कथा -"मां की ममता कलयुगी बेटा"गुरु नाथूसिंह शेखावत गायक -प्रहलाद सिंह राठौड़ खोरा ( बाय)
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- Опубликовано: 10 окт 2024
- कथा -"मां की ममता कलयुगी बेटा "गुरु नाथूसिंह शेखावत गायक -प्रहलाद सिंह राठौड़ खोरा (बाय)
संगतकार -हरि सिंह राठौड़ एवं सुभाष शर्मा त्रिवेणी।
ढोलक -राजेश साईवाड।
ऑर्गन -राजु खाचरियावास।
बहुत ही शानदार प्रदर्शन
बहुत ही जानदार रचना
बहुत ही ज्ञान दार प्रसंग❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
क्या बात सर आपने तो मेरे को रूला दिया बहुत बहुत अच्छी कथा सुनाई बहुत बहुत धन्यावाद
मा की ममता बहुत बहुत अनमोल है मा की ममता
बहुत ही शानदार प्रस्तुति जी
आज कई दिनों बाद आपने मेरी इच्छा पूरी की है। बहुत बहुत धन्यवाद
बड़ी ही सुन्दर और मार्मिक प्रस्तुति।
माता पिता के चरणों में स्वर्गं है
एक दोहा :-- मात पिता परमात्मा मिलते ना दूजी बार है | माता पिता के चरणों में मेरा बारम्बार प्रणाम है||
Jai Ho
बहुत ही मार्मिक कथा है।
❤❤❤🎉🎉🎉 बहुत ही शानदार प्रस्तुति 🎉जय मां ❤
Super
Nice song 🎵 sa
Jai ho Singh ji ki
Very nice
❤❤❤❤❤❤
बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है। श्री प्रहलाद सिंह जी और भी आनंद मिलता अगर रचना अलग होती तो । गायन शैली बहुत सुंदर दी है जी 🎉🎉🎉❤❤🙏🙏🙏
Very nice ji 👌 👍
क्या बात सर आपने तो मेरे को रूला दिया बहुत बहुत अच्छी कथा सुनाई बहुत बहुत धन्यावाद
मा की ममता बहुत बहुत अनमोल है मा की ममता