड़ रहे हे पता चल जायेगा ,,मेरे पति जाट हे हरियाणे के बी कॉम Hons उन्होंने भी छोड़ दिया पाखंडियों को ,,,जय भीम
मेरा कॉमेंट पढ़ने वाले आप सभी दोस्तों को जय भीम जय संविधान नमो बुधाए 🙏❤️ दोस्तो हर video को ज्यादा से ज्यादा अपने सभी social media platform पर शेयर करो ता की जातांकवादी ब्राह्मण धर्म की असलियत सभी देश वासियों को पता चल सके,
हमे आप पर गर्व है इस जे सर 🙏मिशन को आगे बडाते राहिये 🙏जय मूलनिवासी बहुजन
Jago grahak jago❤❤❤❤
आप इस तरह से, एक से पांच साल में सभी बुद्धिस्ट को वापस लौटा लेंगे,ऐसा आभास होता है 🎉🎉🎉
😂😂😂😂मुल्लो को भी😂😂
औरतो को बहुत सम्मान दिया ब्राह्मणो ने 1 .सती प्रथा ब्राह्मणो की ही देन थी 2. शुद्धीकरण प्रथा( शादी के बाद 3 दिन से 21 दिन तक ब्राह्मण को शारीरिक सेवा देना) 3. देवदासी प्रथा देन ब्राह्मणो की ही देन है 4.मनुस्मृति सब ब्राह्मण की ही देन है 5. स्थन tax ब्राह्मण की देन है
अज्ञानता मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है ज्ञान से अज्ञानता को खत्म करें।
जय विज्ञान जय भारत का संविधान
सत्य मानवता क्रांति वीरता प्रकृति की जय
आपने सहीकहा गया का सत्य क्या ज्ञान न होने केकरण आज भी सब भ्रम में पड़े हैं🎉❤🎉❤
@@Gauri349shankar buraiyan humne banai. Sarth aur acharan hamre hain,ram ya devata tulya Buddha bhgwan ke nahi
@@Gauri349shankar matalab teri pardadi ka sudhikaran bramhan ne kiya tu tu bramhan ka rakt hai yadav kyu ban gya
सती प्रथम ब्राह्मणों ने नहीं मुगलों ने और मुसलमान ने बनने पर मजबूर किया था जिसको तुम अभी अपना बाप मानते हो
सादर जय भीम नमो budhay।बहुत खूबसूरत जानकारी ।
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
भारत की अर्थव्यवस्थ खेती और किसान प्रति निर्भर होती है इस समय धान की फसल तैयार हो जाती है किसान को निर्धन बनाने के लिए यह त्यौहार रखा गया है जिसका धन तेरस कहते हैं
Nahi kisan to khet pahle kaattey hai..😅
Acha aunty 😜😜 sudr or achut log ajj bhi nhi sudhar rhe he aunty..sb log khud ko Brahman smj rhe he
Diwali hindu indian festival hai in chutiye chamaro ne buddhist bana diya kitne Tibet ke log diwali manate hai ?
Sabse bada dhan hamara health hai budh ne kaha tha
--> बौद्ध मज़हब में जातिवाद
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
Ye OBC wali hogi jo apne aapne aapko Brahman samaj rahi h 🤣🤣
आजकल OBC खुद को बहुत बड़ा स्वयंभू समझने लगे हैं।
@@edyyking786 obc ke sath shudr bhi likha karo kyu ki obc bechare zanate hi nahi ki shudr hai
Ha wo log shudra hai
@@SparxNightcore bhai wo logo ko pata nhi agar pata lag gya to hindu dharm khatre main aa jayega to hame sabhinko batana chahiye ki obc shudra hain naki kshatriya
@@edyyking786 Bilkul sahi baat hai bhai 🤣🤣
समाज को सच्चाई का आईना दिखाने के लिए धन्यवाद S.j साहब
ye lo sachai
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
नमो बुद्धाय सर जय भीम नमो बुद्धाय🙏
आज मैं पहली बार देख रहा हूं पहली ओरिजिनल बुद्धियजम की माता 😢 सब्सक्राइब फॉलो एवं सदस्य बहुत दिनों से है 🙏 सदियों से हमारा शोषण कर करके हमारे सारे इतिहास को मिटा दवा दिया गया😢 सर आप जैसे लोगों की बहूजनों को बहुत जरूरत है पांच छह पीढ़ी दर पीढ़ी आप जैसे लोगों का सहयोग चाहिए तब जाकर हमारा इतिहास बहुजन के दिमाग में और जुवान पर आ पाएगा🙏😢😢😢
नमो बुद्धाय साथियों जय भीम नमो बुद्धाय 🌹🙏💙💙💙
Jay Bheem Sir
सत्य का मसीहा साइंस जर्नी 💯, नमों बुद्धाय जय भीम जय संविधान जय विवेक जय विज्ञान जय लोकतंत्र जय भारत 🙏🏻
Sir आप जो कार्य कर रहे है, धीरे धीरे बौद्ध समाज अपके व्हिडिओ देखके, सब समज रहा है, ये काम जलदी में नहीं होगा पर धीरे धीरे लोगोके में से भगवान नाम का भूत निकल जयीगा
SJ Sir ki study 📖 बहुत कमाल की है जब लोग नोकरी की तलाश कर रहे थे
तब SJ sir रिसर्च करके गपोडियो को पेलना चालू कर दिया है
मे SJ sir को ये ही विनती करता हु कि करीब एक लाख अम्बेडकरवादी यो को फिजिकली मेन्टली तैय्यार करके भारत की Top फील्ड मे पौहचाना चाहिए
ताकि बाबासाहब की विचारो को थोड़ा शांति मिल पाए
हमे SJ sir जैसे लीडर की जरूरत है जो सही दिशा मे ले जाए
पुरा भारत खुशहाल से भर जाए
हर समस्याए हल होती चली जाए
SJ Sir aur Sabhi dosto ko Jai bhim namo buddhay ❤❤❤❤
Jyada se jyada like kare share kare.
सर आपसे बड़े लोग आते हैं की डिबेट में जाकर हरायेंगे लेकिन उनका हाल ऐसा होता है अग्यानी जैसा🎉❤🎉 नमो बुद्धायजय भीम🎉❤🎉❤
Aapne ye jaankari de kar logo ki aankhe khol di hai
Aapko bahoot bahoot dhanyavad
અંધશ્રદ્ધા માં ભારતનો પહેલો ન. છે. નમો બુધાય🙏 જય ભીમ🇮🇳☝️👍
Isme bhi sbse jyada achut log hi he😂😂 jo khud ko Brahman smj rhe he sc st obc ke. gujrat me to sbse jyada achut gober bhkt bne gum rhe he
SCIENCE JOURNEY JI😎😎 ZINDABAAD💪💪
नमो बुधाय जय सम्राट जय भीम जय भारत जय संविधान सर जी ❤❤❤❤❤
Jai Bheem Namo Budhay ❤❤
नमो बुद्धाय,जय भीम। बहुत सटीक जानकारी दी गई है आपके द्वारा।सारे भेद खोल दिए कि किस प्रकार लक्ष्मी का निर्माण किया इन मनुवादियों ने ।।
Bilkul sahi 🎉
आप में बड़ी हिम्मत जो आज दिवाली के दिन सच्चाई बताया कि 1890 में पहला चित्र महा माया गज लक्ष्मी का शैल चित्र मिला बाद में वैसा ही पेंटिंग आगे बाद में आज के brahamnical फोटो विकसित। धन्यवाद
नमस्कार सर, आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत महत्वपूर्ण होती है। लेकिन मेरे कुछ सवाल हैं जिनके बारे में मैं आपसे जानना चाहता हूँ।
आपके कार्यकाे नमन,हालाकी आपकाे मदत करना जरुरी है
Ap ko salute sir .....apne jaise aur log banaye..sir..mai ready ho ap jaisa Bann me.....
Diwali hindu indian festival hai in chutiye chamaro ne buddhist bana diya kitne Tibet ke log diwali manate hai ?
Achhi baat....! ❤
Many many congratulations for your courage
सर आपने देखा होगा दुनिया में सभी जगह चोरों का यही हाल होता है। चोरी करते है और दूसरे का चीज को अपने बताने लगे हैं जब सबूत देने को कहा जाता तोभाग जाते हैं। ए चोरों सबसे बड़ी विशेषता है।जय सतनाम छत्तीसगढ़।
आपको बौद्ध देखने हैं तो आप श्रीलंका में देखिए जापान में देखिए म्यामार में देखिए और चीन में देखिए. जापान मेंबसे हुए बौद्ध सरस्वती पूजन करते हैं गणेश पूजन करते हैं गायत्री मंत्र पढ़ते हैं, गायत्री मंत्र तो बौद्ध का भी हिस्सा है
@@anandgupta9800 the Hindu Gayatri is not even Gayatri, Gayatri has to have 24 syllables, 8 count for 3 lines.
Tat savitur Varenyam line is only 7 count, unless you add “varenEeyam”.
The Buddha refuge formula is true Gayatri.
Buddham Saranam Gacchami
Dhammam Saranam Gacchami
Sangham Saranam Gacchami
That is true Gayatri.
So Gayatri belongs to Buddhists only.
जय भीम❤🙏🙏 नमो बुद्धा सर जी पंजाब
नमो बुद्धाय जय भीम
भक्तो के इतिहास की पोल खुलती है तो भक्त बिलबिलाने लगते है
तुम भी तो बुद्ध की मूर्ति का भक्ति करते हो और तुम्हारा बुद्ध ने भगवान राम का भगवा वस्त्र कॉपी किया भगवा रंग कॉपी करके पहन रखा है
तुम किस बुद्ध की बात कर रहे हो जो हिंदुओं से भगवा रंग कॉपी करके और हिंदुओं से भीख मांग कर खाता था और हिंदुओं को ही उपदेश देता था उसी बुद्ध की बात कर रहे हो😂😂😂
😂😂😂Aandbhkt😂😂😂@@DineshsinghSingh-go4gp
बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा
जय भिम सर💯❤
भारत के प्राचीन इतिहास के विषय में, हम जो भी पढ़ रहे हैं वह सब अंग्रेजों के काल में लिखा गया साहित्य है। हम लगभग अपने पूर्वजों के द्वारा लिखे गए ग्रंथों को खो चुके हैं। अब हमारी युवा पीढ़ी को उन सभी स्थानों पर पुरातात्विक खोज शुरू करनी चाहिए जिनका जिक्र हमारे माता-पिता के मुंह से हमने सुना है। जो हमें पता नहीं है इसका मतलब यह नहीं कि वह नहीं है...जमीन से अभी बहुत कुछ निकालना बाकी है। जय श्री राम।। वंदे मातरम
Ek ek krke sabhi video dekhte jaay sath hi Rational world yt live bhi dekha kre. Saty ka wo hisaa bhi jaan payenge jo aaj tak kisi ne n suna hoga n bataya hoga
Jab tumhe pataa nahi hai ki tumhara Etihash kya hai Phir Valimiki Aka Agni Sharma Brhamin Ki Ramayan ka Ek Character Ram ka Jai kyo kiya Ja raha hai?Esne Samaaaj k liye kya kiya master Saab 😢
@@ScienceJourney juth ko bnakr parosana aapka kaam h Or uss se aapko views or paisa mil raha.....
Mei obc se hu.... Lekin mei pdhi likhi hu aap jaise log Hindu dharm ko nicha dikha boddh dharm ko bdhawa dena ho.... Itne prachin mandir sb h sb juthe h.... Hmare purvaz ko jo ab glat thrate h kya oo pagal h jo abhi tk dharm ka palan kr rhe the.....jutha History create aapke dwara kiya jaa raha sb mndir, jgah ko boddh ka btana, geeta ko boddh ka btana... Ye sb gyan aaya kha se aapko
@@humanityfirst1417 • बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]😂😂🤣🤣
@@TraderOnone Tere Papa Brhamino Ne 19th Century तक नहीं बता पाया था कि Jambudeep main Asoka or Buddha ka koi Astitva था Lekin Jaise hi eski Discovery angrejo ne ki Enko Brhamino Ne Apne Ghatiya caste main dalna chalu kar diya,Eske liye Tere Papa ko Sj पर add hoke Proof karna hoga ki us samay Mughalpoot or Maafiveer Brhamin tha Baise Muhammad Ka 5ba Beta Ram tha
Namo buddhay ☸️ sar
Science Journey आपका बहुत बहुत आभार मेरे दिमाग से धर्म का नशा दूर करने के लिए।
जय भीम नमो बुद्धाय बहुत-बहुत साधुवाद सर जी
भाग खड़ी हुई 😂😂😂😂
जिसकी बातों में प्रमाण सहित दम नहीं होगा वह भाग खड़ा ही होगा।
Excellent presentation ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai Vivek Jai vigyan ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सर आपकी वीडियो बहुत अच्छी है मैंने आपकी बहुत सी वीडियो देखी मैं अपने दोस्तों को सलाह दूंगा वह आपकी वीडियो जरूर देखेंगे❤❤
यह कदम किसी मंजिल पर रुक नहीं सकती हरित मुकाम के आगे कदम बढ़ा के जीनाहै भुरहत सपूत
कोटी कोटी जयभीम SJ सर सच सूनके भाग गयी l
जब भी आपका विडयो देखतां हु .लगता है मै बुद्ध इतिहास मे पहुछ गया हु .
बहुत ही खूबसरत अंदाज में संबोधन करते है.
बुद्धा ही नहीं और भी ईतिहास के पन्नो मे दबे हुए चिजो पर भी आप की रोशनी डाल कर लोगों तक यह शुद्ध रुपी खबरें पहुचाने का कष्टों करते हो ..कष्टों का बोझ ढोते हुए हम तक पहुचानें के लिए आपका दिल से धन्यवाद...❤
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
बहुत-बहुत धन्यवाद साइंस जर्नी ❤
This video came into my feed this morning. Being a Christian I love to hear about other religion also. This is the first time I heard about this. I am subscribing you. Loved this explanation.
mere area mein to bramhan ye prachar kiya hai ki gupta ( teli) ka muh subah subah dikh jaye to pura din kharab ho jata hai. Agar in logon ke ander self-respect hoti to ye log bramhan dharm ko laat maar dete.
Jai bhim sir ❤
Maine Facebook pe likhkar share kar diya taki aur log bhi jane aur sikhe.
प्रिय एसजे रिसर्चर जी आप ऐतिहासिक इतिहास के बारे में बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं। सभी लोगों को जागृत कर रहे हैं। वास्तविकता, तथ्य जिसे कोई नहीं बदल सकता। बधाई, शुभकामनाएँ। 🙏🙏💐💐♥️
Jaybhim namobudhday Sir ji 🙏
हमलोग हमारी पुरानी सांस्कृति सभ्यता मे कैसे पुनाः खड़े हो सकेंगे ?
Sabhi Sathiyo Ko 🔥💙🐯Jai Bhim🐯💙🔥 📚Jai Samvidhan📚 ☸️Namo Budhay☸️ 🏹Jai Johar🏹
सर जी समाज को सच्चा इतिहास अवगत प्रमाण के साथ करवाते हो और जागृत करने के लिए धन्यवाद ...! जय भीम 💙🙏💙 जय भारत 💙🇮🇳💙 जय संविधान📚📚📚 जय Mulnivasi 🙍♂️👍🏻👍🏻🙏
समय और सम्मान दोनोंबेमिसाल जिसको समय दिया जाता है वह सम्मान नहीं देता जिसको सम्मान दिया जाता है वह समय नहींदेता🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤😂🎉 जय भीम नमो बुद्धाय जय चक्रवर्ती सम्राट जय जोहार🎉 जय विज्ञान जयसंविधान🎉
Nice debate SJ 👌👍
Nicely explained 👍
#science_journey team #rational_world aor aap sabhi dosto ko jai bhem🙏♥️ ਸਤਿ ਸ਼੍ਰੀ ਅਕਾਲ 🙏♥️ sawidhan jindabad💪manvta jindabad💪
सही जानकारी देने के लिए आप का बहुत बहुत साधुवाद
Jay Bheem nomoh budhay sir
हकीकत का उजागर करने केलिए कोटी कोटी नमन सर जी
कोटी कोटी नमन है सर जी ।
Thank you for your support and true knowledge of our community 🙏 😊
सर आप पर भरोसा है पर कई इतिहासकार से भी इस बात की पुष्टि करवा दे तो मजा आ जायेगा
Jaybhim jaybharat jaysamvidhan jayloktantra Sir ji 🙏
Thanks & Jai Bhim SJ sir for bringing Truth before the people. Excellent research by you.Jai Bhim,Namo Buddhay, Bhavatu Sabb Mangalam.👍🏼🙏
SABHI DOSTON KO NAMO BUDDA JAI BHIM JAI SAMRAAT ASOK🙏🙏
You have given right answer.
बहुत खूब, सब कुछ बौद्धिज्म से है और जो आर्य थे वे आसमान से टपके थे।
Asmaan se toh nahi tapke the lekin bharat ke toh bilkul bhi nahi hai DNA ne bhi sabit kar diya hai
Aap historical evidence deke inko galat sabit kar dijiye.
Arya bhi Buddhist shabd he. Means ariy = nobel. Vo bhi bhi chori krliya
समझदार इंसान ऐसी बातों में समय खराब नही करते क्या फायदे है ऐसी शिक्षा से मौजूदा समय पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कौन कहा से आया और कब। ये सब समय खराब करने की बाते है
फायदा केवल चेनल वाले को है कमाई का
जयभीम नमो बुद्धाय
Thanks, brother.
शानदार science journey
Excellent sir I Selute you jai Bhem jai mandal and jai bhem
Kya bat hai SJ sir .❤
1890+ AD में रवि वर्मा ने बनाया सभी देवी देवताओं के8 तस्वीर को
• बुद्ध वैश्य या शूद्र कुल में उत्पन्न नहीं होते; वे केवल क्षत्रिय या ब्राह्मण कुलों में ही जन्म लेते हैं।
[जातक: खंड-1, पृष्ठ-116]
• उत्तम पुरुष (बुद्ध) केवल महाधनवान खत्तिय (क्षत्रिय) या ब्राह्मण कुल में ही उत्पन्न होते हैं; वे अन्य नीच कुलों (वैश्य, शूद्र) में नहीं जन्म लेते।
[धम्मपद-अट्ठकथा: 14-बुद्धवग्गो, 7-आनन्दत्थेरपञ्हवत्थु]
• जब पृथ्वी पर ब्राह्मण कुल का वर्चस्व होता है, तो बुद्ध ब्राह्मण कुल में जन्म लेते हैं, और जब क्षत्रिय कुल का वर्चस्व होता है, तो वे क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं।
[ललितविस्तार: 3-कुलशुद्धि परिवर्त, 26]
• नीच कुल, पुक्कुसकुल, चांडालकुल, वेनकुल, निषादकुल और रथकार कुल में उत्पन्न व्यक्ति दुर्वर्ण, बौने, देखने योग्य नहीं, और रोगी होते हैं।
[संयुत्तनिकाय: सगाथावग्गपाली, 3-कोसलसंयुत्तं, 3-तृतीयवर्ग, 1-पुरुषसूत्र]
• गोत्र का पालन करने वाले जनों में क्षत्रिय ही श्रेष्ठ माने जाते हैं।
[दीघनिकाय: सीलक्खंधवग्ग, 3-अम्बट्ठसूत्र]
Sar aapane bahut achcha jankari Diya
SJ & RW Subscribe Comment Like Share Karte Rahe Dosto 🙏💐
सर, एक स्ट्रीम वास्तु पर कीजिये अगर कोई पहले से है तो न कौन सा है
सही बात है। वस्तु सबसे बड़ा पाखंड है।
Genus answer
Accurate knowledge thanks
सरजी, आपका यह प्रबोधन अद्वितीय है l
❤❤❤❤❤❤❤
Deepdanotsav ki bahut bahut mangalkamnaye
Meshram sir jai bhim, sir a sab sab ke manubadi app ko harana na mumkin hai , app mahan hai sir, odisha
ऐस. जे. सर आप से निवेदन हैं कि कोई भी व्यक्ति चर्चा करने आता है और छोड़ जाता है तो भी आप अपनी बात रखिए ।क्योंकि आप की बात लोगो को पसंद करते है।
SJ sir
Thanks
आपने अच्छी जानकारी दी SJ sir सच्चाई से अवगत कराया 🙏🙏 जय भीम जय संविधान
साइंस जर्नी आपको बहुत बहुत धन्यवाद पाखंड की पोल खोलने के लिए
Sj sir aaj ke buddh hai jo sachchai ka prakas failate hai thanku ❤❤❤
Thanks brother sohi jankari keley
नमो बुद्धय, जय भीम, जय मूलनिवासी 💙💙💙💙
Great science Jay vigyan pakhand mukt Bharat
This is the Excellent Video
सर जी आपका जितना धन्यवाद किया जाए उतना ही कम है
Super bhaiya jii Jay Bheem namo budhahaay jay samvidhan
100 percent true knowledge
Jai Bhim 💐 Jai Bharat 💐 Jai Savidhan
🏵️💐🌺🌺Namo Buddhaya🌺🌺💐🏵️