क्या भाव है .....गोलोकवासी संकीर्तन सम्राट स्वामी मुकुंद हरी जी बठिंडा वालो का लिखा हुआ भाव.....जिन्होंने सारी ज़िन्दगी निष्काम भाव से संकीर्तन करके अपने श्यामा श्याम को रिझाया ....बहुत दुःख होता है😔 जब आजकल के समय में कुछ सेल्फ मेड तथा कथित साध्विया -रसिक ३- ३ लाख लेते है उनके भाव गाने का.....बिजनेस बना रखा है भक्ति का ड्रामा करके
JAI SHREE SHYAM 🙏🙏🙏🙏🙏
Very nice song
Thank you ❤️
राधे राधे राधे 🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤
राधे राधे
क्या भाव है .....गोलोकवासी संकीर्तन सम्राट स्वामी मुकुंद हरी जी बठिंडा वालो का लिखा हुआ भाव.....जिन्होंने सारी ज़िन्दगी निष्काम भाव से संकीर्तन करके अपने श्यामा श्याम को रिझाया ....बहुत दुःख होता है😔 जब आजकल के समय में कुछ सेल्फ मेड तथा कथित साध्विया -रसिक ३- ३ लाख लेते है उनके भाव गाने का.....बिजनेस बना रखा है भक्ति का ड्रामा करके
Ha ye galat baat hai