धर्मा राम जी औरंगजेब के जिन बच्चों की बात कर रहे है उनमें से लड़की ने दुर्गादास के बारे में कहा था कि - "बाबो कह पुकारती जाणू नी उनरो वेश। कारण की निज नैण स्यू देख्यो नी दुर्गेश।।"
किता हेशान फरामौश हा माचौ आ तुरका लावण गौ काम हि रवाडागौ हे ऐकदुजैगै गै अगणी करन दुजा सब मुलागा मीकश है ऐक चौहान गै रौजानी लिया हा आज गरव है माने अपने आप मातै
धर्मा राम जी सादर अभिवादन स्वीकार करना मेरा मकसद ऐसे पुत्र रत्न को पाकर आपके माता पिता को प्रणाम करते हैं वाह महान पुरुष को सही नाम बताए दुर्गदा नाम नही इसका अर्थ नाम दुर्गादाश वीर मारवाड़ का सपूत योद्धा थे धन्य हैं ऐसे रत्नों को प्रणाम करता हूं आपका आभार प्रकट करता हूं
अन्य अर्थ ना ले दुर्ग दा कहना गलत नही हैं क्योंकि बाड़मेर की ये भाषा है नाम जैसे सूरज सिंह तो "हुरहिंग" ही बोलेंगे बाड़मेरी भाषा में कृपा कर अन्य अर्थ ना लेवे
@@deepsinghkhokher-wq3nf वो हिंदी भाषा का संबोधन है एक ओर उदारण की (है मां तू है)......"तू नवलख सरताज डोकरी ". (देवी को संबोधित)... राजस्थानी भाषा मे देवी को डोकरी कहना अपनत्व दर्शाता है ना की उनके प्रति अनुचित संबोधन 🙏.. उसी तरह ही "दुर्ग दा" है
अन्य अर्थ ना ले दुर्ग दा कहना गलत नही हैं क्योंकि बाड़मेर की ये भाषा है नाम जैसे सूरज सिंह तो "हुरहिंग" ही बोलेंगे बाड़मेरी भाषा में कृपा कर अन्य अर्थ ना लेवे 🙏🙏
इनको सही जानकारी नहीं है, दुर्गादास जी राठौड़ का जन्म हुआ और कहां रहते थे, जबकि दुर्गादास जी का जन्म सालवा कल्ला जोधपुर में हुआ था और लूणावास में खेती करते थे । आज भी आसकरण जी की समाधि पर छतरी बनी हुई है। आस्करण के नाम ही aasaranada रेलवे स्टेशन बना हुआ है। पिछली साल ही सालवा कल्ला में जन्म स्थली पर दुर्गा दास जी राठौड़ की मूर्ति स्थापित हुई है। कृपया लोगों को सही जानकारी दी जानी चाहिए।
श्रीमान धर्मा राम जी बात घणी सोखी पण आप तन्त् कथा पर आधारित है जय दुर्गा दास
अलम औरंगो उतरें जोदो भलो दुर्गेश
राम राम सा धर्मा राम जी
बहुत ही सहारनीय बात कही है धरमा राम जी राम राम सा
जोधपुर महारानी सा हुक्म ने सादर नमन
आपरौ औ चैनल मायड़ भाषा रै प्रचार प्रसार महे सावटो योगदान दैवै,घणी ठावी बात ।मरूधर री माटी रौ औ दीवलै रूपी चैनल जगचावौ हूवै,ऐहडी महारी मंशा है।जय हिन्दू राष्ट्र। हनुमान सिंह हिन्दू, भैसेर चावण्डिया
बाबा जी ने परनाम ये कथा बलूंदा की है
उनकी वाणी बहुत सुंदर है अच्छी समझ में आती है
जय हो वीर दुर्गादास जय हो
दन्त कथाएं अलग अलग है
धर्मा राम जी औरंगजेब के जिन बच्चों की बात कर रहे है उनमें से लड़की ने दुर्गादास के बारे में कहा था कि - "बाबो कह पुकारती जाणू नी उनरो वेश।
कारण की निज नैण स्यू देख्यो नी दुर्गेश।।"
सिवाना पोल में उनके बच्चो को रखा था और शिक्षा भी दिलाई
राम राम शा
राम ।।
JAY jay rajputana
केलणावाटी के जैमला (फलोदी) गांव के केलण भाटियो के भाणेज वीर सिरौमणी दुर्गादास जी राठौड़ को कोटि कोटि प्रणाम 🙏
धर्माराम जी की रिकोडीग कथाओ हटाई कयो सा
❤
जुनी दली जपेत बांका जोत बलुंदा ओरगसा घर कब आवे घाट दुर्ग सा ऊबा
Veer durga das ka janm salwa ganw me hua tha
Jai shree Ram ji ki ❤❤
जय नागाणा राय
राम राम
जय हिन्द गौमाता ऊऊऊऊऊऊऊ क्षत्रिय
🎉🎉🎉🎉❤
जय श्री कृष्ण
जय नागाणा राय जी
Shakur Khan Nohari
सतराणीया रे थन मे दुग्धपान री जगा पानी है ओर राजपुताना खुन् कोनी
कहना क्या चाहते हो
Jay mataji Jay Rajputana
किता हेशान फरामौश हा माचौ आ तुरका लावण गौ काम हि रवाडागौ हे ऐकदुजैगै गै अगणी करन दुजा सब मुलागा मीकश है ऐक चौहान गै रौजानी लिया हा आज गरव है माने अपने आप मातै
अपना परिचय दे
वाह धरमाजी बा
जय हो जोधाणा
Durgadas ji ka Janam kha huaa ta
Good one m ji
धर्मा राम जी सादर अभिवादन स्वीकार करना मेरा मकसद ऐसे पुत्र रत्न को पाकर आपके माता पिता को प्रणाम करते हैं वाह महान पुरुष को सही नाम बताए दुर्गदा नाम नही इसका अर्थ नाम दुर्गादाश वीर मारवाड़ का सपूत योद्धा थे धन्य हैं ऐसे रत्नों को प्रणाम करता हूं आपका आभार प्रकट करता हूं
अन्य अर्थ ना ले दुर्ग दा कहना गलत नही हैं क्योंकि बाड़मेर की ये भाषा है नाम जैसे सूरज सिंह तो "हुरहिंग" ही बोलेंगे बाड़मेरी भाषा में कृपा कर अन्य अर्थ ना लेवे
@@journeytheworld4324 शुद्ध देसी भारतीय संस्कृति में सफल भाषा वीर शिरोमणि दुर्गादास राठौड़ नाम से संबोधित कर रहे हैं और ठीक है
@@deepsinghkhokher-wq3nf वो हिंदी भाषा का संबोधन है एक ओर उदारण की (है मां तू है)......"तू नवलख सरताज डोकरी ". (देवी को संबोधित)... राजस्थानी भाषा मे देवी को डोकरी कहना अपनत्व दर्शाता है ना की उनके प्रति अनुचित संबोधन 🙏.. उसी तरह ही "दुर्ग दा" है
मूंग लो टक्कर ओन्ली फॉर महाराणा प्रताप की कथा जय जय महाराणाप्रताप जोधपुर दरबार तो हिट वाली तो होमी साथी लड़ते हो तो घोषित करो टू जोधपुरदरबार
अन्य अर्थ ना ले दुर्ग दा कहना गलत नही हैं क्योंकि बाड़मेर की ये भाषा है नाम जैसे सूरज सिंह तो "हुरहिंग" ही बोलेंगे बाड़मेरी भाषा में कृपा कर अन्य अर्थ ना लेवे 🙏🙏
Ya jutt h salwa kallan Jodhpur ka h
सही बात
धर्माराम जी वा शतियो वा
⚾🏈
Mool bbye bt
बहुत अच्छा वाह
R 🚩
सोनी जी आपने चैनल कब शुरू किया
one year ago
11:34
Jalore viramdev ji ki aadi bate jut bataahi hai aapne
दंत कथा है वस्विकता अलग है
वस्विक्ता क्या है।
हमने तो यही सुना
इनको सही जानकारी नहीं है, दुर्गादास जी राठौड़ का जन्म हुआ और कहां रहते थे, जबकि दुर्गादास जी का जन्म सालवा कल्ला जोधपुर में हुआ था और लूणावास में खेती करते थे । आज भी आसकरण जी की समाधि पर छतरी बनी हुई है। आस्करण के नाम ही aasaranada रेलवे स्टेशन बना हुआ है। पिछली साल ही सालवा कल्ला में जन्म स्थली पर दुर्गा दास जी राठौड़ की मूर्ति स्थापित हुई है। कृपया लोगों को सही जानकारी दी जानी चाहिए।
Good
सालवा कल्ला
.
👍
ये वात सुना रहे हैं,वात में तथ्य इधर उधर होते हैं।
Ye ba sa khaa ke hai.. 😊??
रबारी ने एक लठ मार दिया था
लठ मारी नी मारी पण रेबारी।की।गर्दन जरूर उडाई
धर्माराम को सही जानकारी नहीं है