लोक जीवण में चर्चा है के दो बेटियां सगी मासी-भाणजी ही। ऐक हड़बू जी सांखला री बेटी ही जिणनै राव खींयोजी परण्या अर दूजी शेखासर भाटियां री बेटी अर हड़बूजी री दौहिती ही जिणनै राव सूजोजी नरावत परण्या। इतिहास शोध री चीज है।
हुकुम यह कहानी राव जोधा जी के पुत्र राव सुजा जी राठौड़ की महारानी लक्ष्मी जी (जोकि हरभुजी सांखला की दोहिती थी) की है लक्ष्मी जी का नारियल पहले पोकरण के खींवा राठौड़ को भैजा तो खींवा ने उनके बड़े दांत होने से विवाह करने से इंकार कर दिया बाद राव सुजा जी विवाह किया इन्हीं लक्ष्मी जी के गर्भ से राव नरा जी का जन्म हुआ था एक दिन यह बात लक्ष्मी जी ने नरा जी को बताई तो नरा जी उसी समय पोकरण जीतने का प्रण किया और पोकरण जीतने के बाद राव नरा जी यह समाचार राव खींवा को भिजवाया की बड़े दांत वाली लक्ष्मी का बेटा नरा ने पोकरण पर अपना अधिकार कर लिया है
जैसलमेर के maharawal केहर की पोती कलीकरण की पुत्री जेसा की बहन थी तथा hadbu सांखला की दोहिती थी लक्ष्मी जिसका नारियल राव खियाँ( क्षेमराज) ने ठुकरा दिया जिसको बाद मे राव सुजा से उस कन्या का विवाह होता है जिससे राव नरा उत्पन हुआ । 1470के आस पास की घटना का संबंध टेपु के केलनो से जोड़ना सत्य प्रतीत नहीं होता उससमय केलन भाटी पुगल मे थे
हमे एक बार याद कर लेते जब संदेह था तो कि कामदार प्रोहित थे या बणिया खैर अब वीडियो बन चुका है तो अब बताने से कोई मतलब नहीं प्रोलिये को प्रोहित जी ने कटार आर पार कर मारा था और पुरोहित जी ही इस मुहिम के मैन ऑफ द मैच थे
नरावतों से मारवाड़ के राव मालदेव ने पोकरण पर अधिकार कर लिया था । फिर राव चन्द्रसेन ने जैसलमेर के भाटियों के पास पोकरण गिरवी रख दिया था। पुनः मारवाड़ नरेश जसवंत सिंह ने पोकरण प्राप्त कर लिया। सन् 1729 को मारवाड़ नरेश महाराजा अभय सिंह ने चम्पावत महासिंह को सौप दिया।
Champawto को पोकरण जोधपुर महाराजा अजित सिंह के समय मिला था । महासिंह चम्पावत देवीसिंह चम्पावत सबल सिंह चम्पावत और सवाई सिंह चम्पावत इत्यादि चम्पावत पीढ़ी दर पीढ़ी पोकरण के ठाकुर थे।
पुरोहित जी का ससुराल पोकरण में था कई दिनों तक वहा पर रहें फिर उग्रास गांव के कोट गए सभी जानकारी लेने के बाद prohit जी बिठड़ी गांव गए वहां से एक पालीवाल को नरोजी के पास भेजा और नरोजी बुलाए स्थान पर आए और prohit जी से बांह पसार कर मिले फिर पोकरण गए कोटायत को कटोरा लेने के लिए बुलाया और द्वार खोल अंदर गए पुरोहित जी ने kotayat के सीने में एक कटार आर पार कर पोकरण जीत लिया
नरावतो द्वारा विद्रोह करने पर जोधपुर महाराजा अभय सिंह ने अपने संमत माहासिह चंपावतो को84 गांव व पोकरण जागीर में दे दिया था पोकरणो को 28गांव राव गोविंद s/0 राव नरोजी दिये गए थे पहले पता कर ले
भाटी साहब खम्मा घणी राणा जी पूजा जी सोलंकी पर भी वीडियो बनावे हुकुम ताकि लोगों को असलियत का पता लगे आप जैसे लोगों से ही उम्मीद है की असलियत सामने आए । कंट्रोवर्सी हो रही है।।आप एक अच्छा सा वीडियो बनाकर शेयर करें ताकि कम से कम अपने समाज को तो पता लगे राणा पूंजा जीसोलंकी पानरवा ठिकाने के राजपूत थे। हालांकि संत और महापुरुषों को जाति के तराजू में तोलना न्याय संगत नहीं है ।
वाह हमारे राजस्थान जैसी कथाएं कहीं नहीं मिलेंगी 😊
दीप जी लोक देवता जाम्भोजी री एक कथा सुनावो तो बिशनोई समाज आपका बहुत बहुत आभारी हुईं आ ईतीक प्राथना म्हारी भी सुनो कणी
मारवाड़ री संस्कृति और सभ्यता की जानकारी दी है सा जय हो मां आई माता जय हो कविराज घणी खम्मा बहुत ही सुंदर है सा सत राणी को नमन करते हैं
मारवाड़ री संस्कृति रा गर्व और गौरव कवि दीप
संस्कृति रक्षक को कोटि कोटि प्रणाम
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💅💅
❤❤😊😊
जय माताजी, दीपसिंह जी आप और आपके परिवार जनों को स्नेह भरा नमस्कार , मां सरस्वती और भगवती की कृपा आप पर हमेशा बनी रहे
थोनो ही आनन्द आवे , जब जब पोकरणा रे माथे आप बखाण करो .......... चतुर चतुर के नी कणो कणो भाठा ही बाहो ....... पण फिर भी आप म्हारा काळजै री कोर हुकुम।
Hkm
घणौ आभार म्हारा सैण
Eyo 🙏✌😊
Malam ra madhe viram ra gadhe
@@deepsinghbhati287q
A पीएमएलएम0🎉😢😮
दिप सिंह जी की बातों सुननें का आनंद ही आता है जय माता जी री हुक्म
Jagpal ji ne harwecha gaw basya thha hamar gaw🙏🙏
लोक जीवण में चर्चा है के दो बेटियां सगी मासी-भाणजी ही। ऐक हड़बू जी सांखला री बेटी ही जिणनै राव खींयोजी परण्या अर दूजी शेखासर भाटियां री बेटी अर हड़बूजी री दौहिती ही जिणनै राव सूजोजी नरावत परण्या। इतिहास शोध री चीज है।
जय श्री कृष्णा,भाटी साहब ने अर्ज होवे सा💐🌹🙏,
वाह वाह भाटी दीपसिंह जी
घणी ठावकी प्रस्तुति हुकुम
Sundar gyan bhati Sahab
Jug jug Jio hukam
Jai malinath ji ri hukm bahut achi bat pokarano ri 🙏🙏✌👍👍😊
दीपजी बारठ रो गांव जैसलमेर रावल कल्याण जैसलमेर बारठ भआरमलजई ने दियो इंच बात रो विवरण मारवाड़ थे पर गनों थी विगत में दियोहैकूल छ सौ हलवा जमीन ।।
बहूत शानदार इतिहास बताया आपका दिल से आभार धन्यवाद
भाटी साहब कभी रबारी राईका समाज पर भी वीडियो बनाएं 🙏🏻🙏🏻
Aap kon
जय श्री कृष्णा ऐक बात भुरा बाबा ताडाना गांव पास धरती में खो हैं बात की कि जानकारी में देशों उगम सिंह आसकदरा
जय माँ इच्छा करणी बहू सुंदर प्रस्तुति है आपकी
जय श्री गोपाल जी री दाता हुकम
पोकरणो शब्द जणोई आप रे मुख मों निकले तो आपरे चेहरे माथे एक अलग ही मुस्कराहट आय जावे 😀😀😀😀😀 ओर आवणी भी चाईजे
हुकुम आपरी अपणायत ने रंग है सा 😊👏
@@dingalrasawal अपणायत राखणी भी चाईजे हुक्म
।। जय मां वाकंल धाम विरात्रा ।।
श्री वीर शिरोमणी विग्गा पर विडियो बनाओ
जानकारी के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद है।
वाह हुकम बहुत शानदार
इतिहास की जानकारी के आधार 🙏❣️
बहुत ही सुन्दर व संजीव चित्रण
टेपू केलण आ बात नकारे है हुकुम 🙏
गोगादेव राठौङों के गांवों के बारे में बता दो
नोनणयाई तो चारणो का गांव है
जानकारी देने के लिए बहुत बहुत आभार
जय राधेकृष्ण ❤️⛳ ,
दीप सिंह जी आपसे खास निवेदन है कि जब भी राठोड़ो के वीडियो बनाते समय एक बार हमे याद जरुर करे ऐसी कोई जंग नही जिसमे सेवड़ संग नही
राई का भाव रात: ही गया कहावत पर विडौओ बणाओ जालोर युद्ध
Aanandpal Singh ki baat btao
जय श्री कृष्णा काकोसा हुकुम
Ek वीडियो फलोदी नरावत का इतिहास बताओ hukm
🙏🏻 ..... Bahut bdiya Dadosa hkm...🙏🏻
हुकुम यह कहानी राव जोधा जी के पुत्र राव सुजा जी राठौड़ की महारानी लक्ष्मी जी (जोकि हरभुजी सांखला की दोहिती थी) की है लक्ष्मी जी का नारियल पहले पोकरण के खींवा राठौड़ को भैजा तो खींवा ने उनके बड़े दांत होने से विवाह करने से इंकार कर दिया बाद राव सुजा जी विवाह किया इन्हीं लक्ष्मी जी के गर्भ से राव नरा जी का जन्म हुआ था एक दिन यह बात लक्ष्मी जी ने नरा जी को बताई तो नरा जी उसी समय पोकरण जीतने का प्रण किया और पोकरण जीतने के बाद राव नरा जी यह समाचार राव खींवा को भिजवाया की बड़े दांत वाली लक्ष्मी का बेटा नरा ने पोकरण पर अपना अधिकार कर लिया है
सही
भाटी साहब
थानक राजपुरोहित (झाबरा) पर विस्तारपूर्वक वर्णन कृतार्थ करने री कृपा करो सा...
ह्रदय सूं आपने घणौ मान आभार और साधुवाद हुकूम🙏🙏
( तनेरावसिंह राजपुरोहित झाबरा)🙏🙏
वारेवा
पोकरण में मलका खान जी का इतिहास भी बताओ। मलके खान जी को मलका गांव मिला था पोकरण राजघराने से।।
Waah Deep sa waah behtareen baaptosh
जैसलमेर के maharawal केहर की पोती कलीकरण की पुत्री जेसा की बहन थी तथा hadbu सांखला की दोहिती थी लक्ष्मी जिसका नारियल राव खियाँ( क्षेमराज) ने ठुकरा दिया जिसको बाद मे राव सुजा से उस कन्या का विवाह होता है जिससे राव नरा उत्पन हुआ । 1470के आस पास की घटना का संबंध टेपु के केलनो से जोड़ना सत्य प्रतीत नहीं होता उससमय केलन भाटी पुगल मे थे
Bilkul sahi 🙏
Sir ek video dharmrakshak guru jasnathji ke bare me bhi banaiye
(इंदावटी) इंदा का इतिहास बताएं हुकुम
Jai mata ki hkm pokaran champawat ka kab hu aa
Please reply hkm
Jodhpur maharaj ajit singh k smy
jai mataji ri sa.🙏
हमे एक बार याद कर लेते जब संदेह था तो कि कामदार प्रोहित थे या बणिया खैर अब वीडियो बन चुका है तो अब बताने से कोई मतलब नहीं प्रोलिये को प्रोहित जी ने कटार आर पार कर मारा था और पुरोहित जी ही इस मुहिम के मैन ऑफ द मैच थे
नरावतों से मारवाड़ के राव मालदेव ने पोकरण पर अधिकार कर लिया था । फिर राव चन्द्रसेन ने जैसलमेर के भाटियों के पास पोकरण गिरवी रख दिया था। पुनः मारवाड़ नरेश जसवंत सिंह ने पोकरण प्राप्त कर लिया। सन् 1729 को मारवाड़ नरेश महाराजा अभय सिंह ने चम्पावत महासिंह को सौप दिया।
जय श्री कृष्णा 🙏🙏
हुक्म इतरी मिठी आवाज कि सूनते ही रहे
धिन आप दीपसा अर आपरे मात पिता ने
Jai Mata ji ri sa hkm
बलजी भूरजी पर भी वीडियो बनाओ ताउजी
@@dingalrasawal धन्यवाद जी अभी देखा लिंक पर जार
जय श्री कृष्ण
राम राम सा आपने सा
🙏 जय हो सा जय हो सा 🚩
जय श्री कृष्णा हुक्म पोकरणो से नरावतो पोकरण ले लिया था तथा नरावतौ से चंपावतो पोकरण किकर लिवी बताओ हुक्म भाभाश्री
Champawto को पोकरण जोधपुर महाराजा अजित सिंह के समय मिला था । महासिंह चम्पावत देवीसिंह चम्पावत सबल सिंह चम्पावत और सवाई सिंह चम्पावत इत्यादि चम्पावत पीढ़ी दर पीढ़ी पोकरण के ठाकुर थे।
Jai sri krisna hkm
❤ Kishan bheel Bhati❤
जय हो
धन्यवाद हुक्म
आभार सा
Rajpurohit ka ithas btaye🙏
जरूर हूकूम 🙏🚩
🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩जय हो कवि राज जी
नौसर गांव में तो मेरे काकोसा कि शादी हुई है मेरे काकोसा के चैन सिंह जी काकोसा ससुर लगते है हुकुम
"पोकरण जान सिरो कियों" कहावत के पीछे क्या कहानी हे,बताए कृपया
उङतो तीर .........
पोकरण जायें सिरों कियो
🤣🤣👆🏼
@@CR.BHADU.SRW. kya kahani he? Pta he aapko?
जय माताजी री सा
जय माँ मातेश्वरी
हुकुम महाराजा अजयराज चौहान पर वीडियो बनाइए
Ram ram sir
Rajaram sikarpura ke bareme aek video banavo
Nice hkm
बिल्कुल हुक्म, पेश है 11 जनवरी, सिंज्या 7 बजी
जय आईजी रीसा
एक वो भि चुना दो मालन रा मढे ओर विरम रा घढे 🙏🙏
Bht achhi. B
पुरोहित जी का ससुराल पोकरण में था कई दिनों तक वहा पर रहें फिर उग्रास गांव के कोट गए सभी जानकारी लेने के बाद prohit जी बिठड़ी गांव गए वहां से एक पालीवाल को नरोजी के पास भेजा और नरोजी बुलाए स्थान पर आए और prohit जी से बांह पसार कर मिले फिर पोकरण गए कोटायत को कटोरा लेने के लिए बुलाया और द्वार खोल अंदर गए पुरोहित जी ने kotayat के सीने में एक कटार आर पार कर पोकरण जीत लिया
U
@@deepsingh3042 Yes
Me khet singh narpda jalore ke bhai putar hu me aapse kush chirja chand ki jankari chata hu khet singh ji aapke sat adhyapk bhi rah suke hai
Vah🎉❤
बहुत बड़ीया
Wah hukm wah
*सांकड़ा* कहाँ पर है?
क्या सांचोर वाला ही है.
Time stamp 15:02 15:39
साकड़ा पोकरण के पास है
Pokaran ke pass
पोकरणा कोन से राठौर है महेचा है गोत्र क्या है
हुक्म दहिया राजवंशों की जुनी जागीरदार जब्त सापलूसी से जब्त करवाई थी उसका खुलासा करने की कुरपा करे हुक्म भाटी साहब
Jai ho
Good
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤️❤️❤️👍👍👍
महाबार के धांधल प्रयाग सिंह जी की बात आपकी शुभ वाणी से सुशोभित करना फरमाओ
🙏🙏⚔️🚩
जय माताजी री सा 🙏
❤
❤🎉🎉❤😢😮😅
हुक्म पोकरण गढ़ पर नारावतो का राज हो गया था तो उस में चम्पावत राठौड़ अभी कैसे राज कर रहे हैं ?
Chamapavat KO pokarano ne WAP as jit kar di
नरावतो द्वारा विद्रोह करने पर जोधपुर महाराजा अभय सिंह ने अपने संमत माहासिह चंपावतो को84 गांव व पोकरण जागीर में दे दिया था पोकरणो को 28गांव राव गोविंद s/0 राव नरोजी दिये गए थे पहले पता कर ले
❤❤
नैणसी तो कुछ ओर ही बता रहे हैं ।वे तो हरबूजी सांखला की दोहिती बताया है।लक्ष्मी जो राव सूजा को परणाई थी,व राव नरे की माता थी,
🙏🙏
जै थानक लिधौ जलम,
माल जिसे महवेच ,
नर अवतरी नीपजे ,
खत्रवट भड खेड़ेच
हुकम अरज इस कवीता का अर्थ समजावे सा
अतिसुन्दर
भाटी साहब बिहारीदासोत भाटियो कि कोई ऐतिहासिक बात सुनाओ 🙏🙏
Apa vir the hi nahi
🙏
हुक्म जैसल धाड़वी रानी तोलादे कि बात सुनाओ सा
भाटी साहब खम्मा घणी राणा जी पूजा जी सोलंकी पर भी वीडियो बनावे हुकुम ताकि लोगों को असलियत का पता लगे आप जैसे लोगों से ही उम्मीद है की असलियत सामने आए । कंट्रोवर्सी हो रही है।।आप एक अच्छा सा वीडियो बनाकर शेयर करें ताकि कम से कम अपने समाज को तो पता लगे राणा पूंजा जीसोलंकी पानरवा ठिकाने के राजपूत थे। हालांकि संत और महापुरुषों को जाति के तराजू में तोलना न्याय संगत नहीं है ।
👍👍
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चालाक तो NARAWAT थे जो किले को कब्जे किया
एक ये बात समझ नही आई मुसलमानी की olad कोन है