Kaisa Ho Hamaara Management Speech by Muni Kumar Shraman

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  • Опубликовано: 27 ноя 2024

Комментарии • 9

  • @arunashyamsukha17
    @arunashyamsukha17 Год назад

    Vande guruwarm

  • @jayeshparekh4737
    @jayeshparekh4737 2 года назад

    Matthen Vanddami Gurudev.

  • @anandjain8675
    @anandjain8675 9 месяцев назад

    VANDE MUNIWARAM

  • @drvbsancheti
    @drvbsancheti 3 года назад +2

    मुनीश्री डॉ कुमारश्रमणजी विद्वान संत है । इन्होने बहुत अच्छी तरह से व्यवस्थापन के सूत्र समझाए है । इसमे आचार्य महाश्रमणजी के विहार का व्यवस्थापन , तेरापंथ संघ का व्यवस्थापन इनका उल्लेखनीय वर्णन किया है । कार्यकर्ता के महत्व तथा उनका संतुलन के बारे मे बताया । सभी प्रकार के कार्यकर्ता अपनी तथा संघ की कार्यक्षमता बढाने मे उपयुक्त है । मुझे सेवा देना है , और धर्मसंघ मे आप क्या दे सकते है ये सोचे । गुरूदृष्टी के समर्पण के भाव रखे । समर्पण का मतलब सिर्फ गुरू इंगित के प्रति समर्पण ।
    आपने बहुत अच्छी तरह से विस्तृत जानकारी दी । सभी तेरापंथी भाई बहनोँ को इस मार्गदर्शक व्याख्यान का लाभ मिलेगा । और अपना धर्मसंघ आदर्श बनेगा ।
    ओम अर्हम ।
    डॉ विजय संचेती

  • @jagdishjain5879
    @jagdishjain5879 3 года назад +1

    vande guruvarm om bhikshu

  • @renujain5511
    @renujain5511 3 года назад +2

    Vanda
    Mi om arhm🌹🙏🙏🙏🙏🙏

  • @mahendraranka8509
    @mahendraranka8509 3 года назад

    वंदे मुनि वरम

  • @sampatoswal7234
    @sampatoswal7234 3 года назад +1

    वन्दे मुनी वरम

  • @jayeshparekh4737
    @jayeshparekh4737 2 года назад

    Matthen Vanddami Gurudev.