मुझे दूधनाथ सिंह जी और काशीनाथ सिंह जी भाई लगते थे। इस साक्षात्कार में मुझे लेखक की अपने लेखनी के प्रति व्यथा दिखती है। मुझ जैसे नए उम्र के लड़के ऐसे साक्षात्कार से बहुत कुछ सीखते हैं। मुझे आशा है आपलोगों से आप विनोद कुमार शुक्ल, नरेश सक्सेना, ममता कालिया और भी कई दिग्गज लेखक और कवि के साक्षात्कार से हमें रूबरू कराएंगे।
सार्थक विचार।
शानदार इंटरव्यू सर काशीनाथ जी का❤🎉
बेहतरीन इंटरव्यू लिया है विष्णु, मैं उम्मीद करता हूं कि बनारस के और दुनिया के और रंग यहां इस चैनल पर देखने को मिलेंगे।
ईमानदारी से व्यक्त व्यथापूर्ण उत्तर।
मुझे दूधनाथ सिंह जी और काशीनाथ सिंह जी भाई लगते थे। इस साक्षात्कार में मुझे लेखक की अपने लेखनी के प्रति व्यथा दिखती है। मुझ जैसे नए उम्र के लड़के ऐसे साक्षात्कार से बहुत कुछ सीखते हैं। मुझे आशा है आपलोगों से आप विनोद कुमार शुक्ल, नरेश सक्सेना, ममता कालिया और भी कई दिग्गज लेखक और कवि के साक्षात्कार से हमें रूबरू कराएंगे।
जी कोशिश रहेगी, आप वीडियो आगे भी बढ़ाते रहें...बहुत-बहुत शुक्रिया
आप बनारस को धूल भरा शहर बनाए रखना चाहते हैं।
Bilkul sahi kaha apne
बहुत बहुत आभार 🙏🙏
बनारस BHU छूटा 10 सालो से अधिक हो गया है लेकिन शहर छूटता कहा हैं
बहुत अच्छा लगा काशीनाथ सिंह को सुनके और विष्णु निकाला भाई ....
बहुत सुंदर।
बहुतई बढ़िया विरनु, विश्वनाथ त्रिपाठी के भी इंटरव्यू करावा
वाह!!
सर का बेहतरीन साक्षात्कार
चैनल का आभार
शुक्रिया
अति उत्तम
अभी दो दिन पहले काशी का अस्सी पढ़ना शुरू किया हूं
Mai bhi yahaan ye book padhte hue aya hu
Communism saaf jhalak raha hai
Badhiya bat h