Kya aap Yuvraj aur shradha ke liye story ka batate vahi wali mam hai agar aap koi gali mein hai to Aisa se iska aage ka episode kyon nahin a raha hai aap kripya hamen bataen
Page 5👇 उसकी आंखो में आंसू आ चुके थे और उसका गला रूंध गया था.. मैं आपसे बेहद मोहब्बत करती हूं युवराज... आई लव यू सो मच.... और आपके बिना जीने का कोई मकसद नहीं है अब मेरा...वो रोने लगी युवराज ने उसको कसकर अपनी आगोश में भर लिया। और उसका सिर सहलाने लगे.. तुम मेरा प्यार हो श्रद्धा, मेरी जान हो और जब तुम मेरे साथ हो तुम्हारा प्यार साथ है तो फिर किस बात के लिए डरती हो... मैं तुम्हारी आंखों में आंसु नहीं देख सकता श्रद्धा...मुझसे प्यार करती हो ना तो मुस्कुराकर दिखाओ... युवराज ने उसकी चिन पकड़कर उसका चेहरा ऊपर किया तो उसके लब मुस्कुरा उठे उन्होंने उसके गालों को चूमा तो उसकी आंखे बन्द हो गईं और गालों पर हया की लाली तेर उठी... वैसे ये पेंटिंग तुमने ही बनाई है ना... युवराज ने मस्ती में पूछा... क्यों आपको क्या लगता है कि बड़े आर्टिस्ट से बनवाकर लाई हूं.. उसने चिड़ते हुए कहा... तो क्या तुम बड़ी आर्टिस्ट नहीं हो... नहीं मेरा मतलब वो नहीं है... बड़ी तो हूं लेकिन इतनी बड़ी नहीं... तो फिर ये कैसे बना लिया... पहले तो मुझे सींग वाला डेविल बनाया था आज कैसे इतनी खूबसूरती से... क्योंकि तब आपसे प्यार नहीं था आज प्यार है... उनसे खोए हुए अंदाज़ में कहा... युवराज ने उसको अपनी बाहों में और कस लिया और उसकी आंखो में देखने लगे वो भी उनकी आंखो में खो गई। युवराज का चेहरा उसके चेहरे के बिल्कुल करीब था दोनों एक दूसरे की सांसे अपने चहरे पे महसूस कर रहे थे। दो धड़कते दिल एक दूसरे की आगोश में अपने "एहसास ए इश्क़" को महसूस कर रहे थे। युवराज उसके चेहरे पर झुके और हौले से उसके लबों को छू लिया। उसकी आंखे बन्द हों गई आज दोनों अपने इस प्यारे से एहसास को एक खूबसूरत लम्हें में क़ैद कर रहे थे। दोनों अपनी एक मीठी सी दुनियां में गुम थे कि तभी युवराज की नाक में कुछ अजीब सी गंध मेहसूस हुई... वो श्रद्धा से अलग हुए तो उनकी आंखे फटी की फटी रह गईं... पीछे से श्रद्धा के साड़ी के पल्लू ने दिए से आग पड़की हुई थी... और वो अपने इस प्यारे से मीठे से एहसास के चलते आखें बंद किए खड़ी थी... युवराज ने एक पल की देरी किए बिना उसके कंधे से पल्लू उतारा और उसे गोल गोल घुमाने लगे जिस से उसकी साड़ी के साथ उसकी भी आखें खुल गई और नीचे का नजारा देख उसके होश उड़ गए... युवराज ने उसकी साड़ी खोलकर एक तरफ़ फेंकी... श्रद्धा उनके सामने अब छोटे से नॉट ब्लाउज़ और पेटीकोट में थी। युवराज ने उसे अपने सीने में छुपाया और जलती साड़ी में पैर मारकर उसे बुझाया और श्रद्धा को पूरी तरह ख़ुद से कवर कर लिया... वो डर सी गई थी उसकी धड़कने तेज़ दौड़ रहीं थीं वहीं युवराज को भी ये डर था कि अगर ज़रा भी देर हो जाती तो श्रद्धा को नुकसान पहुंच सकता था। उन्होंने उसको गोद में उठाया वो एक टक युवराज को देखती रह गई। उसका डर अब गायब हो चुका था।युवराज अपनी मज़बूत बाहों में उठाकर अपने कमरे ले आए और बाथरूम में जाकर उसे नीचे उतार दिया... श्रद्धा तुम चेंज कर लो मैं लाकर देता हूं तुम्हें यहीं पे कपड़े...उन्होंने कहा और अलमारी से उसका नाइट सूट निकालकर उसे दे दिया.. ये लो आराम से चेंज कर के आ जाना इतने में गद्दे लाकर बेड पर बिछा देता हूं... वो बोलकर जानें ही वाले थे कि श्रद्धा ने उनका हाथ पकड़ रोक लिया... मैंने तो आपसे झूठ बोला था पानी गिरा है नहीं तो आप ऊपर कैसे जाते... गद्दे स्टोर रूम में हैं... युवराज ने आखें छोटी कर उसे देखा तो उसकी हंसी निकल गई.. युवराज उसके क़रीब जाने लगे उसने उन्हें धक्का दिया और दरवाज़ा बन्द कर लिया। युवराज ने अपने बालों मे हाथ फेरा और मुस्कुराने लगे... थोड़ी देर बाद दोनों बेड पर बैठे हुए थे.. कमरे में हल्की सी लैंप की रोशनी थी।उस रोशनी में श्रद्धा का प्यारा सा चेहरा नूर बरसा रहा था। ये नूर उसके "एहसास ए इश्क़" का नूर था.. जो उसके प्यार का आइना था। दोनों एक दूसरे को प्यार से निहार रहे थे। युवराज ने श्रद्धा के गाल पर आए बालों को उसके कान के पीछे किया और अपने सीने से लगा लिया।
श्रद्धा ने भी उनको कस लिया था। दोनों एक दूसरे की तेज़ दौड़ रही धड़कनों को महसूस कर रहे थे। युवराज ने हाथ बढ़ाकर लैंप ऑफ़ किया और दोनों अपनी प्यार की दुनियां में जा चुके थे। कमरे में गूंजी उनकी धड़कनों और सांसों का शोर उनके प्यार की गवाही दे रहा था। आज दोनों की मोहब्बत को मंज़िल मिल चुकी थी। दोनों का "एहसास ए इश्क़" मुकम्मल हो चुका था। एक महीना बाद संजय रत्ना,अर्जुन मीरा, और यश माही का एक ही मंडप में पूरी विधि विधान के साथ विवाह संपन्न हुआ। चारों और खुशियों की सौगात फैली हुई थी। हर एक के चेहरे पर मुस्कुराहट थी। सभी प्यार करने वाले जन्म जन्म के लिए एक दूसरे हो चुके थे। युवराज अर्जुन ज़्यादा छुट्टी नहीं रख सकते थे उन्होंने एक हफ्ता और संजय रत्ना माही यश ने एक महीने का घूमने का प्लेन बनाया और निकल चुके सब अपने अपने प्यार के साथ अपनी अपनी दुनियां में... जहां कुछ पल एक दुसरे की बाहों में सुकून से बीता सके।दो साल बाद सबकी गोद में नन्हें मुन्ने थे....आज युवराज श्रद्धा के बेटे विशाल सिंह राठौड़ का जन्मदिन था। युवराज ने अपने बेटे को अपने पिता का नाम दिया था। पूरे हॉल को बलून से सजाया गया था। विशाल की बर्थडे पार्टी में सब इकट्ठा थे।सागर और विधि की ढेड़ साल की प्यारी सी बेटी (मिश्री)...( संजय रत्ना का एक साल का बेटा (विशु) माही यश की सवा साल बेटी (सारा) अर्जुन मीरा की चार महीने की बेटी (मनी) रवि मिशा की एक साल बेटी परी।सबका परिवार पूरा हो चुका था। अवस्थी फैमिली अग्रवाल फैमली राठौड़ फैमली सब बहुत खुश थे और अनामिका जी तो हर एक बच्चे की नज़र उतारते और बालाएं लेते नहीं थक रही थी। सभी बच्चो के घर बसे देख सबको खुश देख उनके दिल को बेहद सुकून था। खुशी से उनकी आंखे छलक आई युवराज ने उन्हें सीने से लगाया श्रद्धा भी आकर उनके सीने से लग गई। संजय रत्ना अर्जुन मीरा भी आकर अनामिका जी के सीने से लग गए। सभी बच्चों ने उन्हें घेर लिया। अनामिका जी सबके सिर चूमकर उन्हें आशीर्वाद दे रहीं थी। जिन्हें देख ममता जी जयंत की भी आखें नम हों गईं। "अले अले तेत तातना है मुदे चलो ज़रा छाहिड हो दाओ" युवराज ने विशाल को गोद में लिए तोतली ज़बान में सबको एक साइड हटाते हुए कहा तो सबके हंसी के फव्वारे छूट पड़े। युवराज श्रद्धा ने उसके नन्हे हाथों से केक कटवाया और इसी के साथ हैप्पी बर्थडे टू यू पूरे हॉल में गूंज उठा। The End........!!
लोगों की डिमांड देखते हुए बनाते हैं जो लोगों को पसंद आ रहा है उसी पर काम करना पड़ता है नहीं तो नामों की तो कमी नहीं है हमारे पास... अगली बार कोशिश करेंगे नए नाम देने की
Bahut hi khubsurat kahani hai thank u
Bahut khoob ❤❤
Very very sweetest lovely story 💖💖💖💖💖💖
Wah
Bhut badiya story ❤❤aap ki sabi story acchi hoti h aap sardha Yuvraj ki story kab upload karenge jaldi se new story degaga intjar rahe ga 😊🌹🌹♥️♥️♥️🤗
nice story
❤❤ nice story ❤❤
Bahut bahut sunder kahani hai 👍👍👍👍👍
Nice story ❤❤❤
Yuvraj shradha ki story nahin dalte kya aajkal
Nice story please send me ñext part of the story
nice video
Very nice
Very very nice story❤
Bahutsunder kahani❤❤❤❤❤❤ke liye 44:27 44:27
Hello mam ahsaas ye isq ka jo aap 5 part post kiye the use mai nhi padh pai mai use kaise padh skti hu please reply
Very nice story
🔴🔴🔴🔴🔴🔴🔴👌
Nice👍👍👍👍 story👌👌 uHalo mam aap ka ho inzar kar rahe the q ki aap ki story nhi aa rahi thi❤❤❤❤❤❤❤❤
Khahani toh achhi lagi par hamare Yuvi aur shardha ki khahani kab aayegi.
Anyway,happy ending.
Nice
Please mem ehesas e ishq ka episode daliye na
Nice story hai ❤❤
Dusra bhag bhejo
Please send yuvraj Sharda kahani all episode
❤❤❤❤
Yuvaraj sadtha ka apisod to pora kijay
Wo kahani puri kar di thi hamne....technical issue ke chalte climax post k madhyam se dia tha....aapne shayad padha nahi tha wo
@@Aashikalra-qg4eu hami wo kahni ni soni
Durga(sratha) ni khani
Shraddha aur yuvraj ki story ehsaas e ishq nxt episodes kab aayenge
But it was getting more interested
NEXT. PART
Yuvraj n sharada ki story complete kijiye pls
Ahsaas a ishq story ka last part please
Mam ehsas e Ishq kyun nahi dal rahe hai please pra daliye
Yuvraj or Shradha ki story nahi denge kya
Ha yuvisri ki koni nyi story dalo
Kya aap Yuvraj aur shradha ke liye story ka batate vahi wali mam hai agar aap koi gali mein hai to Aisa se iska aage ka episode kyon nahin a raha hai aap kripya hamen bataen
युवराज श्रद्धा की नई कहानी कल आएगी
Bam ahsas a ishak me fifth part nahi Mila plz dal de 4th Tak mila
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उसकी आंखो में आंसू आ चुके थे और उसका गला रूंध गया था.. मैं आपसे बेहद मोहब्बत करती हूं युवराज... आई लव यू सो मच.... और आपके बिना जीने का कोई मकसद नहीं है अब मेरा...वो रोने लगी युवराज ने उसको कसकर अपनी आगोश में भर लिया। और उसका सिर सहलाने लगे.. तुम मेरा प्यार हो श्रद्धा, मेरी जान हो और जब तुम मेरे साथ हो तुम्हारा प्यार साथ है तो फिर किस बात के लिए डरती हो... मैं तुम्हारी आंखों में आंसु नहीं देख सकता श्रद्धा...मुझसे प्यार करती हो ना तो मुस्कुराकर दिखाओ... युवराज ने उसकी चिन पकड़कर उसका चेहरा ऊपर किया तो उसके लब मुस्कुरा उठे उन्होंने उसके गालों को चूमा तो उसकी आंखे बन्द हो गईं और गालों पर हया की लाली तेर उठी... वैसे ये पेंटिंग तुमने ही बनाई है ना... युवराज ने मस्ती में पूछा... क्यों आपको क्या लगता है कि बड़े आर्टिस्ट से बनवाकर लाई हूं.. उसने चिड़ते हुए कहा... तो क्या तुम बड़ी आर्टिस्ट नहीं हो... नहीं मेरा मतलब वो नहीं है... बड़ी तो हूं लेकिन इतनी बड़ी नहीं... तो फिर ये कैसे बना लिया... पहले तो मुझे सींग वाला डेविल बनाया था आज कैसे इतनी खूबसूरती से... क्योंकि तब आपसे प्यार नहीं था आज प्यार है... उनसे खोए हुए अंदाज़ में कहा... युवराज ने उसको अपनी बाहों में और कस लिया और उसकी आंखो में देखने लगे वो भी उनकी आंखो में खो गई। युवराज का चेहरा उसके चेहरे के बिल्कुल करीब था दोनों एक दूसरे की सांसे अपने चहरे पे महसूस कर रहे थे। दो धड़कते दिल एक दूसरे की आगोश में अपने "एहसास ए इश्क़" को महसूस कर रहे थे। युवराज उसके चेहरे पर झुके और हौले से उसके लबों को छू लिया। उसकी आंखे बन्द हों गई आज दोनों अपने इस प्यारे से एहसास को एक खूबसूरत लम्हें में क़ैद कर रहे थे। दोनों अपनी एक मीठी सी दुनियां में गुम थे कि तभी युवराज की नाक में कुछ अजीब सी गंध मेहसूस हुई... वो श्रद्धा से अलग हुए तो उनकी आंखे फटी की फटी रह गईं... पीछे से श्रद्धा के साड़ी के पल्लू ने दिए से आग पड़की हुई थी... और वो अपने इस प्यारे से मीठे से एहसास के चलते आखें बंद किए खड़ी थी... युवराज ने एक पल की देरी किए बिना उसके कंधे से पल्लू उतारा और उसे गोल गोल घुमाने लगे जिस से उसकी साड़ी के साथ उसकी भी आखें खुल गई और नीचे का नजारा देख उसके होश उड़ गए... युवराज ने उसकी साड़ी खोलकर एक तरफ़ फेंकी... श्रद्धा उनके सामने अब छोटे से नॉट ब्लाउज़ और पेटीकोट में थी। युवराज ने उसे अपने सीने में छुपाया और जलती साड़ी में पैर मारकर उसे बुझाया और श्रद्धा को पूरी तरह ख़ुद से कवर कर लिया... वो डर सी गई थी उसकी धड़कने तेज़ दौड़ रहीं थीं वहीं युवराज को भी ये डर था कि अगर ज़रा भी देर हो जाती तो श्रद्धा को नुकसान पहुंच सकता था। उन्होंने उसको गोद में उठाया वो एक टक युवराज को देखती रह गई। उसका डर अब गायब हो चुका था।युवराज अपनी मज़बूत बाहों में उठाकर अपने कमरे ले आए और बाथरूम में जाकर उसे नीचे उतार दिया... श्रद्धा तुम चेंज कर लो मैं लाकर देता हूं तुम्हें यहीं पे कपड़े...उन्होंने कहा और अलमारी से उसका नाइट सूट निकालकर उसे दे दिया.. ये लो आराम से चेंज कर के आ जाना इतने में गद्दे लाकर बेड पर बिछा देता हूं... वो बोलकर जानें ही वाले थे कि श्रद्धा ने उनका हाथ पकड़ रोक लिया... मैंने तो आपसे झूठ बोला था पानी गिरा है नहीं तो आप ऊपर कैसे जाते... गद्दे स्टोर रूम में हैं... युवराज ने आखें छोटी कर उसे देखा तो उसकी हंसी निकल गई.. युवराज उसके क़रीब जाने लगे उसने उन्हें धक्का दिया और दरवाज़ा बन्द कर लिया। युवराज ने अपने बालों मे हाथ फेरा और मुस्कुराने लगे... थोड़ी देर बाद दोनों बेड पर बैठे हुए थे.. कमरे में हल्की सी लैंप की रोशनी थी।उस रोशनी में श्रद्धा का प्यारा सा चेहरा नूर बरसा रहा था। ये नूर उसके "एहसास ए इश्क़" का नूर था.. जो उसके प्यार का आइना था। दोनों एक दूसरे को प्यार से निहार रहे थे। युवराज ने श्रद्धा के गाल पर आए बालों को उसके कान के पीछे किया और अपने सीने से लगा लिया।
श्रद्धा ने भी उनको कस लिया था। दोनों एक दूसरे की तेज़ दौड़ रही धड़कनों को महसूस कर रहे थे। युवराज ने हाथ बढ़ाकर लैंप ऑफ़ किया और दोनों अपनी प्यार की दुनियां में जा चुके थे। कमरे में गूंजी उनकी धड़कनों और सांसों का शोर उनके प्यार की गवाही दे रहा था। आज दोनों की मोहब्बत को मंज़िल मिल चुकी थी। दोनों का "एहसास ए इश्क़" मुकम्मल हो चुका था। एक महीना बाद संजय रत्ना,अर्जुन मीरा, और यश माही का एक ही मंडप में पूरी विधि विधान के साथ विवाह संपन्न हुआ। चारों और खुशियों की सौगात फैली हुई थी। हर एक के चेहरे पर मुस्कुराहट थी। सभी प्यार करने वाले जन्म जन्म के लिए एक दूसरे हो चुके थे। युवराज अर्जुन ज़्यादा छुट्टी नहीं रख सकते थे उन्होंने एक हफ्ता और संजय रत्ना माही यश ने एक महीने का घूमने का प्लेन बनाया और निकल चुके सब अपने अपने प्यार के साथ अपनी अपनी दुनियां में... जहां कुछ पल एक दुसरे की बाहों में सुकून से बीता सके।दो साल बाद सबकी गोद में नन्हें मुन्ने थे....आज युवराज श्रद्धा के बेटे विशाल सिंह राठौड़ का जन्मदिन था। युवराज ने अपने बेटे को अपने पिता का नाम दिया था। पूरे हॉल को बलून से सजाया गया था। विशाल की बर्थडे पार्टी में सब इकट्ठा थे।सागर और विधि की ढेड़ साल की प्यारी सी बेटी (मिश्री)...( संजय रत्ना का एक साल का बेटा (विशु) माही यश की सवा साल बेटी (सारा) अर्जुन मीरा की चार महीने की बेटी (मनी) रवि मिशा की एक साल बेटी परी।सबका परिवार पूरा हो चुका था। अवस्थी फैमिली अग्रवाल फैमली राठौड़ फैमली सब बहुत खुश थे और अनामिका जी तो हर एक बच्चे की नज़र उतारते और बालाएं लेते नहीं थक रही थी। सभी बच्चो के घर बसे देख सबको खुश देख उनके दिल को बेहद सुकून था। खुशी से उनकी आंखे छलक आई युवराज ने उन्हें सीने से लगाया श्रद्धा भी आकर उनके सीने से लग गई। संजय रत्ना अर्जुन मीरा भी आकर अनामिका जी के सीने से लग गए। सभी बच्चों ने उन्हें घेर लिया। अनामिका जी सबके सिर चूमकर उन्हें आशीर्वाद दे रहीं थी। जिन्हें देख ममता जी जयंत की भी आखें नम हों गईं। "अले अले तेत तातना है मुदे चलो ज़रा छाहिड हो दाओ" युवराज ने विशाल को गोद में लिए तोतली ज़बान में सबको एक साइड हटाते हुए कहा तो सबके हंसी के फव्वारे छूट पड़े। युवराज श्रद्धा ने उसके नन्हे हाथों से केक कटवाया और इसी के साथ हैप्पी बर्थडे टू यू पूरे हॉल में गूंज उठा।
The End........!!
लीजिए निहारिका जी पार्ट 5 हमने आपके पास भेज दिया है.... पढ़ लीजिएगा 👍
Thanks
Shraddha aur Yuvraj ki kahani aapane bich mein hi kyon band kar
Puri kar di thi wo ... technical issues ki wajah se delete ho gaye you tube ki traf se
Dopahar ke kab se 7:00 bajane lag Gaye mujhe to jahan tak pata hai 7:00 ya to morning mein bajte hain ya evening main
सुबह की जगह दोपहर लिखा गया जी 😃
@@Aashikalra-qg4eu ok ji
😂
श्रद्धा और युवराज नाम का कहानी plz और मत बनाना bor ho gaye n ye naam se mam
लोगों की डिमांड देखते हुए बनाते हैं जो लोगों को पसंद आ रहा है उसी पर काम करना पड़ता है नहीं तो नामों की तो कमी नहीं है हमारे पास... अगली बार कोशिश करेंगे नए नाम देने की
आज इस चैनल पर सक्षम और दीक्षा की एक सुंदर सी कहानी आएगी।
Lovely story❤❤❤
Very nice story 👌 😊😊
Nice story
Very nice story ❤❤❤