लगता है गुरुदेव ने कभी रक्तदान नहीं किया क्योंकि खाना और पानी के बगैर भी किसी की जान बचाई जा सकती है लेकिन जिसको खून की जरूरत होती है उसकी जान रक्त से ही बचाई जा सकती है इसलिए रक्तदान महादान
श्रीमान जी से पहले पांच तत्व मिलते हैं तब जाकर शरीर बनती है शरीर में खून बनता है उसके लिए जल और भोजन से ही यह सब उत्पन्न हुआ है तो एक ही उसमें से आप तर्क लेने के लिए ज्यादा आदमी अलग लगता है
Shreemaan Bhai sahab aapka kathan ardh satya hai. Raktdaan ya to bimaari mein kiya jaata hai ya accident case mein jo ek apwaad swaroop hai aur samaanya paristhitiyo mein raktdaan ki jaroorat hi nahi padti hai wo ya to kisi badi bimaari ke samay ya accident jaisi aapaatkaalin paristhitiyo mein padti hai lekin pratham aur praathamik to jal aur anndaan ki hi jaroorat padti hai. Isiliye Guruji ne Jaldaan aur anndaan ki baat kahi aur isiliye jagah jagah par pyau bandwai jaati hai jisse log jal peene ka laabh prapt kar sake. Waise gyaan daan bhi sarvshrest kahlaata hai kyunki gyaan ke bina Insaan pashu tulya hai. Jab samyak gyaan Insaan mein hoga tabhi use sukrut kaarya karne ki prerna milegi. Jai Shree Raam. Jai Jinendra. Jai shree Krishna.🙏🙏
सबसे बड़ा दान कौन सा है इस प्रश्न पर चर्चा चल रही है सही उत्तर क्याहै (१) प्रथम तो जिस व्यक्ति को या जीव को जिस वस्तु की अत्यंत आवश्यकता है और वह उसके पास नहीं है तो उसे वस्तु को वही चीज दान दे देना ही उत्तम होता है (ध्यान रहे आवश्यकता का आर्थिक केवल और केवल नितांत आवश्यकता के लिए है ना की स्वार्थ की पूर्ति के लिए (२) जो धन सबसे उत्तम है उसी का दान सबसे महान कहलाता उत्तम कहलाता है शास्त्रों में विद्या(शिक्षा/Gyan) को सबसे प्रधान धन माना गया है विद्याधानम सर्व धन प्रधानम अर्थात विद्या धन सबसे उत्तम धन है इसलिए विद्या दान ही सबसे बड़ा दान होता है ओमनमस्ते
Guru ji🙏.Aap ye bhi kah dete ki Guru Gobind Singh ne sarvansh daan de diya hindu tilak or janaeo ki khatir.Isse bada na kabhi daan tha na hai or na hoga🙏
Radhe Radhe Guruji Mera prashn yah hai ki man baap apne bacchon ko Sanskar to Dete Hain but dete Hue bacche Bigad Jaaye to ismein kya man Baap Ki Galti Hai
यह बताओ कथावाचक जी सनातन धर्म की बात करते हो और पुनर्विवाह की सलाह दे रहे हो तो यह बताओ कि विवाह में कन्यादान की जगह विधवा दान करवाओगे या पति पत्नी का रिश्ता 7 जन्म से घटाकर अब 7 वर्ष मान लिया गया है ? विवाह के समय सम्पूर्ण संसार के पुरुष पति को छोड़कर भाई पिता या पुत्र होते है तो अब कोई विधवा किसके साथ घर बसाए भाई के साथ पिता के साथ या पुत्र के साथ ? हो सके तो थोड़ा गीता का भी कभी कभार अध्ययन कर लिया करें और थोड़ा वेद, उपनिषद असली जय ग्रंथ पौलस्त्य वध का अध्यन करे और गप्प मारना बन्द करें
श्रीमान जी अपने यहां सात जन्म का रिश्ता होता था लेकिन इस कलयुग में चारों तरफ रक्षाष कालनेमी बैठे हैं जो नारी महिला को सिर्फ और सिर्फ भोग की वस्तु समझते हैं इसलिए हिंदू समाज की जो विशेषता है कि अपने समाज में हमेशा बदलाव करने की इसलिए विधवा पुनर्विवाह का जो प्रचलन शुरू हुआ है इसमें कहीं भी कोई दो राय नहीं की एक विधवा की दुख आप नहीं समझोगे जब अपने सामने अपनों को तड़पते हुए कितनी दर्द भारी जिंदगी जीना पड़ता है यह शायद एक विधवा को ही एहसास होता है और उसे किस तरह से समाज में तड़प तड़प जीना पड़ता है और बेरहम ज़ाहिल समाज से बचने का एक उपाय देखा गया विधवा पुनर्विवाह करके अगर वह अपना जीवन फिर से निर्वाह कर सकती है हिंदू शास्त्र में ज्ञान है आपकी बात से मैं सहमत हूं लेकिन अगर आपकी बेटी बहन जिस दिन विधवा होगी उस दिन फिर सवाल करना तो पता चलेगा दुख होता है
@@ramrajyamission Bhai sahab pati ke jeete jeet wo sab bhai pita aur putra ka riste maane to thik hai lekin ye kalyug hai aur jab kisi ka pati mar jaata hai aur stri vidhwa ho jaati hai to uske saare maansik aur samaajik riste khatam ho jaate hai. Jab stri aur purush barabar ke hai to unke adhikaar bhi barabari ke hone chahiye. Vidhwa purush vivah/Shaadi kare to wo thik lekin ek stri kare to aapati jataani shuru. Kalyug mein ek vidhwa ki jimmedaari lene ke liye sab bhaag jaate hai bhai putra pita sab kyunki uske liye aapsi paarivaarik prem, samp, samman aur aarthik majboot sthithi kaa hona bhi jaroori hai. Kalyug mein haalat aur paristhiti ke hisaab se sab upyukt aur thik hai. Batao us stri ka kya hoga jo javaani mein hi shaadi ke 1-6 mahine mein hi vidhwa ho gayi.Ab uska sansar kaise chalega. Uski dabi hui san ischaao aur ufanti kaam vasanao ka kya hoga. Kya uske adhikaaro aur bhavnao ko maarna ek prakaar se iss kalyug mein paap nahi hoga. Kya use dobara sar uthaakar jine ka saamaajik adhikaar nahi hoga. Yadi samaajik adhikaar aur kanooni adhikaar hoga aur wo uske parivaar wale chaahte hai to uska punarvivah karna aavashyak hoga.
महराज जी मरने के बाद माता पिता पत्नी के फोटो की पूजा करना चाहिए या नहीं। मैं माता पिता को ही भगवान मानता हूं। मैं प्रतिदिन उनकी पूजा करता हूं क्या यह गलत है। कृपया मुझे कमेंट द्वारा जरूर बताएं।
@pardeep24160 मुक्ति किसी को कोई दिलाता नही है अपने कर्मो से मिलती है। जैसा हम कर्म करेंगे उसी अनुसार फल मिलेगा चाहे जिंदा रहें या मर जाएं। अगर माता पिता की पूजा नही करना चाहिए तो उस पत्थर की मूर्ति में क्या रखा है। शास्त्र भी यही कहता है कि माता पिता धरती पर भगवान के रूप हैं। लोग पितृ पक्ष में पानी देते हैं क्या साल में पंद्रह दिन ही पितृ पानी पीते हैं। मैं स्नान करने के बाद रोज पितरों को पानी देता हूं। मैं ढोंग में विश्वास नहीं करता हूं मैं हकीकत में विश्वास करता हूं। कुछ ढोंगी है जो सनातन धर्म को हंसी का पात्र बना दिए हैं। कर्म का फल कभी नष्ट नहीं होता है चाहे कितना ही पूजा पाठ यज्ञ कर लें। मैं सीता राम का उपासक हूं और इन्ही के आदर्शों पर चलने का प्रयास करता हूं। माता पिता चाहे जिंदा हों या मर गए हों वह सदा पूज्यनीय हैं और प्रथम गुरु तथा भगवान हैं। जय माता पिता जय सीताराम।
Ye toh thik h mata pita bhagwan hote h per mrne k baad ydi unki puja kroge toh jo unke mrte time rog kst ichaye hoti h whe apne sarir ka madum bnakr apne kst bhogte h or hm jitni jyada puja krenge wo apko utna hi kst denge kyonki mrne k baad koi kisi ka nhi hota hmara rista sarir ka h baki jsa apko shi lge esa kro Bhai hme koi dikt nhi
@pardeep24160 फिर लोग मरने के बाद पुण्य तिथि क्यों मनाते हैं। मैं जाति का ब्राह्मण हूं। पुण्य तिथि में लोग फोटो पर फूल चढ़ाते हैं धूप बत्ती दिखाते हैं क्यों। क्षमता अनुसार रामायण करवाते हैं ब्राह्मण खिलाया जाता है क्यों। मैं श्री सीताराम का उपासक हूं फोटो उनका भी पूजा जता है वैसे फोटो माता पिता का भी है। यह केवल उनके प्रति प्रेम और सम्मान दर्शाता है। मैं अपने धर्म पत्नी के फोटो पर भी डेली फूल चढ़ाता हूं। नेताओं के समाधि पर लोग फूल क्यों चढ़ाते हैं। मैं आज 73 साल का हूं डेली पांच किलोमीटर मॉर्निंग वॉक करता हूं एक घंटा योगा करता हूं आज तक मेरे शरीर में कोई समस्या नहीं है। मैं अपने आप को पचास साल से अधिक नही मानता हूं। यह मेरे पूज्यनीय माता पिता और धर्म पत्नी का ही आशीरबाद है। मैं रिटायर गवर्नमेंट ऑफिसर हूं। मेरे तीन बच्चे हैं सभी सम्मान पूर्वक अपने पैर पर खड़े हैं। मैं आज तक कभी चाय तक नहीं पिया हूं ऐसे मेरे बच्चे हैं सभी अच्छे पदों पर हैं। मेरे परिवार में नशा नाम कोई चीज नहीं है। जय श्री सीताराम।
❤ 9:49 ❤❤❤❤❤❤❤
Good morning.,...
Hare krishna....
राधे राधे ❤❤❤
केवल आध्यात्मिक प्रश्नों को पूछने की इजाजत दी जानी चाहिए अन्य प्रश्नों को नहीं
जय|श्री|राधै|राधै
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
धर्म की शक्ति गजब की हैं, कैसे कैसे टाइटल लें कर आ जाते हैं, पैसे कमाने के लिए ना धर्म को छोड़ते हैं और ना महात्माओ को का इस्तेमाल करने से चूकते हैं
Jay guru ji
लगता है गुरुदेव ने कभी रक्तदान नहीं किया क्योंकि खाना और पानी के बगैर भी किसी की जान बचाई जा सकती है लेकिन जिसको खून की जरूरत होती है उसकी जान रक्त से ही बचाई जा सकती है इसलिए रक्तदान महादान
श्रीमान जी से पहले पांच तत्व मिलते हैं तब जाकर शरीर बनती है शरीर में खून बनता है उसके लिए जल और भोजन से ही यह सब उत्पन्न हुआ है तो एक ही उसमें से आप तर्क लेने के लिए ज्यादा आदमी अलग लगता है
Guru ji ka khne k mtlb ap samjhe nhi lekin gharati pe rhnle ke liye khana aur pani bahut jaruri h
Shreemaan Bhai sahab aapka kathan ardh satya hai. Raktdaan ya to bimaari mein kiya jaata hai ya accident case mein jo ek apwaad swaroop hai aur samaanya paristhitiyo mein raktdaan ki jaroorat hi nahi padti hai wo ya to kisi badi bimaari ke samay ya accident jaisi aapaatkaalin paristhitiyo mein padti hai lekin pratham aur praathamik to jal aur anndaan ki hi jaroorat padti hai. Isiliye Guruji ne Jaldaan aur anndaan ki baat kahi aur isiliye jagah jagah par pyau bandwai jaati hai jisse log jal peene ka laabh prapt kar sake. Waise gyaan daan bhi sarvshrest kahlaata hai kyunki gyaan ke bina Insaan pashu tulya hai. Jab samyak gyaan Insaan mein hoga tabhi use sukrut kaarya karne ki prerna milegi.
Jai Shree Raam. Jai Jinendra. Jai shree Krishna.🙏🙏
तुम्हारे हिसाब से रक्तदान ही सबसे बड़ा दान है क्या?
Sahi kaha
सबसे बड़ा ज्ञान तत्वज्ञान है जो संत रामपाल जी महाराज जी के पासहै
Bahi jo jail mai gay the
सबसे बड़ा दान कौन सा है
इस प्रश्न पर चर्चा चल रही है
सही उत्तर क्याहै
(१) प्रथम तो जिस व्यक्ति को या जीव को जिस वस्तु की अत्यंत आवश्यकता है और वह उसके पास नहीं है तो उसे वस्तु को वही चीज दान दे देना ही उत्तम होता है (ध्यान रहे आवश्यकता का आर्थिक केवल और केवल नितांत आवश्यकता के लिए है ना की स्वार्थ की पूर्ति के लिए
(२) जो धन सबसे उत्तम है उसी का दान सबसे महान कहलाता उत्तम कहलाता है
शास्त्रों में विद्या(शिक्षा/Gyan) को सबसे प्रधान धन माना गया है
विद्याधानम सर्व धन प्रधानम
अर्थात विद्या धन सबसे उत्तम धन है
इसलिए विद्या दान ही सबसे बड़ा दान होता है
ओमनमस्ते
जय गुरुदेव की ❤❤🎉🎉❤🎉🎉❤🎉🎉🎉❤
Guru jee Radhe Radhe
Radhe radhe guru ji
सबसे बड़ा दान गौ दान हैं।
Radhe Radhe
Sabse bada daan praan daan jaise rakt daan
Guru ji🙏.Aap ye bhi kah dete ki Guru Gobind Singh ne sarvansh daan de diya hindu tilak or janaeo ki khatir.Isse bada na kabhi daan tha na hai or na hoga🙏
Radheradhe, guru, ji
Radhe Radhe Guruji aap itne hajir jawab Kaise Ho Har prashn ka Uttar hai aapke pass main aapki bahut badi fan hun main Rajasthan se bol rahi hun
Radhe radhe guruji mera name rajbali Manjhi 🎉🎉🎉
हरे कृष्ण
Radhe radhe guruji
sabse bada gyan ......vigyan
Radhe Radhe Guruji Mera prashn yah hai ki man baap apne bacchon ko Sanskar to Dete Hain but dete Hue bacche Bigad Jaaye to ismein kya man Baap Ki Galti Hai
Jai shree radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe
थंबनेल अंध भक्तों, सनातनियों के लिए, कलयुग के गुरुओं को मुबारक 😮
Gadna aur dbana me kya antara hota hai??
गुरुगीआपक्योसिसप्रस्नोतरिंफसगायेयेप्रोग्रांबंडकरोईसासीपनीमेजक्योकामकरराहेहोईसेसप्रवाचांसुरुकरे.
👍🙏💐❤️
કુળદેવી ની બાજુમાં પૂર્વજ દાદા સ્થાન હોય છે
Kiya isme Guru ji aayenge?
Aap ka man chahe to karsakti he don't say ageing ..
तुलसी चबाने में और निगलने में किया फरक है
Baba ji corona ke time koi bhagwan bhi kaam nahi aaya ushko kya bolenge
सबसे बड़ा दान विद्या दान है
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂😂😂❤❤
Vidhaya daan sabse bada daan hai
यह बताओ कथावाचक जी सनातन धर्म की बात करते हो और पुनर्विवाह की सलाह दे रहे हो तो यह बताओ कि विवाह में कन्यादान की जगह विधवा दान करवाओगे या पति पत्नी का रिश्ता 7 जन्म से घटाकर अब 7 वर्ष मान लिया गया है ? विवाह के समय सम्पूर्ण संसार के पुरुष पति को छोड़कर भाई पिता या पुत्र होते है तो अब कोई विधवा किसके साथ घर बसाए भाई के साथ पिता के साथ या पुत्र के साथ ? हो सके तो थोड़ा गीता का भी कभी कभार अध्ययन कर लिया करें और थोड़ा वेद, उपनिषद असली जय ग्रंथ पौलस्त्य वध का अध्यन करे और गप्प मारना बन्द करें
श्रीमान जी अपने यहां सात जन्म का रिश्ता होता था लेकिन इस कलयुग में चारों तरफ रक्षाष कालनेमी बैठे हैं जो नारी महिला को सिर्फ और सिर्फ भोग की वस्तु समझते हैं इसलिए हिंदू समाज की जो विशेषता है कि अपने समाज में हमेशा बदलाव करने की इसलिए विधवा पुनर्विवाह का जो प्रचलन शुरू हुआ है इसमें कहीं भी कोई दो राय नहीं की एक विधवा की दुख आप नहीं समझोगे जब अपने सामने अपनों को तड़पते हुए कितनी दर्द भारी जिंदगी जीना पड़ता है यह शायद एक विधवा को ही एहसास होता है और उसे किस तरह से समाज में तड़प तड़प जीना पड़ता है और बेरहम ज़ाहिल समाज से बचने का एक उपाय देखा गया विधवा पुनर्विवाह करके अगर वह अपना जीवन फिर से निर्वाह कर सकती है हिंदू शास्त्र में ज्ञान है आपकी बात से मैं सहमत हूं लेकिन अगर आपकी बेटी बहन जिस दिन विधवा होगी उस दिन फिर सवाल करना तो पता चलेगा दुख होता है
@@ramrajyamission Bhai sahab pati ke jeete jeet wo sab bhai pita aur putra ka riste maane to thik hai lekin ye kalyug hai aur jab kisi ka pati mar jaata hai aur stri vidhwa ho jaati hai to uske saare maansik aur samaajik riste khatam ho jaate hai.
Jab stri aur purush barabar ke hai to unke adhikaar bhi barabari ke hone chahiye. Vidhwa purush vivah/Shaadi kare to wo thik lekin ek stri kare to aapati jataani
shuru.
Kalyug mein ek vidhwa ki jimmedaari lene ke liye sab bhaag jaate hai bhai putra pita sab kyunki uske liye aapsi paarivaarik prem, samp, samman aur aarthik majboot sthithi kaa hona bhi jaroori hai.
Kalyug mein haalat aur paristhiti ke hisaab se sab upyukt aur thik hai.
Batao us stri ka kya hoga jo javaani mein hi shaadi ke 1-6 mahine mein hi vidhwa ho gayi.Ab uska sansar kaise chalega. Uski dabi hui san ischaao aur ufanti kaam vasanao ka kya hoga. Kya uske adhikaaro aur bhavnao ko maarna ek prakaar se iss kalyug mein paap nahi hoga. Kya use dobara sar uthaakar jine ka saamaajik adhikaar nahi hoga. Yadi samaajik adhikaar aur kanooni adhikaar hoga aur wo uske parivaar wale chaahte hai to uska punarvivah karna aavashyak hoga.
Sabse bada dan nam dam
Jo nail thumb m hai ..... aisa kuch hai pure video m , nahi pr kitna log gir gaye hai view k liye kuch bhi...
Tulsi Hamari Mata Hai To Kya Diwakar Nahin kha sakte hain Magar ghot sakte hain kyon
Sabse bada Gyan jisko hoga o nastik Bane jayega
Sabse bada hai raktdaan
गूरू जी पीएम जी से बोले ना
सिर्फ एक शिक्षा हि बडयि से
दान करें जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏
Sabse bada dan h bhumi dan
और dhumradaan 😢😮😮
कैश दान।
Iswar ko sabhi jeebon ko sakahari kyon nahi banaya.
Guruji ka latrin mein Bhagwan hote Hain
Kan kan me .
Anu parmanu se
Undivided partical tak me hain.
😊😅😅
तोता राम से बढ़ा नहीं है 😅
Putr dan kuyn nahi.
महराज जी मरने के बाद माता पिता पत्नी के फोटो की पूजा करना चाहिए या नहीं। मैं माता पिता को ही भगवान मानता हूं। मैं प्रतिदिन उनकी पूजा करता हूं क्या यह गलत है। कृपया मुझे कमेंट द्वारा जरूर बताएं।
Glt h Bhai unki puja nhi unki mukti krwao bhai 🎉
@pardeep24160 मुक्ति किसी को कोई दिलाता नही है अपने कर्मो से मिलती है। जैसा हम कर्म करेंगे उसी अनुसार फल मिलेगा चाहे जिंदा रहें या मर जाएं। अगर माता पिता की पूजा नही करना चाहिए तो उस पत्थर की मूर्ति में क्या रखा है। शास्त्र भी यही कहता है कि माता पिता धरती पर भगवान के रूप हैं। लोग पितृ पक्ष में पानी देते हैं क्या साल में पंद्रह दिन ही पितृ पानी पीते हैं। मैं स्नान करने के बाद रोज पितरों को पानी देता हूं। मैं ढोंग में विश्वास नहीं करता हूं मैं हकीकत में विश्वास करता हूं। कुछ ढोंगी है जो सनातन धर्म को हंसी का पात्र बना दिए हैं। कर्म का फल कभी नष्ट नहीं होता है चाहे कितना ही पूजा पाठ यज्ञ कर लें। मैं सीता राम का उपासक हूं और इन्ही के आदर्शों पर चलने का प्रयास करता हूं। माता पिता चाहे जिंदा हों या मर गए हों वह सदा पूज्यनीय हैं और प्रथम गुरु तथा भगवान हैं। जय माता पिता जय सीताराम।
Ye toh thik h mata pita bhagwan hote h per mrne k baad ydi unki puja kroge toh jo unke mrte time rog kst ichaye hoti h whe apne sarir ka madum bnakr apne kst bhogte h or hm jitni jyada puja krenge wo apko utna hi kst denge kyonki mrne k baad koi kisi ka nhi hota hmara rista sarir ka h baki jsa apko shi lge esa kro Bhai hme koi dikt nhi
@pardeep24160 फिर लोग मरने के बाद पुण्य तिथि क्यों मनाते हैं। मैं जाति का ब्राह्मण हूं। पुण्य तिथि में लोग फोटो पर फूल चढ़ाते हैं धूप बत्ती दिखाते हैं क्यों। क्षमता अनुसार रामायण करवाते हैं ब्राह्मण खिलाया जाता है क्यों। मैं श्री सीताराम का उपासक हूं फोटो उनका भी पूजा जता है वैसे फोटो माता पिता का भी है। यह केवल उनके प्रति प्रेम और सम्मान दर्शाता है। मैं अपने धर्म पत्नी के फोटो पर भी डेली फूल चढ़ाता हूं। नेताओं के समाधि पर लोग फूल क्यों चढ़ाते हैं। मैं आज 73 साल का हूं डेली पांच किलोमीटर मॉर्निंग वॉक करता हूं एक घंटा योगा करता हूं आज तक मेरे शरीर में कोई समस्या नहीं है। मैं अपने आप को पचास साल से अधिक नही मानता हूं। यह मेरे पूज्यनीय माता पिता और धर्म पत्नी का ही आशीरबाद है। मैं रिटायर गवर्नमेंट ऑफिसर हूं। मेरे तीन बच्चे हैं सभी सम्मान पूर्वक अपने पैर पर खड़े हैं। मैं आज तक कभी चाय तक नहीं पिया हूं ऐसे मेरे बच्चे हैं सभी अच्छे पदों पर हैं। मेरे परिवार में नशा नाम कोई चीज नहीं है। जय श्री सीताराम।
Islam dharam me Aaj Tak 1 bhi varadh Aasaram Nahin he na hi 1 bhi varadh Aasaram me dala he❤❤❤❤ Islam dharam hi sabse ucha dharam he❤❤❤🎉🎉🎉
Aapko itna Gyan hai to aapki Kavita death nahin kya logon ko bevkuf banaa rahe
Vedya dan Sabse bara hai
वि
विद्याज्ञान
Corona meh sab say zyaadha Sanatani marr gaya , iss ka kaaran kaya tha ?
CHAMRA DAN
Jhut Koro na me muslim ne to nhi jalaya jameen me Gada tha
गुरुजी को जय श्रीराम जयपाल गुप्ता गुरुजी को जय श्री राम कहते हैं
Naga sadhu sanyasi nahi hote kya unke pass hanesa agnikund hota hota hai kyon public ko murkh bana rahe ho
💯 % bahuo ki galtiya he
Fir to sant husuvarag me jayegen baki to narak me jayegen😮😮😮
Nahin bhai Muslim log narak Mein Jaenge Kyunki unke Karam hi Aise Hain
Radhe krishna guru ji
Radhe Radhe guru ji
Radhe radhe guru ji