श्रीसूक्त / SHRI SOOKT/ SRI SOOKT/ SHRI SOOKT KA PAATH/ पढने का तरीका/ PADNE KA TARIKA
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- Опубликовано: 19 окт 2024
- काम, क्रोध, लोभ वृत्ति से मुक्ति प्राप्त कर धन, धान्य, सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए उपयोगी स्तोत्र है। यहां इस सूक्त को हिन्दी में अनुवाद सहित दिया जा रहा है।
श्री लक्ष्मीसूक्तम् पाठ
पद्मानने पद्मिनि पद्मपत्रे पद्मप्रिये पद्मदलायताक्षि।
विश्वप्रिये विश्वमनोऽनुकूले त्वत्पादपद्मं मयि सन्निधत्स्व॥
हे लक्ष्मी देवी! आप कमलमुखी, कमल पुष्प पर विराजमान, कमल-दल के समान नेत्रों वाली, कमल पुष्पों को पसंद करने वाली हैं। सृष्टि के सभी जीव आपकी कृपा की कामना करते हैं। आप सबको मनोनुकूल फल देने वाली हैं। हे देवी! आपके चरण-कमल सदैव मेरे हृदय में स्थित हों।
पद्मानने पद्मऊरू पद्माक्षी पद्मसम्भवे।
तन्मे भजसिं पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्॥
हे लक्ष्मी देवी! आपका श्रीमुख, ऊरु भाग, नेत्र आदि कमल के समान हैं। आपकी उत्पत्ति कमल से हुई है। हे कमलनयनी! मैं आपका स्मरण करता हूँ, आप मुझ पर कृपा करें।
अश्वदायी गोदायी धनदायी महाधने।
धनं मे जुष तां देवि सर्वांकामांश्च देहि मे॥
हे देवी! अश्व, गौ, धन आदि देने में आप समर्थ हैं। आप मुझे धन प्रदान करें। हे माता! मेरी सभी कामनाओं को आप पूर्ण करें।
पुत्र पौत्र धनं धान्यं हस्त्यश्वादिगवेरथम्।
प्रजानां भवसी माता आयुष्मंतं करोतु मे॥
हे देवी! आप सृष्टि के समस्त जीवों की माता हैं। आप मुझे पुत्र-पौत्र, धन-धान्य, हाथी-घोड़े, गौ, बैल, रथ आदि प्रदान करें। आप मुझे दीर्घ-आयुष्य बनाएँ।
धनमाग्नि धनं वायुर्धनं सूर्यो धनं वसु।
धन मिंद्रो बृहस्पतिर्वरुणां धनमस्तु मे॥
हे लक्ष्मी! आप मुझे अग्नि, धन, वायु, सूर्य, जल, बृहस्पति, वरुण आदि की कृपा द्वारा धन की प्राप्ति कराएँ।
वैनतेय सोमं पिव सोमं पिवतु वृत्रहा।
सोमं धनस्य सोमिनो मह्यं ददातु सोमिनः॥
हे वैनतेय पुत्र गरुड़! वृत्रासुर के वधकर्ता, इंद्र, आदि समस्त देव जो अमृत पीने वाले हैं, मुझे अमृतयुक्त धन प्रदान करें।
न क्रोधो न च मात्सर्यं न लोभो नाशुभामतिः।
भवन्ति कृतपुण्यानां भक्तानां सूक्त जापिनाम्॥
इस सूक्त का पाठ करने वाले की क्रोध, मत्सर, लोभ व अन्य अशुभ कर्मों में वृत्ति नहीं रहती, वे सत्कर्म की ओर प्रेरित होते हैं।
सरसिजनिलये सरोजहस्ते धवलतरांशुक गंधमाल्यशोभे।
भगवति हरिवल्लभे मनोज्ञे त्रिभुवनभूतिकरी प्रसीद मह्यम्॥
हे त्रिभुवनेश्वरी! हे कमलनिवासिनी! आप हाथ में कमल धारण किए रहती हैं। श्वेत, स्वच्छ वस्त्र, चंदन व माला से युक्त हे विष्णुप्रिया देवी! आप सबके मन की जानने वाली हैं। आप मुझ दीन पर कृपा करें।
विष्णुपत्नीं क्षमां देवीं माधवीं माधवप्रियाम्।
लक्ष्मीं प्रियसखीं देवीं नमाम्यच्युतवल्लभाम॥
भगवान विष्णु की प्रिय पत्नी, माधवप्रिया, भगवान अच्युत की प्रेयसी, क्षमा की मूर्ति, लक्ष्मी देवी मैं आपको बारंबार नमन करता हूँ।
महादेव्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि।
तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्॥
हम महादेवी लक्ष्मी का स्मरण करते हैं। विष्णुपत्नी लक्ष्मी हम पर कृपा करें, वे देवी हमें सत्कार्यों की ओर प्रवृत्त करें।
चंद्रप्रभां लक्ष्मीमेशानीं सूर्याभांलक्ष्मीमेश्वरीम्।
चंद्र सूर्याग्निसंकाशां श्रिय देवीमुपास्महे॥
जो चंद्रमा की आभा के समान शीतल और सूर्य के समान परम तेजोमय हैं उन परमेश्वरी लक्ष्मीजी की हम आराधना करते हैं।
श्रीर्वर्चस्वमायुष्यमारोग्यमाभिधाच्छ्रोभमानं महीयते।
धान्य धनं पशु बहु पुत्रलाभम् सत्संवत्सरं दीर्घमायुः॥
इस लक्ष्मी सूक्त का पाठ करने से व्यक्ति श्री, तेज, आयु, स्वास्थ्य से युक्त होकर शोभायमान रहता है। वह धन-धान्य व पशु धन सम्पन्न, पुत्रवान होकर दीर्घायु होता है।
॥ इति श्रीलक्ष्मी सूक्तम् संपूर्णम् ॥
संस्कृति संस्कृत सरिता ,
SANSKRITI SANSKRIT SARITA ,
SHRI SWAMI VISHWAATMANAND SARASVATI JI MAHARAJ ,
SHRI GURUGANG DEV JI SANSKRIT MAHAVIDYALAYA SHIVKASHI SUNDER BANI,
Jay shree Ram 🚩🚩🚩 Har Har Mahadev 🚩🚩🚩
जय श्री राम
Jai guru ji bahut sunder batate ho koti koti vandan
Jai ho
ATI Sundar guruji
Thank you 🙏
बहुत बढ़िया गुरु जी🙏🏻
❤
बहुत सुंदर
अद्वितीय
Thanks dear
Very nice for learnings
Guru ji aapko koti koti dhanyawad.aapke chalte mai aaj shree sukt ka path padhna sikh rahi hu.
गुरु जी आप धन्य है। आदरणीय बहुत ही सुंदर ढंग से पढ़ाते हैं। आदरणीय कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव को कोटि-कोटि प्रणाम आप बहुत अच्छे तरीके से पढ़ा रहे हैं
अति सुन्दर, जय माँ महा लक्ष्मी, 🌹🌹🙏🙏बहुत बहुत धन्य वाद आप को।
Rudri seekho 1 se 8 chapter: ruclips.net/p/PLbimsUPQOJnJHKxR69-bqIRVHjcSdXkML
प्रणाम गुरूजी👋 आप बहूत ही इच्छा सुखात हो बहूत बहूत धन्यवाद
आपका श्रीसुक्त पढ़ाने का तरीका बहुत दिव्य में है बहुत ही सरल है कृपया करें आप रुद्री का पाठ करना सिखा दें इससे बहुत लोगों को लाभ होगा और आपके सिर से पढ़ाने के तरीके से बहुत लोगों के लाभ हुआ है आपसे प्रार्थना है की rudrika का पाठ करना और सिखा दें तो आपकी बहुत कृपा होगी
Thanks bro
Shukriya guru g
Thank you so much sir ,
Ur hard work has made me learn sri suktam so fast .
Welcome Shalini
😍😘
गुरुदेव कृपा करके और बीडीयो अपलोड कीजिए आपका तरीका बोहुत अच्छा है
..
Ji
16:22 16:22 16:22
Sir please make this kind of video of Aditya hridaya stotra
Sure , making today itself
Koti koti dhanywad gurudev aap se hame bahut sikhne ko mil rha hai me aap ka dhanywad kin shabdo se karu mene aap se rudra sukt complete kr liya hai 🙏🙏
आपका धन्यवाद , ऐसी ही और वीडियो देखने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे और एक रिश्ता कायम रखें । सीखे सिखाए यही जीवन है ।
Prnam ji Aap rudripath sikha do plz
Jaise aapane Rudra Sukh Sikhaya hai
Hi sir I am Ronak Giri
Rudri bhi padai hai chapterwisely 🙏🙏🙏
Pdhayi h
गुरू देव चरण स्पर्श गुरूजी ब्रह्म सूक्त पढाई ये पूरा पाठ सीखा दिजिए ताकित्रिपिणडी कराने मे परेशानी न हो
Guru ji Jay Ho aap hamen Puri rudri padhne sikha dijiye aap ka Tarika bahut hi Sundar
Guru ji aap Hamen Durga saptshti sikhayen
वेदोक्त पुण्याहवाचन पढणा सरल विधीसे सिखाऐ
A
ॐ नमो नारायण 🙏
धन्यवाद भाई साहब। आप से निवेदन है कि आप विष्णुसहस्त्रनाम भी बताने की कृपा करें 🙏
Rudri sthan ke liye aapse karvat prathna hai
प्रणाम।रुद्रसुक्त ,पुरुषसुक्त की तरह सरलतम लिरिक्स दें साथही पाठके अलावा अन्यान्य शब्दोंका कम प्रयोग एवं पुनरावृति करें तो मेरे समझ से श्रेष्यकर होगा।🙏
Mere khyaal se aapka comment mere liye best comment hai... Thanks , Mai har ek viewer and learner se yhi ummeed rakhta hoon ki wo mujhe suggest jarooR karein. Thanks again
आप रूधरीपाठ सिखा दो
Rudri seekho 1 se 8 chapter: ruclips.net/p/PLbimsUPQOJnJHKxR69-bqIRVHjcSdXkML
@@sanskritisanskritsarita9677 ji
रूद री सिखना है
I think jyeshath alaxmi naashayamah
Sir, munje janana tha ki //3// Promodinim ya prabodhinim means sahi Kya hai..?
Kayi book me prabodhinim hai.. To Kya bolna sahi hai?
माफ करना सिखाते का सिखाते हो गया
Tnx .. koi baat nahin