क्यों हुआ भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन में युद्ध | Krishna vs Arjun | युद्ध देख महादेव क्यों काँप उठे❓ Video Link : ruclips.net/video/P4ve18ayOx0/видео.html
ऋषि दुर्वासा के पीछे क्यों पड़ गया था सुदर्शन चक्र | Hindi kahaniya | Bhakti Kahani | Maha Warrior | Durvasa Rishi ki Kahani Mahabharat | Hindi Cartoon | Ancient Hindu Stories | Mahabharat Katha | Durvasa Rishi Kaun the | Cartoon in Hindi | Ramayan Katha | Mythology | Mythology Stories | Indian Mythology Stories | ऋषि दुर्वासा vs सुदर्शन चक्र | Hindi Stories | Durvasa Stories | Bhakti Kahani | Stories
Pls ❤love and help🤝 fish🐠🐋🐟 animals🐘🐒🐯🐶🐐🐰🐄🐖🐭🐎🐗 birds 🐔🦜🕊🐤🦅and wll creatures🐛🐍🐜🐔 old adopt animals birds and injured animals birds pls dont kill and eat animals birds fish for a sake of taste if you were in there place or ur loved once how painfull😩 would for u feel their pain stop animals birds fish cruelty be vegan🥦🥕🌽 animals birds fish also deserve happy life pls 🚘drive slowly don't kill animals birds by driving speed drive slowly ur life also save they life also save pls put a water and food on roof top for birds pls share everyone like this🙏
bhai ye sab to bhagwan ki leela hai hanuman ji ne sudarshan ko apne muh ke ander le liya tha and sudarshan hanuman ji ke muh ke ander hi ghumta raha so bhagwan kitne shaktishali hai aap smjh hi skte ho
भगवान विष्णु कभी सुदर्शन के बिना रहे ही नही चाहे कोई भी पुराण उठा लो सबमे सृस्टि के आदि मे उनकी शंख,चक्र गदा पदम आदि के साथ ही बताया गया है चाहे शिव पुराण हो या विष्णु पुराण वैसे ही शिव भी सृस्टि के आदि मे सदा त्रिशूल के साथ ही प्रकट हुए... मध्यकाल मे ग्रंथो के साथ बहुत सारी मिलावट हुई हैँ कई लोककथाओं को भी ब्राह्मणवाद के छलते पुराणो मे मिश्रित कर दिया गया.. इसीलिए शैव पुराण अनुसार विष्णु जी को सुदर्शन चक्र शिव जी ने दिया था अपना नेत्र अर्पित करने के फलस्वरूप और वैष्णव पुराणों के अनुसार शिव को त्रिशूल और नंदी विष्णु जी ने प्रदान किया था उनके तप के फलस्वरूप. जबकि दोनों ही पुराणों मे सृस्टि के आरम्भ मे ही शिव त्रिशूल के साथ और विष्णु सुदर्शन चक्र के साथ प्रकट होते हैँ एक तरफ शिव पुराण मे शिव के अवतारों को बड़ा दिखाने के किये विष्णु के अवतारों को अहंकारी मोहग्रसित दिखाया गया है वहीँ विष्णु पुराण मे शिव का मोहिनी को देखके कामातुर होना बताया गया और भस्मासुर से अत्यंत भयभीत दिखाया गया उस शिव को जो बिना किसी भय के हलाहल पी गए. ब्रह्मा जी की तों बड़ी दुर्दशा है पुराणों मे शिव पुराण मे उनको अहंकारी देव के रूप मे ही दर्शाया गया है कहीं से भी नहीं लगता की सृस्टि की प्रमुख तीन शक्तियों मे से एक हैँ सबसे ज्यादा मिलावट शैव पुराणों मे ही हुई है क्युकी देवताओं के आपसी युद्ध के ज्यादातर कथाएं शैव पुराणों मे ही मिलती हैँ.. शाक्त, वैष्णव,गणपतय सौर आदि मे भी है लेकिन बहुत कम मात्रा मे त्रिदेवो का स्तर उतना नीचे नही गिराया गया अन्य सम्प्र्दायो के शास्त्रों मे आज सवाल पूछिए खुद से क्या लीला के नाम पर यह कथाएं समाज मे भ्रम उतपन्न नहीं करती जो ईश्वर के गुणों के विरुद्ध विरोधाभास नहीं दर्शाती? इसका अर्थ यह सभी कथाएं शैव और वैष्णव,शाक्त मतभेद के चलते मिलावट की गयी प्रतीत होती हैँ क्युकी जो शिव पुराण ब्रह्मा शिव विष्णु को ओमकार ॐ के तीन भाग बोलके वर्णित कर रहा है और जो विष्णु पुराण ब्रह्मा विष्णु शिव को परमात्मा महाविष्णु का ही रूप बता रहा वो अन्य स्थान पर एक को बड़ा दूसरे को छोटा क्यों दिखायेगा 🤔 और पता नहीं किन लोगो ने सस्ता नशा करके यह स्टोरी बनाके मिलावट की होंगी इस कथा मे भी यह कहा गया है की विष्णु जी को संसार कमलनयन बोलता है इसलिये कमल की जगह अपनी आंख चढ़ा दी 🤔इस हिसाब से स्त्री की सुंदरता मे उसे मृग नयनी कहा जाता है तों क्या सही मे वो हिरणी मान ली जाएगी क्या? कमल नयन एक विशेषण है विष्णु जी की सुंदर रूप का की कमल की पंखुड़ी समान सुंदर नयन वाले लेकिन विधर्मियो ने इसका गलत उदाहरण बना दिया सस्ता नशा करके 🤔और शरभ द्वारा नरसिंघ को पराजित कर उनकी खाल को शिव का वस्त्र बाघंबर का कारण घोषित कर दिया गया उन मूर्खों ने मिलावट करने से पहले इतना भी दिमाग़ नहीं लगाया की शिव बाघ की खाल पहनते हैँ ना की सिंह की क्युकी नर सिंह का अर्थ आधा नर आधा शेर और शिव पुराण और अन्य सभी पुराणों के अनुसार सृस्टि के आरम्भ से ही शिव बाघंबर रूप ही रखते हैँ और दूसरी बात भगवान की सच्चिदानंद मय देह होती है पंचभौतिक नहीं जो कोई भी अंग अलग हो जायेगा हाँ हायग्रीव अवतार के लिए सर अलग करने की माया रची थी उसका भी उद्देश्य था विधर्मी इन्ही भ्रामक कथाओं के माध्यम से हिन्दू राजाओं को आपस मे लड़वाते रहे और हम सब मुर्ख बनते रहे supremacy के गेम मे.. जो सनातन धर्म सर्वाव्यापी ईश्वर तत्व का विराट विज्ञान था वो मात्र उन देवताओं का धर्म बनके रह गया जो supremacy के लिए आपस मे लड़ते रहते हैँ फिर उनके भक्तो का क्या कहना.. वो क्यों नही लड़ेंगे.. हमारे भगवान ऐसे होंगे क्या? 😎
भाई वो लीला थी ईश्वर की जिससे यह सिद्ध हो सके की किसी धर्मात्मा को नुकसान पहुंचाने वाले की रक्षा त्रिदेव भी नही करते.. दूर्वासा ऋषि स्वयं शिव के अंश अवतार थे.. यह लीला थी भक्त अम्ब्रीश की महिमा संसार मे अमर करने हेतु 🙏🏻इसीलिए इन ऋषि का अपमान मत करिये 🙏🏻
क्यों हुआ भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन में युद्ध | Krishna vs Arjun | युद्ध देख महादेव क्यों काँप उठे❓
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Hare krishn nice video thank you for aploded
आपकी कहानियां बहुत अच्छी लगती है ❤️🥰👌🏻✌️
Har har Mahadev 💙💙🖤🖤💙💙🖤🖤💙💙🖤🖤💙💙🖤🖤💙
ऋषि दुर्वासा के पीछे क्यों पड़ गया था सुदर्शन चक्र | Hindi kahaniya | Bhakti Kahani | Maha Warrior | Durvasa Rishi ki Kahani Mahabharat | Hindi Cartoon | Ancient Hindu Stories | Mahabharat Katha | Durvasa Rishi Kaun the | Cartoon in Hindi | Ramayan Katha | Mythology | Mythology Stories | Indian Mythology Stories | ऋषि दुर्वासा vs सुदर्शन चक्र | Hindi Stories | Durvasa Stories | Bhakti Kahani | Stories
जय श्री कृष्णा
Jai shree Vishnu ❤️🚩🙏 jai shree Krishna 🙏 jai shree ram 🙏
Bhakti mein hi Shakti hai
Jai Shri Hari 🌺🌺🙏
Jay shree Laxmi Narayan ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️🚩
Bhakti mein hi Shakti hai
Jai Shri Hari 🌺
Jai Shree Ram Har Har Mahadev Jai Shree Hari Vishnu Jai Raja Amrish
Om Tridev namoh om Surya devaye namah
Om. Shiva
🕉 नमो नारायणाय। जय श्री हरि विष्णु भगवान। 🕉 नमः शिवाय। जय हो भगवान शिव।
Jai Shree Krishna..
आपकी कहानी रोज आना चाहिए ❤️🥰👍
How you make these animations? PLEASE REPLY PLEASE REPLY PLEASE REPLY
जय हरि विष्णु ❤️🙏🏻🌹🦚
Harekrisna
Om namo Narayana 🙏🙏👍
🙏Jai Ho 🙏
God Vishnu you are very nice
ऊं श्रीं श्रीं लक्ष्मी नारायण हरि हरि
जय माता दी
Jai Vishnu Ji🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai shree hari Vishnu 🙏
5th xomment
Nice video
हर हर महादेव
Jay Lakshmi Narayan
जय श्री कृष्णा 🙏🏻❤️🦚
Pls ❤love and help🤝 fish🐠🐋🐟 animals🐘🐒🐯🐶🐐🐰🐄🐖🐭🐎🐗 birds 🐔🦜🕊🐤🦅and wll creatures🐛🐍🐜🐔 old adopt animals birds and injured animals birds pls dont kill and eat animals birds fish for a sake of taste if you were in there place or ur loved once how painfull😩 would for u feel their pain stop animals birds fish cruelty be vegan🥦🥕🌽 animals birds fish also deserve happy life pls 🚘drive slowly don't kill animals birds by driving speed drive slowly ur life also save they life also save pls put a water and food on roof top for birds pls share everyone like this🙏
Har har Mahadev
❤
जय हो
Jai LaxmiNarayna
how you make these types of animations? Please reply
Nice
तुम न
Jai Siya Ram
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123th liker
Kyu ki bhagwan Vishnu Ka janam hota hai to chakra usa sath tavi rehta hai
🙏❤️
Which app do you use for animation
Adobe Animate
@@MahaWarrior there are many apps with this name, which one is authentic
@@JioclAshy bhai aap nhi software hai Animate cc for computers
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The gods are helpless and defenseless from their weapons. Who is more powerful? The gods or the weapons? 🤔🤔🤔
bhai ye sab to bhagwan ki leela hai hanuman ji ne sudarshan ko apne muh ke ander le liya tha and sudarshan hanuman ji ke muh ke ander hi ghumta raha so bhagwan kitne shaktishali hai aap smjh hi skte ho
@@ChikuTV-zo8qf 🤣🤣
@@totoitekelcha7628 ☪️huslims can't understand the almighty Hindu GODS😏
@@riddhima2 I am not chuslim 😁😁
@@totoitekelcha7628 then ?
Omnamobhagavtevssudevsykijayho
Galat dikhiya hai ki shiv bhagwan Vishnu Ko chakra diya tha
Vishnu ji ne shiv ji ko trishul Diya tha
भगवान विष्णु कभी सुदर्शन के बिना रहे ही नही चाहे कोई भी पुराण उठा लो सबमे सृस्टि के आदि मे उनकी शंख,चक्र गदा पदम आदि के साथ ही बताया गया है चाहे शिव पुराण हो या विष्णु पुराण वैसे ही शिव भी सृस्टि के आदि मे सदा त्रिशूल के साथ ही प्रकट हुए... मध्यकाल मे ग्रंथो के साथ बहुत सारी मिलावट हुई हैँ कई लोककथाओं को भी ब्राह्मणवाद के छलते पुराणो मे मिश्रित कर दिया गया.. इसीलिए शैव पुराण अनुसार विष्णु जी को सुदर्शन चक्र शिव जी ने दिया था अपना नेत्र अर्पित करने के फलस्वरूप और वैष्णव पुराणों के अनुसार शिव को त्रिशूल और नंदी विष्णु जी ने प्रदान किया था उनके तप के फलस्वरूप. जबकि दोनों ही पुराणों मे सृस्टि के आरम्भ मे ही शिव त्रिशूल के साथ और विष्णु सुदर्शन चक्र के साथ प्रकट होते हैँ एक तरफ शिव पुराण मे शिव के अवतारों को बड़ा दिखाने के किये विष्णु के अवतारों को अहंकारी मोहग्रसित दिखाया गया है वहीँ विष्णु पुराण मे शिव का मोहिनी को देखके कामातुर होना बताया गया और भस्मासुर से अत्यंत भयभीत दिखाया गया उस शिव को जो बिना किसी भय के हलाहल पी गए. ब्रह्मा जी की तों बड़ी दुर्दशा है पुराणों मे शिव पुराण मे उनको
अहंकारी देव के रूप मे ही दर्शाया गया है
कहीं से भी नहीं लगता की सृस्टि की प्रमुख तीन शक्तियों मे से एक हैँ सबसे ज्यादा मिलावट शैव पुराणों मे ही हुई है क्युकी देवताओं के आपसी युद्ध के ज्यादातर कथाएं शैव पुराणों मे ही मिलती हैँ.. शाक्त, वैष्णव,गणपतय सौर आदि मे भी है लेकिन बहुत कम मात्रा मे त्रिदेवो का स्तर उतना नीचे नही गिराया गया अन्य सम्प्र्दायो के शास्त्रों मे
आज सवाल पूछिए खुद से
क्या लीला के नाम पर यह कथाएं समाज मे भ्रम उतपन्न नहीं करती जो ईश्वर के गुणों के विरुद्ध विरोधाभास नहीं दर्शाती?
इसका अर्थ यह सभी कथाएं शैव और वैष्णव,शाक्त मतभेद के चलते मिलावट की गयी प्रतीत होती हैँ क्युकी जो शिव पुराण ब्रह्मा शिव विष्णु को ओमकार ॐ के तीन भाग बोलके वर्णित कर रहा है और जो विष्णु पुराण ब्रह्मा विष्णु शिव को परमात्मा महाविष्णु का ही रूप बता रहा वो अन्य स्थान पर एक को बड़ा दूसरे को छोटा क्यों दिखायेगा 🤔 और पता नहीं किन लोगो ने सस्ता नशा करके यह स्टोरी बनाके मिलावट की होंगी इस कथा मे भी यह कहा गया है की विष्णु जी को संसार कमलनयन बोलता है इसलिये कमल की जगह अपनी आंख चढ़ा दी 🤔इस हिसाब से स्त्री की सुंदरता मे उसे मृग नयनी कहा जाता है तों क्या सही मे वो हिरणी मान ली जाएगी क्या? कमल नयन एक विशेषण है विष्णु जी की सुंदर रूप का की कमल की पंखुड़ी समान सुंदर नयन वाले लेकिन विधर्मियो ने इसका गलत उदाहरण बना दिया सस्ता नशा करके 🤔और शरभ द्वारा नरसिंघ को पराजित कर उनकी खाल को शिव का वस्त्र बाघंबर का कारण घोषित कर दिया गया उन मूर्खों ने मिलावट करने से पहले इतना भी दिमाग़ नहीं लगाया की शिव बाघ की खाल पहनते हैँ ना की सिंह की क्युकी नर सिंह का अर्थ आधा नर आधा शेर और शिव पुराण और अन्य सभी पुराणों के अनुसार सृस्टि के आरम्भ से ही शिव बाघंबर रूप ही रखते हैँ
और दूसरी बात भगवान की सच्चिदानंद मय देह होती है पंचभौतिक नहीं जो कोई भी अंग अलग हो जायेगा हाँ हायग्रीव अवतार के लिए सर अलग करने की माया रची थी उसका भी उद्देश्य था
विधर्मी इन्ही भ्रामक कथाओं के माध्यम से हिन्दू राजाओं को आपस मे लड़वाते रहे और हम सब मुर्ख बनते रहे supremacy के गेम मे.. जो सनातन धर्म सर्वाव्यापी ईश्वर तत्व का विराट विज्ञान था वो मात्र उन देवताओं का धर्म बनके रह गया जो supremacy के लिए आपस मे लड़ते रहते हैँ फिर उनके भक्तो का क्या कहना.. वो क्यों नही लड़ेंगे.. हमारे भगवान ऐसे होंगे क्या? 😎
_e1w
Saari akad dheeli padd gayi is dusht rishi ki.....bada akad mein rahta tha hamesha.....
भाई वो लीला थी ईश्वर की जिससे यह सिद्ध हो सके की किसी धर्मात्मा को नुकसान पहुंचाने वाले की रक्षा त्रिदेव भी नही करते.. दूर्वासा ऋषि स्वयं शिव के अंश अवतार थे.. यह लीला थी भक्त अम्ब्रीश की महिमा संसार मे अमर करने हेतु 🙏🏻इसीलिए इन ऋषि का अपमान मत करिये 🙏🏻