पोरबंदर यात्री सुदामापुरी के दर्शन करने जाते है।वहाँ के इतिहास के बारे में पहले कभी नहीं सुना।आपकी टीम के परिश्रम की और आपकी व्याख्या की शैली की मैं बहुत प्रशंसक हूँ।
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
मैं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से हूँ। मुझे आपकी कहानी और बोलने की शैली बहुत रोचक लगती है। कृपया छत्रपति शिवाजी महाराज और बुन्देलकेसरी महाराजा छत्रसाल की मित्रता और रणकौशल पर एक कहानी सुनाईये।
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
बाद मे उन्ही 2 शहीदो के महेर क्षत्रीय ओ के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर बोहोत ही बहादुरी के साथ जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
Kyu tuje kya problem he bhai is desh me bhai pakistani number 1 isi samay vah chalega javo behetar jindagi milegi bhai koi Gujarati hi deska takta palata Aya he history dekh age bhi yahi hoga
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
Tk ke hisabese nheri pm bna nhi to tk nhi hota to saredare patel pm aur desh aaj visva guru bne jata abhi modiji kare rhe hai lekin 70 salo ka kachra sape kareme ko kuki 2014 se phele cong boleta tha kya ps pere pe igta hai aur desh ka 1 hake muslmo ka hoga aur hamari sena kamejore kare diya tha cong ko a desh ku mafe kareti hai SAME SAME bharat ke public
@@harshshah2015mohandas to kasturba ke bate ka acche pita na ban paye tab to usake bate ne Muslim dharm apanaya beta bap mohandas ko dhikkarta . Kasturba yahi bate ko madh ke mahant ke pas le ke gaye mahant ne inka brainwash kar vapis hindu dharm me astha jaga ke hindu banaya.. Jo bap khudke hi bate ko sambhal na paya us mohandas ko takwady logo bapu or mahatma bolte murkh
ऐसा होता तो तुझ जैसा कोई पैदा भी नही हो पाता,जिसके बाप दादे अंग्रेजो के तलवे चाटा करते थे उनको और उनके घटिया वंशजो को दुख तो होगा ही चाटुकारी जो छूट गई समझ मे आता है।
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
जेठवा राजपूत हनुमानजी को आराध्य मानते है इसलिए इतिहासकारों ने इन्हें हनुवंशी (हनुमानवंशी) मान लिया। वस्तुतः ये प्रतिहार राजपूतों की प्राचीन शाखा है। राणा नटवरसिंहजी के बाद उनके पुत्र (गोद लिए हुए) उदयभानजी के पुत्र हरेंद्रसिंहजी पोरबंदर के जेठावा घराने के प्रमुख बने। जो वर्तमान में है।
महाराजा नटवरसिंहजी के विषय में कुछ बातें मेरी जानकारी में हैं। मैंने दो साल 'श्री.नानजी काळीदास महिला कॉलेज', पोरबंदर में पढ़ाई की थी। वे एवं उनकी सुपुत्री सुश्री सविता(दीदी) (मणिपुरी नृत्य की तज्ज्ञ) कॉलेज के फंक्शन में आते थे।
पहली बात इस परिवार को गाँधी नहीं गंध का व्यापार करने के कारण गंधी कहते थे. दूसरी बात आप इस बात को गोल कर गई कि उत्तम चंद गंधी को मारने अथवा गिरफ्तार करने का आदेश क्यों दिया. इसका उत्तर है उत्तम चंद गंधी जूना गढ़ के नवाब के साथ काठियावाड़ के खिलाफ साज़िश रच रहा था.
काश के उस दिन पोरबंदर की सेना कामयाब हो जाती तो भारत के टूकडे नहीं होते न ही सरदार भगत सिंह राजगुरु सुखदेव चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों को शहीद होना पड़ता
अफ़सोस यह है कि ,राजा रजवाड़ों में संतानें नहीं हो ती थी।और कबाड़ियों के दस दस बच्चे , यही हकीकत पढ़ें लिखे ज्ञानियों के साथ भी घटित होते आया है कि उनके घर भी बच्चों की कमी देखी गई ,जो इतिहास बताते हैं। फिर कांग्रेस काल में भारत की जनसंख्या पैंतीस करोड़ से सौ से सवा सौ करोड़ कैसे पहुंचे।
आपकी कहानियां हम लगातार पढ़ते व पसंद करते हैं। काफी informative होती हैं और तरीका बेमिसाल है। यदि हो सके तो कुछ छुपी हुई व important घटनाओं जैसे पुराने जहाज, ब्रिटिश time की कुछ रोचक संस्मरणों को भी सुनाने का कष्ट करें तो अच्छा रहेगा। धन्यवाद
I belong to porbandar and now a days staying in dubai i am very happy to hear your story of porbandar i did not know about porbandar so much i thank you for your kind your speech
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
यह भी सच है कि संसार में भारत का दुर्भाग्य ही था कि राज माता ने अपना निर्णय बदला। लेकिन जो हुआ अच्छा हुआ और जो अब होगा वह बहुत ही ज्यादा अच्छा होगा। तुम मेरा साथ दो मै तुम्हें दृढ शक्ति शाली शान्ति सुरक्षा सन्तोषजनक विकसित राष्ट्र दुगा। 🌱 🏡 🌱 जय हिंद जय भारत वन्देमातरम बोलना प्रतेक भारतीय के लिए अनिवार्य है भारत में रहने वाले को भारत माता की जय बोलना अति आवश्यक है वरना भारत को त्याग दे। 🌱 🏡 🌱
आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी। कहानी नही यह इतिहाज़ है और गांधी जी किस तरह से कैसे क्यों प्रदीध हुए यह मालूम हुया। आपका आभार। जेठवा राजपुयों की कहानी भी पता चली। पूनह धन्यवाद
Really, this is a most important & ever memorable, best informative video about real fact history of Gandhi family in this best picturised video sharing by Anshika Sarda for each & every, your this U tube channel viewers and for this your extraordinary constant hard work, may almighty God ever fulfill your all golden dreams and achieve a lots of glorious successes with my all well wishes from Rajkot city (Gujarat state - Bharat 🇮🇳).
मुझे लगता है राजमाता को भविष्य दिख गया होगा तभी सेना भेजी होगी कास सेना सफल हो जाती तो अच्छा होता दुसरे विश्व युद्ध के कारण देश तो वैसे भी आजाद होने ही वाला था मगर ये परिवार बच गया इसका दुख हुआ
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
Anshika ji aapko or aapki team ko bahut bahut dhanyawad Jo aap itni mehnat karke hamare bharat Desh ka itihaas khoj k late he jo hamare liye jankari hona jaruri hai me surat gujarat se aap ko sun Raha hu.. Bharat Mata ki Jai ❤
आपका इतिहास का ज्ञान व इतिहास के प्रति रूची व बोलने की शैली बहुत अच्छी है। मेने नेणसी की ख्यात पढी है। कभी जैसलमेर के यदूवँशी भाटी राजाओं व जैसलमेर पर भी एक विडीओ ज़रूर बनायें। छत्राला यादव पति का इतिहास रौचक है। काशी , मथुरा से गजनी, देरावर, तनोट , जैसलमेर तक की यात्रा व इस बीच पंजाब मे कहॉं कहॉं जैसलमेर से पहले भाटी रहे। भटनेर , हनुमानगढ़ का किला आदि सामिल हो। भट्टी संवत किस समय भाटी राजा ने शुरू किया। यदू से भाटी व आज तक का इतिहास एक या दो विडीओ में बताने की कोशिश करें। धन्यवाद।
गुजरात से हूं आप एक बात बताना भूल गई या शायद आपको पता नहीं चैत्र शुद नवमी के दिन द्वारका सोमनाथ हाईवे पर समुद्र के किनारे माधवपुर नाम का एक गांव है जिसका नाम भगवान श्री कृष्ण के नाम माधव से पड़ा है वहां श्री कृष्ण और रुक्मणी जी ने विवाह किया था आजभी चैत्र शुद नवमी से 5 दीनों का मेला लगता है जहां भगवान श्री कृष्ण और रुक्मणी जी का विवाह किया जाता है और वहां पर समुद्र के किनारे श्री कृष्ण का एक प्राचीन मंदिर है और एक नया बना हुआ मंदिर भी है ।
•श्रद्धामाता कौन थीं ; वे संन्यासिनी कैसे बनी ?उनका संन्यास जीवन कैसा रहा ,और उनका बच्चा अब कहाँ है? • विदुषी महिला रमाबाई कौन थीं,जो स्वामी दयानंद की शिष्या बनते-बनते एक ईसाई सन्त बन गयी ?उनकी आत्मकथा भी है।
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था। क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था अपनी गद्दी बचानेके लिए ओर वो बात राजा को पता चली तो महाराजा ने गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था। (तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे) ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है। ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
पोरबंदर यात्री सुदामापुरी के दर्शन करने जाते है।वहाँ के इतिहास के बारे में पहले कभी नहीं सुना।आपकी टीम के परिश्रम की और आपकी व्याख्या की शैली की मैं बहुत प्रशंसक हूँ।
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
अगर ऐसा होता तो देश 1947 से पहले आजाद हो जाता !! और बहुत पहले ही दुनिया में नंबर 1 बन जाता !!
जिस इतिहास की कल्पना मैं कर रहा हूं वह आप से ही जानने को मिल रहा है #jodhpur
बहुत जोरदार कहानी सुनाती हौ (दीदी) अहमदाबाद - गुजरात
बहुत ही दुर्लभ जानकारी मिली। धन्यवाद अंशिका।
मैं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से हूँ।
मुझे आपकी कहानी और बोलने की शैली बहुत रोचक लगती है।
कृपया छत्रपति शिवाजी महाराज और बुन्देलकेसरी महाराजा छत्रसाल की मित्रता और रणकौशल पर एक कहानी सुनाईये।
आप पत्रकार महोदया ने बहुत ही अनूभवी सही जानकारी दी है आभार
अदिति जी आपका प्रस्तुति करण अनुकरणीय है, धन्यवाद
खत्म हो जाता तो देश का इतिहास बहुत स्वर्णिम होता।
बहुत सुंदर तथ्यातमक् विवेचना,
अति सुन्दर वर्णन है आपका।
गांधी जैसे सुनी सुनाएं लोगों की कहानी ना सुनाएं भूले बिसरे शहीदों और इतिहास के बारे में सुनाएं जिसे जानना बहुत जरूरी है अगली पीरी भी जाने
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
बाद मे उन्ही 2 शहीदो के महेर क्षत्रीय ओ के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर
बोहोत ही बहादुरी के साथ
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ख़त्म हो जाता तो देश में आज ये काले दिन न देखने पर्तें ❤❤❤❤❤
✅
😡
Kyu tuje kya problem he bhai is desh me bhai pakistani number 1 isi samay vah chalega javo behetar jindagi milegi bhai koi Gujarati hi deska takta palata Aya he history dekh age bhi yahi hoga
@@kishorpatil1669❤ 7
Bhaghwaan gujratio se bachia
Mahatma Gandhi ke dil me muslimon, angrejon aur raje rajwado ke liye pyar ka reason ab samajh aaya.
💯% Right
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
गुजरात के द्वारका ओर कच्छ के बारे कहानी बनाइये मे आपके इतिहास से बहुत प्रभाबित हु
काश ऐसा होता तो आज देश बहुत-बहुत सुखी और आगे होता।पटेल भारत के प्रथम प्रधान मन्त्री बने होते और भारत दुनिया की महाशक्ति होता ।
Tk ke hisabese nheri pm bna nhi to tk nhi hota to saredare patel pm aur desh aaj visva guru bne jata abhi modiji kare rhe hai lekin 70 salo ka kachra sape kareme ko kuki 2014 se phele cong boleta tha kya ps pere pe igta hai aur desh ka 1 hake muslmo ka hoga aur hamari sena kamejore kare diya tha cong ko a desh ku mafe kareti hai SAME SAME bharat ke public
Right 💯% Absolutely
@@harshshah2015mohandas to kasturba ke bate ka acche pita na ban paye tab to usake bate ne Muslim dharm apanaya beta bap mohandas ko dhikkarta .
Kasturba yahi bate ko madh ke mahant ke pas le ke gaye mahant ne inka brainwash kar vapis hindu dharm me astha jaga ke hindu banaya..
Jo bap khudke hi bate ko sambhal na paya us mohandas ko takwady logo bapu or mahatma bolte murkh
ऐसा होता तो तुझ जैसा कोई पैदा भी नही हो पाता,जिसके बाप दादे अंग्रेजो के तलवे चाटा करते थे उनको और उनके घटिया वंशजो को दुख तो होगा ही चाटुकारी जो छूट गई समझ मे आता है।
Nice research
पोरबंदर की सेना को काम पूरा करना चाहिए था
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
आपका प्रयास सराहनीय हे । जब गुजराती गांधीजी व नेहरू जी को विलेन साबीत करने मे कमी नही कर रहे हे तब आप हिम्मत कर रहे हे । धन्यवाद हे आपको
काश ऐसा हो गया होता l 90% समस्याएं गाँधी की देन है l
Nahi 99%
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
काश राजमाता अपने उद्देश्य में सफल होती, तो भारत जिहादी कीड़ों से ग्रस्त ना होता
😂😂
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
जेठवा राजपूत हनुमानजी को आराध्य मानते है इसलिए इतिहासकारों ने इन्हें हनुवंशी (हनुमानवंशी) मान लिया। वस्तुतः ये प्रतिहार राजपूतों की प्राचीन शाखा है। राणा नटवरसिंहजी के बाद उनके पुत्र (गोद लिए हुए) उदयभानजी के पुत्र हरेंद्रसिंहजी पोरबंदर के जेठावा घराने के प्रमुख बने। जो वर्तमान में है।
महाराजा नटवरसिंहजी के विषय में कुछ बातें मेरी जानकारी में हैं।
मैंने दो साल 'श्री.नानजी काळीदास महिला कॉलेज', पोरबंदर में पढ़ाई की थी। वे एवं उनकी सुपुत्री सुश्री सविता(दीदी) (मणिपुरी नृत्य की तज्ज्ञ) कॉलेज के फंक्शन में आते थे।
🙏🙏🕉🕉
राजमाताको त्यो महान उदेश्य पुरा भैदिएको भए आज भारतमा बि जे पि लाई राष्ट्रिय लक्ष प्राप्त गर्न धेरै सहज हुन्थ्यो।🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵
राजा सूरजमल जी के उपर भी भारत की जनता को अवगत कराने की कृपा करें 🙏
बहुत अच्छी कहानी है बाराबंकी से सुन रहा हूं।
अब समझ आया कि महात्मा गांधी मुसलमानो का इतना मुरीद क्यों था। क्यों पाकिस्तान को आजादी के बाद क़र्ज़ दिया।
आप एक वीडियो कश्मीर के उत्पल राजवंश के बारे में बनाओ जो की चमार जाति से थे ❤❤❤ जय बाबा रविदास
Rajasthan ke the.
Very good and well studied History of Porbandar Royal family.
कास पोरबन्दर का राजमाता इए काम मे सफल हो जाता तो आज ओ भारतवर्ष के लिए शुभदायक होता।
Bahout badhia aapne sahy kahani sunai
Very Nice Historic Facts On Porbandar Old State And Relationship Of Gandhi Family Given By You
Thank You Madam
🙏🌹❤🙏🌹🙏❤🌹🙏
उसे दिन परिवार को मार दिया जाता भारत के कभी टुकड़े नहीं होते
यह मुह और मसूर की दाल
@Bhimsingh absolutely right ✅️
पहली बात इस परिवार को गाँधी नहीं गंध का व्यापार करने के कारण गंधी कहते थे. दूसरी बात आप इस बात को गोल कर गई कि उत्तम चंद गंधी को मारने अथवा गिरफ्तार करने का आदेश क्यों दिया. इसका उत्तर है उत्तम चंद गंधी जूना गढ़ के नवाब के साथ काठियावाड़ के खिलाफ साज़िश रच रहा था.
काश के उस दिन पोरबंदर की सेना कामयाब हो जाती तो भारत के टूकडे नहीं होते न ही सरदार भगत सिंह राजगुरु सुखदेव चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों को शहीद होना पड़ता
Sahi kaha aapne
TRUE🙏
Porbandar is my motherland
Nice 👍 video
Thanks 👍
अफ़सोस यह है कि ,राजा रजवाड़ों में संतानें नहीं हो ती थी।और कबाड़ियों के दस दस बच्चे , यही हकीकत पढ़ें लिखे ज्ञानियों के साथ भी घटित होते आया है कि उनके घर भी बच्चों की कमी देखी गई ,जो इतिहास बताते हैं। फिर कांग्रेस काल में भारत की जनसंख्या पैंतीस करोड़ से सौ से सवा सौ करोड़ कैसे पहुंचे।
सुअरों के बच्चे ज्यादा होना और गाय के बच्चे कम होना प्रकृति का फल है.
आपकी कहानियां हम लगातार पढ़ते व पसंद करते हैं। काफी informative होती हैं और तरीका बेमिसाल है। यदि हो सके तो कुछ छुपी हुई व important घटनाओं जैसे पुराने जहाज, ब्रिटिश time की कुछ रोचक संस्मरणों को भी सुनाने का कष्ट करें तो अच्छा रहेगा। धन्यवाद
बहुत अच्छी कहानी सुनाई
में मुंबई से हूँ
मैं जिस प्रकार आप देश के इतिहास को बताती हो सुनने में बड़ा आनंद आता है धन्यवाद आपको इस प्रकार देश का इतिहास बतानेके लिए
आपके बोलने का अंदाज लाजवाब है। बोहोत बधाई आपके प्रगतिशील भविष्य के लिए। ईश्वर की कृपा आप पर और आपकी पूरी टीम पर सदैव रहे।
Thank You so much 🙏
काश राजमाता अपने कार्य में सफल हो जाती!
I belong to porbandar and now a days staying in dubai i am very happy to hear your story of porbandar i did not know about porbandar so much i thank you for your kind your speech
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
एसी राज़ माता को नमन जो काम नाथूराम जी गोडसे ने किया उस में बहुत देर हो चुकी थी यह काम राजमाता के हाथों हो जाना चाहिए था जय हिन्द जय भारत
मे जामनगर गुजरात से देखता हु ओर अगली कहानी जामनगर के इतिहास ओर राजा रजवाडा के बारे मे सुनना चाहता हु
Bahut shaandaar jaankaari di h,,,
Good 👍👍👍
यह भी सच है कि संसार में भारत का दुर्भाग्य ही था कि राज माता ने अपना निर्णय बदला। लेकिन जो हुआ अच्छा हुआ और जो अब होगा वह बहुत ही ज्यादा अच्छा होगा। तुम मेरा साथ दो मै तुम्हें दृढ शक्ति शाली शान्ति सुरक्षा सन्तोषजनक विकसित राष्ट्र दुगा। 🌱 🏡 🌱 जय हिंद जय भारत वन्देमातरम बोलना प्रतेक भारतीय के लिए अनिवार्य है भारत में रहने वाले को भारत माता की जय बोलना अति आवश्यक है वरना भारत को त्याग दे। 🌱 🏡 🌱
Bhut acha ji nice jankari
बहुत सुन्दर जानकारी खरगोन मध्यप्रदेश से।
आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी। कहानी नही यह इतिहाज़ है और गांधी जी किस तरह से कैसे क्यों प्रदीध हुए यह मालूम हुया। आपका आभार। जेठवा राजपुयों की कहानी भी पता चली। पूनह धन्यवाद
क्रांतिकारी पंडित नथुराम गोडसे जी अमर रहैं🌹
Really, this is a most important & ever memorable, best informative video about real fact history of Gandhi family in this best picturised video sharing by Anshika Sarda for each & every, your this U tube channel viewers and for this your extraordinary constant hard work, may almighty God ever fulfill your all golden dreams and achieve a lots of glorious successes with my all well wishes from Rajkot city (Gujarat state - Bharat 🇮🇳).
Very Nice
Khub saras mahiti, dhanyvad દીદી,મેં Porbandar se આ કહાણી સન raha hu
मुझे लगता है राजमाता को भविष्य दिख गया होगा तभी सेना भेजी होगी कास सेना सफल हो जाती तो अच्छा होता दुसरे विश्व युद्ध के कारण देश तो वैसे भी आजाद होने ही वाला था मगर ये परिवार बच गया इसका दुख हुआ
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
इस कहानी से पता चलता है कि यह परिवार शुरू से ही इगो से ग्रस्त था। और इसी कारण भारत के टुकड़े हुए
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
Me gujrat patan ke rajvada se hu a kahani sahi he hamara dada kaha karte the❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
भारत का विभाजन न होता और न भारत हिन्दू राष्ट्र होता ।
Excellent presentation, wide knowledge and collection of a lot of informations. Amazing. Thanks a lot.
बहुत बुरी कहानी है।काश उस रोज पोरबंदर के सैनिक दीवानचंद गांधी के परिवार को खत्म करते तो मोहनदास न होता और हिंदुस्तान की तासीर कुछ और होती।
बहुत सुंदर प्रस्तुति
Great Anshika ji. Excellent presentation. I am listening you from USA.
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
बहुत ही ज्ञानवर्धक। में जोधपुर से।
Thanks for rare historical research !
Verry nice histori
Thank you very much for this information 🙏👍☺️
Bilkul nayi jankari.
Thanks, well done 👍
Anshika ji aapko or aapki team ko bahut bahut dhanyawad Jo aap itni mehnat karke hamare bharat Desh ka itihaas khoj k late he jo hamare liye jankari hona jaruri hai me surat gujarat se aap ko sun Raha hu.. Bharat Mata ki Jai ❤
आपका हर शोध कि हुआ विशष हमें पसंद है 🙏
नाथूराम गोडसे जी को मेरा शत-शत 🙏🇮🇳🚩
Very good.I am from Odisha
Very good story about Mahatma Gandhi. Keep it up.
Bahut achhi kahani hai thankyou from Agra
I m from porbandar.. 🎉 maine apni grandmother se ye sab suna haii.. 🙏🏻💐
उस दिन मर गया होता तो आज भारत को ऐसे दिन ना देखने पड़ते
हे भगवान ये भारत वर्ष को नष्ट करने हेतु बच गया
आपका इतिहास का ज्ञान व इतिहास के प्रति रूची व बोलने की शैली बहुत अच्छी है। मेने नेणसी की ख्यात पढी है। कभी जैसलमेर के यदूवँशी भाटी राजाओं व जैसलमेर पर भी एक विडीओ ज़रूर बनायें। छत्राला यादव पति का इतिहास रौचक है। काशी , मथुरा से गजनी, देरावर, तनोट , जैसलमेर तक की यात्रा व इस बीच पंजाब मे कहॉं कहॉं जैसलमेर से पहले भाटी रहे। भटनेर , हनुमानगढ़ का किला आदि सामिल हो। भट्टी संवत किस समय भाटी राजा ने शुरू किया। यदू से भाटी व आज तक का इतिहास एक या दो विडीओ में बताने की कोशिश करें। धन्यवाद।
Me AAP ka channel ka follower hu.
Aap ka news matter bahut selected khabar hai.Danyawad
Thanks madam for information about. Gandhi.......jenaration..
गुजरात से हूं आप एक बात बताना भूल गई या शायद आपको पता नहीं चैत्र शुद नवमी के दिन द्वारका सोमनाथ हाईवे पर समुद्र के किनारे माधवपुर नाम का एक गांव है जिसका नाम भगवान श्री कृष्ण के नाम माधव से पड़ा है वहां श्री कृष्ण और रुक्मणी जी ने विवाह किया था आजभी चैत्र शुद नवमी से 5 दीनों का मेला लगता है जहां भगवान श्री कृष्ण और रुक्मणी जी का विवाह किया जाता है और वहां पर समुद्र के किनारे श्री कृष्ण का एक प्राचीन मंदिर है और एक नया बना हुआ मंदिर भी है ।
वाह good information कभी नहीं सुना था
Excellent Madam Anshika Sarda Ji for a wonderful well researched presentation of a very interesting segment of Indian History ❤👍👏👏👏💐‼️‼️‼️
આપની આ કહાની ખૂબ સારી લાગી અને સારું જાણવામાં અવુંય ફ્રોમ રાવ પ્રવિણસિંહ નરોડા ahamadabad
I am from prayagraj, Good to learn stories from your Sweet voice
I'm waiting dear
Plz watch premier with us
Aap. Hame Bharat kaa Swrnim Itihas Bata rahi hai Joh Hamaare School me padhana chahiye tha.
Aap ek Bahut hi Kabul Itihas Teacher hai. ❤❤❤❤❤
हम बिहार से है और टिकारी राज की कहानी सुनना चाहते हैं
•श्रद्धामाता कौन थीं ; वे संन्यासिनी कैसे बनी ?उनका संन्यास जीवन कैसा रहा ,और उनका बच्चा अब कहाँ है?
• विदुषी महिला रमाबाई कौन थीं,जो स्वामी दयानंद की शिष्या बनते-बनते एक ईसाई सन्त बन गयी ?उनकी आत्मकथा भी है।
Bahut achhi jankari di aapke bolne ka andaz bahut accha laga Gandhi ji ko sat sat Naman
आपके बताने का बहुत अच्छा लगता है
जय माताजी में जेठवा राजपूत हु पोरबन्दर
I am basically from Porbandar but I don't know such history thanks
Me to
करम चंद गांधी (कबा गांधी) ओर उसके परीवार को उस समय पोरबंदर के महाराज(राणा साहेब) ने देश नीकाला दीया था
ओर पोरबंदर ओर आसपास की रीयासत से नीकाल बहार कीया था।
क्युकी करमचंद गांधी (कबा गांधी) ने 2 बाहोस देश भक्त (महेर क्षत्रीय) को छल से मरवा दिया था
अपनी गद्दी बचानेके लिए
ओर वो बात राजा को पता चली
तो महाराजा ने
गांधी परिवार को देश नीकाला दीया था।
(तभी तो गाधी परीवार पोरबंदर खुदका घर होते हुए भी अहमदाबाद साबरमती आश्रम मे रहने को मजबुर हुए थे)
ओर जीन 2 देशभक्तों को करम चंद गांधी (कबा गांधी) ने मरवाया था
उस जगह को महाराजा ने "शहीद चौक" का नाम दिया है
ओर आज भी वहा उन 2 बहादुरों का स्मारक है।
ओर बादमे वही 2 महेर क्षत्रीयो के वंशजो ने
सरदार वल्लभ भाइ पटेल के साथ मिलकर अपने पराक्रम से
जुनागढ रियासत से मुगलो को भी उनके कूत्तो समेत दौडा दौडा के पाकिस्तान भगायाथा
ये महेर क्षत्रीयो की बात भी अपने राष्ट्रीय सायर जवेरचंद मेघानी की कीताबोमे भी लीखी मीलेगी
Me porbandar se sun રહી હું બહુજ સરસ માહિતી આપી ધન્યવાદ
I am also in porbandar
Excellent . I am from Assam . I do like to know about the rise and fall of king Bhagadatta
आपकी कहानी अच्छी लगी।
Kafi achchhi historical vidio.
Bahut acha. Odisha
❤बहुत सुन्दर ❤
Anchor Madam's speech n styles is very clear n attractive, it's very rare with Anchers....good luck
Very nice
Bhartiya prachin mandiro pr ek series lekr aayiye mam
Jisme har ek mndir k baare me choti se choti baat detail me explain ho
Thanks❤
जय हिंद जय श्रीराम नडियाद गुजरात से